फसल बीमा योजना की जानकारी। जरुरी दस्तावेज, प्रीमियम दरें, आवेदन प्रक्रिया।

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY) in Hindi : इस योजना की शुरुआत भारत सरकार द्वारा किसानो के हितो की रक्षा, और आये दिनों हो रही फसल की बर्बादी के कारण किसानो की आत्महत्या को रोकने हेतु की गई है। तो क्या यह योजना किसानो की हो रही आत्महत्या पर लगाम लगा पायेगी?।

आइये थोड़ा जानने की कोशिश करते हैं की आखिर किसान आत्महत्या जैसा कायरतापूर्ण कदम क्यों उठाते हैं?। एक समय था । जब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शाश्त्री जी ने दिल्ली के रामलीला मैदान से 1965 में देश को नारा दिया था । जय जवान । जय किसान । 

आदरणीय जवानों का तो पता नहीं, लेकिन किसानों की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती गई । और परिस्थितियों ने इस तरह करवट बदली । की किसानों को कोई रास्ता नज़र नहीं आने पर मौत तक का रास्ता इख़्तियार करना पड़ा ।

धुप, छाँव, बारिश में, बंज़र धरती से जंग लड़ने वाला किसान अपने जीवन रुपी जंग को हार गया। आप सोचेंगे की जो किसान आत्महत्या करते हैं । उनमे परिस्थितियों से लड़ने का साहस नहीं होता । मैं यह बिलकुल नहीं मानता ।

जो किसान मौत को गले लगा देते हैं क्या वे साहसी नहीं होते?

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
Farmer

अरे भैया, वो बंज़र धरती को खोदने वाला, और उसको हरी भरी फसल से लहलहाने वाले, किसान के पास साहस नहीं होगा । तो फिर किसके पास होगा?। और यह भी बिलकुल नहीं है ।

कि एक किसान की अपेक्षाएं, इच्छाए ऐसी होती हैं, की जिन्हे पूरा न कर पाने पर वो अपनी जान दे दे । इतिहास गवाह रहा है, एक किसान के जीवन से साधारण जीवन कुछ नहीं हो सकता ।

एक किसान कपडे इसलिए अच्छे नहीं पहन सकता, क्योकि उसको लगता है की अभी खेत में काम करना है, फिर से खराब हो जायेंगे ।  किसी रिश्तेदार से मिलने इसलिए नहीं जा सकता, क्योकि जो नीचे भेंस बंधी है, वो सिर्फ उसी को दुहाने देती है । 

और कही वो चला गया तो कहीं ऐसा ना हो, की कल से भेंस दूध देना बंद कर दे । बच्चो के साथ टेलीविज़न में फिल्मे  इसलिए नहीं देख सकता क्योकि उसके संस्कार इसकी आज्ञा नहीं देते ।

हाँ कभी कभी दूरदर्शन पर धार्मिक धारावाहिक जरूर देख लेता है । वो भी अपने सारे काम निबटा के। ऐसे बहुत सारे उदहारण हैं, जो चीख चीख कर कह रहे होते हैं । भले ही मैं किसान हूँ , अन्न पैदा करता हूँ , और पूरे देशवाशियो का पेट भरने का सामर्थ्य रखता हूँ । लेकिन कभी कभी परिस्थितिया ऐसी आ जाती हैं, की मैं खुद का भी पेट नहीं भर पाता ।

और मैं अपने चारो ओर देखता हूँ तो मुझे भूख से चीखते, चिल्लाते मेरे बीवी, बच्चे नज़र आते हैं । और उनके चेहरे की मायूसी और उदासी, आँखों में बेबसी मेरे दिल में खंज़र चलाने का काम करते हैं । ऐसा नहीं की मैं कोशिश नहीं करता मैं बहुत कोशिश करता हूँ । कि मैं कोई दूसरा काम कर लूँ, लेकिन क्या करूँ मनरेगा में काम, सर जी वो तो साल में कभी कभी आता है । लेकिन पेट तो रोज खाना मांगता है ।

शहर आने की सोचता हूँ तो आ नहीं पाता । अगर मैं शहर आ गया तो मेरे परिवार का ध्यान कौन रखेगा । और शहर में आके मैं करूँगा भी क्या? मुझे तो कोई शहर में करने लायक काम भी नहीं आता ।

तो क्या करूँ? शहर में आके किसी के घर/होटल के बर्तन धोऊं या झाड़ू पोछा करूँ । चलो ठीक है । मैं बर्तन धो भी लूँ । तो कितना वेतन मिलेगा मुझे 5000 और जो मुझे अपने कमरे का किराया और खुद के खाने का इंतज़ाम करना पड़ेगा ।

