इंश्योरेंस क्षेत्र में Insurance Marketing Firm शुरू करने का अवसर।

Laghu Udyog की इस श्रेणी में आज हम बात करेंगे Insurance Marketing Firm के बारे में । हाल ही में भारतीय बीमा विनियामक प्राधिकरण अर्थात IRDA (Insurance Regulatory and Development authority of India ) ने Insurance Marketing Firm के लिए लोगो को आमंत्रित किया है। इंश्योरेंस मार्केटिंग फर्म के माध्यम से Insurance की सुविधाएँ नगरो छोटे शहरो तक पहुंचाना और छोटे शहरो में भी करोबोरियो को तैयार करना है।

हालाँकि जानकारी के मुताबिक Insurance Marketing Firm खोलने के लिए पहले जिला स्तर पर व्यापार करने के लिए ही प्राधिकरण आवेदनकर्ता को मंजूरी देगा । बाद में अगर कारोबारी की Kamai अच्छी होने लगे अर्थात कारोबारी का कारोबार चलने लगे, और कारोबारी चाहे तो अन्य क्षेत्रो में भी अपना कारोबार बढाने के लिए आवेदन कर सकता है।

दस लाख तक का निवेश (Start you own Insurance Marketing Firm by Investing Rs. 10 Lac).

यदि आप अपना छोटा कारोबार अर्थात Laghu Udyog शुरू करके अपनी Kamai करना चाहते हैं । तो  जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं ।  भारतीय बीमा बिनियामक विकास प्राधिकरण अर्थात IRDA (Insurance Regulatory and Development authority of India ) आपको 10 लाख रूपये में अपनी बीमा मार्केटिंग बिजनेस स्थापित करने का अर्थात Insurance Marketing Firm खोलने का मौका दे रहा है। अगर 10 लाख रूपये आप अकेले इस व्यापार में लगाने को तैयार नहीं है तो आप इस व्यापार को Partnership में भी कर सकते हैं ।

लेकिन उसके लिए आपको LLP (Limited Liability Partnership ) चाहिए होगी। इस इंश्योरेंस मार्केटिंग फर्म के माध्यम से आप किसी भी Insurance अर्थात बीमा कंपनी के उत्पाद या Product जैसे Insurance, Mutual Fund, Pension  इत्यादि बेचने के लिए अधिकृत हो जाते हैं।

बीमा मार्केटिंग फर्म खोलने के लिए नियम (Rules to open Insurance Marketing Firm):

  •  IRDA भारतीय बीमा बिनियामक विकास प्राधिकरण के मुताबिक Insurance Marketing Firm की Net worth कम से कम 10 लाख या 10 लाख से अधिक होनी चाहिए। और यह Net worth समय के हिसाब से संसोधित हो सकती है। इसलिए बीमा मार्केटिंग फर्म के मालिक को चाहिए की यह Net worth हमेशा Maintain करके रखे।
  • बीमा मार्केटिंग फर्म को हर साल वित्त वर्ष खतम होने के 3 महीने तक Firm का Net worth का प्रमाण पत्र Charted Accountant से बनवाकर जमा करना पड़ेगा।
  • फर्म के प्रिंसिपल अफसर को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से 50 घंटे का प्रक्षिक्षण लेना जरुरी है । और उसमे पास होना भी जरुरी है।
  • Insurance Institute of the India, Mumbai, The Institute of Actuaries of India, Charted Insurance Institute, London के सहोयोगी या साथियों को 25 घंटे का प्रशिक्षण लेके परीक्षा पास करनी होगी ।
  • Insurance Marketing Firm के मालिक को Firm का व्यावसायिक क्षतिपूर्वक बीमा कवर करवाना होगा।
  • बीमा फर्म के मालिक को Firm को एक विशेष सेवा अर्थात प्रोडक्ट के लिए चुनना होगा | हालाँकि बाद में आप उसमे Addition और Deletion संभव है।
  • बीमा मार्केटिंग फर्म का व्यापार हो सकता है की एक राज्य तक ही सिमित रहे ।

रिकॉर्ड मेन्टेन करने सम्बन्धी नियम (Rules to maintain Record) :

