बेकरी बिजनेस कैसे शुरू करें | Bakery Business Plan in Hindi.

खुद का बेकरी का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं How you can start your own bakery business in India in Hindi.

बेकरी का बिजनेस प्राचीनकाल से चला आ रहा है | इसलिए यह खाद्य प्रसंस्करण के अंतर्गत होने वाली एक पारम्परिक गतिविधि है | हालाँकि India में Bread का उत्पादन आटोमेटिक मशीनों के माध्यम से भी होता है, इसके बावजूद लोग Bakery से उत्पादित ताजा बने हुए Bread या Bakery के अन्य उत्पाद को भी तबज्जो देते हैं | Bakery से उत्पादित होने वाले उत्पादों की लिस्ट में अभी तीन उत्पाद Bread, Biscuits और Cake ऐसे उत्पाद हैं, जो सामान्य जनता में काफी प्रचलित हैं |

इसलिए इनका उपयोग भी अधिक होता है | खुद की बेकरी स्टार्ट करने के लिए भी जो सबसे पहला स्टेप करना होता है | वह अन्य बिज़नेस को करने की तरह Business Plan होता है | एक अच्छे बिज़नेस प्लान के माध्यम से ही निवेशकों और अन्य व्यवसायिक लोगो को बिज़नेस की तरफ आकर्षित किया जा सकता है | Bakery के उत्पादों का उत्पाद कृषि उत्पादित फसलों इत्यादि से किया जाता है | इसलिए यह खाद्य प्रसंस्करण (Food Processing) के अंतर्गत आता है |

बेकरी का बिजनेस क्या होता है :

What is bakery in Hindi : सामान्यतया Bakery का अर्थ उस स्थान से लगाया जाता है | जहाँ Bread, Cake, cookies, Pastries इत्यादि का निर्माण किया जाता है | और इनका निर्माण करके इनको बेच कर कमाई करना ही बेकरी बिजनेस कहलाता है | चूँकि Bakery से जुड़े उत्पादों को सेक (Bake) के तैयार किया जाता है, और लोग अक्सर चाय, काफी के साथ इनको खाना पसंद करते हैं | इसलिए वर्तमान समय में कुछ Bakery चाय, काफी भी अपने ग्राहकों को बेचती हैं |

बेकरी बिजनेस में संभावनाएँ

इस व्यवसाय से जुड़े हुए दोनों क्षेत्रो में से यदि हम सिर्फ संगठित क्षेत्र की बात करें, तो वित्त वर्ष 2015 में इसके व्यापार की क्षमता को 17000 करोड़ रूपये आँका गया है | असंगठित क्षेत्र (Unorganized sector) जहाँ  Bakery के उत्पादों का उत्पादन किया जाता है इसमें सम्मिलित नहीं है | इसके अलावा Market experts  द्वारा ऐसे आसार लगाये जा रहे हैं की आने वाले तीन चार सालों में यह  Industry 12-15% growth rate के साथ आगे बढ़ सकती है |

यदि ये आंकड़े सच साबित हुए तो India में Bakery Industry खाद्य प्रसंस्करण गतिविधि से तैयार होने वाले उद्योगों में तीसरे नंबर पर होगी |  Bakery से उत्पादित उत्पाद Bread, Cake, cookies, Pastries इत्यादि सामान्यतः सामान्य उपभोग की वस्तुएं हैं | और इनका उपयोग समाज के हर वर्ग द्वारा किया जाता है | Bread को double Roti भी कहा जाता है जहाँ इसका उपयोग नाश्ते में अण्डों और दूध के साथ किया जाता है | वही भारतवर्ष में Birth day सेलिब्रेट करना एक फैशन बन चूका है |

और बिना Cake cutting के कोई Birth day बनाया ही नहीं जाता | दूसरी तरफ cookies का उपयोग लोग चाय काफी के साथ बहुतायत मात्रा में करने लगे हैं | इसलिए यह स्पष्ट है की Bakery से उत्पादित हर एक प्रोडक्ट किसी न किसी रूप में मार्किट में अपनी शाख जमाये हुए है |

लेकिन इनमें से जो मुख्य उत्पाद समाज के हर वर्ग और बहुतायत मात्रा में उपयोग होने वाला है उसका नाम है Bread | Bread का उपयोग होटलों, ढाबों, घरों, हॉस्पिटलों इत्यादि में बड़े पैमाने पर किया जाता है | क्योकि इसको बहुत सारे तरीको से खाने में उपयोग में लाया जाता है | लेकिन India में Bread Aamlet नाश्ते में बेहद प्रसिद्द है |

