जैम जैली [Jam Jelly] बनाने के बिजनेस की जानकारी |

Jam jelly से शायद आप सब लोग पहले से विदित होंगे क्योंकि अपने जीवनकाल में कभी कभी न कभी आपने Jam and Jelly का उपयोग अवश्य किया होगा, या किसी को इसका उपयोग करते अवश्य देखा होगा |

जी हाँ जहाँ तक जैम की बात है इसका अर्थ एक ऐसे उत्पाद से लगाया जाता है जिसे किसी फल को काटकर या कुचलकर उसे चीनी मिले पानी के साथ गरम करके बनाया जाता है और बाद में डिब्बों में डाल दिया जाता है |

Jams को सामान्यतया किसी एक फल को उपयोग करके ही बनाया जाता है कहने का आशय यह है की इसका निर्माण अनेक फलों के मिश्रण को उपयोग में लाकर नहीं अपितु केवल एक फल को उपयोग में लाकर ही किया जाता है | जहाँ तक Fruit Jelly की बात है इसको बनाने के लिए पहले फल का जूस निकाला जाता है और जूस को गरम करके ही Fruit Jelly का निर्माण किया जाता है |

हालांकि हम अपने इस लेख के अंत तक Jam and Jelly दोनों के निर्माण प्रक्रिया के बारे में अवश्य बात करेंगे लेकिन उससे पहले यह जान लेते हैं की आखिर Jam and Jelly Manufacturing Business कहते किसे हैं | यद्यपि फल प्रसंस्करण तकनीकों का आधुनिकीकरण होने के साथ, हम इन्हें वर्तमान में  परिष्कृत संस्करण में देख सकते हैं । लेकिन यह लेख इन उत्पादों को एक छोटे पैमाने पर पारंपरिक तरीकों से तैयार करने के बारे में है |

Jam-jelly-manufacturing

जैम एवं जैली [Jam Jelly] बनाने का उद्योग किसे कहते हैं

Jam jelly का निर्माण फलों के पल्प एवं जूस से किया जाता है और काफी लम्बे समय से इनका निर्माण अलग अलग रूपों में किया जाता रहा है | यद्यपि बहुत पहले से इनको बनाने की विधियाँ परिष्कृत विधियाँ नहीं थी अपितु इनका निर्माण लोग पारंपरिक तरीकों से घरों में किया करते थे | चूँकि फलों की उपलब्धता केवल मौसमी होती है | इसलिए मानव जाति ने ऑफ सीजन में भी इनके स्वाद को चखने के लिए अनेकों सुरक्षित तरीके खोज निकाले हैं, उन्हीं सुरक्षित तरीकों में Jam Jelly बनाने का काम भी सम्मिलित है |

फलों की डिब्बाबंदी से जुड़े प्रत्येक बड़ा निर्माता जैम एवं जैली बनाने का काम भी अवश्य करता है | यह उत्पाद लम्बे समय से काफी लोकप्रिय एवं प्रचलित इसलिए रहा है क्योंकि ऑफ सीजन में भी विभिन्न फलों का स्वाद चखने की मंशा अनेकों व्यक्तियों की रहती है | लोगों की इन्हीं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जब किसी व्यक्ति द्वारा अपनी कमाई करने के उद्देश्य से इन्हें बनाने का काम किया जाता है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह बिज़नेस Jam and Jelly Manufacturing Business या जैम एवं जैली बनाने का उद्योग कहलाता है |

Jam Jelly की बिक्री की संभावना:

Jam Jelly को मुख्यत: फलों के पल्प एवं रस से बनाया जाता है जैम बनाने के लिए फलों के पल्प को चीनी, पानी एवं संरक्षकों के साथ उबाला जाता है यह पतला होता है | जैली को फलों के रस को उबालकर तैयार किया जाता है इसलिए यह स्पष्ट, स्पार्कलिंग और पारदर्शी होती है | Jam Jelly नामक इन उत्पादों को स्नैक एवं ब्रेड पर लगाकर खाया जाता है |

इसके अलावा इनका उपयोग अनेक डेजर्ट बनाने में भी किया जाता है | चूँकि ये उत्पाद एक निश्चित समय तक खराब नहीं होते इसलिए बाज़ार में इनकी उपलब्धता वर्ष भर बनी रहती है |