अगर मैं किसी के साथ कमरा साझा भी करूँगा तो 4000 रूपये तो मुझे खर्च करने ही पड़ेंगे । फिर क्या एक हज़ार में चल जायेगा मेरे घर का खर्चा । वो जो गुड्डू हर महीने बीमार हो जाता है । आ जाएगी उसकी दवाई । गुड्डी कहती है पापा मेरे लिए कपडे लाना । आ जायेंगे उसके कपडे । 

किसी सरकारी दफ्तर में अपने फसल की बर्बादी के लिए मुआवजा लेने जाता हूँ । तो पहले तो दस जगहों के चक्कर कटवा देंगे । और यदि मेरे पास 1000-500 पड़े भी हैं, तो वो चक्कर काटने में खर्च हो जायेंगे । और फिर सरकारी दफतर वाले 1000-500 का चेक मुआवजे के तौर पर पकड़ा देंगे । मैं भी नहीं चाहता कि मैं मरूं ।

लेकिन इन सब बातो पर गौर करके में मरूं नहीं तो आप ही बताइये मैं क्या करूँ ? तो दोस्तों थोड़े से आप भावुक जरूर हो गए होंगे । लेकिन ये सच्चाई है । किसान परिस्थितियों से हार मानने वाला, कभी हो ही नहीं सकता ।

अगर उस समय जिस समय वह उस त्रासदी से गुजरता  है । अर्थात जब प्राकृतिक आपदाओ या अन्य किसी कारण से उसकी फसल का नुकसान होता है ।

कोई उसको मदद करने वाला होता, तो हमारा साहसी किसान कभी मौत का रास्ता इख़्तियार नहीं करता । खैर, उपर्युक्त सभी बातों को ध्यान में रखकर, और कृषि को बढ़ावा देने के मद्देनज़र भारत सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है ।

प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना क्या है (What is PMFBY in Hindi)

यह सरकार द्वारा किसानों के हितो की रक्षा के लिए चलाई गई एक योजना है । जिसका लक्ष्य भारतवर्ष में कृषि को बढ़ावा देना, आये दिनों हो रही किसानो की आत्महत्या को रोकना इत्यादि है । इस योजना के अंतर्गत किसान अपनी फसल का बीमा बहुत सस्ते दरों में करवा सकते हैं ।

इसको सफल बनाने हेतु केंद्र और राज्य सरकार दोनों अपना अपना योगदान देंगी । अर्थात बजट का हिस्सा दोनों वहन करेंगी । इस Yojana को क्रियान्वित करने के लिए लगभग 17600 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है । इस योजना के अंतर्गत बीमा भुगतान की जिम्मेदारी Agriculture Insurance Company के कंधो पर होगी ।

फसल बीमा योजना के अंतर्गत प्रीमियम दरें

इस Yojana के अंतर्गत अपनी फसल का बीमा करवाने पर निम्नलिखित दरें लागू होंगी ।

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बागवानी फसल  :

बागवानी से हमारा अभिप्राय बगीचे से है । बगीचे जैसे फूलो के बगीचे, फल के बगीचे इत्यादि, इन सब पर 5% की दर से प्रीमियम भरकर आप अपने बगीचे का बीमा करवा सकते है ।

माना की आपने अपने बगीचे का 1 लाख का बीमा करवाना है । तो आपको प्रीमियम के तौर पर 5000 रूपये देने पड़ेंगे ।

खरीफ की फसल :

खरीफ की फसल में प्रीमियम की दर 2% खरीफ की फसलो से अभिप्राय जैसे धान,बाज़रा, मक्का,  ज्वार, गन्ना इत्यादि से है । इसमें आपको 1 लाख के बीमे पर लगभग 2000 रूपये प्रीमियम के तौर पर देने पड़ेंगे ।

रवि की फसल  :

रबी की फसल के लिए प्रीमियम की दर 1.5% है । इसमें 1 लाख के बीमे पर आपको लगभग 1500 रूपये प्रीमियम के तौर पर देने होंगे । रबी की फसल में गेहूं , जौं, सरसों, चना, मसूर इत्यादि सम्मिलित हैं ।

तिलहन की फसल :

तिलहन की फसल से हमारा अभिप्राय, ऐसी फसल जिनसे वानस्पतिक तेल का उत्पादन किया जाता है से है । इन फसलो में मुख्यतः मूंगफली, सरसों, तिल, सोया इत्यादि हैं । इनमे इस योजना के अंतर्गत प्रीमियम भरने की दर भी 1.5% ही तय की गई है । इसमें भी आपको 1 लाख रूपये के बीमे पर 1500 रूपये प्रीमियम के तौर पर देने पड़ेंगे ।

