खादी ग्रामोद्योग क्या है इसकी स्थापना, उद्देश्य, कामकाज सहित जानकारी |

खादी ग्रामोद्योग आयोग की स्थापना संसद द्वारा पारित अधिनियम 1956 में की गई थी | उसके बाद 1987 और 2006 में इस अधिनियम में संसोधन किये गए | इस संगठन ने 1957 में अखिल भारत Khadi Gram Udyog मंडल से कार्यभार हाथो में लिया था | यह संगठन भारत सरकार  के प्रसासनिक विभाग सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम मंत्रालय (MSME) के नियंत्रण में काम करता है |

खादी ग्रामोद्योग आयोग के उद्देश्य :

  • ग्रामीण क्षेत्रो में निवासित जनता को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करवाना |
  • जनता को विक्री के उद्देश हेतु वस्तुओ का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करना ताकि उनकी आर्थिक हालात में सुधार हो सके |
  • ग्रामीण भारत को सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर बनाना,

Khadi Gram Udyog Ke kaam

खादी ग्रामोद्योग के कार्य निम्नलिखित हैं |

  • Khadi Gram Udyog से जुड़े व्यक्तियों के लिए प्रशिक्षण (Training) का आयोजन करना |
  • इस उद्योग से जुड़े हुए लोगो में आपसी सहयोग की भावना का प्रचार प्रसार करना | ताकि कोई मुश्किल आने पर सब मिल जुलकर उस मुश्किल का सामना कर सकें |
  • इस उद्योग से जुड़े हुए लोगो को उत्पादन करने के लिए कच्चे माल, उपकरणों, औजारों का संग्रह और प्रबंध करना |
  • खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों के मार्केटिंग हेतु सुविधाएँ उपलब्ध कराना |
  • खादी ग्राम उद्योग उत्पादों एवं हाथ से निर्मित उत्पादों की मार्केटिंग करने के लिए स्थापित मार्केटिंग अभिकरणों से संपर्क करना |
  • खादी ग्राम उद्योग आयोग का कार्य ग्रामीण इलाको में लघु उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए तकनिकी के माध्यम से नए नए शोध करना, और उनके परिणाम जनता तक पहूँचाना भी है |
  • तकनिकी के माध्यम से श्रम को कम करना, और उत्पादकता को बढवाना भी खादी ग्रामोद्योग का कार्य है |
  • ग्रामीण इलाको में विध्यमान Laghu Udygo से उत्पादित उत्पादों के गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में स्पर्धात्मक विचारधारा को बढ़ावा देना भी Gram Udyog आयोग का कार्य है |
  • इन ग्रामोद्योग में आने वाली समस्याओं का लेखा जोखा रखना, और उनका तकनिकी और शोध के माध्यम से हल ढूंढकर, जनता को उस समस्या से निबटने के लिए प्रशिक्षण या जाग्रति फैलाना भी Khadi Gram Udyog का कार्य है |
  • खादी और ग्रामोद्योग से जुड़ी संस्थाओं और व्यक्तियों को जरुरत पड़ने पर वित्तीय सहायता प्रदान कराना भी, इस आयोग का कार्य है |
  • खादी ग्रामोद्योग आयोग यह भी सुनिश्चित करता है | की इन छोटे मोटे उद्योगों के द्वारा उत्पादन किये जाने वाले उत्पाद, आयोग के गुणवत्ता मानकों को ध्यान में रख कर ही उत्पादित किये गए हों |

खादी के प्रकार (Types of Khadi in Hindi) :

  • सामान्यत खादी को तीन भागो में विभाजित किया जा सकता है |
  • सूती कपड़े (Cotton) : अधिकतर कमीज और ड्रेस बनाने में प्रयोग में लाया जाता है |
  • ऊनी कपड़े (Wool): सामान्यत कम्बल, स्वेटर बनाने में प्रयोग में लाया जाता है |
  • रेशम (Silk) : साड़ी, कमीज, ड्रेस बनाने में उपयोग में लाया जाता है |

चरखा (Spinning Wheel) :

जहाँ खादी की बात हो रही हो वहां चरखे की बात न हो, ऐसा भला हो सकता है क्या? चरखे की शुरुआत सर्वप्रथम चीन से लगभग 1100 ई में हुई थी | सन 1100 से लेकर आज तक चरखे के आकार प्रकार में समयानुसार परिवर्तन किये गए | और इसकी उत्पादन क्षमता को भी बढाया गया | लेकिन 1100 से लेके आज तक इसके उपयोग में कभी कमी देखने को नहीं मिली, बल्कि समय के साथ साथ इसका ढांचा, स्वरूप बदलता गया | और लोग Khadi Gram Udyog में आज भी इसका प्रयोग करते हैं |

Khadi Gram Udyog
Gnadhi Ji running a Charkha

1931 में जब भारतीय लोग आज़ादी के लिए लड़ रहे थे | तब चरखा एक प्राथमिक प्रतीक के रूप में उभरकर सामने आया था | और महात्मा गाँधी जी ने स्वयं चरखा चलाकर लोगो को स्वदेशी कपडे पहनने और उत्पाद करने के लिए प्रोत्साहित किया था | वर्तमान समय में Charkha से उर्जा भी उत्पादित की जा रही है | खादी ग्रामोद्योग आयोग ने नवम्बर 2007 में देश को e – Charkha की सौगात भेंट की थी |

