लांड्री और ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें | Dry Cleaning and Laundry Business.

Dry Cleaning and laundry business मुख्य रूप से कपड़ों की साफ़ सफाई एवं रख रखाव से जुड़ा हुआ बिज़नेस है | पुराने समय की यदि हम बात करें तो हम पाएंगे की संभ्रांत लोग अपने कपड़े धोबियों से धुलवाते एवं ड्राई क्लीन करवाते थे | और धोबी ग्राहकों से मिले कपड़ों को गधे में लादकर तालाब या नदी के किनारे धोने हेतु ले जाया करते थे |

धोबियों द्वारा ग्राहकों से मिले कपड़ों को तालाब या नदी के किनारे या फिर पानी के किसी अन्य स्रोत के समीप धोया एवं सुखाया जाता था उसके बाद उन कपड़ों में इस्त्री करके ग्राहक को दे दिया जाता था | लेकिन वर्तमान में ड्राई क्लीनिंग और लांड्री बिजनेस करने वाले या फिर घरों में भी हाथ से कपड़े धोना गुजरा जमाना बन चूका है इसका मुख्य कारण शहरी जीवन यापन कर रहे लोगों में काम का बोझ बढ़ जाना माना सकता है |

जब कार्यकारी पुरुष या महिला को लगता है की उनके लिए इतना समय निकालना बेहद कठिन है की वे अपने कपडे धोकर उनको इस्त्री या ड्राई क्लीन करके पहनें तो यह कार्य करने के लिए वे घर से बाहर का रुख करते हैं और उनकी तलाश Dry Cleaning एवं Laundry Shop पर जाकर खत्म होती है |

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ड्राई क्लीनिंग और लांड्री बिजनेस क्या है :

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की हाथ से कपडें धोने की पद्यति शहरों से लगभग गायब होती जा रही है उसका मुख्य कारण शहरी जनसँख्या पर अपने व्यवसायिक मामलों से जुड़े काम का बोझ बढ़ना एवं वाशिंग मशीनों का अवतरण भी हो सकता है |

लेकिन यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की इस Dry Cleaning and laundry Service business को पहली स्थिति अर्थात जिस स्थिति में काम का बोझ बढ़ जाने के कारण लोगों ने हाथों से कपडें धोने बंद कर दिए हों का ज्यादा फायदा देखने को मिल सकता है |

क्योंकि जिसे अपने कपडे धोने के लिए समय निकालना मुश्किल होता है अंत में वह ड्राई क्लीनिंग और लांड्री शॉप का रुख करता है दूसरी स्थिति में ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने घर में वाशिंग मशीन खरीदकर खुद कपड़ें धोना शुरू कर दिया है |

ऐसे लोग इस बिज़नेस के नियमित ग्राहक न बनकर कभी कभी ग्राहक अवश्य बन सकते हैं, यद्यपि यहाँ पर यह बात स्पष्ट कर देना भी जरुरी है की कपड़ों को धोने की क्रिया भले ही लोग घर में भी कर देते हों लेकिन ड्राई क्लीनिंग हमेशा बाहर से ही कराने की कोशिश करते हैं |

इसलिए जब किसी उद्यमी द्वारा अपनी कमाई करने के लिए लोगों को कपडे धोने एवं ड्राई क्लीनिंग की सर्विस दी जाती है तो उस उद्यमी के बारे में कहा जा सकता है की वह Dry Cleaning and laundry Service business से जुड़ा हुआ उद्यमी है |

ड्राई क्लीनिंग और लांड्री बिजनेस की चलने की संभावना :

ड्राई क्लीनिंग और लांड्री बिजनेस के लिए भविष्य में या वर्तमान में बाज़ार में कितने अवसर विद्यमान हैं इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है की वर्तमान में घर की गृहणियां अर्थात महिलाएं जिन्हें पहले घरेलू कामकाज पर ही ध्यान देने के लिए कहा जाता था पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिलकर हर क्षेत्र में कार्यरत हैं |

