डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी कैसे शुरू करें। Digital Marketing Agency Business Plan.

इस इन्टरनेट युग में शायद Digital Marketing Agency से हर कोई उद्यमी अच्छे ढंग से वाकिफ होगा क्योंकि वर्तमान में उत्पादों एवं सेवा की बिक्री एवं ग्राहकों तक अपनी पहुँच बढाने के लिए कंपनियों द्वारा डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल किया जाता है। जैसा की हम सबको विदित है की किसी भी बिज़नेस की सफलता उसकी मार्केटिंग रणनीति पर निर्भर करती है कभी कभी अच्छी मार्केटिंग एक औसतन उत्पाद को भी उन बुलंदियों तक पहुँचा देती है जो उसके विनिर्माणकर्ता ने कभी सोचा भी नहीं हो।

यही कारण है की हर बिज़नेस चाहे वह विनिर्माण क्षेत्र से सम्बंधित हो या सेवा क्षेत्र से उसे अपने उत्पाद या सेवा को ग्राहकों तक पहुँचाने के लिए मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग की आवश्यकता होती ही होती है। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से Digital Marketing agency शुरू करने के विषय में जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं। यह एक ऐसा बिज़नेस है जिसमे उद्यमी की डील अधिकतर तौर पर बिज़नेस करने वाले लोगों के साथ ही होती है इसलिए इसे B2B बिज़नेस की श्रेणी में रखा जा सकता है।

जैसा की हम सब जानते हैं की भारत में भी इन्टरनेट बड़ी तीव्र गति से अपने पैर पसार रहा है, यहाँ अब अधिकतर ग्रामीण इलाके ही ऐसे हैं जहाँ इन्टनेट की पहुँच नहीं है बाकि अधिकतर शहरों एवं कस्बों में जिओ के आने से इन्टरनेट की कमी पूरी हो गई है।

यही कारण है की वर्तमान में उद्यमी भी अपने बिज़नेस की  ऑनलाइन उपस्थिति बनाने को लेकर आतुर हैं वह अपने उत्पाद एवं सेवा को ऑनलाइन बेचना चाहते हैं। ऐसे उद्यमियों की सहायता के लिए लगभग हर जगह Digital Marketing agency की आवश्यकता है जो उन्हें उनकी ऑनलाइन मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग में मदद कर सके।

लेख की विषय वस्तु दिखाएँ

डिजिटल मार्केटिंग क्या है (What is Digital marketing in Hindi):   

Digital Marketing Agency को समझना है तो डिजिटल मार्केटिंग को समझना होगा। साधारणतया इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या इन्टरनेट के माध्यम से जो भी मार्केटिंग के प्रयास किये जाते हैं वे सभी डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत आते हैं। कहने का आशय यह है की उद्यमियों द्वारा अपने व्यवसाय को सर्च इंजन, सोशल मीडिया, ईमेल, और अपनी वेबसाइट के माध्यम से अपने संभावित ग्राहकों तक पहुँचने के लिए जो भी प्रयास किये जाते हैं वे सभी डिजिटल मार्केटिंग का हिस्सा हैं।

मार्केटिंग हमेशा से नए या पुराने उद्यमों के लिए अपने ग्राहकों को उनके साथ जोड़ने का एक माध्यम रही हैं। पहले यह कार्य अन्य माध्यमों से किया जाता था। लेकिन इन्टरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के कारण यह कार्य इन्टरनेट के माध्यम से भी किया जाने लगा यही कारण है की Digital Marketing को इन्टरनेट मार्केटिंग या ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहा जाता है।

इसलिए हम आगे कह सकते हैं की मार्केटिंग की ऐसी कोई भी क्रिया जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या इन्टरनेट के माध्यम से की जाती हो डिजिटल मार्केटिंग ही कहलाती है। इसमें आम तौर पर सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, पेड सर्च, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, मोबाइल मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, पे पर क्लिक इत्यादि सम्मिलित है ।

