क्राउड फंडिंग क्या है? इससे पैसे कैसे जुटाएँ | What is Crowd funding in Hindi.

Crowd funding जैसा की नाम से ही प्रतीत होता है की भीड़ द्वारा एकत्रित किया हुआ पैसा जी हाँ दोस्तों अंग्रेजी के शब्द Crowd का अर्थ हिन्दी में भीड़ एवं funding का अर्थ पैसे एकत्रित करने से लगाया जा सकता है | अक्सर आपने कभी न कभी अपने जीवनकाल में देखा होगा की कभी कभी हमारे घर के बाहर दो तीन लोग एक Receipt Book हाथ में लेकर दरवाजे दरवाजे पर जाकर चंदा इकट्ठा करते हैं |

चंदा अर्थात पैसे देने वाले लोग उन लोगों से इस तरह से पैसा एकत्रित करने का कारण पूछते हैं तो वे बताते है की माता देवी का भंडारा, जगराता, विशाल भंडारा, भागवत इत्यादि है इसलिए उन्हें पैसे एकत्र करने की आवश्यकता पड़ी है आप अपनी श्रद्धानुसार कितनी की भी रिसीप्ट कटवा सकते हैं |

जी हाँ दोस्तों बहुत सारे सामाजिक सार्वजनिक कामों को करने के लिए इतने पैसे की आवश्यकता होती है की किसी एक व्यक्ति द्वारा इतना खर्च कर पाना मुश्किल होता है इसलिए इस कार्य को निष्पादित करने के लिए लोगों द्वारा इसका सहारा लिया जाता है | हालांकि यहाँ पर हमारा क्राउड फंडिंग के बारे में बात करने का उद्देश्य किसी जगराता या भंडारे के निष्पादन करने से नहीं है बल्कि हमारा उद्देश्य यह बताने का है की कोई बिज़नेस स्टार्ट करने में इसकी अहम् भूमिका कैसे हो सकती है |

Crowd-Funding-information-in-hindi

क्राउड फंडिंग क्या है (What is Crowd Funding):

याद कीजिये अपने बचपन के दिनों को जब गाँव के मंदिर में कोई पूजा का कार्यक्रम निश्चित किया जाता था तो सबके घर जाकर अन्न एवं पैसे की मांग की जाती थी ताकि गाँव ने जो काम करने का बीड़ा उठाया है वह अच्छे ढंग से निष्पादित हो सके वह एक तरह की Crowd Funding थी क्योंकि उसमे पैसे की निश्चित मात्रा को भीड़ के माध्यम से प्राप्त कर लिया गया था |

लेकिन उस समय यह क्षेत्र सीमित था अर्थात कहने का आशय यह है की जिस गाँव में वह पूजा हो रही होती थी सिर्फ उसी गाँव के लोग पैसे जमा करवाते थे, और यह पैसा जमा करवाने का रास्ता ऑफलाइन था | लेकिन वर्तमान में इन्टरनेट के बढ़ते उपयोग ने लोगों को इस प्रकार के Funding प्लेटफार्म ऑनलाइन बनाने के लिए भी मजबूर किया है |

इन प्लेटफार्म की विशेषता यह है की इनमे क्षेत्र की सीमा नहीं रहती है अर्थात यदि किसी व्यक्ति या संस्था को अपने या किसी सार्वजनिक कार्य को निष्पादित करने के उद्देश्य से फण्ड की आवश्यकता है तो इन प्लेटफार्म के माध्यम से वह व्यक्ति या संस्था न सिर्फ एक शहर से बल्कि देश के सभी शहरों से और न सिर्फ एक राष्ट्र से बल्कि ब्रहमांड में उपस्थित लगभग सभी राष्ट्रों से फण्ड एकत्रित कर सकते हैं |

Crowd funding प्लेटफार्म को उद्यमी किस तरह से उपयोग में ला सकते हैं?

वर्तमान में इन्टनेट पर उपलब्ध इस तरह के इन Funding Platforms की यदि हम बात करें तो इन्हें उपयोग में लाना किसी भी व्यक्ति के लिए बेहद आसान होता है | जहाँ तक सवाल यह आता है की ये होते क्या हैं तो इसका साधारण सा जवाब है की ये एक तरह की वेबसाइट होती हैं जो पैसे जुटाने वालों एवं पैसे देने वालों दोनों पक्षों को एक दुसरे से जोड़ती हैं | इन प्लेटफार्म पर उद्यमी या अन्य जरूरतमंद अपने Campaign चला के पैसे एकत्रित कर सकते हैं | इन प्लेटफार्म के माध्यम से निम्न गतिविधियों के लिए पैसा एकत्रित किया जा सकता है |

  • कुछ सामाजिक सार्वजनिक कार्यों के लिए |
  • किसी भी बिज़नेस आईडियाज को धरातल पर उतारने के लिए |
  • किसी असहाय के ईलाज के लिए |
  • किसी प्रतिभावान छात्र की पढाई के लिए |