कहने का स्पष्ट से आशय यह है की पहले के मुकाबले वर्तमान में कार्यकारी महिलाओं की संख्या में काफी सुधार हुआ है, अब वे भी घर की आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ती हेतु कामकाज के लिए घर से बाहर कदम रखने लगी हैं ऐसे में शहरों या नगरों में ऐसे बहुत सारे परिवार मिल जायेंगे जिसमे पति एवं पत्नी दोनों अपने अपने काम पर जाते हों |

ऐसे दम्पति कपडे धोने की प्रक्रिया को Dry Cleaning and laundry Shop के माध्यम से अंजाम देते हैं | यही कारण है की जैसे जैसे ऐसे परिवारों की संख्या बढती जा रही है ठीक वैसे वैसे शहरों, नगरों में और अधिक इस तरह का बिजनेस करने के लिए अवसर विद्यमान होते जा रहे हैं |

मशीनरी और उपकरण

  • 15 किलो क्षमता के साथ वॉशर एक्सट्रैक्टर जिसकी कीमत लगभग ₹2.8 लाख हो सकती है।
  • 15 किलो क्षमता वाला इलेक्ट्रिक टम्बल ड्रायर जिसकी कीमत लगभग ₹1.2 लाख हो सकती है।
  • वैक्यूम आयरनिंग टेबल जिसकी कीमत लगभग ₹25000 हो सकती है।
  • स्टीम और इलेक्ट्रिक प्रेस जिसकी कीमत लगभग ₹8000 हो सकती है।
  • 5 किलो क्षमता वाला पोर्टेबल स्टीम बायलर जिसकी कीमत ₹16000 हो सकती है।
  • सेमी आटोमेटिक ड्राई क्लीनिंग मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹3.5 लाख हो सकती है।   

इस तरह से देखें तो Laundry and Dry Cleaning बिजनेस को शुरू करने के लिए उद्यमी को लगभग ₹8.71 लाख सिर्फ मशीनरी और उपकरणों पर खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है।

कमाई करने का तरीका:

ड्राई क्लीनिंग और लांड्री बिजनेस से यदि हम कमाई करने के तरीके में वार्तालाप करेंगे तो हम पाएंगे की उद्यमी चाहे तो आकस्मिक एवं नियमित समय के अनुरूप दोनों तरह की सेवा देकर अपनी कमाई कर सकता है | यदि हम Dry Cleaning की बात करें तो इसकी आवश्यकता ग्राहकों अर्थात लोगों को नियमित न होकर आकस्मिक होती है |

इस स्थिति में ग्राहक ही Dry Cleaning and laundry Shop में अपने काम को करवाने के लिए आ धमकते हैं | जहाँ तक Laundry Service अर्थात कपडे इत्यादि धोने का सवाल है हर घर में प्रतिदिन या फिर एक दो दिन छोड़कर या फिर हफ्ते में एक बार कपड़े अवश्य धुलते हैं, इसलिए इस बिजनेस से जुड़ा हुआ उद्यमी चाहे तो उस विशेष क्षेत्र में अपने बिज़नेस की विभिन्न मार्केटिंग तकनीक अपनाकर अच्छी से मार्केटिंग कराये |

उद्यमी चाहे तो लक्ष्यित क्षेत्र में अपने बिज़नेस के नाम से विजिटिंग कार्ड बाँट सकता है जिसमे वह 2-3 किलोमीटर के रेडियस में निवासित ग्राहकों को घर से कपडें pick कराने के एवं काम हो जाने के बाद घर में ही डिलीवर कराने का मुफ्त ऑफर दे रहा हो |

Dry Cleaning and laundry service business कर रहे उद्यमी को उस क्षेत्र विशेष के लोगों की कपड़े पहनने की आदतों एवं उनको धोने की क्रिया का विश्लेषण करना होगा जिससे उसे भविष्य के लक्ष्यों को निर्धारित करने में सहायता मिलेगी |

