होमियोपैथी डॉक्टर कैसे बनें? How to Become a Homeopathy Doctor in Hindi.

Homeopathy Doctor से शायद आप सभी लोग अच्छी तरह से परिचित होंगे इसका मुख्य कारण यह है की दुर्भाग्यवश अभी तक हमारे देश में एलोपैथिक डॉक्टर की उपलब्धी सभी क्षेत्रों में नहीं है । कहने का अभिप्राय यह है की आज़ादी के 70 सालों बाद भी हमारे देश में हर नागरिक के पास स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाएँ उपलब्ध नहीं है ग्रामीण एवं दूर सुदूर इलाकों में एलोपेथिक डॉक्टर की भारी कमी है। यही कारण है की इन इलाकों में निवासित लोग मेडिसिन की अन्य वैकल्पिक प्रणालियों पर निर्भर रहते हैं।

इसके अलावा बहुत सारे लोग एलोपथिक डॉक्टर एवं दवाओं का खर्चा वहन कर पाने में असमर्थ होते हैं और कुछ लोग तो एलोपेथिक प्रणाली पर विश्वास ही नहीं करते यह सब लोग वैकल्पिक प्रणालियों जैसे होमियोपैथ, आयुर्वेद इत्यादि से अपना ईलाज करवाना पसंद करते हैं।

यही कारण है की भारत जैसे विशालकाय देश में Homeopathy Doctor एवं अन्य वैकल्पिक प्रोफेशनल की हमेशा माँग रहती है। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से भारत में अपनी कमाई करने के लिए कैसे कोई Homeopathy Doctor बन सकता है विषय पर विस्तृत जानकारी देने का प्रयत्न करेंगे।

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Homeopathy Doctor बनने के लिए योग्यता:

Homeopathy Doctor  बनने के लिए सबसे प्रचलित डिग्री कोर्स बैचलर ऑफ़ होमियोपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) है, हालंकि कुछ डिप्लोमा एवं अन्य कोर्स भी उपलब्ध हैं लेकिन यहाँ पर हम BHMS Course के माध्यम से Homeopathy Doctor बनने की बात करते हैं। इसलिए होमियोपैथी डॉक्टर बनने के लिए इच्छुक उम्मीदवार को BHMS करना होगा और इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार का बारहवीं में साइंस स्ट्रीम जिसमें बायोलॉजी विषय की अनिवार्यता कर दी गई है से कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना बेहद अनिवार्य है।

कहने का आशय यह है की बारहवीं उम्मीदवार को PCB विषयों के साथ कम से कम 50% अंकों के साथ पास करनी होगी। उसके बाद उम्मीदवार को एडमिशन सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न राज्य स्तरीय एवं राष्ट्र स्तरीय एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने की आवश्यकता होती है। Homepathy doctor बनने के इच्छुक उम्मीदवार की BHMS करने के लिए कम से कम उम्र 17 वर्ष होनी चाहिए।

Homeopathy Doctor कैसे बनें.

होमियोपैथी मेडिसिन प्रणाली भारतवर्ष में तीसरी सबसे बड़ी मेडिसिन प्रणाली है इसमें क्रमशः एलोपेथी, आयुर्वेद एवं होमियोपैथी है। तीसरी सबसे बड़ी प्रणाली होने कारण ही अक्सर लोग जानना चाहते हैं की कैसे वे Homeopathy Doctor बनकर खुद की कमाई कर सकते हैं। आगे हम इसमें क्रमवार तरीके से होमियोपैथी डॉक्टर बनने के बारे में बात करे हैं।

1. बारहवीं पीसीबी विषयों के साथ पास करें:

Homeopathy Doctor बनने के इच्छुक उम्मीदवार को दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम का चुनाव करके PCB विषयों का चयन करना चाहिए। उसके बाद केवल और केवल पढाई में ध्यान देना अति आवश्यक है क्योंकि BHMS करने के लिए हर होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज द्वारा निर्धारित कम से कम अंक अलग अलग हो सकते हैं। हालांकि वर्तमान में अधिकतर कॉलेजों द्वारा कम से कम अंक 50% हैं।

