बेसन बनाने का व्यापार | Besan Manufacturing Business in Hindi.

Besan manufacturing business यानिकी बेसन बनाने का काम कृषि पर आधारित एक महत्वपूर्ण खाद्य उद्योग से सम्बंधित बिज़नेस है | Flour Milling का काम India में लोगों द्वारा अपनी खाद्य सम्बंधित आवश्यकताओं को पूर्ण करने हेतु प्राचीन काल से किया जा रहा है | जहाँ पहले कृषि आधारित खाद्य पदार्थों जैसे गेहूं, चावल, दालों इत्यादि को व्यक्तिगत तौर पर पीसने और उपयोग में लाने के लिए हस्तचालित चक्की का उपयोग किया जाता था |

वही सार्वजनिक तौर पर इस तरह की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पानी से चालित चक्की का उपयोग किया जाता था, जिसकी पीसने की क्षमता हस्तचालित मशीन से कई गुना अधिक और गुणवक्तायुक्त हुआ करती थी |

धीरे धीरे पानी के स्रोतों में हुई कमी के कारण और ईधन चालित चक्की आ जाने के कारण उपर्युक्त दोनों तरह की पीसने की विधि लुप्त हो गई | वर्तमान में ईधन चालित चक्की एवं बिजली चालित चक्की का उपयोग Besan manufacturing में किया जाता है, जिनकी उत्पादन क्षमता एवं गुणवत्ता पारम्परिक चक्की से कई गुना अधिक है |

Besan manufacturing business

Besan Manufacturing बिजनेस क्या है :

Gram Flour अर्थात बेसन विभिन्न तरह के खाद्य पदार्थों के निर्माण में काम आने वाली एक महत्वपूर्ण वस्तु है |  बेसन का उपयोग जहाँ तरह तरह के Snacks Items जैसे पकोड़ी, ब्रेड पकोड़ा, लगभग सभी प्रकार के पकोड़े Veg, Non Veg एवं तरह तरह की नमकीन बनाने में भी किया जाता है |

इसके अलावा बेसन का उपयोग घरों के, होटल ढाबों के, रसोई घरों में विभिन्न प्रकार के पकवानों को बनाने में भी किया जाता है | बेसन को यदि हम परिभाषित करें तो हम कह सकते हैं की यह चने की दाल से निर्मित एक प्रकार का आटा होता है, अर्थात साधारण शब्दों में हम बेसन को चने का आटा यानिकी Gram Flour भी कह सकते हैं | और व्यवसायिक तौर पर बेसन बनाने का काम करके उससे कमाई करने की प्रक्रिया को Besan Manufacturing business कहा जा सकता है |

बेसन की विक्रय संभाव्यता:

भारतीयों की खाने की प्रकृति की यदि हम बात करें तो हम लोग मिठाई, नमकीन एवं चटपटी खाद्य पदार्थों को खाने के बेहद शौक़ीन रहते हैं, और सच यह भी है की इस प्रकार की खाद्य पदार्थो को बनाने में बेसन का अहम् किरदार होता है | बेसन एक ऐसा उत्पाद है जिसको विभिन्न तरह से खाने के पकवानों को, मिठाई को, नमकीन को, Snacks items को बनाने में उपयोग में लाया जाता है |

इस उत्पाद की व्यक्तिगत तौर पर जो मांग है वो तो है ही, इसके अलावा इसकी मांग औद्योगिक संस्थानों जैसे होटल ढाबों, मिठाई की दुकानों, कैंटीनों, छात्रावासों, क्लब इत्यादि में हमेशा बनी रहती है | बढती हुई जनसँख्या, एवं लोगों के खान पान की प्रवृत्ति में हो रहे बदलावों को देखते हुए कहा जा सकता है की Besan manufacturing business के लिए Market में हमेशा अवसर विद्यमान रहेंगे |

चूँकि उपर्युक्त वाक्य में हम बता चुके हैं की besan manufacturing मुख्य रूप से चने की दाल या चने से की जाती है, इसलिए उन राज्यों व क्षेत्रों जहाँ चने का उत्पादन बहुतायत तौर पर किया जाता है Besan Manufacturing business start करना लाभकारी हो सकता है |