क्राउड फंडिंग से पैसे कैसे जुटाएं (How to raise fund through crowd funding)

वैसे देखा जाय तो बिज़नेस के लिए Offline एवं Online Crowd Funding दोनों के माध्यम से पैसे एकत्र किये जा सकते हैं | यदि हम ऑफलाइन क्राउड फंडिंग की बात करें तो अधिकतर फंडिंग तब एकत्र की जा सकती है जब लोगों को उनके द्वारा की जाने वाली फंडिंग के बदले कुछ लाभ प्राप्त हो जैसे कुछ NGO द्वारा फण्ड एकत्र करते वक्त फण्ड देने वाले को कर में छूट इत्यादि का प्रलोभन दिया जाता है जो की सत्य भी है |

इसके अलावा ऑनलाइन फंड एकत्र करने के लिए सर्वप्रथम व्यक्ति या उद्यमी को यह निर्णय लेना पड़ता है की उसे किस बिज़नेस को करने के लिए कितने पैसों की आवश्यकता है | और जितने पैसों की आवश्यकता है वह कब तक जरुरी चाहिए हैं इत्यादि डिटेल्स को ध्यान में रखकर उद्यमी को अपनी कहानी इन ऑनलाइन प्लेटफार्म में बनानी होती है |

हालांकि लोगों द्वारा मानवता के नाते अधिकतर मदद ऐसे लोगों की की जाती है जो विभिन्न जानलेवा बीमारियों से लड़ रहे होते हैं लेकिन यदि कहानी लोगों को आकर्षित करे तो उद्यमी बनने की चाह रखने वाले उद्यमियों को भी अपने बिज़नेस के लिए फंडिंग मिल सकती है | संक्षेप में यदि हम बात करें की कोई जरूरतमंद इन ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से कैसे फण्ड Raise कर सकता है तो हम पाएंगे की सर्वप्रथम व्यक्ति को अपने जरुरत के अनुसार Funding Platform का चुनाव करना होता है |

इसके लिए व्यक्ति विभिन्न वेबसाइटों पर विजिट करके पता कर सकता हैं उन प्लेटफार्म पर किस प्रकार की आवश्यकताओं को महत्व दिया जा रहा है, जैसे कोई ऐसा Online Funding Platform हो सकता है जिसमे बीमारियों के प्रति अधिक डोनेट किया जा रहा हो, किसी में आर्थिक आपदा के प्रति, किसी में बिज़नेस को प्रोत्साहित करने के लिए डोनेट किया जा रहा हो इसलिए व्यक्ति को अपनी आवश्यकता के मुताबिक ऑनलाइन प्लेटफार्म का चुनाव करना चाहिए |

आगे इस फंडिंग के माध्यम से प्लेटफार्म द्वारा उसकी आवश्यकता सम्बन्धी कुछ जानकारी जैसे कितने पैसे और कब तक चाहिए और किसलिए चाहिए इत्यादि जानकारी मांगी जाएगी | इसमें Campaign चलाने वाले शख्स को इस बात का विशेष धयान रखना होता है की वह जो भी जानकारी उसमे भरे बिलकुल सही भरे अर्थात उसमे झूठ, फरेब कहीं नहीं होना चाहिए क्योंकि इस तरह के ये ऑनलाइन प्लेटफार्म व्यक्ति एवं व्यक्ति द्वारा गढ़ी गई कहानी की जांच कराते हैं |

और यदि जांच में वह बात झूठी निकलती है तो ऐसे व्यक्ति के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही होती है |  इसमें Campaign बना रहे व्यक्ति को अपने Campaign से जुड़े फोटोज, वीडियोज, वेबसाइट इत्यादि बनानी पड़ सकती है जिससे व्यक्ति ऑनलाइन प्लेटफोर्म जैसे सोशल मीडिया इत्यादि के माध्यम से उसे प्रमोट कर पाने में सक्षम हो |

इसके अलावा साक्ष्य जैसे यदि Campaigner किसी की बीमारी का जिक्र करके पैसे की मदद की गुहार लगा रहा है तो इस स्थिति में विभिन्न Medical reports उसे ऑनलाइन प्लेटफार्म में अपलोड करने पड़ सकते हैं | Campaigner को अपने Campaign को लगातार देखते रहना चाहिए जैसे ही उस पर कोई प्रश्नवाचक प्रतिक्रिया होती है तो उसका बड़े शिष्ट –विशिष्ट तरीके से उत्तर देना चाहिए इसके अलावा मदद करने वालों को शिष्टाचार वश धन्यवाद करना भी नहीं भूलना चाहिए |

भारत की कुछ प्रमुख क्राउड फंडिंग साईट (Crowd Funding sites):

