बकरी के भोजन की जानकारी | Food For Goats in India.

भारत में बकरी के भोजन यानिकी Food for goats in India विषयवस्तु पर वार्तालाप करने से पहले यह समझ लेना बेहद जरुरी है की बकरियों को खुले मैदान में में भी घास, पत्तियां इत्यादि खाने के लिए छोड़ा जा सकता है | बकरी के भोजन में  मुख्यतः सुखी घास, छांटन, चोकर, सब्जियों पेड़ पौधों के पत्ते एवं दानेदार भोजन बकरियों को खिलाया जाता है | Food for goat का चयन करते समय यह बात ध्यान में रखना बेहद जरुरी है की बकरियां अपने भोजन में सड़ी गली कोई भी वास्तु पसंद नहीं करते हैं |

goats-feeding बकरी के भोजन की जानकारी

Types of Food for Goat in India in Hindi:

India में बकरी के भोजन को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है | इसमें एक भाग में जहाँ Roughages जिसे Hindi में रेशेदार भोजन की संज्ञा दी गई है आता है तो दूसरे भाग में Concentrates जिसे Hindi में दानेदार भोजन कहा जाता है आता है |

बकरियों के लिए रेशेदार भोजन:

बकरियों के लिए रेशेदार खाने की लिस्ट निम्नवत है |

  • बबूल, बरगद, तूत, नीम, आम, कटहल, पीपल, बेतून, भीमल इत्यादि पेड़ो की पत्तियां |
  • गुड़हल, बेर, गुलाब, करोंज, किल्मोरा इत्यादि झाड़ियों के पत्ते |
  • मेथी के पत्ते , मूली, मूली के पत्ते , पालक, सरसों, बथुआ, गाज़र, शलगम, फूलगोभी इत्यादि सब्जियों में से बचे हुए या डंठल |
  • Leguminous अर्थात रसीले पत्तों की लिस्ट में बबूल एवं मटर के पत्ते सम्मिलित हैं |
  • बकरी के भोजन की लिस्ट में सामान्य घास में अंजन, सेंजी, दूब, हीराखुरी, मोठा इत्यादि नाम सम्मिलित हैं |
  • भुट्टा, ज्वार, पैरा घास, हाइब्रिड नेपिएर, लुसर्न, बारसीम इत्यादि घास का उत्पादन बकरियों के भोजन के लिए किया जा सकता है |
  • गेहूं के चिली, जौ की चिली, विभिन्न दालों की चिली को सूखी घास एवं भूसे के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है |

बकरियों के लिए दानेदार भोजन :

बकरियों के लिए दानेदार भोजन Market में भी आसानी से उपलब्ध है इसलिए व्यक्ति चाहे तो Market से भी यह भोजन खरीद सकता है, लेकिन यदि बकरी पालक कोई किसान है तो विभिन्न फसलों की मदद से वह बकरियों के लिए दानेदार भोजन घर पर भी तैयार कर सकता है |बकरियों के दानेदार खाने को निम्नवत तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है |

  • Kid Starter Food
  • Grower Food
  • General Food

Kid starter food बकरी के बच्चों अर्थात मेमनों के लिए तैयार किया जाता है | Grower feed वयस्कता की ओर बढ़ते हुए बकरियों के लिए तैयार किया जाता है | और General Food वयस्क बकरियों के लिए तैयार किया जाता है | इसमें ध्यान देने वाली बात यह है की इन तीनों श्रेणियों के लिए दानेदार भोजन तैयार करते वक्त उपयोग में लाये जाने वाले खाद्य पदार्थ एक से होते हैं किन्तु उनकी मात्रा में अंतर होता है | तो आइये नीचे दी गई तालिका से समझने की कोशिश करते हैं की इनमे किस प्रकार का अंतर होता है |

Mixer NameKid Starter (%)Grower Starter (%)General Feed (%)
मूंगफली की खली381424.5
खनिज मिश्रण2.62.62.7
गेहूं चोकर18.53123
चने का चूरा19.53313
भुट्टे का चूरा211926
नमक0.40.40.8
जौ  9
गुड़  1.5

उपर्युक्त बकरी के भोजन को तैयार करने के लिए मिश्रण में उपयोग होने वाले सारे खाद्य पदार्थ बाज़ार में आसानी से उपलब्ध हैं | यदि बकरी पालक अपनी खेती से उत्पादित फसल जैसे गेहूं, चना, जौ इत्यादि से यह भोजन तैयार करना चाहता है तो उसे खनिज मिश्रण जैसे Animin, Minorex L इत्यादि बाज़ार से खरीदने पड़ेंगे | बकरी पालक को चाहिए की इनकी मात्रा नजदीकी पशु चिकित्सक से राय परामर्श के बाद तय की जानी चाहिए |

बकरी के भोजन सम्बन्धी कुछ टिप्स :

  • गहन प्रणाली के अंतर्गत बकरी पालन करने के लिए बकरियों के भोजन में सूखा चारा, हरा चारा एवं दानेदार भोजन का अनुपात समान होना चाहिए |
  • यदि किसान बकरियों को सिर्फ हरा चारा खिलाना चाहते हैं तो इसमें प्रोटीन और कम प्रोटीन वाला खाना समान अनुपात में खिलाना चाहिए |
  • बकरियों की गर्भावस्था के अंतिम पड़ाव में बकरियों को आसानी से पचने वाला दानेदार भोजन खिलाना चाहिए |
  • प्रजनन अर्थात गर्भधारण के मौसम में नर बकरों को भी पौष्टिक दानेदार भोजन खिलाना चाहिए |
  • किसानो को चाहिए की वह अपने द्वारा उत्पादित फसल का उपयोग और कुछ खनिज मिश्रण का उपयोग बकरी के भोजन को तैयार करने में करे , ताकि यह भोजन उन्हें किफायती सस्ता पड़े |
  • चूँकि बकरियां चरने की आदि होती हैं इसलिए यदि इनका पालन मात्र घर के अन्दर किया जा रहा हो तो उद्यमी को चाहिए की वह बकरी के भोजन का प्रबंध कुछ इस तरह से करे की उसमे हरी पत्तियां इत्यादि लटकाई जा सके, यह विधि बकरियों की सेहत में वृद्धि करने में मदद करती है |

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