पहचान एवं पता प्रमाण के दस्तावेजों की लिस्ट |

Documents से हमारा आशय दस्तावेजो से है, जिनको किसी Individual व्यक्ति को विभिन्न कार्यों को क्रियान्वित करने के लिए अपने दैनिक जीवन में उपयोग में लाना पड़ता है | अक्सर कोई भी संस्थान या सरकारी कार्यक्रम, योजना इत्यादि यदि जनता को कुछ अपनी सेवा देना चाहती हैं, तो उस सेवा को जनता तक पहुँचाने के लिए संस्थान या सरकार द्वारा एक प्रक्रिया का विनिर्माण किया जाता है |

जिसमे यह सुनिश्चित किया जाता है, की लाभार्थी व्यक्ति से उसकी पहचान करने के लिए तरह तरह के documents लिए जाएँ | इनमें अधिकतर तौर पर मुख्य रूप से जिन दो documents का व्याख्यान होता है, वह हैं, पहचान पत्र (ID proof) और पते का प्रमाण (Address proof) | 

चूँकि किसी भी व्यक्तिगत व्यक्ति के पास विभिन्न तरह के General एवं Specific documents होते हैं, इसलिए व्यक्ति के मन में शंका तब उभर के आती है जब उसको यह तय करना होता है की कौन से documents पहचान पत्र के रूप में मान्य होंगे, और कौन से पते के प्रमाण के रूप में, आज हम लोगों की इसी शंका को ध्यान में रखते हुए बताने की कोशिश करेंगे, की कौन सा documents पहचान पत्र, कौन सा document पते का प्रमाण और कौन से ऐसे General documents हैं जो दोनों पहचान पत्र (ID Proof), और पते के प्रमाण (Address Proof) में मान्य होते हैं |

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1. पासपोर्ट (Passport)

साधारण शब्दों में कहें तो Passport की आवश्यकता मनुष्य को तब पड़ती है, जब वह किसी कारणवश विदेश यात्रा का मन बना लेता है | बहुत सारे देशों का आपस में समझौता होने के कारण उन देशों के नागरिक एक दूसरे के देश में केवल Passport लेकर यात्रा कर सकते हैं, लेकिन अन्य देशों में यात्रा करने के लिए Visa की भी आवश्यकता होती है |

चूँकि इसका उपयोग अधिकतर बाहरी देशों में यात्रा के दौरान किया जाता है इसलिए इसे Travel documents भी कह सकते हैं | यह documents किसी भी देश में वहां की सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला दस्तावेज है, जिसमे जिसके नाम से जारी किया गया उसकी फोटो के साथ साथ नाम,  पूरा पता इत्यादि details उल्लेखित होती है, इसलिए पासपोर्ट का उपयोग ID proof, और Address proof दोनों के रूप में किया जा सकता है |

2. ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License):

driving license क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा किसी व्यक्ति को सड़क पर वाहन चलाने की अनुमति के लिए जारी किया जाने एक documents है | मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार सड़क पर किसी भी व्यक्ति को वाहन चलाने के लिए Driving License अनिवार्य है | Provisional  ड्राइविंग लाइसेंस को Moped एवम Gearless मोटरसाइकिल जिसकी इंजन की क्षमता 50CC से अधिक नहीं होनी चाहिए, चलाने हेतु 16 साल की उम्र से बनाया जा सकता है |

लेकिन कार इत्यादि वाहन चलाने के लिए आवेदनकर्ता की आयु 18 या 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए | इसके अलावा भारत के कुछ राज्यों में व्यवसायिक वाहन चलाने के लिए कम से कम 20 वर्ष की उम्र तय की गई है | Driving License में भी व्यक्ति की फोटो नाम, स्थायी  पता इत्यादि details उल्लेखित होती हैं, इसलिए इसे भी पहचान पत्र (ID proof) एवम पता प्रमाण (Address proof) दोनों के रूप में use किया जा सकता है |

3. पैन कार्ड (PAN Card).