 Insurance Marketing Firm में निम्नलिखित Record Maintain करना जरुरी है ।

  • ग्राहकों से लिए गए पैसो का ब्यौरा।
  • ग्राहकों का KYC (Know Your Client) को Maintain करना।
  • ग्राहक द्वारा भरी गई और हस्ताक्षर की गई फॉर्म की कॉपी और एक कॉपी Firm के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता के हस्ताक्षर के बाद ग्राहक को दी जानी चाहिए।
  • ग्राहकों की लिस्ट के लिए एक रजिस्टर रखना होगा जिसमे पालिसी का ब्यौरा जैसे किस प्रकार की पालिसी कौन से ग्राहक ने ली, कौन सी तारीख को ली, क्या प्रीमियम भरा इत्यादि।
  • ग्राहकों की शिकायत के लिए भी एक रजिस्टर मेन्टेन करना पड़ेगा जैसे कौन से ग्राहक ने Complaint करी, किस बारे में Complaint करी, उस शिकायत पर क्या जरुरी कार्यवाही हुई ।
  • और कुछ अन्य रिकॉर्ड भी हो सकते हैं जो समय समय पर भारतीय बीमा विकास प्राधिकरण की और से बताये जायेंगे।
  • यदि किसी फर्म का प्रमाण पत्र खो जाता है या फट जाता है तो वह 1000 रूपये भरकर दुबारा प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकता है। उस समय आवेदनकर्ता को प्रमाण पत्र कैसे खोया की पूरी जानकारी प्राधिकरण को देनी होती है।
  • Insurance Marketing Firm को जारी किया जाने वाला प्रमाण पत्र तीन साल के लिए वैध होगा। उसके बाद Firm चाहे तो दुबारा उसको Renew करवा सकती है।

आवेदन कैसे करें? (How to apply to open Insurance Marketing Firm?)

  • Insurance Marketing Firm खोलने के लिए सबसे पहले IRDA की वेबसाइट पर जाकर Online आवेदन किया जा सकता है। वेबसाइट के दाहिनी तरफ के साइडबार पर नज़र डालें Registration for Insurance Marketing Firm पर क्लिक करें। लेकिन इसमें आवेदन करने से पहले आपको अपनी Firm का रजिस्ट्रेशन नंबर लेना होगा, क्योकि आवेदन करते समय आपसे आपकी फर्म का रजिस्ट्रेशन नंबर पुछा जायेगा। Pan कार्ड की डिटेल भी आपको भरनी होगी। और अपनी Deatils भर के रजिस्टर पर क्लिक करना होगा ।
  • बीमा मार्केटिंग फर्म के लिए आवेदनकर्ता को 5000 रूपये Non refundable पंजीकरण शुल्क भरना पड़ेगा।
  • बीमा मार्केटिंग फर्म शुरू करने के लिए आवेदनकर्ता को सारे दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, पेन कार्ड कॉपी, प्रिंसिपल ऑफिसर Declaration, Directors authorization letter, Managing Partners इत्यादि का ब्यौरा प्राधिकरण को देना होगा।
  • आवेदनकर्ता को Insurance Marketing Firm की पास की हुई परीक्षा का प्रमाण पत्र भी प्राधिकरण को देना होगा।
  • आवेदनकर्ता को FSE (Financial Service Executive) और ISP (Insurance Sales Person) का ब्यौरा भी प्राधिकरण को देना होगा।
  • Insurance Repository के लिए भी अनुमोदित व्यक्ति के दस्तावेज प्राधिकरण में जमा करने पड़ेंगे।
  • FSE (Financial Service Executive) का SEBI,RBI,PFRDA , Post office के द्वारा जारी किया गया लाइसेंस या Authority Letter भी प्राधिकरण में जमा करना होगा ।

FSE Kya Hai :

Financial Service Executive एक व्यक्ति होगा जो Insurance Marketing Firm के द्वारा रोजगारित होगा। और उसके पास वित्तीय नियामक संस्थानों से जारी किया गया वैध लाइसेंस होना चाहिए।

ISP Kya Hai :

ISP (Insurance Sales Person)  भी एक व्यक्ति है। जो Insurance Marketing Firm के द्वारा ही रोजगारीत होगा। और यह काम करने के लिए उसके पास प्राधिकरण से जारी किया गया एक वैध प्रमाण पत्र होना चाहिए। एक  बीमा मार्केटिंग फर्म में FSE और ISP एक ही व्यक्ति भी हो सकता है।

कमाई कैसे होगी  :

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्यों में स्पष्ट कर चुके हैं की Insurance Company के उत्पाद अर्थात product  जैसे Insurance, Mutual Fund, pension इत्यादि बेचकर Insurance Marketing Firm में Kamai की जा सकती है। हाल में Insurance Companies छोटे शहरो नगरो में व्यक्तिगत Agents पर निर्भर हैं। इसके अलावा Insurance Companies के पास दूसरा विकल्प Brokers का है।

लेकिन Brokers सामान्यतः Corporate में ज्यादा ध्यान देते हैं । और Broker Firm स्थापित करने के लिए लगभग 50 से 60 लाख रूपये का खर्च आता है। इसलिए Insurance Marketing Firm के लिए यह अवसर कमाई करने का सुनहरा अवसर है।

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