डिजिटल मार्केटिंग के अवयव (Components of Digital Marketing in Hindi):

यद्यपि हमें स्मरण है की हमारे इस लेख का मकसद भारत में खुद की Digital Marketing Agency कैसे खोलें? बताने का है। लेकिन डिजिटल मार्केटिंग के अवयवों पर संक्षेप में बात करना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि इस बिज़नेस में उद्यमी को अपने ग्राहकों को इन्हीं की सर्विस देनी होती है। इसलिए यहाँ पर हम इनके बारे में सिर्फ संक्षिप्त रूप से जानने की कोशिश करेंगे।

Digital-marketing agency-Components

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO):

सर्च इंजन हमेशा से ही डिजिटल मार्केटिंग का हिस्सा रहा है इसमें Digital Marketing Agency का बिज़नेस कर रहे उद्यमी को अपने ग्राहकों की वेबसाइट, पेज, पोस्ट, विडियो इत्यादि को इस तरह से ऑप्टिमाइज़ करना होता है की वे सर्च इंजन में बेहतर रैंक करें।

पे पर क्लिक (PPC):

पे पर क्लिक नामक यह कैंपेन गूगल एडवर्ड के अलावा सोशल मीडिया की वेबसाइटों पर भी बनाया जा सकता है। इसमें जब कोई भी आंशिक ग्राहक लिंक पर क्लिक करता है तो ग्राहक के बनाये गए कैंपेन से पैसे कट जाते हैं इसलिए इसे पे पर क्लिक कहा जाता है। यानिकी प्रत्येक क्लिक के लिए भुगतान करना।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM):

वर्तमान में सोशल मीडिया लोगों की खरीदारी के निर्णयों को प्रभावित करने का सामर्थ्य रखता है यही कारण है की भिन्न भिन्न कंपनियों द्वारा अपने उत्पादों एवं सेवाओं की बिक्री के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग का सहारा लिया जाता है। इसके लिए वे Digital Marketing Agency से संपर्क करते हैं।

वेबसाइट डिजाइनिंग एवं डेवलपमेंट:

Digital Marketing agency  का बिज़नेस कर रहे उद्यमी को अपने ग्राहकों की वेबसाइट की डिजाइनिंग एवं डेवलपमेंट करने की भी आवश्यकता होती है । क्योंकि शायद बिना वेब पेज के डिजिटल मार्केटिंग संभव नहीं है।

ईमेल मार्केटिंग:

चूँकि Digital Marketing agency के पास अलग अलग लोगों की ईमेल आईडी इत्यादि होती हैं इसलिए कंपनियां उन लोगों को सीधे ईमेल करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग से संपर्क कर सकती हैं । या स्वयं का ईमेल कैंपेन बनाने की जिम्मेदारी भी दे सकती हैं ।

एक Digital Marketing agency उपर्युक्त सर्विसेज के अलावा अपने ग्राहकों को कन्वर्शन रेट ऑप्टिमाइजेशन, गूगल लोकल ऑप्टिमाइजेशन, ब्रांड नाम मॉनिटर, एफिलिएट मार्केटिंग इत्यादि सुविधाएँ भी दे सकती है। वर्तमान में शायद बिना ऑनलाइन उपस्थिति के किसी भी उत्पाद एवं सेवा को बेचना मुश्किल हो गया है इसलिए हर तरह का उद्यमी अपने व्यवसाय को ऑनलाइन उपस्थित कराने के लिए आतुर है। ऐसे में ऐसे व्यवसाय एवं व्यवसायियों की सहायता करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी की आवश्यकता हो सकती है।

डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी कैसे खोलें ( How to start Digital Marketing Agency in Hindi):

Digital Marketing Agency का बिज़नेस शुरू करना हर किसी के बस की बात नहीं है अर्थात यदि व्यक्ति के पास निवेश करने के लिए पैसों की व्यवस्था है लेकिन उसे डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान नहीं है तो उसे यह बिज़नेस नहीं करना चाहिए।