PAN की Full Form Permanent account number होता है | और PAN सरकार के आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाने वाला एक 10 अंको का नंबर होता है, जिसमे कुछ शब्द और कुछ अंक सम्मिलित होते हैं | जिसे एक Laminated card में छापकर आवेदनकर्ता को दिया जाता है, इसी लैमिनेटेड कार्ड को PAN Card कहा जाता है |

इस नंबर के माध्यम से आयकर विभाग व्यक्ति की सारी Transaction को लिंक करता है | जिससे आयकर विभाग को व्यक्ति की आय और उसमे लगने वाले कर को पहचान करने में आसानी होती है | चूँकि इस General documents PAN Card में व्यक्ति की फोटो नाम, जन्मतिथि, पिता का नाम इत्यादि details उल्लेखित होती हैं इसलिए इसे केवल फोटो पहचान पत्र के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है |

4. मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card).

Voter Id Card को Hindi में मतदाता पहचान पत्र कहते हैं | इस कार्ड को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पात्रता रखने वाले व्यक्तियों अर्थात 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को जारी किया जाता है | इसका मुख्य उद्देश्य वोट देते वक्त मतदाता की पहचान कराना है | इस मतदाता पहचान पत्र की खसियत यह है की इसकी उपलब्धता लोगों में सबसे अधिक है |

यही कारण है की विभिन्न कामो जैसे सिम कार्ड, इत्यादि लेने में इसी का use होता है | इस documents Voter ID Card में मतदाता की फोटो नाम पता, जन्मतिथि, इत्यादि सभी जरुरी details उल्लेखित होती हैं इसलिए इसका उपयोग ID proof एवम पता प्रमाण (Address proof) दोनों के रूप में किया जा सकता है |

5. आधार कार्ड (Aadhaar Card).

Aadhaar Number भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIAOI) द्वारा जारी किया जाने वाले 12 अंकों का एक विशिष्ट (Unique) नंबर है | यह आधार परियोजना विश्व की सबसे बड़ी राष्ट्रीय पहचान परियोजना है | इस योजना का लक्ष्य भारत के प्रत्येक नागरिक को एक विशिष्ट नंबर देकर उसकी पहचान कराना है | 

और इस आधार नंबर को विभिन्न सेवाओं का उपभोग करने के लिए अनेक मंचो के साथ आसानी से जोड़ा जा सकता है | अब चूँकि इस General Documents आधार कार्ड में भी व्यक्ति की फोटो, हथेली का नक्शा, आँख की पुतलियों का नमूना, नाम, पता इत्यादि सभी कुछ सम्मिलित रहता है, इसलिए आधार कार्ड को ID proof और Address proof के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है |

6. Utility bills copy

Utility bills से हमारा आशय बिजली बिल, टेलीफोन, मोबाइल फ़ोन,Piped गैस, पानी इत्यादि के बिलों से है | चूँकि इन सभी बिलों में इन सेवाओं को उपयोग में लाने वाले व्यक्ति का पता होता है, इसलिए इन documents अर्थात बिलों को पता प्रमाण (Address proof) के रूप में माना जा सकता है | लेकिन कुछ संस्थानों द्वारा नवीन अर्थात दो महीने से पुराने बिलों को तबज्जो नहीं दी जाती है |

7. Property tax bill or Municipal tax Receipt

Property tax उस अवस्था में लगाया जाता है, जब कोई व्यक्ति अपनी प्रॉपर्टी का उपयोग उससे Kamai करने हेतु करता है | जैसे दुकान किराये पर देना, मकान किराये पर देना, फ्लैट, बिल्डिंग इत्यादि | Property tax सरकार द्वारा व्यवसायिक प्रॉपर्टी के मालिकों पर लगाया जाता है, जो प्रॉपर्टी के मालिकों को हर साल चुकता करना पड़ता है |

इस Property tax को राज्य के किसी और विभाग द्वारा या नगर निगम के ऑफिस में जाकर चुकता किया जा सकता है |चूँकि property tax receipt नामक documents में भी व्यक्ति का पते का ब्यौरा विद्यमान रहता है इसलिए property tax receipt को भी केवल पता प्रमाण (Address proof) के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है |

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