क्रेडिट कार्ड हैक होने के संकेत एवं हैक होने पर क्या करना चाहिए।

वर्तमान में लोगों द्वारा हर तरह की खरीदारी के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल अधिकाधिक किया जा रहा है । जैसे जैसे ऑनलाइन खरीदारी या रिटेल स्टोरों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ते जा रहा है वैसे वैसे क्रेडिट कार्ड के माध्यम से की जाने वाली धोखाधड़ी की संभावना भी बढती जा रही है। कहने का आशय यह है की गुजरते वक्त के साथ और बढती तकनीक के साथ साथ क्रेडिट कार्ड हैक करने के भी नए नए तरीके सामने आ रहे हैं।

इसलिए यदि क्रेडिट कार्ड धारक द्वारा जरां सी भी लापरवाही बरती गई तो यह लापरवाही उसको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकती है। अर्थात क्रेडिट कार्ड हैक हो जाने की स्थिति में कोई अनधिकृत व्यक्ति इसका गलत इस्तेमाल करके कार्डधारक को आर्थिक रूप से काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से यही जानने की कोशिश करेंगे की क्रेडिट कार्ड हैक हो जाने पर क्रेडिटकार्ड धारक को क्या करना चाहिए।

ताकि वह अपनी मेहनत से कमाई हुई कमाई को वह बिल भरने पर खर्च करने से बच सके जिसका उसने इस्तेमाल ही नहीं किया हो। इसलिए इससे पहले की हम यह जानें की हमें क्रेडिट कार्ड हैक हो जाने पर क्या करना चाहिए उससे पहले यह जान लेना बहुत जरुरी हो जाता है की हमें पता कैसे लगेगा की हमारा क्रेडिट कार्ड हैक हो गया है।

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क्रेडिट कार्ड हैक होने के संकेत:  

कभी कभी हम अपने रोजमर्रा के कामों में इतने व्यस्त रहते हैं की हम अपने मोबाइल पर प्राप्त हुए मेसेज को नजरंदाज कर देते हैं। और हमें क्रेडिट कार्ड हैक होने की अनुभूति तब होती है जब हम क्रेडिट कार्ड के बिल को बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ देखते हैं । लेकिन तब तक तीर कमान से निकल चुका होता है क्योंकि क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल के आधार पर ही इसका बिल जनरेट होता है।

ऐसे में सवाल यह उठता है की हमें कैसे पता लगेगा की हमारा क्रेडिट कार्ड हैक तो नहीं हुआ है। क्रेडिट कार्ड धारकों की इसी शंका को ध्यान में रखते हुए नीचे हम कुछ ऐसी बातों का उल्लेख कर रहे हैं। जिनसे आसानी से पता लगाया जा सकता है की आपका क्रेडिट कार्ड हैक हो गया है।

  • जब क्रेडिटकार्ड धारक को उसके कार्ड स्टेटमेंट में कोई अजीब खरीदारी का आभास हुआ हो अर्थात कार्डधारक को समझ में नहीं आ रहा हो की वह विशेष खरीदारी उसने कब की है। जब भी आपको अपने कार्ड स्टेटमेंट में कोई अजीब खरीदारी देखने को मिले तो अपने मष्तिष्क में जोर अवश्य डालें की आपने यह खरीदारी कब की थी। और अपने पारिवारिक सदस्यों से भी उस खरीद के बारे में अवश्य पूछें। यदि आपको लगता है की वह खरीदारी आपमें से किसी ने भी नहीं की है तो समझ जाएँ की आपका क्रेडिट कार्ड हैक हो गया है।
  • बहुत सारे हैकर आपके क्रेडिट कार्ड से केवल बहुत ही छोटी मात्रा में पैसों की चोरी कर सकते हैं यह वे इसलिए करते हैं ताकि आप जान ही न पायें की आपका क्रेडिट कार्ड हैक हो गया है। वे क्रेडिट कार्ड के माध्यम से इतनी छोटी ट्रांजेक्शन करते हैं की क्रेडिटकार्ड धारकों का उस पर ध्यान ही नहीं जाता। इसलिए यदि आपकी कार्ड स्टेटमेंट में कोई छोटा सा भी चार्ज लगा है तो उसकी खोजबीन अवश्य करें की इसके पीछे कारण क्या हैं।
  • क्रेडिट कार्ड से किसी भी कंपनी या संस्थान को पेमेंट किया जाता है तो उसका नाम स्टेटमेंट में अंकित होता है। इसलिए किसी अपरिचित कंपनी का स्टेटमेंट में नाम भी क्रेडिट कार्ड हैक होने का एक संकेत हो सकता है।
  • जब आपके क्रेडिट कार्ड द्वारा भुगतान किसी ऐसे क्षेत्र में किया जा रहा हो जहाँ आप हैं ही नहीं।
  • क्रेडिट बैलेंस आपकी अपेक्षा की तुलना में बेहद कम हो रहा हो।  

क्रेडिट कार्ड हैक होने पर क्या करें

क्रेडिट कार्ड हैक होने के मुख्य कारणों में ऐसी वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन शौपिंग करना हो सकता है जो कम भरोसेमंद हों। इन वेबसाइट के माध्यम से आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारीयाँ लीक हो जाती हैं।

इसके अलावा क्रेडिट कार्ड धारक द्वारा अपने फोन में या फिर कंप्यूटर में ईमेल या मेसेज के माध्यम से मलिशियस सॉफ्टवेर डाउनलोड एवं इनस्टॉल करके भी जानकारीयाँ लीक होने का खतरा बढ़ जाता है। और इन्हीं जानकारियों की बदौलत हैकर द्वारा क्रेडिट कार्ड हैक करके आपको आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा सकता है। ऐसे में सवाल यही उठता है की क्रेडिट कार्ड हैक होने पर करना क्या चाहिये।

