प्रति वर्ष 5 लाख तक का फ्री ईलाज | Ayushman Bharat Yojana in Hindi.

Ayushman Bharat Yojana in Hindi : इस योजना को अन्य कई नामों जैसे आयुष्मान बीमा योजना, गरीबों के लिए पांच लाख तक की चिकित्सा बीमा योजना या हेल्थ बीमा योजना के नाम से भी जाना जाता है | हालांकि भारत सरकार अपने देश के नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति पहले से यानिकी देश की आज़ादी के बाद से ही प्रयासरत रही है इसी का नतीजा है की पूरा देश पोलियो जैसे रोग पर विजय पाने में कामयाब रहा है | और अब सरकार का प्रयास टीबी एवं कुपोषण जैसी बीमारीयों पर भी विजय पा लेना है |

ताकि किसी नागरिक की मौत के लिए ये जानलेवा बीमारियाँ जिम्मेदार न हों एवं भारत के स्वस्थ नागरिक हमेशा प्रगति के रस्ते पर प्रगतिशील बने रहें | देश में बहुत सारे नागरिकों की मौत इसलिए भी हो जाती है क्योंकि उनके पास उनके ईलाज कराने के लिए पैसे नहीं होते हैं इसी समस्या का समाधान करने के लिए भारत सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है | जिसमे गरीबों को बेहद कम प्रीमियम में रूपये पांच लाख तक का चिकित्सा बीमा दिए जाने का प्रावधान किया गया है |

ayushman bharat yojana in hindi

आयुष्मान भारत योजना क्या है

Ayushman Bharat Yojana Kya hai : इसकी अधिकारिक घोषणा देश के तत्कालिक वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारत सरकार का बजट पेश करते हुए 1 फरबरी 2018 को की थी तभी इस योजना का नाम लोगों के कानों में पहली बार पड़ा था | इस योजना के तहत देश में जहाँ गरीबों को पांच लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा दिए जाने का प्रावधान किया गया है वहीँ इसके अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना के संचालन का भी प्रावधान किया गया है |

इस योजना का लक्ष्य पूरे देश में लगभग 11 करोड़ परिवार एवं 47 करोड़ लोगों को लाभान्वित करने का है | चूँकि इस योजना की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति द्वारा जारी की गई स्वास्थ्य योजना ओबामा केयर की तर्ज पर हुई है इसलिए इस स्कीम को मोदी केयर के नाम से भी जाना जाता है |

योजना के लक्ष्य (Objective of Aby in Hindi) :

इस योजना को गरीबों को चिकित्सा बीमा या स्वास्थ्य बीमा दिए जाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है, ताकि गरीब लोग भी अच्छे हॉस्पिटल में अपना ईलाज करवा पाने में सक्षम हों | इस स्कीम के अंतर्गत भारत सरकार के मुख्य लक्ष्यों का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार से है |

  • इस स्कीम के तहत सरकार का लक्ष्य पूरे देश भर में स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र स्थापित करने का है |
  • इस स्कीम के तहत स्थापित किये जाने वाले हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर किसी ग्राम पंचायत में पहले से उपलब्ध हेल्थ सेण्टर का पुनरुद्धारित रूप भी हो सकता है | कहने का आशय यह है की पहले से उपलब्ध हेल्थ सेण्टर को इस स्कीम के अंतर्गत विकसित किये जाने का प्रावधान है |
  • इस स्कीम के माध्यम से सरकार का लक्ष्य देश भर में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना है |
  • योजना के तहत स्थापित किये जाने वाले स्वास्थ्य केन्द्रों में आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्ध और योग पद्धति के माध्यम से भी ईलाज की सुविधा देने का लक्ष्य है |
  • सुविधाविहीन लोगों को मुफ्त में ईलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को शुरू करने का भी लक्ष्य रखा गया है |

योजना के लिए पात्रता (Eligibility Criteria):

  • इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले सुविधाविहीन परिवारों को फायदा देने का प्रावधान किया गया है | इसके अलावा शहरी इलाकों में रहने वाले कुछ निर्धारित कामों में लगे परिवारों को भी इसमें शामिल किये जाने का प्रावधान है |
  • लाभार्थी परिवारों का चयन सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना के नवीनतम आंकड़ों के आधार पर किये जाने का प्रावधान है |
  • इसमें इस बात का भी ध्यान रखा जायेगा की किसी परिवार विशेष की स्थिति ठीक होने की स्थिति में उसे इस स्कीम से बाहर एवं किसी अन्य परिवार जिसकी स्थिति ठीक न होने पर उसे शामिल किये जाने का भी प्रावधान है | अर्थात समय समय पर सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों में हुए बदलावों के अनुरूप इस स्कीम में भी लोगों को शामिल एवं बाहर किया जायेगा |
  • यह योजना देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शाषित प्रदेशों में लागू होगी इसलिए हर एक पात्रता रखने वाला व्यक्ति या परिवार इसका फायदा ले सकता है | धीरे धीरे इसको सभी वर्गों तक पहुँचाने का लक्ष्य है |

