वरिष्ठ नागरिक बचत योजना ब्याज, पात्रता, फायदे, नियम। Senior Citizen Saving Scheme.

Senior Citizen Saving Scheme को SCSS और हिन्दी में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना भी कहा जाता है। मनुष्य का किसी प्रकार का भी समाज हो उसमे अपने से बड़ों को सम्मान दिया ही जाता है इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक जिनके पास पूरी जिन्दगी काम करने का अनुभव होता है उन्हें और अधिक सम्मान दिया जाता है।

चूँकि इस उम्र में व्यक्ति के पास कमाई करने के सभी साधन बंद हो चुके होते हैं और इनके कार्यकाल के दौरान समाज के उत्थान में दिया हुआ इनकी हिस्सेदारी को भुलाया नहीं जा सकता इसलिए बुढ़ापे में जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा अनेकों योजनाओं का संचालन वरिष्ठ नागरिकों के लिए किया गया है इनमे से बुढ़ापे में अच्छी बचत करने के उद्देश से Senior Citizen Saving Scheme की शुरुआत की गई है।

इस स्कीम के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को उच्च ब्याज दर के अलावा अनेकों फैसिलिटी मुहैया कराये जाने का प्रावधान है।

Senior Citizen Saving Scheme in-hindi

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना क्या है (What is Senior Citizen Saving Scheme):

Senior Citizen Saving Scheme (SCSS) से हमारा आशय भारत सरकार द्वारा चालित एक ऐसी बचत स्कीम से है जिसमे सिर्फ वरिष्ठ नागरिक अर्थात 60 साल से ऊपर के व्यक्ति या महिला हिस्सा ले सकते हैं । Senior Citizen Saving Scheme भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रभावी एवं दीर्घकालिक बचत योजना है यह योजना बचत के लिए बेमिसाल सुरक्षा मुहैया कराती हैं।

इस स्कीम के अंतर्गत पांच साल तक की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है और परिपक्वता पूरी होने पर और तीन साल के लिए उसे विस्तारित किया जा सकता है। SCSS खाते में केवल एक ही राशि जमा होगी जो 1000/1000 के denomination में हो सकती हैं अधिक से अधिक 15 लाख रूपये इस स्कीम के अंतर्गत निवेश किये जा सकते हैं। भारत में यह बचत योजना वरिष्ठ नागरिकों को एक बेहतर बचत कराने का विकल्प मुहैया कराती हैं।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत मिलने वाला ब्याज

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत खोले गए खाते में जमा पूँजी पर सामान्य एफडी और रेकरिंग डिपाजिट की तुलना में ब्याज अधिक है। वर्तमान 2022 में यह 7.4% है। इसमें ब्याज की गणना और भुगतान त्रैमासिक आधार पर होती है।

इस तरह से देखें तो एक वित्तीय वर्ष में चार त्रैमासिक हो सकते हैं। इसलिए Senior Citizen Saving Scheme के तहत ब्याज का भुगतान अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी महीनों के शुरूआती कार्यदिवस में कर दिया जाता है।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के फायदे (Benefits of Senior Citizen Saving Scheme in Hindi):

जैसा की हम सबको विदित है की Senior Citizen Saving Scheme भारत के वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाईन की गई है। इसलिए इस स्कीम के अंतर्गत निवेश पर बढ़िया बायज दर देय है। इसके अलावा निवेश करते समय निवेशक को पूरी सुरक्षा का वातावरण चाहिए होता है अर्थात भारत में कई बार ऐसे भी मामले आते हैं ।