 1. शीघ्रता से बैंक को सूचित करें:

यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड के स्टेटमेंट में कोई अनधिकृत लेन देन पाते हैं या फिर आपको लगता है की किसी ऐसे साईट जहाँ से आपने खरीदारी की हो उसने आपकी जानकारी के साथ छेड़छाड़ की है। तो आपको ज्ञात होगा की क्रेडिट कार्ड कंपनी एवं प्रत्येक बैंक का एक ऐसा कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबर होता है।

जो हफ्ते के सातों दिन चौबीस घंटे कार्यरत रहता है अर्थात इस नंबर के माध्यम से कोई भी ग्राहक कभी भी बैंक से अपनी शिकायत कर सकता है। इस नंबर को खाताधारक बैंक की अधिकारिक वेबसाइट या बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड के साथ प्रदान किये जाने वाला प्रिंटिंग मटेरियल के माध्यम से आसानी से प्राप्त कर सकता है। इसलिए क्रेडिट कार्ड के हैक हो जाने की स्थिति में सबसे पहले बैंक को सूचित करना अति आवश्यक है। क्योंकि जितनी जल्दी आप बैंक को इस बारे में सूचित करेंगे उतनी जल्दी वे कार्यवाही करने में सक्षम हो पाएंगे।

2. सुनिश्चित करें की कार्ड ब्लाक हो गया हो

आम तौर पर जब क्रेडिट कार्ड धारक बैंक को कार्ड हैक होने की सूचना दे देता है तो बैंक द्वारा उस कार्ड को तुरंत ब्लॉक कर दिया जाता है। ताकि उस कार्ड के अनधिकृत इस्तेमाल पर रोक लग सके। लेकिन इन सबके बावजूद भी खाताधारक को यह बात सुनिश्चित अवश्य करनी होगी की हैक हुआ क्रेडिट कार्ड ब्लॉक हुआ है या नहीं।

इसके लिए खाताधारक को बैंक कस्टमर केयर में दुबारा फोन करके इस बात को सुनिश्चित करना होगा। और यदि आपकी व्यक्तिगत जानकारी लीक हो गई हो तो उस क्रेडिट कार्ड को कैंसिल करने में ही फायदा है । इस कार्ड को कैंसिल करने के बाद बैंक कार्डधारक को नया कार्ड भेजेगा जिसे कार्ड धारक तक पहुँचने में एक दो हफ़्तों का समय लग सकता है।     

3. बैंक को लिखित सूचना भेजें:

ध्यान रहे क्रेडिट कार्ड हैक से सम्बंधित जो भी सूचना आपने बैंक के कस्टमर केयर में फोन करके दी हुई है उसका रेफेरेंस नंबर उनसे अवश्य लें। ताकि अगली बार आप जब भी कॉल करें सिर्फ रेफेरेंस नंबर के माध्यम से आप अपनी शिकायत का स्टेटस जान सकते हैं। बैंक को फोन पर सूचना के साथ साथ आप चाहें तो कस्टमर केयर ईमेल आईडी पर ईमेल भेजकर आप लिखित सूचना भी बैंक को दे सकते हैं।    

4. सुनिश्चित करें की बैंक रिप्लाई दे:

जब आप ईमेल के माध्यम से लिखित शिकायत बैंक से करते हैं तो आम तौर पर बैंक 24-72 घंटे में रिप्लाई अवश्य देते हैं । यदि आप अपने द्वारा भेजी गई लिखित शिकायत पर बैंक से किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं पाते हैं। तो आप इसकी शिकायत अगले स्तर पर कर सकते हैं। अगले स्तर की ईमेल आईडी प्राप्त करने के लिए आप कस्टमर केयर नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं। कभी कभी इस पूरे एस्केलेशन मैट्रिक्स की जानकारी बैंक की अधिकारिक वेबसाइट पर भी दी हुई होती है।    

5. क्रेडिट कार्ड की पेमेंट होल्ड न करें:

भले ही क्रेडिट कार्ड हैक होने के चलते आपका आउटस्टैंडिंग अमाउंट बढ़ गया हो और आपने इसकी शिकायत बैंक में भी की हो। लेकिन इस स्थिति में भी क्रेडिट कार्ड की पेमेंट को होल्ड न करें बल्कि इसका भुगतान समय पर करें। ताकि इस पर लगने वाले उच्च ब्याज से आप अपने आपको बचा सकें। हालांकि जब बैंक की जांच में यह सामने आ जायेगा की आपके साथ क्रेडिट कार्ड धोखा हुआ है तो बैंक उस राशि को वापस आपके खाते में डाल देता है। हालांकि यदि विवादित राशि बहुत ज्यादा हो तो इसके लिए खाताधारक बैंक से अलग सी परमिशन ले सकता है।     

6. बैंक द्वारा रिस्पोंस न देने पर बैंकिंग लोकपाल से संपर्क करें:

यदि बैंक द्वारा भरपूर खोजबीन के बाद निर्णय आपके खिलाफ दिया जाता है या फिर बैंक जवाब देने में काफी अधिक समय लगा रहा है। या जवाब दे ही नहीं रहा है तो आप बैंक के  Grievance Redressal Cell से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड धारक चाहे तो बैंकिंग लोकपाल में भी अपनी शिकायत दर्ज कराके तुरंत कार्यवाही करने की गुजारिश कर सकता है।

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