पोल्ट्री फीड बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें | Poultry Feed Business in Hindi.

कुक्कुट के लिए चारा/पोल्ट्री फीड बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें Poultry feed making business plan in hindi.

हालांकि कुक्कुट के लिए चारा बनाने के बिजनेस को देश के किसी भी कोने से चलाना बेहद कठिन है | क्योंकि शुरुआत में यह Location Specific है | Location Specific से हमारा आशय जगह विशेष से है | एक लाभकारी पोल्ट्री फीड बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को Plant उस जगह पर लगाना आवश्यक है, जहाँ Poultry Farms की मात्रा अधिक हों | ताकि वह शुरुआत में विभिन्न खर्चों परिवहन, मार्केटिंग इत्यादि से बच सके | और अपने मिल द्वारा उत्पादित Feed को आस पास के ही Farms मालिकों को बेच सके |

कृषि आधारित चाहे कोई भी Business हो इनमें अच्छे ढंग से कमाई तभी की जा सकती है जब उद्यमी अपने business को Scientific और Professional तरीके से करे | इसलिए उद्यमी को अपना बिजनेस सफलतापूर्वक चलाने के लिए सभी रास्तों का पता होना अति आवश्यक है | वैसे तो हर प्रकार का business करने के लिए उद्यमी का धीर, गंभीर होना अति आवश्यक है | ताकि यदि किया गया बिज़नेस मनमुताबिक परिणाम लेके नहीं आता है, तो उद्यमी धैर्य रखकर गंभीरता से इसका विश्लेषण करके इससे निबटने का कोई समाधान निकाल सके |

लेकिन कुक्कुट के लिए चारा बनाने का business करने के लिए उद्यमी का सिर्फ धीर गंभीर बनके ही काम नहीं चलेगा | क्योंकि यह business पक्षियों के सेहत और Growth से जुड़ा हुआ बिज़नेस है | इसलिए उद्यमी   को अनाज में पोषक तत्वों की जानकारी होना बेहद जरुरी है | ताकि वह अपनी मिल में एक अच्छे गुणवत्ता वाले Feed का उत्पादन कर सके | अच्छे गुणवत्ता से अभिप्राय Birds का जल्दी विकास होने से है | अगर उद्यमी के mill द्वारा उत्पादित Feed से पक्षियों  का विकास नहीं होगा तो ग्राहकों को बनाये रखना एक चुनौती हो सकती है |

इसके अलावा यदि उद्यमी द्वारा Feed उत्पादन करते समय कोई Grain अधिक और कम हो गया, अर्थात एक अच्छा मिश्रण तैयार नहीं हुआ तो, उद्यमी को इस बिजनेस में नकारात्मक  दूरगामी परिणामों का सामना करना पड़ सकता है | क्योकि इस तरह का Feed खाकर Birds की वृद्धि रूक सकती है, या फिर यह खाना पक्षियों को नुकसान पहुंचा सकता है | इसलिए बेहद जरुरी हो जाता है, की पोल्ट्री फीड बनाने की इकाई स्थापित करने से पहले इस business को करने की Proper Training ली जाय |

पोल्ट्री फीड बनाने का बिजनेस क्या होता है:

पोल्ट्री फीड का अर्थ सामन्यतया मुर्गी, बत्तख, कबूतर, बटेर इत्यादि के खाने से लगाया जा सकता है, इसे दूसरी भाषा कुक्कुट का चारा भी कह सकते हैं | जिन पक्षियों का जिक्र हम ऊपर कर रहे हैं, जब ये स्वछन्द होते हैं तो जंगल में निवास करते हैं और अपने भोजन का प्रबंध भी खुद करते हैं | लेकिन व्यवसायिक तौर पर इनका पालन करने के लिए हमें इनके भोजन के तौर पोल्ट्री फीड की आवश्यकता होती है|

इस Feed को इस तरह से तैयार किया जाता है की पक्षियों के विकास को एक निश्चित समय के हिसाब से मापा जा सकता है | और पोल्ट्री फीड बनाने के बिजनेस का अर्थ इस Feed को बेचकर Kamai करने से लगाया जा सकता है | प्राचीनकाल में लोगो द्वारा घरेलु पक्षियों का पालन अपनी आवश्यकता अर्थात अपना पेट भरने के लिए किया जाता था |