ब्रेड बनाने के लिए कच्चा माल :

इस बिजनेस में Bread Making अर्थात डबल रोटी बनाने के लिए विभिन्न प्रकार का कच्चा माल (Raw Material) चाहिए होता है | जो भारतीय बाज़ारों में आसानी से उपलब्ध है | Bread Making हेतु आवश्यक Raw material की लिस्ट निम्नवत है |

  • गेहूं का आटा, मैदा
  • साधारण नमक
  • चीनी
  • पानी

 YEAST                          

  • Baker’s Yeast
  • Bran
  • Lactic Acid

Oils and Vitamins

  • Condensed Milk
  • खाद्य मिल्क पाउडर
  • वनस्पति तेल
  • रीफाईन्ड खाद्य तेल
  • मक्खन
  • घी
  • लिक्विड ग्लूकोस
  • स्टार्च
  • शकरकंदी का आटा
  • मूंगफली का आटा
  • विटामिन
  • ग्लिसरीन
  • लाइम वाटर

Quality Improver:

  • Calcium Phosphate
  • Calcium carbonate
  • Vinegar
  • Sodium dilacerate
  • Sodium pyrophosphate

बेकरी शुरू करने के लिए मशीनरी और उपकरण

बेकरी में ब्रेड बनाने के लिए अलग अलग तरह की उपकरणों एवं मशीनरी की आवश्यकता होती है | जिनमे मुख्य उपकरणों एवं मशीनों की लिस्ट निम्नवत है |

  • आटा सानने वाली मशीन (Dough Kneading Machine)
  • ब्रेड को विभाजित करने वाली मशीन (Bread Slicing Machine)
  • क्रीम मिक्स करने वाली मशीन (Cream Mixing Machine)
  • सेकने हेतु ओवन (Oven for baking)
  • खमीर बनाने वाला टैंक (Fermentation Tank )
  • सांचा (Mould Box)

Formula to mixing ingredients:

यहाँ पर हम पांच किलो आटे या मैदे को केंद्र बिंदु मानकर जानने की कोशिश करेंगे की पांच किलो Flour में अन्य Ingredients कितनी कितनी मात्रा में मिलाने चाहिए |

Ingredients Quantity in Gms (मात्रा ग्राम में )
आटा मैदा (Flour)5000 Gram
Sugar (चीनी)200 Gram
Salt (नमक)75 Gram
Vegetable Oil (वनस्पति तेल)75 Gram
ड्राई यीस्ट40 Gram
विटामिन20 Gram
क्वालिटी इम्प्रूवर17 Gram

Manufacturing process of bread in Hindi:

Bread-making-process in Bakery Business

मशीनों एवं उपकरणों की मदद से बहुत ही उच्च गुणवत्ता वाले Bread का निर्माण किया जा सकता है | सबसे पहले Bread Making Process में Raw Materials को आवश्यकतानुसार मात्रा के अनुसार आटा सानने वाली मशीन में डाल दिया जाता है | इसमें सभी पदार्थो को एक साथ मिलाकर लोई तैयार की जाती है |

तत्पश्चात इस लोई में विटामिन्स और क्वालिटी इम्प्रोवर मिलाकर इसे Fermentation tank में fermentation के लिए छोड़ देते हैं |  और जब Fermentation प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है, उसके बाद इसको मोल्ड मशीन के माध्यम से Bread का आकार देकर, इन्हें ओवन में सेकने (Baking) हेतु डाल दिया जाता है | Bread को सेकने के पश्चात Bread Slicing मशीन की मदद से इनकी स्लाइस तैयार की जाती हैं |

बेकरी बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start bakery business in India):

जहाँ पहले बेकरी में केवल बिस्कुट, कुकीज इत्यादि बनाये जाते थे, वर्तमान में इसका स्वरूप बदल गया है । लोगों के खान पान में हो रहे बदलावों के अनुरूप आने वाले भविष्य में भी बेकरी के आइटम्स में और वृद्धि होती जाएगी। आज इस तरह के आइटम में केक, पेस्ट्री, मुफिन इत्यादि भी जुड़ गए हैं। हालांकि जो उद्यमी खुद का बेकरी बिजनेस शुरू करना चाहता है, वह बेकरी आइटम का चुनाव उस एरिया में उपलब्ध माँग के अनुसार कर सकता है। तो आइये जानते हैं की भारत में इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए किन किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरने की आवश्यकता होती है।