फसल बीमा का लाभ कैसे लें

पहले यह योजना सिर्फ मध्य प्रदेश राज्य में क्रियान्वित हुई थी । लेकिन अब इसे अन्य राज्यों अर्थात पूरे देश में भी लागू कर दिया गया है । और इसके लिए सरकार ने एक अलग सा पोर्टल भी बनाया हुआ है, इच्छुक किसान चाहे तो उस पोर्टल के माध्यम से भी ऑनलाइन अपनी फसल का बीमा करा सकता है। और चाहे तो अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेण्टर में जाकर भी इसकी जानकारी ले सकता है ।

यदि आप किसान हैं, तो आप इस Yojana का लाभ उठाने के लिए योग्य हैं । इसलिए जब भी आप अपने फसल का बीमा करवाना चाहें अपने नजदीकी सीएससी सेण्टर में विजिट करें । आप इसका प्रीमियम भरके और थोड़ी बहुत कागज़ी औपचारिकतायें पूरी करके इस योजना का लाभ उठा सकते हैं ।

फसल बीमा योजना के फायदे

  1. प्राकृतिक आपदा के कारण यदि किसी किसान की फसल का नुकसान होता है । तो इस योजना के माध्यम से उसकी बर्बाद हुई फसल का 25% उस किसान को तुरंत मिल जायेगा । जबकि बाकी बचे हुए नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा कुछ औपचारिकतायें करने के बाद दी जाएगी ।
  2. इस Yojana के लाभार्थी बनने के लिए सरकार ने किसानो पर कोई बैरियर अर्थात सीमा निर्धारित नहीं की है । इसलिए इस योजना का लाभ हर प्रकार का, छोटा बड़ा किसान ले सकता है ।
  3. इस बीमा स्कीम के अंतर्गत बीमा निकासी की प्रक्रिया को बेहद सरल बनाया जायेगा । जिससे किसानो को अपना पैसा निकालने के लिए लम्बे समय तक इंतज़ार न करना पड़े ।
  4. इस Yojana को सफल बनाने हेतु, वित्त में और अन्य संसाधनो में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की भागीदारी संभावित है ।
  5. इस फसल बीमा योजना का लक्ष्य लगभग सभी किसानो को इससे लाभान्वित करवाने से है । तो हो सकता है आने वाले दिनों में हमें किसान आत्महत्या जैसे शब्द सुनने को न मिलें ।
  6. यदि बीज के बोते समय आपके पास पैसे नहीं हैं। और आपने किसी से उधार लेके अपने खेतो में बीज बोया है । तो इसका ये कतई मतलब नहीं है की आप इसका लाभ लेने के लिए आयोग्य हो गए । यदि आप किसान हैं तो आप हर हाल में इस योजना के लिए योग्य हैं ।
  7. इस योजना को सफल बनाने और किसानो के जीवन में कुछ बदलाव करने हेतु  केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को निर्देश जारी किये हैं । क्योकि हो सकता है की इस Yojana के तहत पैसा निकासी मोबाइल फ़ोन के द्वारा भी हो जाय ।
  8. योजना से जुड़ने के लिए जो प्रीमियम राशि निर्धारित की गई है । वह राशि पुरानी फसल बीमा योजना से लगभग 25% से 30% तक कम है ।
  9. यदि किसी की फसल का नुकसान होता है । और उस किसान के पास स्मार्टफोन है तो संभावित है की बीमा का भुगतान करने वाली कंपनी स्मार्ट फ़ोन के द्वारा ही नुकसान हुई फसल का फोटो मंगवाके उसके दावे को पास कर । उसको उसके नुंकसान के पैसे दे दे । अर्थात इस योजना के अंतर्गत तकनिकी का उपयोग संभावित है ।
  10. चूँकि यह पुरानी फसल बीमा योजना का ही बदला हुआ स्वरूप है । इसलिए किसानो की, परेशान होने की संभावना कम है । अन्यथा होता क्या है, की किसान हमेशा भ्रान्ति में रहता है, की पहले वाली Yojana है, या बाद वाली है ।

फसल बीमा के लिए आवेदन कैसे करें

जैसा की हमने कहा था की सरकार की कोशिश है, की इस योजना के तहत बीमा कराना बेहद आसान हो और इसमें अधिक से अधिक तकनिकी का उपयोग हो। इसी बात के मद्देनज़र भारत सरकार ने Crop Insurance नामक Portal की संगरचना करी है।

