खादी के कपड़े [Khadi Cloth] बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें |

Khadi Cloth and garment Manufacturing business से आशय खादी के कपड़े एवं परिधान बनाने के व्यवसाय से है | वर्तमान में खादी से निर्मित कपड़े भी युवाओं को बेहद आकर्षित करने लगे हैं इसका मुख्य कारण वर्तमान सरकार द्वारा तरह तरह से खादी एवं खादी के उत्पादों को प्रोत्साहित करना भी हो सकता है | खादी को इस देश की आज़ादी के प्रतीक के तौर पर जाना जाता है क्योंकि आज़ादी की लड़ाई में महात्मा गाँधी द्वारा स्वदेशी अपनाओ के नारे में उन्होंने खुद चरखा चलाकर खादी के वस्त्रों का निर्माण किया था |

अब खादी के वस्त्र केवल नेतागिरी तक सिमित नहीं रह गए हैं, अब इन्हें बड़े बड़े फैशन शो के दौरान प्रसिद्ध मोडलों, अभिनेत्रियों, अभिनेताओं के शरीर पर भी देखा जा सकता है | अब चूँकि इंडिया में शिल्पकारों, उद्यमी बनने की इच्छा रखने वाले व्यक्तियों, सूत कातने वालों की कमी नहीं है इसलिए भारत सरकार ने Khadi Cloth and Garment manufacturing business को प्रधानमंत्री एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के तहत सामिलित किया है |

Khadi cloth and garment manufacturing

खादी के कपड़े (Khadi Cloth) बनाने का व्यापार क्या है?

भारतवर्ष में कड़ी सिर्फ एक कपड़ा नहीं है चूँकि इसका देश की आज़ादी में एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है इसलिए इसे भारत का गौरव भी कहा जा सकता है | खादी के कपड़े को सामान्य भाषा में खद्दर के नाम से भी जाना जाता है | खद्दर को चरखे की मदद से सूत कात कर तैयार किया जाता है | आज़ादी से पहले खद्दर नामक यह कपड़ा नेताओं एवं ग्रामीण इलकों में निवासित लोगों के लिए कपड़ा मात्र था |

लेकिन आज़ादी के आन्दोलन के दौरान विदेशी वस्त्रों के बहिष्कार करके सभी लोगों ने खादी के वस्त्रों को अपनाया और वर्तमान में खादी के कपड़े फैशन उद्योग का हिस्सा बन चुके हैं | इसलिए खादी के वस्त्रों एवं परिधानों की डिमांड इंडिया में बढती जा रही है | इन्हीं सब आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर जब किसी उद्यमी द्वारा खादी के वस्त्र एवं कपड़े बनाने का काम किया जाता है तो उसके द्वारा किये जाने वाले इस काम को Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business कहा जाता है |

खादी के उत्पादों की बिक्री की संभावना :

हालांकि जब बात किसी भी उत्पाद की मार्केटिंग की आती है तो मार्केटिंग किसी भी बिज़नेस का एक हम तत्व होता है | लेकिन Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business करने वाले उद्यमी को शायद इसकी अधिक मार्केटिंग करने की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि खादी एवं खादी के उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा विभिन्न व्यापारिक मेलों, फैशन शो इत्यादि के माध्यम से इनकी मार्केटिंग की जा रही है ताकि इस व्यवसाय में संग्लिप्त कारीगरों को काम मिल सके और देश में और अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हों |

खादी नामक इस कपड़े की विभिन्न विशेषताएं होती हैं जो आम जन मानस को पता नहीं होती है इसलिए खादी की विशेषताओं को आम जन मानस तक पहुँचाने के लिए खादी ग्रामोद्योग आयोग प्रयासरत रहा है | शायद बहुत कम लोगों को पता होगा की खादी के कपड़ों एवं परिधानों की एक मुख्य विशेषता यह है की सर्दियों में इन कपड़ों में गरम रहने का, एवं गर्मियों में ठन्डे रहने का गन विद्यमान रहता है |

अन्य कपड़ों के मुकाबले खादी से निर्मित कपड़ों में चलने की क्षमता भी अधिक होती है, और इसे जितना अधिक धोया जाता है यह उतना बेहतर होता जाता है | इसके अलावा भी और भी बहुत सारी विशेषताएं खादी के वस्त्रों एवं परिधानों से जुडी हुई हैं जिनको आम जन मानस को बताने की लगातार कोशिश जारी है, शायद इसी कोशिश का नतीजा है की जहाँ पहले खादी के कपड़े सिर्फ राजनैतिक नेताओं एवं ग्रामीण इलाकों में निवासित जनता की पहचान हुआ करते थे|