भारत की कुछ प्रमुख Crowd Funding websites इस प्रकार से हैं |

  1. Rang De (रंग दे): इस ऑनलाइन प्लेटफार्म की शुरुआत सन 2008 में स्मिता राम और राम एन. के. ने बंगलौर से की थी | इस प्लेटफार्म की विशेषता यह है की इसमें 93% तक लाभार्थी महिलाएं हैं | बिना जमानती ऋण पर उधारकर्ता द्वारा 5% से 10% ता का ब्याज देय होता है जबकि उधारकर्ताओं द्वारा चुकाए गए सभी ऋणों पर रंग दे को केवल 2% मिलता है |
  2. Ketto: यह ऑनलाइन प्लेटफार्म वर्ष 2012 में कुणाल कपूर, वरुण सेठ, ज़हीर अदेंवाला ने मुंबई से शुरू किया था | वर्तमान में यह मुख्य रूप से तीन श्रेणियों का समर्थन Fund Raising में करता है |
  • समुदाय में सामाजिक परियोजनाओं/ गैर सरकारी संगठनों/ गैर मुनाफा संगठनों/दान इत्यादि को |
  • क्रिएटिव आर्ट्स में सिनेमा / म्यूजिक / थिएटर / फ़ैशन / टेक्नोलॉजी इत्यादि को |
  • व्यक्तिगत विकास में स्वास्थ्य / शिक्षा / यात्रा इत्यादि को |

Ketto  द्वारा कुल एकत्रित धनराशी की 5-8% चार्ज या फिर कम से कम $30 जो भी अधिक हो चार्ज के रूप में लिया जाता है |

  1. Fuel A Dream :
    इस प्लेटफार्म की शुरुआत रंगनाथ थोटा ने अप्रैल सन 2016 में 14 प्रोजेक्ट के साथ की थी यह पल्त्फोर्म एक पुरुस्कार आधारित प्लेटफार्म है और यह रचनात्मक कला परियोजनाओं, सामाजिक कारणों और दान पर केंद्रित है । Fuel A Dream कैंपेन के दौरान एकत्रित कुल पैसे का लगभग 9% तक चार्ज लेता है |
  2. BitGiving: इस Funding Platform की शुरुआत वर्ष 2013 में इशिता आनंद ने नई दिल्ली से की थी | यह एक ऐसा मंच है जो कलाकारों, इंजीनियरों और सभी प्रकार के रचनाकारों को अपनी कहानियों को साझा करने और उद्यमशीलता, रचनात्मकता और सामाजिक परियोजनाओं के लिए ऑनलाइन धन जुटाने में एक साथ आने के लिए सक्षम बनाता है । इसमें लगभग 15 प्रतिशत अभियान चिकित्सा उपचार के लिए धन जुटाने पर केंद्रित हैं । यह कैंपेन के दौरान एकत्रित कुल पैसे का 6 से 10% तक चार्ज करता है |
  3. Crowdera: यह प्लेटफार्म वर्ष 2014 के अक्टूबर महीने में अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में दो भारतीय एवं एक अमेरिकी क्रमशः चेत जैन, चैतन्य आत्रेय, Rich Mastuura द्वारा स्थापित किया गया था | इंडिया में इसकी शुरुआत अप्रेल 2016 से हुई थी | इस प्लेटफार्म के अन्तरगत कैंपेन चलाने वाले से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है |
  4. Milaap : इसकी शुरुआत वर्ष 2011 में मयंक चौधरी और अनोज विश्वनाथन द्वारा की गई थी | यह प्लेटफार्म fund raising के अलावा जरुरतमंदों को ऋण भी प्रोवाइड करवाता है | यद्यपि इसकी शुरुआत ही उधार देने के काम से हुई थी लेकिन वर्ष 2014 में इसने Donations को भी प्लेटफार्म में Add किया |
  5. Impact Guru: इस Platform की शुरुआत खुशबू जैन और पियूष जैन ने एक Non Profit Organization के रूप में वर्ष 2014 में की थी | यह प्लेटफार्म व्यक्तियों, गैर लाभ संगठनों, सामाजिक उद्यमों, स्टार्टअप, कॉर्पोरेट्स इत्यादि को अपनी धन उगाहने की जरूरतों के लिए मदद करता है । यह प्लेटफार्म donations, rewards एवं Investment में भी संलिप्त है | यदि कोई Fund Raiser इस प्लेटफार्म पर डिफ़ॉल्ट पैकेज का चयन करता है तो यह 5% फीस चार्ज करता है |

ऐसे लोग जो किसी जरूरतमंद की मदद करना चाहते हैं वे इन वेबसाइट पर विजिट करके जरुरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं की हर वेबसाइट पर Campaign चलाने वालों की पूरी तरह से जांच परख होती है इसलिए व्यक्ति को यह कतई नहीं सोचना चाहिए की उनका पैसा किसी गलत हाथों में जाकर उसका दुरूपयोग हो जायेगा | इसके अलावा ऐसे उद्यमी जिनके पास लाभ कमाने का सामर्थ्य रखने वाला बिज़नेस आईडिया है वे भी अपनी आवश्यकता के मुताबिक इन वेबसाइट पर जाकर Campaign run कर सकते हैं |

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