ई चरखा की विशेषताएँ :

  • यह चरखा खरीदने वाले को जनरेटर के साथ उपलब्ध कराया जायेगा |
  • दो स्पिंडल वाले चरखे में सिर्फ दो घंटे कताई करने पर लगभग 2.4 किमी लम्बा धागा बनाया जा सकता है |
  • दो स्पिंडल वाले चरखे में सिर्फ दो घंटे कताई करने पर आपको 7.5 घंटे तक की बेक अप पॉवर भी मिलती है | जो एक दिन के उपयोग के लिए काफी रहेगी |
  • जनरेटर को चार्जिंग से सिम्पली ओन/ ऑफ बटन को दबाकर कनेक्ट और डिसकनेक्ट किया जा सकता है |
  • दिन में सिर्फ दो घंटे कताई करने पर आप 7.5 घंटे तक LED लाइट और रेडियो सुनने का आनंद ले सकते हैं |
  • दो स्पिंडल वाले चरखे में महीने में 25 दिन कताई करने पर लगभग एक सिंगल बेड शीट, एक नहाने वाला तौलिया और एक कमीज के कपडे के लिए धागा तैयार किया जा सकता है |

ई चरखा के पुर्जे (components )

  • e charkha एक, दो और आठ स्पिंडल के साथ उपलब्ध है |
  • 1 watt का LED बल्ब लाइटिंग यूनिट का हिस्सा है |
  • AM/FM tuner के साथ ट्रांजिस्टर रेडियो भी उपलब्ध है |
  • बैटरी भी उपलब्ध है |

खादी ग्रामोद्योग का ग्लोबल वार्मिंग में सहयोग :

चूंकि खादी हाथ से कते हुए सूत का उपयोग करके, हाथ से बुना हुआ कपड़ा होता है | और सूत कताई की यह प्रक्रिया चरखे द्वारा की जाती है | इसलिए इस प्रक्रिया को करने के लिए बड़ी बड़ी फैक्ट्री स्थापित करने की जरुरत नहीं होती | इस प्रक्रिया को करने के लिए किसी प्रकार के जीवाश्म ईधन (Fossil Fuel) की जरुरत नहीं पड़ती | जो वर्तमान समय में प्रदूषण का एक मुख्य कारण है | आज सम्पूर्ण विश्व को लग रहा है की उन्हें पर्यावरण और परिस्थतिकी तंत्र को बचाना चाहिए |

जिससे आने वाली पीढीयो के स्वास्थ्य पर पर्यावरण सम्बन्धी कोई दुष्परिणाम ना हों | इस स्तिथि में खादी का उपयोग और इसके उत्पादन को बढवाना भी Global Warming की दिशा में एक सकारात्मक पहल हो सकती है | सरकार भी जानती है की, Khadi Gram udyog  को प्रोत्साहित करने पर जहाँ लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे | वही देश और विश्व के पर्यावरण को अच्छा बनाने में भी इसका योगदान होगा | इसलिए खादी ग्रामोद्योग को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार ने अनेको योजनाये चलाई हुई हैं | जिनका जिक्र हम आने वाले दिनों में करेंगे |

Khadi Gram Udyog Ki Prayog Shala :

खादी ग्रामोद्योग की भारतवर्ष में सारे उपकरणों से सुसज्जित दो प्रयोगशालाएं हैं | Khadi Gramodyog Prayog  Samiti अहमदाबाद में, और Directorate of Khadi Processing बोरीवली मुंबई में है | यांत्रिक प्रसंसकरण (Mechanical Processing) की जिम्मेदारी Khadi Gramodyog Samiti अहमदाबाद को दी गई है | इस उद्योग से जुड़ी वो संस्थाएं जिनका आकार थोडा बड़ा है | खादी ग्रामोद्योग समिति उनको In house सेवा भी देती है | कपड़ो में रंगाई और छपाई का नियंत्रण Directorate of Khadi Processing बोरीवली के द्वारा किया जाता है |

खादी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की पहल :

Khadi Gram Udyog
PM tweet on Khadi on Gnadhi Jayanti

खादी से उत्पादित उत्पाद को प्रोत्साहित करने हेतु वर्तमान सरकार कार्यशील है | यह बात देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने, अपने सार्वजनिक वक्तव्यों जैसे मन की बात और अनेक कार्यक्रमों में की है | हाल ही में खबर आ रही है की Khadi Gramodyog आयोग ने Air India के साथ एक करार किया है | जिसमे Air India के Crew Members अर्थात चालक दल के सदस्यों की वर्दी (Uniform) खादी के कपडे से बनी होगी |

इससे खादी का नाम देश विदेश में प्रचलित होगा | जो खादी के विपणन अर्थात Marketing में सहायक होगा | केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र जी का कहना है की, इस वित्तीय वर्ष 2016-2017 में Khadi के इस व्यवसाय में लगभग 19 लाख से अधिक लोगो को रोजगार मिलने की संभावना है | प्रधानमंत्री का मानना है की खादी के व्यवसाय में इतनी संभावनाए है | की Khadi के व्यवसाय से करोडो लोग लाभान्वित हो सकते हैं |

Khadi Gram Udyog
PM tweet on Khadi

यह भी पढ़ें 

Leave a Comment