बेकरी के लिए आइटम का चुनाव करें (Selection of Bakery items)

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की बेकरी में शामिल वस्तुओं की लिस्ट काफी लम्बी है, जिनका जिक्र हम इस लेख में ऊपर भी कर चुके हैं । इसमें नमकीन आइटम जैसे समोसा, पेटीज, पिज़्ज़ा, बर्गर से लेकर स्वीट आइटम पेस्ट्री, मफिन, चॉकलेट, बिस्कुट, केक. मिठाई इत्यादि कई तरह के आइटम शामिल हैं। इसलिए इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने वाले उद्यमी को सर्वप्रथम उस एरिया में स्थित लोगों की पसंदानुसार बेकरी आइटम का चुनाव करना होगा।

हालांकि उद्यमी चाहे तो सभी प्रकार के बेकरी आइटम को भी अपने बिजनेस का हिस्सा बना सकता है। लेकिन इस तरह से बेकरी का बिजनेस (Bakery Business) शुरू करने में उसे बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता होती है । इसलिए बेहतर यही होगा की पहले आप केवल उन आइटम से शुरुआत करें, जो आपको लगता है की उस एरिया में ज्यादा बिकने वाली हैं। उसके बाद धीरे धीरे इन्हें बढ़ा सकते हैं।     

स्थानीय बाज़ार में दुकान का प्रबंध करें (Rent a shop for bakery)

आपको अपने बिजनेस के लिए किसी भीड़ भाड़ वाली जगह का चयन करना होगा यानिकी जहाँ से दिन में हजारों लोग गुजरते हों, आपको किसी ऐसी जगह पर दुकान का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है। यदि आपको कोई ऐसी लोकेशन समझ नहीं आ रही है तो आप जहाँ रहते हैं उसका स्थानीय बाज़ार आपके बेकरी बिजनेस के लिए उपयुक्त लोकेशन हो सकता है।

यद्यपि इसमें कोई दो राय नहीं की भीड़ भाड़ वाली जगहों पर दुकान किराये पर लेने के लिए आपको अन्य लोकेशन की तुलना में अधिक खर्चा करने की आवश्यकता होती हो। लेकिन यह किराया इसलिए ज्यादा होता है क्योंकि उस लोकेशन पर दुकान इत्यादि चलने की संभावना अधिक होती है। दुकान किराये पर लेते समय 4-5 सालों का रेंट एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें।

दुकान का इंटीरियर डिजाईन कराएँ

यह आपके दुकान के आकार पर निर्भर करता है की आपको उसे अन्दर इंटीरियर डिजाइनिंग कैसे करनी है। लेकिन इतना जरुर है की आपको पैसे का लेन देन करने के लिए एक काउंटर और बाकी एक या एक से अधिक काउंटर जिनमें शीशे एवं लाइट लगी हो, बेकरी के आइटम को डिस्प्ले करने के लिए चाहिए होता है। इसके अलावा ऐसे भी कई रेडीमेड वस्तुएं आती हैं जो लोग बेकरी से खरीदना पसंद करते हैं। उनके लिए भी आपको दुकान की दीवार पर लकड़ी या शीशे के खांचे बनाने की आवश्यकता होती है।

छत में आपको गत्ते वाली टाइल लगानी पड़ती है, और तरह तरह की फैंसीलाइट लगाकर अपनी दुकान को ग्राहकों को आकर्षित करने वाला बनाना होता है।     

जरुरी बर्तन मशीनरी इत्यादि खरीदें (Utensils & Machinery)

यदि आपको बेकरी बिजनेस की बहुत अधिक जानकारी नहीं है तो आप किसी ऐसे हलवाई या कुक को पहले ही नियुक्त कर सकते हैं, जो आपने बाद में नियुक्त करने हैं। और ये हलवाई और कुक आपको बताएँगे की उन्हें कौन सी बेकरी आइटम बनाने के लिए किस बर्तन या मशीनरी की आवश्यकता हो सकती है। आम तौर पर पेटीज, समोसे इत्यादि बेकरी आइटम को गरमा गरम सर्व करने के लिए ओवन की आवश्यकता होती है। तो वहीँ पेस्ट्री, आइसक्रीम इत्यादि आइटम के लिए रेफ्रीजिरेटर की भी आवश्यकता होती है।     

हलवाई, कुक इत्यादि नियुक्त करें (Appoint Staffs)