वर्तमान में शहरी ग्रामीण सभी युवाओं द्वारा भी खादी के वस्त्रों एवं परिधानों का उपयोग किया जा रहा है | वर्तमान में एक आंकड़े के मुताबिक खादी एवं खादी से उत्पादित उत्पादों की मांग सप्लाई से अधिक है इसलिए किसी नए उद्यमी के लिए भी Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business करना फायदेमंद हो सकता है |

खादी के कपड़े बनाने के लिए मशीनरी और कच्चा माल :

चूँकि इस लेख में हम जिन मशीनरी एवं उपकरणों का वर्णन कर रहे हैं, उन्हें एक ऐसी खादी इकाई की स्थापना करने के उद्देश्य से बताया जा रहा है जिस इकाई की उत्पादक क्षमता 16000 कमीज प्रति वर्ष है | इसलिए ईकाई की उत्पादक क्षमता के आधार पर एवं उत्पाद के स्वरूप के आधार पर Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business में प्रयुक्त होने वाली मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट अंतरित हो सकती है |

  • 8 Spindle वाले 25 चरखे (एक चरखे की कीमत 14-16 हज़ार हो सकती है)
  • पांच Improved करघे (एक करघे की कीमत 50-60 हज़ार हो सकती है )
  • धागे की रंगाई एवं बुनाई करने वाले उपकरण |
  • पांच सिंगल लॉक सिलाई मशीन |
  • एक ओवर लॉकिंग मशीन |
  • आटोमेटिक cutting मशीन एवं उपकरण |

जहाँ तक Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business में प्रयुक्त होने वाले कच्चे माल का सवाल है इसमें प्रयुक्त होने वाला मुख्य कच्चा माल कपास अर्थात Cotton, रेशम, उन इत्यादि  है |

निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing process of Khadi):

खादी के कपड़े एवं परिधान सामन्यतया वे वस्त्र होते हैं जो उपर्युक्त सामग्री जैसे कपास, रेशम, ऊन से बुने हुए होते हैं | खादी के वस्त्रों का उत्पादन नए मॉडल के चरखों के द्वारा कताई की गतिविधि को अंजाम देकर किया जाता है | उत्पादन प्रक्रिया पर बेहतर नियंत्रण एवं उच्च गुणवत्ता के लिए शेड प्रारूप में इसका उत्पादन किया जाता है | बुनाई प्रक्रिया को स्थानीय बुनकरों द्वारा उनके घर में उनके खुद के करघों एवं उद्यमी के पास उपलब्ध करघों के माध्यम से अंजाम दिया जा सकता है |

उसके बाद खादी के कपड़े को कमीज में टेलरिंग सिलाई मशीन के माध्यम से टेलरों द्वारा अंजाम दिया जाता है | उसके बाद Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business में उत्पादित उत्पाद को स्थानीय रिटेल स्टोर के माध्यम से या अन्य कड़ी स्टोर के माध्यम से बेचकर कमाई की जा सकती है | इन सबके अलावा परिधान प्रदर्शनियों, स्थानीय मेलों में भी उत्पादित उत्पाद को बेचा जा सकता है | जहाँ तक गुणवत्ता का प्रश्न है इस इकाई के अंतर्गत कपड़े का उत्पादन कपड़ा विनिर्देश और मानकों के आधार पर होना नितांत आवश्यक है |

खादी की निर्माण इकाई शुरू करने में आने वाली लागत:

खादी ग्रामोद्योग द्वारा बनाई गई एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक एक ऐसी इकाई जिसमे प्रति वर्ष 16000 जेंट्स कमीजों का उत्पादन किया जाता हो की इकाई स्थापित करने में लगभग 25 लाख रूपये तक का खर्चा आ सकता है |

लेकिन Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business करने की चाह रखने वाले उद्यमियों को यह बात जानकार ख़ुशी होगी की इस तरह का बिज़नेस करने पर उन्हें प्रधानमंत्री एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के अंतर्गत पूरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट का लगभग 90% तक का लोन अर्थात ऋण मिल सकता है | इसलिए ऐसे व्यक्ति जो शुरू में 2.5 से 5 लाख रूपये अपनी जेब से लगाने का माद्दा रखते हैं वे इस Khadi Cloth and Garment Manufacturing Business को कर सकते हैं |

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