तब किसी प्रकार की Poultry Feed की आवश्यकता नहीं पड़ती थी क्योकि लोग पक्षियों को चुगने के लिए खुले में छोड़ देते थे | या फिर अपने खेतों में उत्पादित कोई अनाज उन्हें दे दिया करते थे | लेकिन जब से मुर्गी पालन या अन्य पक्षियों के पालन ने व्यवसायिक रूप लिया है, तब से पक्षियों का विकास एक निश्चित समय के अंतर्गत करने हेतु पोल्ट्री Farmers को इसकी आवश्यकता पड़ी |

व्यवसायिक कुक्कुट चारे में प्रोटीन, मिनरल, विटामिन्स इत्यादि की भरपूर मात्रा होने के कारण पक्षियों का विकास एक निश्चित समयावधि में हो जाता है | पोल्ट्री फीड मिल Start करने के लिए जिन जिन मुख्य स्टेप का अनुसरण किया जाना जरुरी है, उनका विवरण हम नीचे दे रहे हैं |
Poultry feed mill business starting-process

रिसर्च करें (Research For poultry feed mill)

Research जो मुख्य बिंदु पर होनी चाहिए, वह यह है की आपके क्षेत्र में Poultry Farm की कितनी संख्या है | और उन सभी छोटे बड़े Farms में Birds की संख्या क्या है | इन फार्मों के मालिक वर्तमान में कहाँ से और कैसा पोल्ट्री फीड खरीदते हैं | क्या Feed खरीदते समय वे किसी प्रकार का परिवहन शुल्क feed supplier को देते हैं, या फिर खुद ही वहन करते हैं |

एक Poultry farm का Owner उद्यमी से एक महीने में कितना Feed खरीद पायेगा और क्यों? इन सब बातों पर गौर करके और इनका विश्लेषण करके उद्यमी अपने भावी बिजनेस की स्पष्ट तस्वीर देख पायेगा | इस तस्वीर को केंद्र बिंदु मानकर उद्यमी निर्णय ले सकता हैं की उसके लिए यह business कितना लाभप्रद या नुकसान देह होगा |

प्रशिक्षण प्राप्त करें:

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं कुक्कुट के चारे का उत्पादन करना बेहद Specific स्किल वाला काम है | इसलिए इसके बारे में पूरी जानकारी और Manufacturing Process का पूर्ण रूप से पता होना नितांत आवश्यक है | इस आवश्यकता को पूर्ण करने हेतु उद्यमी किसी पक्षी अनुसन्धान केंद्र या अन्य किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से Training ले सकता है |

इसके अलावा इस उद्यम से जुड़ने वाले उद्यमी को ऐसे लोग तलाश करने चाहिए जो पहले से पोल्ट्री फीड mill business चला रहे हों, क्योकि उनके द्वारा दी गई  सलाह और जानकारी उद्यमी के बहुत काम आएगी |

बिजनेस प्लान तैयार करें

इस Business के लिए Training के बाद जो सबसे Important स्टेप है, वह है पोल्ट्री फीड मिल के लिए Business Plan बनाना | यदि किसी उद्यमी के पास एक अच्छा Business Plan नहीं हुआ तो सच्चाई यह है, की उस उद्यमी को अपना business चलाने और बढ़ाने के लिए बहुत तगड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है | और हो सकता है की इसी संघर्ष से तंग आकर उद्यमी इस business से तौबा तौबा करने की ठान ले | इसलिए इस व्यापार को सफलतापूर्वक चलाना और बढ़ाना है, तो एक प्रभावी Business Plan तो बनाना ही चाहिए |

जरुरी लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन:

अब यदि उद्यमी पोल्ट्री फीड प्लांट स्थापित करने की ठान ही चूका है, तो अब उसको अपने Business को Register कराने की आवश्यकता होगी | और एक प्लांट को स्थापित करने के लिए License की भी आवश्यकता होती है | इसलिए उद्यमी को लाइसेंस भी लेना होगा |

यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की business registration और लाइसेंस में अंतर होता है, अर्थात दोनों अलग अलग होते हैं | सामन्यतया यदि देखा जाय तो Poultry Farm, Goat Farm या फिर Dairy Farm इत्यादि के लिए किसी प्रकार की कोई लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती | लेकिन चूँकि पोल्ट्री फीड mill का business पक्षियों के स्वास्थ्य और विकास से जुड़ा हुआ business है, इसलिए इस बिज़नेस को करने के लिए सम्बंधित विभाग से License की आवश्यकता पड़ती है |

लोकेशन का चुनाव सावधानी से करें :

उपर्युक्त वाक्य में हम बता चुके हैं, की इस तरह का बिजनेस स्थापित करने के लिए कौन सी Location पर जगह लेना लाभकारी हो सकता है | Location का चयन करते समय उद्यमी को परिवहन व्यवस्था, बिजली सप्लाई, कर्मचारियों या मजदूरों की उपलब्धता का भी ध्यान रखना पड़ता है |

इस Business को करने हेतु इतनी जगह चयनित की जानी चाहिए, की मशीनरी और उपकरणों को आसानी से Install एवम उनसे आसानी से काम लिया जा सके | इसके अलावा उद्यमी को Raw Materials और उत्पादित उत्पाद हेतु भंडारण की भी आवश्यकता होगी | ग्राहकों को बिठाने एवम Billing पैमेंट सम्बंधी कामकाज के लिए एक छोटे से ऑफिस की भी जरुरत होगी |

मशीनरी खरीदें और इनस्टॉल करें :

अब यदि उद्यमी ने अपने बिजनेस के लिए लोकेशन और जगह दोनों को चुनाव कर लिया हो, तो अगला Step उद्यमी के बिज़नस प्लान के आधार पर Machines एवम Equipment की खरीदारी और उनकी Installing का है |  मशीनों एवम उपकरणों की Installing   मशीन को बनाने वाली कंपनी या फिर मशीन को बेचने वाली कंपनी के Engineers द्वारा ही की जानी चाहिए | और उनसे मशीन को चलाने का Process अच्छी तरह पता करना चाहिए |

ताकि भविष्य में मशीन को बनाने वाली कंपनी या फिर विक्रेता यह न कह सकें की आपने मशीन को गलत तरीके से हैंडल किया | मशीनरी एवं उपकरणों की वारंटी, गारंटी इत्यादि अच्छे ढंग से चेक करनी चाहिए | कहीं ऐसा न हो की Engineers हर विजिट में आके आपसे पैसे ले जा रहे हों | हाँ इसमें एक ध्यान देने वाली बात यह है की Machine और उपकरणों को Install करने से पहले Raw Materials और Manpower की व्यवस्था कर लेनी चाहिए, ताकि Machinery Install होते ही उद्यमी Poultry Feed  का उत्पादन शुरू कर सके |

पोल्ट्री फीड का उत्पादन और पैकेजिंग करें :

अब चूँकि उद्यमी ने अपने Poultry Feed mill business के लिए सारे संसाधन जुटा लिए हैं | इसलिए अगला कदम mill में उत्पादन को शुरू करना है | अपने उत्पाद को बाज़ारों में बेचने हेतु उद्यमी को मार्केटिंग Strategy तैयार करनी पड़ेगी | इसके अलावा Packaging और Branding भी उद्यमी के business को Grow करने में मदद करेगी | शुरूआती दिनों में बेहतर होगा की उद्यमी अपने क्षेत्र में स्थापित Poultry farms की मांगो पर ही ध्यान दें |

और जैसे जैसे कमाई होने लगेगी उद्यमी अपने business को विस्तृत (Expand) करने की सोच सकता है | Packaging  करते समय Labeling पर विशेष ध्यान देना चाहिए, इसमें सारी details जैसे Feed की मात्रा, कीमत, Validity इत्यादि का ब्यौरा स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए |

यह भी पढ़ें

Leave a Comment