लांड्री एवं ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start Dry Cleaning and Laundry Business in India)

लांड्री और ड्राई क्लीनिंग बिजनेस शुरू करना भारत में काफी आसान प्रक्रिया है। लेकिन चूँकि ड्राई क्लीनिंग प्रक्रिया में कई रासायनिक विलायकों का इस्तेमाल किया जाता है।

इसमें कारीगरों और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर कई तरह के मानकों का अनुसरण करना होता है । तो आइये जानते हैं की कोई इच्छुक व्यक्ति इस तरह का यह बिजनेस कैसे शुरू कर सकता है।

खाली दुकान का प्रबंध करें

इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को किसी प्रसिद्ध मार्किट में एक दुकान की आवश्यकता होती है। हालांकि यदि उद्यमी उसी दुकान में कपडे धोने और ड्राई क्लीनिंग से लेकर कपड़ों में इस्त्री करने तक की सारी प्रक्रिया कर रहा हो, तो उसे तुलनात्मक रूप से एक बड़ी दुकान की आवश्यकता होती है।   

दुकान एक ऐसी एरिया में होनी चाहिए जहाँ पर हाई सोसाइटी के लोग निवास करते हों, क्योंकि ऐसे लोग जिनकी आमदनी और खर्च करने की क्षमता अधिक नहीं होगी, वे ड्राई क्लीनिंग कराने तो आ सकते हैं लेकिन लांड्री में कपडे देना पसंद नहीं करते हैं ।

इसके अलावा एक ऐसा एरिया जहाँ पर हॉस्टल, हॉस्पिटल इत्यादि की संख्या अधिक हो में इस तरह का यह बिजनेस चलने की संभावना बहुत ज्यादा हो जाती है ।

एक ऐसा एरिया जहाँ पर लोग अक्सर कई तरह के कामों के लिए आते हैं वहाँ पर दुकान का किराया भी तुलनात्मक रूप से अधिक ही होता है। लेकिन वहाँ पर बिजनेस से कमाई करने की संभावना भी उतनी ही अधिक होती है।

बिजनेस मॉडल का चयन करें

शहरों में आपको लांड्री और ड्राई क्लीनिंग की सर्विसेज प्रदान करने वाली कई दुकानें ऐसी मिल जाएँगी, जो बड़ी फैक्ट्रीयों जहाँ पर कपडे धोने का और ड्राईक्लीनिंग का काम बड़े पैमाने पर किया जाता है के और ग्राहकों के बीच मध्यस्थता का काम करके पैसे कमा रही होती हैं।

यानिकी इस बिजनेस मॉडल में ग्राहक आता तो आपकी दुकान पर है पर आप खुद ड्राई क्लीनिंग न करके बड़ी फैक्ट्री में उनके कपड़ों को ड्राई क्लीन करने भेज देते हैं, और उसके बाद ग्राहक एक निश्चित समय के बाद आपसे अपने कपडे ले जाता है।

इसलिए इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को इस बात का भी निर्णय लेना होता है की वह इस बिजनेस (Laundery and Dry Cleaning Business) को किस तरह से शुरू करना चाहता है ।

नियम कानूनों का अनुसरण करें

जैसा की हमने बताया की ड्राई क्लीनिंग प्रक्रिया में कपड़ों पर कई तरह के रासायनिक साल्वेंट का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इनसे त्वचा एवं मनुष्य के अन्य अंगों को नुकसान होने का खतरा रहता है।

यही कारण है की इनका इस्तेमाल करते समय जरुरी सुरक्षा उपकरण जैसे दस्ताने, मास्क, चश्मे इत्यादि पहने जाने चाहिए। उद्यमी को प्रदूषण विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता हो सकती है।

इतना ही नहीं उद्यमी को चाहिए की वह जिस एरिया में इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहा है। उस एरिया में लागू स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम, नगर पालिका, ग्राम पंचायत इत्यादि से भी ट्रेड लाइसेंस अवश्य प्राप्त करे।  