बेकरी का बिजनेस (Bakery Business) शुरू करने के लिए एक तरफ जहाँ आपको मीठे आइटम जैसे केक, पेस्ट्री, मिठाई इत्यादि बनवानी होती है, तो दूसरी तरफ समोसे, पेटीज, बिस्कूट इत्यादि भी बनवाने होते हैं । आम तौर पर एक अच्छा हलवाई बेकरी में बनने वाली सभी आइटम को बनाना जानता है । तो आपको अलग अलग हलवाई या कुक भी नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है ।

हलवाई या कुक की आपको कितनी संख्या चाहिए होगी वह आपके व्यापार के आकार पर निर्भर करेगा। लेकिन इनके साथ साथ आपको शुरूआती दौर में 2-3 हेल्पर को भी नियुक्त करने की आवश्यकता होगी। ध्यान रहे आपको मुख्य हलवाई अनुभवी एवं सभी चीजों की जानकारी रखने वाला नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है।    

बिजनेस की मार्केटिंग करें (Promote your bakery)

यद्यपि इस तरह के बिजनेस को मार्केटिंग की आवश्यकता नहीं पड़ती है। क्योंकि बेकरी में बेचे जाने वाली सारी आइटम ऐसी हैं, जिन्हें लोग घर के बाहर निकलते ही खाना बेहद पसंद करते हैं। यहाँ तक जो लोग अपने घर से बाहर बाज़ार में आए होते हैं वे बजी अपने घरवालों के लिए कई तरह के बेकरी आइटम पैक करके ले जाते हैं। लोगों के खानपान में बेकरी आइटम इतने आम हैं की हर कोई इन्हें अच्छी तरह से जानता है ।

आपको अपने बिजनेस की मार्केटिंग के लिए अपनी दुकान के बाहर बैनर या साइनेज बोर्ड इस तरीके से लगाना है की लोगों की नज़र उस पर आसानी से पड़ जाय। इसके अलावा आप चाहें तो सोशल मीडिया एवं गूगल एड के माध्यम से पेड एड भी चला सकते हैं।     

भारत में बेकरी बिजनेस की समस्याएँ:

बेकरी बिजनेस में जो सबसे बड़ी problem आती है | वह होती है Raw Materials के Price में उतार चढ़ाव आना | यह जरुरी नहीं की हर समय इसके Raw Materials के Price बढ़ते ही हैं | अपितु कम भी होते हैं लेकिन जैसे ही उद्यमी इन कम हुई कीमतों के आधार पर अपनी Business strategy तैयार करने की कोशिश करता है | वैसे ही गेहूं के दाम बढ़ जाते हैं, और बढे हुए दामों के हिसाब से चलने की कोशिश करता है वैसे ही दाम घट जाते हैं | Price में यह उतर चढ़ाव बहुत बार देखने को मिल जाता है |

स्वास्थ्य और सुरक्षा के जिन नियमों का अनुसरण Bakery Industry में बड़े उद्योगों द्वारा किया जाता है | उन नियमों का अनुसरण छोटे उद्योगों द्वारा नहीं किया जाता, या फिर उनके लिए यह सब करना बेहद मुश्किल होता है | क्योकि स्वचालित यंत्रों की कीमत अधिक होने के कारण छोटे उद्योग उन्हें खरीदने में समर्थ नहीं हो पाते |

जिसके कारण कार्यरत मजदूरो एवं कर्मचारियों को सारे काम manually ही करने पड़ते हैं | जिसके कारण फर्श पर तेल इत्यादि बिखर सकते हैं और इनसे फिसलन के कारण कोई व्यक्ति काम करते वक़्त गिर सकता है | इसके अलावा हाथों से 50, 70 किलो का अनाज मशीनों में डालने से मशीन के पार्ट्स खरब होने का खतरा बना रहता है |

चूँकि Bakery Industry में आटे का उपयोग बहुतायत मात्रा में होता है, और आटे की प्रवृत्ति थोड़ी सी हवा में भी उड़ जाने की होती है | यही कारण है की मशीनों एवं फर्श पर आटे से गन्दगी हो जाती है | और इस dust से लोगों को सांस लेने में समस्या आ सकती है |

हालांकि उपर्युक्त परेशानियों के बावजूद Bakery business को India में उद्यमियों द्वारा home based business के रूप में चुना भी जा रहा है, और किया भी जा रहा है | इस बिजनेस को सफलतापूर्वक चलाने के लिए उद्यमी को उपर्युक्त परेशानियों से निपटने के लिए इन difficulties का पुनार्वलोकन करके इनसे निबटने की योजना बनाना बेहद जरुरी है |

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