इसमें भारतवर्ष का कोई भी किसान चाहे वह किसी भी राज्य से सम्बंधित हो Online apply कर सकता है। इसके अलावा मोबाइल के बढ़ते उपयोग को देखते हुए विभिन्न प्रकार की मोबाइल एप्लीकेशन जैसे Crop Insurance, Kisan Suvidha, Agri Market, Pusa Krishi इत्यादि की संगरचना की है।

इन Applications को अपने एंड्राइड मोबाइल में डाउनलोड करने के लिए आपको गूगल प्ले स्टोर में जाकर Application का नाम टाइप कर उसको अपने फ़ोन में Install करना होता है।

इस Crop Insurance Portal के माध्यम से आप Bank से या फिर डायरेक्ट Insurance Company से अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं। इसके अलावा किसान चाहें तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के इस अधिकारिक पोर्टल के माध्यम से भी फसल बीमा के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं ।

आवेदन के लिए जरुरी दस्तावेज

इस योजना के अंतर्गत फसल बीमा करवाने के लिए निम्नलिखित documents की आवश्यकता होती है।

  • Aadhar No. (आधार कार्ड)
  • ID Proof (पहचान पत्र )
  • Address Proof (पता प्रमाण पत्र के रूप में मतदाता पहचान पत्र या आधार कार्ड चल सकता है)।
  • Area Measurement in Hectare (बोई गई फसल का माप हेक्टेयर में)।
  • Crop Sown Date (बोई गई फसल की तिथि)।
  • Crop Sown Certificate (बीज बोन का प्रमाणपत्र राज्य के सम्बंधित विभाग से लिया जा सकता है)।
  • Land Records (जमीन संबंधी कागज़ाद )।
  • Canceled Cheque book/ Passbook (कैंसिल किया हुआ चेक या पासबुक की प्रति)।
  • Photograph of Applicant (आवेदनकर्ता की फोटो)।

क्या यह योजना (PMFBY) किसानों की आत्महत्या रोक पायेगी?

हमें इस बात को समझना चाहिए की योजनाएं पहले भी बहुत सी थी, और अभी भी हैं  । लेकिन इनको जरूरतमंद तक पहुँचते पहुँचते बर्षो लग जाते हैं । और किसी जरूरतमंद के पास पहुंची भी, और उसने Yojana के अंतर्गत अपना नामांकन भी करवा लिया, तो जब उसको उस योजना से लाभ उठाने का समय आता है।

तो सरकारी दफ्तरों को उस किसान को लाभ पहूँचाने में एक अरसा बीत जाता है। जो जो प्रावधान इस योजना को सफल बनाने हेतु सरकार ने इस योजना के अंतर्गत रखे हैं। और राज्यों को भी किसानो को इस योजना का तुरंत लाभ पहूँचाने हेतु निर्देश दिए हैं।

इन सबको देखकर तो यही लगता है की सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से सम्बंधित सरकारी प्रक्रियाओ को सरल और तेज बनाने के लिए गंभीर है। जैसा की मैं उपर्युक्त वाक्य में बता चूका हूँ । यदि किसान को समय पर कुछ मदद पहुँचती है।

तो हमारे देश का किसान इतना कमज़ोर नहीं है की वो आत्महत्या जैसे जघन्य अपराध को अपना रास्ता चुनेगा। यह सब विश्लेषण से लगता तो यही है, की किसानो की आत्महत्या वाली समस्या को इस योजना के माध्यम से निजात मिल पायेगी । बाकी हम इस योजना को तभी एक सफल योजना की संज्ञा देंगे, जब यह जरुरतमंदो तक समय पर पहुँच पायेगी ।

और समय पर ही किसानो को उनके द्वारा कराये गए बीमा की रकम मिल पायेगी। अर्थात इस Yojana की सफलता और असफलता, इस Yojana के अंतर्गत क्रियाकलापों की गति पर निर्भर करेगी। Pradhan Mantri Fasal Bima Yojna को किसानो तक पहूँचाने में, हमें भी अपना योगदान देना चाहिए।

क्योकि यह योजना जरुरतमंदो तक समय पर तभी पहुँच पायेगी । जब हम और तुम प्रयास करेंगे । अर्थात साझा करेंगे । तो दोस्तों इस पोस्ट को फेसबुक और ट्विटर पर साझा करिये । क्योकि भारतीय किसान की पहुँच इन सोशल मीडिया नेटवर्कों तक हो गई है ।

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