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जरुरी कारीगरों को नियुक्त करें

इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने वाले प्रमोटर की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उसे रसायनों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। यानिकी प्रमोटर विज्ञान पढ़ा हुआ विद्यार्थी होना चाहिए। और यदि उसे इस क्षेत्र में काम करने का अनुभव हो तो और भी बढ़िया है।

रासायनिक विलायकों का इस्तेमाल कपड़ों पर एक निश्चित मात्रा में किया जाता है, ऐसे में कोई भी नया व्यक्ति इस काम को करने के लिए पात्र नहीं माना जाता है। यही कारण है की उद्यमी को चाहिए की इस काम के लिए वह कम से कम एक अनुभवी कारीगर को अवश्य नियुक्त करे ।    

सर्विस प्रदान करना शुरू करें

अच्छी जगह पर दुकान है तो लोग आपकी दुकान में आने में देर नहीं लगायेंगे। बाकी उन्हें लम्बे समय तक रीटेन करना आपके व्यवहार पर निर्भर करेगा।

जहाँ तक ड्राई क्लीनिंग प्रक्रिया की बात है वर्तमान में ड्राई क्लीनिंग की ऐसी ऐसी मशीन आ गई हैं, जिन्हें एक छोटी सी दुकान में भी आसानी से इंस्टाल किया जा सकता है।

एक ड्राई क्लीनिंग मशीन नार्मल वाशिंग मशीन की तरह ही होती है, इसमें भी कपड़ों को मशीन के चैम्बर में डाला जाता है । जिसकी क्षमता 10 किलो से लेकर 40 किलो तक की हो सकती है।

वाशिंग प्रक्रिया के दौरान इस चैम्बर के एक तिहाई भाग को रासायनिक विलायकों से भर दिया जाता है । उसके बाद कपड़ों को इसमें घुमाया जाता है और इस बीच रासायनिक विलायकों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पर मेन्टेन किया जाता है।

इससे अधिक तापमान कपड़ों या विलायक को नुकसान पहुँचा सकता है, इसी प्रक्रिया के दौरान ही विलायक को फिलट्रेशन चैम्बर से गुजारा जाता है। और फिर वापस केज में भेजा जाता है। इसे वाश साइकिल कहा जाता है और यह लगातार की जाती है।

उसके बाद इस रासायनिक विलायक को हटा दिया जाता है और बायलर और कंडेंसर लगे हुए डिस्टिलेशन इकाई में भेज दिया जाता है। उसके बाद कंडेंस्ड विलायक को एक सेपरेटर में भेजा जाता है, जहाँ से इससे पानी को अलग किया जाता है । पानी से अलग किये गए साल्वेंट को क्लीन साल्वेंट टैंक में भेजा जाता है।

लांड्री और ड्राई क्लीनिंग बिजनेस शुरू करने में खर्चा

लांड्री और ड्राई क्लीनिंग बिजनेस को शुरू करने में आने वाला खर्चा कुछ इस प्रकार से हो सकता है।

खर्चे का विवरण खर्चा रुपयों में
मशीनरी और उपकरण खरीदने में खर्चा₹8.71 लाख
दुकान का किराया तीन महीने का ₹15000 के हिसाब से₹45000
फर्नीचर और फिक्सिंग का खर्चा₹60000
कच्चा माल, सैलरी इत्यादि कार्यशील लागत₹1.7 लाख
कुल लागत ₹10.46 लाख
Investment in Dry Cleaning and Laundry Business

जहाँ तक कमाई का सवाल है इस बिजनेस (Laundry and Dry Cleaning Business) से होने वाली कमाई पूर्ण रूप से इस बात पर निर्भर करती है की उद्यमी को कितना काम मिल पाता है। लेकिन आम तौर पर इस बिजनेस से एक साल में लगभग ₹3.5 लाख तक का औसतन मुनाफा उद्यमी कमा रहे हैं।  

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