और इसके उलट यदि व्यक्ति के पास डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान है लेकिन शुरू में निवेश करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं भी हैं तो वह छोटे स्तर पर व्यक्तिगत तौर पर यह बिज़नेस शुरू कर सकता है। इसलिए कोई भी व्यक्ति जो खुद की Digital Marketing Agency शुरू करना चाहता हो निम्नलिखित दिए गए स्टेप्स का अनुसरण कर सकता है।

1. सबसे पहले प्रशिक्षण लें (Get Training):  

Digital Marketing Agency शुरू करने के इच्छुक उद्यमी को डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान होना बेहद आवश्यक है क्योंकि भले ही वह सभी कार्य करने के लिए कर्मचारी नियुक्त कर ले लेकिन काम की देखरेख एवं एजेंसी के निर्णय उसी को लेने होंगे।

इसलिए जब तक उद्यमी को डिजिटल मार्केटिंग की अच्छी जानकारी नहीं होगी वह इस बिज़नेस को चलाने में असमर्थ होगा इसलिए यदि इस तरह का यह बिज़नेस करने के इच्छुक व्यक्ति को डिजिटल मार्केटिंग की जानकारी नहीं है तो उसे सर्वप्रथम किसी डिजिटल मार्केटिंग इंस्टिट्यूट से इसका प्रशिक्षण या कोर्स करना चाहिए।

2. पहले से चल रही किसी एजेंसी में जॉब करें (Get Practical Knowledge):

डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स या प्रशिक्षण पूरा कर लेने के बाद Digital Marketing Agnecy शुरू करने के इच्छुक व्यक्ति को किसी पहले से चल रही डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में नौकरी ढूँढने की कोशिश करनी चाहिए।

और ध्यान रहे व्यक्ति को कम या अधिक वेतन जितना भी मिले नौकरी ज्वाइन कर लेनी चाहिए ताकि वह उस एजेंसी में नौकरी करने के दौरान काम की व्यवहारिक नॉलेज अर्जित कर सके। और इस बिज़नेस में आने वाली कठिनाइयों, चुनौतियों का मूल्यांकन करके फिर अपना मन पक्का कर सके की उसे इस प्रकार का यह व्यवसाय करना है की नहीं। 

3. खुद के कौशल का मूल्यांकन करें (Evaluate Your Skills) :

जॉब के दौरान उद्यमी को खुद के पास उपलब्ध स्किल का भी मूल्यांकन करते रहना चाहिए और जहाँ पर उसे लगे की वह कमजोर है उसे मजबूत बनाने का प्रयास करना चाहिए। चूँकि नौकरी के दौरान वह इस क्षेत्र से जुड़े प्रोफेशनल के बीच रहेगा इसलिए वह इस क्षेत्र से जुड़ी अनेकों गुप्त बातें भी जान पायेगा जो आगे जाकर उसके बिज़नेस के काम आयेंगे।   

4. वित्त की व्यवस्था करें (Finance Arrangement):

अब यदि Digital Marketing Agency खोलने के इच्छुक व्यक्ति ने अपना पक्का मन बना लिया हो तो उसे वित्त की व्यवस्था करनी चाहिए। इस तरह के बिज़नेस में प्रयुक्त होने वाले मुख्य मशीनरी, उपकरणों के रूप में कंप्यूटर एवं कुछ जरुरी सॉफ्टवेर ही इस्तेमाल होने वाले हैं इसलिए शुरुआती दौर में यदि उद्यमी सात कंप्यूटर इत्यादि से भी शुरू करेगा तो इन सब उपकरणों पर होने वाला खर्चा 2-3 लाख रूपये ही होगा। अगला मुख्य खर्चा कर्मचारियों को दिए जाने वाली वेतन, ऑफिस का किराया एवं Office Consumables पर होगा।

