कॉर्न फलैक्स निर्माण बिजनेस | Corn Flakes business Information in Hindi.

India और बहुत सारे अन्य देशों में Corn Flakes मुख्य रूप से Breakfast Food में दूध के साथ उपयोग में लाया जाता है | हालांकि व्यक्ति अपने स्वादानुसार इसको अन्य तरीको से भी उपयोग में ला सकते हैं | Break Fast food के तौर पर उपयोग में लाने के लिए Corn Flakes को दूध में डालकर खाया जाता है | जो लोग Break Fast Food में रोटी या पराठा पसंद नहीं करते Corn Flakes उनके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है |

चूँकि इसका निर्माण मक्के से होता है इसलिए यह स्वाद में भी स्वादिष्ट होता है | मक्का एक ऐसी फसल है जिसका उत्पादन हमारे देश में बहुतायत मात्रा में होता है | और मक्के का उपयोग तेल बनाने, आटा बनाने, अनाज का सत्व बनाने, तरल ग्लूकोस बनाने इत्यादि में किया जाता है | Pop corn के अलावा इसका उपयोग अन्य Snacks items बनाने में भी किया जाता है |

हालांकि यह एक मौसमी फसल है और इसका उत्पादन मई से सितम्बर में किया जाता है | इसलिए यदि किसी उद्यमी को Corn flakes udyog लगाना है तो उसे अपनी पूरे साल के लिए आवश्यकतानुसार मक्के (Maize) को स्टोर करना पड़ेगा | ताकि वह पूरे साल मक्के से corn flakes का उत्पादन कर सके  |

Corn Flakes Kya Hai:

यह पीले भूरे रंग या हलके भूरे रंग का होता है | इसका रंग इस बात पर निर्भर करता है की यह पीले रंग के मक्के से बनाया गया है या सफ़ेद रंग के मक्के से | इसको बनाने में किसी गंध या अन्य पदार्थ का उपयोग नहीं किया जाता है | corn flakes की प्रकृति hygroscopic  (अर्थात ऐसा पदार्थ जो हवा से भी पानी सोख लेता है) होती है |

इसलिए इन्हें हवा में खुला करके नहीं रखना चाहिए अन्यथा corn flakes लचीले हो सकते हैं | इसमें प्रति 100 ग्राम 357 मिली ग्राम कैलोरी होती है | Corn Flakes पतले और चपटे आकार का होता है, इसे दूध में डालने से यह दूध को सोखकर फूल जाता है , और खाने में स्वादिष्ट होता है |

कॉर्न फलैक्स के उपयोग :

Corn Flakes का उपयोग सामन्यतः Break Fast में दूध के साथ किया जाता है | इसके अलावा विभिन्न प्रकार का स्वादिष्ट खाना बनाने के लिए भी Corn Flakes प्रयोग में लाया जाता है | इसमें अनाज का सत्व, कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन होने के कारण बीमार व्यक्तियों को भी इसे खाने में दिया जाता है | इस प्रकार का खाना बीमार व्यक्ति में स्फूर्ति और उत्तेजना लाने में मदद करता है |

वैसे यदि India में देखा जाय तो Corn Flakes का मुख्य रूप से उपयोग समाज के उच्च वर्ग द्वारा होटल, हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में किया जाता है | लोगों के आधुनिकीकरण की ओर बढ़ते कदम से उनकी जीवन शैली में दिनों दिन परिवर्तन आते जा रहे हैं | यही कारण है की Corn Flakes का उपयोग पिछले दशक के मुकाबले काफी बढ़ गया है | Corn Flakes का उपयोग बियर बनाने के लिए Liquor Industry द्वारा भी किया जाता है |

Corn Flakes Business Scope in hindi:

वर्तमान में रहन सहन के स्तर में सुधार, लोगों की खरीदारी की आदत बढ़ने और जीवन में व्यस्तता के कारण लोग Ready to use food की तरफ आकर्षित हो रहे हैं | यही कारण है, की Corn Flakes का उपयोग शहरी क्षेत्रो में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है | जहाँ तक Corn Flakes के business scope का सवाल है वर्तमान में इस बिज़नेस में कुछ ही नाम मात्र की कंपनिया अपना पैर जमाये हुई हैं | जो समाज, होटल, हॉस्पिटल, नर्सिंग होम की Corn flakes की मांग को पूरा करने का भरसक प्रयत्न कर रहे हैं |

पहले इसका उपयोग केवल ब्रेकफास्ट फ़ूड के तौर पर किया जाता था किन्तु अब उपर्युक्त दी गई जगहों होटलों, हॉस्पिटलों, नर्सिंग होम और लिकर इंडस्ट्री में भी Corn flakes का उपयोग किया जाने लगा है जिसके चलते इसकी मांग में वृद्धि होने लगी है | Indian Market के अलावा बाहरी देशों में भी इसकी बहुत बड़ी मात्रा में मांग है | इसलिए स्वदेशी मांग को पूरा करने करने के अलावा कॉर्न फलैक्स को विदेशो की ओर Export भी किया जा सकता है | Corn Flakes udyog वर्तमान में बहुत अधिक प्रचलित नहीं है इसलिए इस business में प्रतिस्पर्धा कम देखने को मिल सकती है |