यद्यपि Jam jelly manufacturing Business भारतवर्ष के किसी भी राज्य से शुरू किया जा सकता है, लेकिन ऐसे राज्य जहाँ फलों का उत्पादन अधिक मात्रा में होता हो में यह बिज़नेस करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है | जहाँ तक इस बिज़नेस में निवेश का सवाल है इसमें उद्यमी लाख रूपये से करोड़ों रूपये तक का निवेश करके जैम जैली उद्योग शुरू कर सकता है |

Jam Jelly बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी उपकरण एवं कच्चा माल

Jam  jelly manufacturing business में प्रयुक्त होने वाले मुख्य मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट निम्नवत है |

  • वाटर जेट वॉशर (फल धोने की मशीन)
  • फ्रूट क्रशर (फल काटने कुचलने की मशीन)
  • पल्पर
  • मिक्सर
  • स्टीम jacked Kettle
  • Juice Extractor
  • पैकेजिंग मशीन

Jam and jelly manufacturing business में उपयोग में लाये जाने वाले मुख्य कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |

  • फल
  • चीनी
  • पानी
  • सोडियम बैंजोइट
  • पैक्टीन पाउडर
  • Citric Acid

जैम एवं जैली निर्माण प्रक्रिया (Jam Jelly Manufacturing Process):

Jam and jelly manufacturing process में रचक तो चीनी एवं फल ही होता है, लेकिन इन्हें बनाने की प्रक्रिया में अंतर होता है क्योंकि जैम को जहाँ फल के पल्प से तैयार किया जाता है वहीँ जैली को फल के रस से इसलिए इनके Manufacturing Process को हम अलग अलग समझने की कोशिश करेंगे |

Jam Manufacturing process:

जैम उद्योग में जैम बनाने के लिए सर्वप्रथम ताजे फलों को फल धोने की मशीन या बर्तन में अच्छी तरह धो लिया जाता है | उसके बाद फलों के छिलके निकाल दिए जाते हैं उसके बाद इन्हें Fruit Crusher Machine के माध्यम से काट या कुचल लिया जाता है | उसके बाद इन कटे उए कुचले फलों के भागों को पानी के साथ उबाल लिया जाता है |

इसके बाद पल्प के साथ उपयुक्त मात्रा में चीनी मिल दी जाती है | जब इस मिश्रण का तापमान 60°C पर होता है तो इसमें Citric Acid, रंग एवं अन्य संरक्षक मिला लिए जाते हैं | उसके बाद इस मिश्रण को थोड़ी देर के लिए हिलाया जाता है | और जब यह ठंडा हो जाता है तो इसे बोतल या डिब्बों में पैक करके मार्केट में बेचकर कमाई की जाती है |

Jelly Manufacturing Process:

Jelly Manufacturing process  में भी सारी प्रक्रियाएं उपर्युक्त दिए गए जैम बनाने की प्रक्रिया जैसे ही किये जाते हैं अर्थात सबसे पहले फलों को धो लिया जाता है, छिलके उतारने के बाद इन्हें जूस निकालने वाली मशीन में डालकर इनका जूस निकाल लिया जाता है | उसके बाद उस निकाले गए जूस को फ़िल्टर कर लिया जाता है |

कुछ फल जैसे अमरुद इत्यादि ऐसे भी होते हैं जिनका जूस निकालने से पहले उन्हें उबालना होता है | उसके बाद इस जूस में चीनी मिलाई जाती ई और इसे जैली में परिवर्तित करने के लिए उबाला जाता है | उसके बाद इसमें पेक्टिन पाउडर, सिट्रिक एसिड इत्यादि संरक्षक आवश्यक मात्रा में मिला दिए जाते हैं | इस मिश्रण को तब तक उबाला जाता है जब तक जैली न तैयार हो जाय |

उसके बाद इसे ठंडा करके पैकेजिंग करके मार्केट में बेचकर कमाई की जा सकती है | Jam Jelly बिज़नेस को करने के लिए उद्यमी को एफएसएसआई लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है हालांकि पहले इस प्रकार एफपीओ सर्टिफिकेशन की आवश्यकता अनिवार्य थी |

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