जब कंपनियां निवेशकों का पैसा लेकर अपने आप को दिवालिया करार दे देती हैं ऐसी स्थिति में निवेश करने वाले व्यक्तियों के मन में असुरक्षा की भावना का प्रादुर्भाव होता है। Senior Citizen Saving Scheme सरकार प्रायोजित योजना है इसलिए इसमें निवेश करना पूरी तरह से सुरक्षित है। इस योजना के और भी बहुत सारे फायदे हैं जिनकी क्रमवार लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • SCSS का सबसे पहला फायदा यह है की यह वित्तीय संस्थानों जैसे बैंकों एवं डाकघरों में आसानी से उपलब्ध है इस स्कीम के अंतर्गत निवेश करने के लिए निवेशक को बैंक या डाकघर में जाना है और कुछ औपचारिकतायें पूरी करने के बाद आसानी से खाता खुल सकता है।
  • Senior Citizen Saving Scheme का दूसरा सबसे बड़ा फायदा इसका विश्वसनीय होना है कहने का आशय यह है की यह भारत सरकार प्रायोजित योजना है इसलिए यह रिस्क फ्री निवेश है।
  • तीसरा सबसे बड़ा फायदा इस योजना का यह है की इसमें कोई भी एक आवेदनकर्ता विभिन्न खाते खोल सकता है। वह इन विभिन्न खातों को व्यक्तिगत तौर पर या फिर जॉइंट में खोल सकता है।
  • चौथा सबसे बड़ा फायदा इस स्कीम के अंतर्गत निवेश पर मिलने वाला ब्याज अर्थात रिटर्न है वर्तमान में Senior Citizen Saving Scheme के अंतर्गत मिलने वाले ब्याज की दर 6% है ।
  • इस स्कीम के अंतर्गत पांचवा फायदा यह है की इसके अंतर्गत निवेश करने की समय सीमा में लचीलापन है कहने का आशय यह है की खाते की परिपक्वता के बाद यह खाता 3 साल के लिए और बढाया जा सकता है।
  • इस स्कीम के अंतर्गत निवेश पर कर की बचत भी होगी ।
  • प्रत्येक SCSS खाते के लिए केवल एक निवेश का प्रावधान है जो 1000, 2000,3000 इसी क्रम में 15 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • यदि किसी व्यक्ति को किसी कारणवश निवेश की परिपक्वता से पहले पैसों की जरुरत होती हैं तो यह खाता बीच में भी अर्थात अपरिपक्वता में भी बंद किया जा सकता है लेकिन इसके लिए खाते को एक साल पूरा होना जरुरी है। लेकिन इसमें यह भी प्रावधान किया गया है की एक साल बाद इस खाते से पैसा निकालने के लिए 5% की पेनाल्टी ब्याज से देय होगी जबकि दो साल बाद 1% ।
  • Senior Citizen Saving Scheme के अंतर्गत निवेश करने के लिए दस्तावेजों की भी कम से कम आवश्यकता होती है इसमें जन्म प्रमाण पत्र जिससे यह प्रमाणित होता है की व्यक्ति को 60 साल पूरे हो गए हैं चाहिए हो सकता है।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पात्रता (Eligibility Criteria for SCSS in Hindi):

SCSS के अन्तरगत निवेश करने हेतु निम्न योग्यता का होना बेहद जरुरी है।

  • कोई भी भारतीय नागरिक जो 60 साल या इससे ऊपर की आयु का हो।
  • वह व्यक्ति जो 55 वर्ष या उससे अधिक की आयु लेकिन 60 वर्ष से कम की उम्र में VRS / अधिवर्षण के अनुसार अपने रोजगार से सेवानिवृत्त हो गया हो ऐसे व्यक्ति को रिटायरमेंट बेनिफिट की प्राप्ति के एक महीने में SCSS खाता खोलना चाहिए। इसके अलावा, इस योजना के अंतर्गत निवेश की जाने वाली राशि सेवानिवृत्ति लाभ की राशि से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • यदि जॉइंट अकाउंट होगा तो प्राथमिक आवेदनकर्ता की आयु उपर्युक्त दिए गए निर्देशों के आधार पर होनी चाहिए द्वितीयक आवेदनकर्ता के लिए यह नियम लागू नहीं होगा।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के नियम (Rules of Senior Citizen Saving Scheme in Hindi):