क्योकि एक सर्वेक्षण में पता चला है की वर्तमान उद्योगों द्वारा उत्पादित कॉर्न फलैक्स की मात्रा से स्वदेशी मांग ही पूरी नहीं हो पा रही है |  India में बहुत सारे Food जैसे Oats और Museli, Ready to use फ़ूड हैं जिन्हें दूध के साथ मिलाकर उपयोग में लाया जाता है  | और Corn flakes भी इनकी तरह दूध के साथ उपयोग में लाया जाने वाला ready to use food है | यही कारण है की इनका उपयोग ग्रामीण क्षेत्रो के मुकाबले व्यस्तता भरे शहरों में अधिक होता है |

कॉर्न फलैक्स निर्माण के लिए मशीनरी उपकरण :

Corn flakes business स्थापित करने के लिए बहुत सारी मशीनों एवं उपकरणों की आवश्यकता होती है | हालांकि इन मशीनों का उपयोग केवल मक्के से बनने वाले corn flakes बनाने के लिए नहीं, अपितु गेहूं और चावल के Flakes बनाने हेतु भी किया जा सकता है | जैसा की इस बिज़नेस का मुख्य कच्चा माल मक्का (Maize) है, इसलिए लाभकारी बिज़नेस के लिए यह जरुरी हो जाता है की उद्योग उस क्षेत्र में लगाया जाय जहाँ मक्के की पैदावार अधिक मात्रा में होती हो | कॉर्न फलैक्स उद्योग स्थापित करने के लिए कुछ आवश्यक मशीनों एवं उपकरणों का विवरण निम्नवत है |

  • Rotary Steam Cooker
  • Tempering tank
  • Steam Boiler
  • Rotary oven
  • Heavy Flaking Machine
  • Stirar
  • Vibrating Screen
  • Corn breaking machine

Manufacturing Process of corn Flakes in Hindi:

Manufacturing-process-of Corn Flakes in-hindi
Corn Flakes की उत्पादन विधि को तीन भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है |

अनाज को साफ़ करने वाला विभाग (Grain Cleaning Section) :

Grain cleaning section में मक्के के दानों को या अन्य अनाज की सफाई और दानों की पोलिश की जाती है | ताकि दानों में कोई धूल शेष न बचे | धूल, गन्दगी इत्यादि को दूर करने हेतु एयर classifiers उपयोग में लाये जाते हैं | और अलग अलग आकर के दानों को अलग अलग करने के लिए विभाजक (Separators) का उपयोग किया जाता है | Grain Cleaning section में कॉर्न के दानों की अच्छी तरह से सफाई और पोलिश की जाती है ताकि इसको आगे की प्रक्रिया करने हेतु प्रयोग में लाया जा सके |

भाप एवं आर्द्रता विभाग (Steam and Moisturizes) :

Corn Grit Section में पोलिश किये हुए दानों को उबालने हेतु रोटरी स्टीम कुकर में डाला जाता है | वैसे इस कुकर के साइज़ के हिसाब से इसमें कॉर्न डाली जाती सामन्यतया एक बार में इसमें 525 से 575 किलो साफ़ सुथरे पोलिश किये हुए corn को डाला जाता है | लगभग 2 घंटे तक भाप देने के बाद इनमे स्वादानुसार माल्ट सीरप, नमक या फिर शर्बत डाल दिया जाता है | अब Corn के दानों को एक ऐसी मशीन में डाला जाता है जिससे इनको आसानी से हिलाया डुलाया जाय ताकि जो स्वाद बढ़ाने वाले पदार्थ इनमे डाले गए हैं वो बराबर इनमे मिल सकें |

इसके बाद इन दानों को ठंडा करने हेतु एक बहुत बड़े उपकरण में डाल दिया जाता है उसमे एक परात के आकार का strir भी लगा हुआ होता है | अब इन दानों में आर्द्रता को कम करने हेतु ड्रायर ओवन में डाला जाता है | ड्रायर ओवन में डालने से दानों से अनावश्यक पानी उड़ जाता है | आर्द्रता की मात्रा सभी दानों में समान रूप से करने के लिए अब इन्हें Tempering tank में डाला जाता है | यह प्रक्रिया इसलिए महत्वपूर्ण है क्योकि दानो में आर्द्रता की असमानता के कारण कॉर्न फलैक्स एक समान न होकर मोटे और पतले हो सकते हैं | एक समान Corn flakes के निर्माण के लिए सभी दानों में एक समान आर्द्रता बेहद जरुरी है |

फ्लेकिंग प्रक्रिया (Flakes Processing):

अब Corn के दानों को Corn Flakes बनाने हेतु Flaking Machine से होकर गुजरना पड़ता है | इस मशीन में दो रोलर लगे होते हैं | जिनके बीच से दाने निकलने पर इनका आकार चपटा होकर Flakes के रूप में परिवर्तित हो जाता है | उसके बाद निर्मित Corn Flakes को रोटरी ओवन में सेकने हेतु डाल दिया जाता है | अब रोटरी ओवन से इन्हें कन्वेयर बेल्ट की ओर पास कराया जाता है | वैसे यह क्रिया आटोमेटिक भी होती है | जो कन्वेयर बेल्ट से सीधे ड्रमो में गिरते हैं और ड्रमो से निकालकर इन्हें तुरंत पैक कर लिया जाता है | क्योकि अगर ऐसा नहीं किया गया तो Corn Flakes लचीले हो सकते हैं |

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