उद्यमी को अपनी योजना के हिसाब से सभी खर्चों को शामिल करते हुए लगभग 8-12 महीनों के खर्चों को ध्यान में रखते हुए वित्त की व्यवस्था करनी होगी ।    

5. ऑफिस किराये पर लें (Rent an Office):

वित्त की व्यवस्था करने के बाद उद्यमी का अगला कदम अपनी Digital marketing Agency के लिए ऑफिस देखने का होना चाहिए। शुरूआती दौर में उद्यमी चाहे तो पहले से furnished किसी पुराने ऑफिस को भी किराये पर ले सकता है। शुरू में एक ऐसा ऑफिस जहाँ 7-8 कर्मचारी बैठ सकें से उद्यमी काम चला सकता है। ऑफिस किराये पर लेते वक्त लीज एग्रीमेंट अवश्य बनायें ताकि इसे पता प्रमाण के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सके।   

6. एजेंसी का नाम सर्च करके रजिस्टर करें:

यदि आपने अपने बिज़नेस के लिए नाम पहले से तय किया हुआ है तो यह उपलब्ध है या नहीं का पता करने के लिए आप एमसीए की अधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं ।

इस लिंक पर जाकर उद्यमी यह पता कर सकता है की जो नाम उसने अपने व्यवसाय के लिए सोचा है कहीं वह पहले से तो रजिस्टर नहीं है यदि ऐसा होगा तो वह नाम उद्यमी को नहीं मिलेगा। इसलिए जो भी नाम आप सोचें उसे इस लिंक के माध्यम से अवश्य सर्च करें की उसकी उपलब्धता है या नहीं। ध्यान रहे एमसीए के साथ उद्यमी केवल वही नाम रजिस्टर कर सकता है जो पहले से रजिस्टर न हों ।   

7. शुरू में प्रोप्राइटरशिप के अंतर्गत रजिस्टर कर सकते हैं:

Digital Marketing Agency शुरू करने के इच्छुक व्यक्ति को शुरूआती दौर में अपनी कंपनी को प्रोप्राइटरशिप इकाई के तौर पर रजिस्टर कराना चाहिए वह इसलिए क्योंकि प्राइवेट लिमिटेड एवं लिमिटेड की तुलना में इस प्रक्रिया में कम अनुमतियों की आवश्यकता होती है।

हालांकि यदि उद्यमी किसी अन्य के साथ पार्टनरशिप करके यह बिज़नेस कर रहा हो तो वह एजेंसी पार्टनरशिप फर्म के तौर पर भी रजिस्टर करा सकता है । इसके अलावा यदि उद्यमी डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तौर पर रजिस्टर करना चाहता है तो इसकी जानकारी के लिए वह हमारे द्वारा लिखा कंपनी कैसे रजिस्टर करते हैं? नामक लेख पढ़ सकता है ।

8. एजेंसी के नाम से पैन कार्ड एवं बैंक में चालू खाता खोले:

उद्यमी को अपनी Digital Marketing Agency के नाम से पैन कार्ड बनाने की भी आवश्यकता हो सकती है और बैंक में चालू खाता खोलने की भी आवश्यकता हो सकती है। एमसीए से प्राप्त इनकारपोरेशन सर्टिफिकेट, लीज एग्रीमेंट, उद्यमी से जुड़े दस्तावेजों के बलबूते इन कार्यों को आसानी से अंजाम तक पहुँचाया जा सकता है ।

बिजनेस के लिए बैंक में चालू खाता कैसे खोलें।

9. जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराएँ:

हालांकि जीएसटी रजिस्ट्रेशन एक निश्चित टर्नओवर के बाद ही अनिवार्य होता है लेकिन Digital marketing Agency की डील अधिकतर तौर पर बिज़नेस इकाइयों से ही होती है। इसलिए इस तरह का व्यवसाय कर रहे उद्यमी को शुरूआती दौर में ही जीएसटी पंजीकरण करा लेना चाहिए ताकि ग्राहकों के बीच उसकी विश्वसनीयता बनी रहे।

