जूट बैग (Jute Bag) बनाने के व्यापार की जानकारी |

Jute Bag Making Business पर बात करें तो जूट एक बायोडिग्रेडेबल आइटम है और जो पर्यावरण के अनुकूल है कहने का आशय यह है की जूट का पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है | नब्बे के दशक से पहले की बात करें तो जूट नामक इस फैब्रिक का उपयोग सस्ती कीमत वाले कैरी बैग एवं बोरिये बनाने के काम के लिए किया जाता था जिनका उपयोग चावल, धान, गेहूं, चीनी, दाल इत्यादि अनाज रखने के लिए किया जाता था |

जूट नामक इस फैब्रिक के विविधिकरण के साथ साथ जूट के बनाये गए धागे, जूट फैब्रिक एवं जूट से निर्मित अन्य उत्पादों के लिए एक बहुत बड़ा बाजार विकसित हुआ है | JMDC यानिकी Jute manufactures Development Council  एवं NCJD यानिकी National Center for Jute Diversification के द्वारा दिए जाने वाले मार्केट असिस्टेंस के चलते बड़े पैमाने पर लघु एवं कुटीर स्तर पर जूट से निर्मित तरह तरह के उत्पाद सामने आये हैं जिन्हें विभिन्न एजेंसीयों द्वारा आयोजित प्रदर्शनियों में बेचा जाता है |

इस तरह के उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए Jute manufactures Development Council  (JMDC) एवं National Center for Jute Diversification (NCJD) के पास अपनी अपनी योजनायें हैं जो जूट से जुड़े उद्यमियों को सपोर्ट देने हेतु विकसित की गई हैं | इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से Jute Bag Making Business के बारे में जानने की कोशिश करेंगे |

jute bag making business

Jute bag बनाने का व्यापार क्या है?:

हालांकि पैकेजिंग इंडस्ट्री में विभिन्न सामग्रियों से निर्मित बोरिये, बैग, पाउच इत्यादि मिल जायेंगे लेकिन इसके बावजूद भी जूट से निर्मित बैग एवं बोरियों का महत्व लगातार बना हुआ है | Jute Bags में विभिन्न गुण जैसे बायोडिग्रेडेबल, पर्यावरण के अनुकूल एवं पारिस्थितिकी तौर पर हानिरहित होने के कारण आम जीवन में इनका उपयोग बढ़ता जा रहा है | इसके अलावा Jute bag का केवल घरेलू बाजार में ही उपयोग नहीं बढ़ रहे हैं बल्कि बाहरी देशों में इनकी मांग के चलते निर्यात करने की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं |

आयात निर्यात बिज़नेस शुरू करने की जानकारी के लिए पढ़ें | एक अध्यन के मुताबिक खरीदारी करने के उपयोग में लाये जाने वाले बैगों की मांग लगातार बढती जा रही है | और जूट से इन खरीदारी बैगों का निर्माण सामान्य तौर पर अकेले जूट या जूट के ऊपर लेमिनेशन करके भी किया जाता रहा है | Jute bags की इन्हीं सब आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जब किसी उद्यमी द्वारा अपनी कमाई करने हेतु इन्हें बनाने का काम किया जाता है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह बिज़नेस Jute bag Making Business कहलाता है |

जूट बैग की बिक्री संभावनाएँ

जूट से निर्मित प्रिंटेड खरीदारी बैग को बड़े पैमाने पर सामान को इधर उधर ले जाने में उपयोग में लाया जाता है | Jute bags अत्यधिक चलने वाले एवं जैविक रूप से डिस्पोजेबल भी होते हैं और ये थोड़े बहुत भारी सामान ले जाने के लिए भी उपयुक्त रहते हैं | जूट से निर्मित प्रिंटेड खरीदारी बैग की मांग इसलिए भी बढती हुई दिखाई दे रही है क्योंकि प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध लग रहे हैं | इंडिया में पैकेजिंग इंडस्ट्री की बात करें तो यह 11500 करोड़ से अधिक की इंडस्ट्री है जो प्रति वर्ष 18% की दर से आगे बढ़ रही है |

यद्यपि पैकेजिंग इंडस्ट्री से जुड़े उत्पादों की उपभोग करने की क्षमता में इंडिया एवं अमेरिका में एक बड़ा अंतर दिखाई देता है इंडिया में जहाँ प्रति व्यक्ति केवल $5 की पैकेजिंग उत्पादों का उपभोग करता है वहीँ अमेरिका में यह आंकड़ा $85 का है | इसलिए इंडिया की पैकेजिंग इंडस्ट्री को ग्रोथ होने की संभावना बहुत अधिक है |

भारत में पैकेजिंग उद्योग जो की 1950 में निचले स्तर से शुरू हुआ था वह गुणवत्ता एवं मात्रा को लेकर धीरे धीरे एवं तीव्र दोनों गति से बढ़ता रहा और 70 एवं 80 के दशक में सामग्री एवं मशीनरी में उल्लेखनीय परिवर्तन दिखाई दिए जिसने पैकेजिंग इंडस्ट्री को न केवल पहचान दिलाई अपितु इसमें नवीनता के दरवाजे भी खोले | तब से अब तक यह इंडस्ट्री कभी धीरे धीरे तो कभी तीव्र गति से बढती रही है, Jute bag Making business भी इसी इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ बिज़नेस है इसलिए इसमें नई इकाइयों के लिए अवसर विद्यमान हैं |

आवश्यक मशीनरी एवं उपकरण (Required Machinery Equipments and Raw Materials):

Jute Bag making business में कच्चे माल के तौर पर उपयोग होने वाली प्रमुख वस्तु Jute fabric Rolls हैं एवं प्रयुक्त होने वाली मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट निम्नवत है |

  • फैब्रिक cutting मशीन
  • हैवी ड्यूटी सिलाई मशीन
  • सामान्य सिलाई मशीन
  • प्रिंटिंग कलरिंग के लिए Stencil Equipments

निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process):

Jute Bag making process बेहद ही आसान प्रक्रिया है | इनका निर्माण करने के लिए सबसे पहले Jute Fabric rolls खरीद लिए जाते हैं | यदि आवश्यक हो तो लैमिनेट किये हुए Jute Rolls भी मिल जाते हैं | उसके बाद इन रोल को cutting मशीन के माध्यम से आवश्यक माप में काट लिया जाता है , और उसके बाद हैवी ड्यूटी सिलाई मशीन के माध्यम से इन्हें सिल दिया जाता है |

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