किन किन परिवारों को प्रमुखता दी जाएगी:

यद्यपि यह हम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं की इस योजना के तहत लाभार्थियों का चुनाव सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना के आधार पर किया जाएगा | लेकिन इनमें भी कुछ परिवारों एवं व्यवसायिक कामकाजी व्यक्तियों को प्रमुखता दी जाएगी जिनकी लिस्ट निम्नवत है |

  • ऐसे परिवार जो कच्चे मकान जिसमे कच्ची दीवारों से एक कमरा बनाया गया हो में रहते हों या फिर छप्पर में रह रहे हों |
  • ऐसे परिवारों को भी प्रमुखता दी जाएगी जिन परिवारों में 16 से 59 वर्ष तक का कोई वयस्क न हो |
  • जिस परिवार की जिम्मेदारी किसी महिला द्वारा संभाली जा रही हो और उस परिवार में 16 से 59 वर्ष तक का कोई पुरुष वयस्क न हो |
  • ऐसा परिवार जिसमे शारीरिक रूप से सक्षम व्यक्ति न हों |
  • अनुसूचित जाति, जनजाति और भूमिहीन श्रेणी से ताल्लुक रखने वाले ऐसे परिवार जो अपनी गुज़र बसर मेहनत मजदूरी करके करते हों |
  • उपर्युक्त परिवारों के अलावा बेघर व्यक्ति, बेसहारा व्यक्ति, भीख मांगकर अपनी आजीविका चलाने वाला, आदिवासी जनजातीय समूह, बंधुआ मजदूरी से फ्री कराये गए व्यक्ति, साफ़ सफाई करने वाले परिवार भी इस योजना के अंतर्गत पात्रता रखते हैं |
  • शहरी या नगरीय इलाकों में इस योजना के अंतर्गत कुछ निर्धारित व्यवसायिक श्रेणियों से जुड़े व्यक्तियों को ही शामिल किया जायेगा | इनमें मनरेगा के अंतर्गत काम करने वाले परिवार, कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले मजदूर, खानों खदानों में काम करने वाले मजदूर, रेलवे कुली जिन्हें लाइसेंस प्राप्त हो, रेहड़ी दुकानदार, बीडी मजदूर, रिक्शा चलाने वाले, कचरा बीनने वाले, ऑटो टैक्सी ड्राईवर इत्यादि शामिल हैं |

 अप्लाई करने के लिए दस्तावेज (Documents):

इस योजना के लिए अप्लाई करते वक्त आधार कार्ड और राशन कार्ड की आवश्यकता होती है | जब यह योजना शुरू हुई थी तो उस समय आवश्यक दस्तावेजों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं थी | लेकिन अब इस योजना से करोड़ों लोग जुड़ चुके हैं अब स्पष्ट हो चुका है की इस योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है | इसके अलावा राशन कार्ड का नंबर वह भी ऑनलाइन हुआ होना जरुरी है |

हालांकि कुछ विशेष स्थितियों में आधार कार्ड के अलावा लाभार्थी के पास बैंक खाते का होना भी जरुरी हो सकता है | और इन सबके अलावा लाभार्थी को योजना का लाभ लेने के लिए पहचान प्रमाण पत्र, पता प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, ऐज प्रमाण पत्र इत्यादि दस्तावेजों की भी आवश्यकता हो सकती है |