जिसका सीधा एवं स्पष्ट सा मतलब है की ऐसे विद्यार्थी जिनके बारहवीं में पीसीबी विषयों के साथ 50% से कम नंबर हैं वे होमियोपैथी डॉक्टर बनने के लिए BHMS हेतु आवेदन नहीं कर सकते। इसलिए उम्मीदवार को चाहिए की वह बारहवीं में अधिक से अधिक अंक लाने का भरपूर प्रयत्न करे।     

2. एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करें:

Homeopathy Doctor बनने की ओर अगला कदम एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने का होना चाहिए क्योंकि अधिकतर कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम के तहत ही एडमिशन देते हैं। इसके लिए भी उम्मीदवार को NEET यानिकी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा कुछ राज्य स्तरीय एंट्रेंस एग्जाम भी होते हैं।    

3. कॉलेज का चयन करें:

एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के बाद उम्मीदवार को BHMS करने के लिए कॉलेज का चयन करना होता है उम्मीदवार चाहे तो अपने राज्य में स्थित किसी प्रचलित होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकता है। या फिर अन्य शहरों एवं राज्यों में भी अच्छे कॉलेज का चयन कर एडमिशन ले सकता है कुछ प्रसिद्ध होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज की लिस्ट निम्नवत है ।

  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ होमियोपैथी कोलकाता
  • भारती विद्यापीठ होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज, पुणे
  • गवर्नमेंट होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज, बंगलौर
  • पंडित खुशीलाल शर्मा गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज, भोपाल
  • बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंस, फरीदकोट

4. बीएचएमएस की पढाई पूर्ण करें:

बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) होम्योपैथिक सिस्टम में एक अंडर ग्रेजुएट डिग्री कोर्स है। Homeopathy Doctor बनने वाले उम्मीदवार को यह डिग्री 5.5 साल के शैक्षणिक कार्यक्रम को पूरा करने के बाद प्रदान की जाती है। इस शैक्षणिक कार्यक्रम में 4.5 साल का शैक्षणिक सत्र एवं एक साल की इंटर्नशिप एवं प्रैक्टिकल कार्यक्रम शामिल है ।

कहने का अभिप्राय यह है की इस अंडर ग्रेजुएट कोर्स के माध्यम से Homeopathic Doctor बनने के लिए उम्मीदवार को 5.5 साल कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। इसमें अनेकों विषयों के बारे में उम्मीदवार को विस्तार से समझाया जाता है ताकि वह इस प्रणाली के माध्यम से लोगों का उपचार कर पाने में सक्षम हो पाए।   

5. राज्य की होमियोपैथी बोर्ड में रजिस्टर कराएँ:

बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) की पढाई पूर्ण कर लेने के बाद उम्मीदवार होम्योपैथिक डॉक्टर बन जाता है लेकिन एक रजिस्टर्ड Homeopathic Doctor बनने के लिए उसे स्वयं को राज्य के होमियोपैथी बोर्ड में पंजीकृत करना होता है।

Homeopathy Doctor अपनी कमाई कैसे कर सकता है

बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी करने के बाद उम्मीदवार के पास केवल भारत में ही नौकरी या बिज़नेस करने के अवसर नहीं होते हैं बल्कि बाहरी देशों में भी इस तरह के कौशल की नितांत आवश्यकता होती है। विदेशों में ऐसे कई संगठन हैं जो इस क्षेत्र में विनिर्माण एवं अनुसन्धान में काम कर रहे हैं और उन्हें इस क्षेत्र में पेशेवर लोगों की आवश्यकता होती है।

Homeopathy Doctor बनने के बाद अपनी कमाई करने के लिए उम्मीदवार चाहे तो एक होमियोपैथी डॉक्टर के तौर पर खुद की निजी प्रैक्टिस शुरू कर सकता है या फिर किसी सरकारी या निजी संस्थान या अस्पताल में नौकरी शुरू कर सकता है। इसके अलावा ऐसी कंपनियाँ जहाँ होमियोपैथी से जुड़ी वस्तुएं बनायीं जाती हों, बिक्री की जाती हों में भी व्यक्ति नौकरी करके कमाई कर सकता है। और किसी होमियोपैथी कॉलेज में प्रोफेसर/रिसर्चर के पद पर नियुक्त होकर भी कमाई करने के अवसर ऐसे व्यक्तियों को मिलते हैं।  

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