कंपनी इनकारपोरेशन, जीएसटी रजिस्ट्रेशन इत्यादि के लिए उद्यमी चाहे तो किसी स्थानीय चार्टेड अकाउंटेंट से भी संपर्क कर सकता है। इसके अलावा जीएसटी रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में यहाँ बताया हुआ है।

10. कर्मचारी नियुक्त करें:

Digital Marketing Agency शुरू करने के इच्छुक उद्यमी का अगला कदम कर्मचारियों की नियुक्ति का होना चाहिए । उद्यमी को वेब डिज़ाइनर,SEO Expert, Adword Expert एवं अन्य लोगों की आवश्यकता होती है । शुरुआत में उद्यमी के लिए सभी अनुभवी कर्मचारियों के वेतन के खर्चे को झेल पाना मुश्किल होगा इसलिए उद्यमी को कुछ अनुभवी एवं कुछ फ्रेशर को अपनी Digital Marketing Agency का हिस्सा बनाना होगा।

11. खुद की एजेंसी के नाम से वेबसाइट बनायें:

एजेंसी के नाम से डोमेन सर्च करें और इसके सभी प्रमुख एक्सटेंशन जैसे .com .in .org इत्यादि खरीदकर इन्हें एक प्रमुख डोमेन पर रिडायरेक्ट कर दें। खुद की वेबसाइट बनाने की जिम्मेदारी अपनी एजेंसी में कार्यरत कर्मचारियों को ही दें और उनके अन्दर छिपे स्किल का मूल्यांकन करें।  

12. एजेंसी के तौर पर गूगल एग्जाम पास करें:

हालांकि व्यक्तिगत व्यक्ति भी गूगल के सर्टिफिकेट गूगल के एग्जाम पास करके हासिल कर सकता है। इसके चार पांच एग्जाम होते हैं और गूगल एडवर्ड के साथ कोई एक एग्जाम पास करने पर व्यक्ति या एजेंसी गूगल सर्टिफाइड हो जाती है।

इसमें गूगल एडवर्ड एवं अन्य सर्टिफिकेट एक साल के लिए वैध होते हैं जबकि गूगल एनालिटिक्स का सर्टिफिकेट डेढ़ सालों के लिए वैध होता है। उद्यमी को गूगल एग्जाम अपनी Digital Marketing Agency के नाम से देना चाहिए ताकि सर्टिफिकेट एजेंसी के नाम से बनकर आये और गूगल एजेंसी को क्लाइंट देने में भी मदद करे।   

13. काम शुरू करें और कमाई करें:

अब उद्यमी को सबसे पहले खुद के बिज़नेस की मार्केटिंग करके उसे ऊपर उठाने की कोशिश करनी चाहिए इसके लिए उद्यमी अपनी टीम को काम पर लगा सकता है और परिणामों की निगरानी भी कर सकता है। अगर परिणाम संतोषजनक न आयें तो इसका अभिप्राय यह है की उद्यमी को कहीं न कहीं बदलाव करने की आवश्यकता है। Digital Marketing Agency को जितने अधिक ग्राहक मिलेंगे उसकी उतनी ही अधिक कमाई भी होगी इसलिए अधिक से अधिक संभावित ग्राहकों तक पहुँचने की कोशिश करें।

Q. डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी क्या है?

Ans. एक ऐसी कंपनी जो अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और इन्टरनेट के माध्यम से उनके प्रोडक्ट या सेवा को संभावित ग्राहकों तक पहुँचाने में मदद करती है। डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी कहलाती है।

Q. डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी खोलने के लिए क्या डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान होना जरुरी है?

Ans. जी हाँ, आप चाहें तो पहले किसी मौजूदा Digital Marketing Agency में काम करके अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।        

यह भी पढ़ें

Leave a Comment