आयुष्मान भारत योजना की विशेषताएं

  • इस स्कीम के तहत पात्रता रखने वाले परिवारों का रूपये पांच लाख तक का स्वास्थ्य बीमा या चिकित्सा बीमा कराये जाने का प्रावधान है | जिससे लाभार्थी परिवार के सदस्य हर छोटे बड़े अस्पताल में अपना ईलाज करवाने में सक्षम हो पाएंगे |
  • एक निर्धारित प्रीमियम पर परिवार के हर एक सदस्य को इस योजना का लाभ दिए जाने का प्रावधान है | कहने का आशय यह है की इसमें न तो परिवार के सदस्यों की उम्र की कोई सीमा है और न ही अधिकतम संख्या ही निर्धारित है |
  • इसके तहत दिए जाने वाले बीमा के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती होने से पहले के खर्चों एवं अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद के खर्चों को भी शामिल किया गया है |
  • जब से लाभार्थी द्वारा इस योजना के तहत पालिसी खोली जाएगी उसके प्रथम दिन से ही सारी सुविधाएँ दिए जाने का प्रावधान किया गया है | मरीज के अस्पताल में एडमिट होने की स्थिति में पहले से निर्धारित दर पर परिवहन भत्ता दिए जाने का भी प्रावधान है |
  • इस योजना की अगली विशेषता यह होगी की इसमें बीमित व्यक्ति अपना ईलाज देश के किसी भी कोने में करा सकता है |
  • अस्पताल निर्धारित दरों से अधिक पैसा नहीं वसूले इसके लिए इस योजना के तहत न केवल कैशलेस ईलाज की सुविधा विद्यमान होगी बल्कि यह पेपर विहीन भी होगा |
  • इस योजना के अंतर्गत मरीज के ईलाज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में ट्रान्सफर भी किया जा सकता है | यानिकी योजना के तहत मिलने वाली चिकित्सीय सुविधाएँ पोर्टेबल होंगी |
  • चूँकि यह भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है इसलिए सभी केंद्र एवं राज्य सरकारों के अधीन अस्पताल तो इस योजना का हिस्सा होंगे ही, निजी अस्पतालों को भी निर्धारित मानकों के अनुसार इस योजना से जोड़ा जाने का प्रावधान है |
  • सरकार द्वारा इस योजना को साधारण जनमानस के लिए शुरू करने से पहले ही ईलाज के लिए पैकेज रेट तय कर लिए जायेंगे ताकि अस्पताल अपने मनमुताबिक वसूली नहीं कर पायें |

कब क्या हुआ (History of Ayushman Bharat Yojana)

  • 1 फरबरी 2018 को वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा इस योजना की घोषणा की गई |
  • उसके बाद 21 मार्च 2018 को भारत सरकार की कैबिनेट में इस योजना को मंजूरी दी गई |
  • 27 मार्च 2018 को इंदु भूषण की नियुक्ति Ayushman Bharat Mission के Chief Executive Officer (CEO) के तौर पर हुई |
  • डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल 2018 के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में इस योजना के अंतर्गत पहले स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र का उद्घाटन किया अर्थात इसके प्रथम चरण की शुरुआत की |
  • राष्ट्रपिता महतमा गाँधी की जयंती 2 अक्टूबर 2018 को इस योजना का दूसरा चरण लांच होने की खबर है |

आयुष्मान भारत योजना का बैकग्राउंड:

भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा वर्ष 2008 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को एक कैशलेस बीमा योजना के रूप में शुरू किया गया था | इस योजना में बीमित परिवार के पांच सदस्यों को एक साल में 30000 रूपये बीमा का लाभ देना किया गया था | इस योजना का लाभ भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले, असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले इत्यादि व्यक्तियों को मिलने का प्रावधान किया गया था |

लेकिन इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने के मद्देनज़र राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को 1 अप्रैल 2015 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण  मंत्रालय को ट्रान्सफर कर दिया गया | उसके बाद 1 फरबरी 2018 को Ayushman Bharat Mission के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (NHPS)  की घोषणा करते वक्त पहले से चल रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना एवं सीनियर सिटीजन हेल्थ इन्स्योरेंश स्कीम को भी इसी में विलय कर दिया गया |

सरकार कितना प्रीमियम भरती है :

पात्र लाभार्थियों के लिए यह एक मुफ्त योजना है | लेकिन लाभार्थीयों की ओर से सरकार बीमा कंपनी को इस मेडिकल बीमा के लिए भुगतान करती है | इसलिए एक नियमित बीमा पालिसी जो किसी व्यक्ति को पांच लाख तक का बीमा कवर प्रदान करती है सामान्य तौर पर उसका प्रीमियम 3500 से 5000 रूपये होता है और इसमें भी पहले से मौजूद बीमारियाँ कवर नहीं होती हैं |

लेकिन Ayusman Bharat Yojana के अंतर्गत प्रीमियम की सालाना राशि 2000 रूपये तक हो सकती है, और इसमें भी मौजूद बीमारीयों को कवर करने का प्रावधान किया गया है | प्रथम वर्ष में इस योजना के लिए 10000 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है जिसमे 60 फ़ीसदी यानिकी 6000 करोड़ रूपये केंद्र को एवं 40 फ़ीसदी यानिकी 4000 करोड़ रूपये राज्यों द्वारा खर्च किये जाने का प्रावधान किया गया है |

यह भी पढ़ें:

Leave a Comment