यद्यपि चने का उत्पादन देश के विभिन्न भागों में किया जाता है लेकिन बहुतायत तौर पर चने का उत्पादन मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा एवं महाराष्ट्र जैसे राज्यों में किया जाता है | इसलिए इन राज्यों में Besan Manufacturing business start करने के लिए कच्चे माल की उपलब्धता आसानी एवं उचित दामों में उपलब्ध होने की संभावना के चलते यह व्यापार शुरू करना फायदेमंद हो सकता है |

Besan Manufacturing के लिए मशीनरी और कच्चा माल :

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की Besan Manufacturing business start करने  में मुख्य रूप से काम आने वाला Raw Material चने की दाल है | और इसका उत्पादन भारतवर्ष के लगभग हर राज्य में किया जाता है किन्तु मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान इत्यादि राज्यों में चने की दाल का उत्पादन अधिक होता है |

इसलिए इन राज्यों में Besan Manufacturing unit स्थापित करने के अच्छे अवसर उपलब्ध हैं |  जहाँ तक मशीनरी का सवाल है चने की दाल को पीसने में मुख्य रूप से काम आने वाली मशीनरी चक्की है | चक्की के साथ साथ अन्य मशीनरी की लिस्ट निम्नवत है |

  • Pulvrizer |
  • सोखने की मशीन /Soaking Machine |
  • छिलके निकालने की मशीन /Skin Removal |
  • चने की दाल को दो भागों में विभाजित करने वाली मशीन (Splitting Machine) |
  • छलनी एवं बेल्ट |
  • विभिन्न प्रकार के बर्तन |
  • बेसन पैक करने के लिए प्रिंटेड पाउच |
  • पैकिंग सीलिंग मशीन |
  • तौलने के लिए मशीन |
  • लेबोरेटरी उपकरण |

उद्यमी को एक बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए की Besan Manufacturing का यह व्यापार खाद्य से जुड़ा हुआ बिज़नेस है, इसलिए इसके व्यापार करने के लिए Prevention of Food Adulteration Act  (PFA Act) के तहत उल्लेखित बातों का अनुसरण करके, FSSAI से बिज़नेस को प्रमाणित करना आवश्यक है | इसके अलावा बेसन की गुणवत्ता हेतु  Bureau of Indian Standards द्वारा निर्धारित IS Specification 2400-1976 में उल्लेखित बातों का अनुसरण करना भी जरुरी है |

विनिर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process of Besan):

Besan manufacturing process में सबसे पहले चनों की सफाई की जाती है अक्सर होता क्या है की चनों में विभिन्न प्रकार की अशुद्धियाँ जैसे छोटे छोटे कंकड़ पत्थर एवं आधे अधूरे चने के दाने मिश्रित होते हैं | इसलिए सबसे पहले चने छानने वाली छलनी में चनों को छानकर इनमे उपलब्ध अशुद्धियों को दूर कर लिया जाता है |

उसके बाद Skin removal Machine की मदद से इसके छिलके उतार लिए जाते हैं, छिलके उतारने के बाद Splitting Machine की सहायता लेकर एक चने के दाने को दो भागों में विभाजित कर लिया जाता है |  उसके बाद चने की दाल के भौतिक गुण के आधार पर अन्य रंगों में उपलब्ध चने के आधे भाग को अलग कर दिया जाता है |

इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है की यदि चने में पहले से कोई पानी की मात्रा हो तो उसका पीसने से पहले दूर किया जाना जरुरी है इसमें Besan manufacturing business कर रहा उद्यमी चाहे तो Conditioning/Soaking machine की सहायता ले सकता है, अन्यथा नमी को कम करने अर्थात 12 से 14% तक Maintain रखने के लिए चने की दाल को धूप में भी सूखाया जा सकता है |

उसके बाद Pulverize  Machine की मदद से चने की दाल को अच्छी तरह पीस दिया जाता है | Besan Manufacturing process में कुछ परिस्थितियों में बेसन को IS Specifications एवं PFA act के मुताबिक गुणवक्तायुक्त बनाने एवं मानक प्राप्त करने के लिए पहले से तैयार किया हुआ गुणवक्तायुक्त बेसन भी उत्पादित बेसन में मिश्रित करना पड़ सकता है |

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