  • नामांकन के लिए आपको 60 वर्ष या उससे ऊपर का होना अति आवश्यक है । कुछ शर्तों में, 55 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्ति भी सफलतापूर्वक आवेदन कर सकते हैं।
  • Senior Citizen Saving Scheme के अंतर्गत खाते में केवल एक जमा राशि की अनुमति है जो 1000 रुपये के गुणकों में होनी चाहिए इसमें अधिक से अधिक 15 लाख रूपये निवेश किये जा सकते हैं।
  • पहली बार SCSS के अंतर्गत जमा धन पर ब्याज 31 दिसम्बर / 30 सितंबर / 31 दिसंबर को देय होगा और उसके बाद ब्याज प्रत्येक वर्ष 31 मार्च, 30 जून, 30 सितंबर और 31 दिसंबर के रूप में देय होगा ।
  • इस बचत योजना का अधिकतम कार्यकाल 5 वर्ष है। हालांकि, परिपक्वता के बाद, कार्यकाल को अगले 3 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
  • कोई भी निवेशकर्ता एक साथ कई खातों को, अलग-अलग या एक संयुक्त खाता धारक के तौर पर संचालित कर सकता है जैसे पति या पत्नी । हालांकि, खाताधारक को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन खातों के वैधता और संचालन से संबंधित सभी आवश्यकताओं को पूरा किया गया है, इसमें कम से कम  शेष बनाए रखना भी शामिल है।
  • एक लाख से कम की राशि नकद में स्वीकार्य की जा सकती है लेकिन यदि राशि 1 लाख से अधिक है तो चेक या डिमांड ड्राफ्ट से भुगतान किया जा सकता है ।
  • एक बैंक से दुसरे बैंक या एक डाकघर से दुसरे डाकघर में खाता आसानी से ट्रान्सफर किया जा सकता है।
  • Senior Citizen Saving Scheme के अंतर्गत नामांकन की भी सुविधा प्रदान होती है निवेश कर रहा व्यक्ति निवेश करते समय Nominee का नाम दे सकता है।
  • यदि जमाकर्ता या निवेशकर्ता एक वर्ष के बाद अपरिपक्वता में खाता बंद करना चाहता हो तो उसे 5% राशि पेनाल्टी के तौर पर वित्तीय संतान को देनी होगी इसके अलावा यदि दो साल बाद बंद करना छह रहा तो 1% ।
  • यदि खाता जॉइंट हो तो प्राथमिक खाता धारक को निवेशक समझा जाता है, जबकि दूसरा शेयरधारक प्राथमिक खाता धारक का या तो पत्नी होनी चाहिए या फिर पति ।
  • यदि निवेश की गई राशि पर जमा ब्याज प्रतिवर्ष 10000 रूपये से अधिक हो तो टैक्स की कटौती की जा सकती है।
  • Senior Citizen Saving Scheme खाते में निवेश, आयकर अधिनियम, 1 9 61 की धारा 80C में निर्धारित प्रावधानों के अनुसार कर बचाने में सक्षम है ।

खाता कैसे खोलें? (Where and how to open an Account under SCSS in Hindi):

Senior Citizen Saving Scheme के अंतर्गत खाता खुलवाने के इच्छुक व्यक्ति अपने नजदीकी डाकघर या फिर विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों जैसे इलाहाबाद बैंक, आन्ध्र बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ़ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ़ हैदराबाद, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र,।

बैंक ऑफ़ बड़ोदा, बैंक ऑफ़ इंडिया, कारपोरेशन बैंक, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, देना बैंक, सिंडिकेट बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, विजया बैंक, आई डी बी आई बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया और निजी क्षेत्र के बैंकों में ICICI बैंक से संपर्क कर सकते हैं ।

खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • आवेदनकर्ता की दो पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ।
  • खाता खोलने के लिए भरा हुआ फॉर्म।
  • पहचान प्रमाण पत्र, जैसे पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट इत्यादि ।
  • पता प्रमाण के तौर राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, रेंट एग्रीमेंट इत्यादि।
  • आयु प्रमाण पत्र, जिससे उम्मीदवार की उम्र स्पष्ट होती हो, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड इत्यादि।
  • इन सबके अलावा अन्य दस्तावेज जो भी सम्बंधित बैंक या डाकघर द्वारा मांगे जाते हों।    

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