चमड़े के कपड़े बनाने का व्यापार। Leather Garments Manufacturing Business

Leather garments से हमारा आशय चमड़े से निर्मित कपड़ों से है | यद्यपि चमड़े से विभिन्न प्रकार के फुटवियर, Fashion Accessories जैसे बेल्ट इत्यादि भी बनाये जाते हैं जिनके बारे में हम पहले से बता चुके हैं | अधिकतर Leather Garments के तौर पर वर्तमान में leather से Leather Coates एवं Leather Jackets बनाये जाते हैं |

इसके अलावा Leather Jackets, Long coats, Waist/Shorts, Leather Pants/Shorts (Gents), Leather Jackets for ladies, Long coats, Waist Coats/Shirts, Pant/Shorts एवं बच्चो के कपड़ों में लगने वाली Accessories का निर्माण भी Leather Garments Manufacturing business के अंतर्गत किया जा सकता है |

चूँकि चमड़ा गरम होता है अर्थात इसमें ठंड को रोकने की कपडे के मुकाबले अधिक क्षमता होती है इसलिए ऐसे इलाके या देश जहाँ ठण्ड अधिक पड़ती है या शीत हवाएं अधिक चलती हैं वहां पर लोग ठण्ड से बचने के लिए Leathers Garments का उपयोग अधिक करते हैं |

Leather garments manufacturing business

Leather Garments Manufacturing Business Kya Hai:

Leather Garments Manufacturing Business से अभिप्राय चमड़े के कपड़े और Cloth Accessories बनाने के व्यवसाय से है | यद्यपि इंडिया में इस व्यवसाय को Seasonal Business इसलिए कह सकते हैं क्योंकि Leather से निर्मित कपड़ों जैसे कोट, जैकेट इत्यादि का इस्तेमाल सिर्फ सर्दियों में किया जाता है लेकिन उद्यमी चाहे तो अपनी इकाई द्वारा उत्पादित उत्पाद को बाहर देशों की ओर निर्यात कर सकता है |

Leather मवेशियों जैसे बकरी, भेड़, भैंस इत्यादि की खाल से बनाया जाता है | एक आंकड़े के मुताबिक इंडिया विश्व में Leather Garments उत्पादित करने वाला चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है | वर्ष 2011 में प्रकाशित एक आंकड़े के मुताबिक विश्व में Leather Garments का प्रोडक्शन उस समय 12 करोड़ Pieces की थी |

वर्तमान में इंडिया में चमड़े से निर्मित वस्तुओं का का उत्पादन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु एवं पश्चिम बंगाल में किया जाता है | जब किसी उद्यमी द्वारा चमड़े का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के Garments जैसे Leather Coats, Jackets, Gloves इत्यादि का निर्माण किया जाता है तो हम कह सकते हैं की वह उद्यमी Leather Garments Manufacturing Business से जुड़ा हुआ उद्यमी है |

चमड़े के कपड़ों की बिक्री संभावना :

यह सत्य है की डिजिटल तकनिकी के चलते एवं कंप्यूटिंग के नए नए टूल्स के आगमन के कारण सम्पूर्ण विश्व में बिज़नेस एवं संस्कृति का परिप्रेक्ष्य ही बदल गया है | वर्तमान में उद्यमिता बनाने एवं  बढ़ाने में तकनिकी एक अहम् किरदार निभा रही है | जहाँ तक Leather Garments का सवाल है इस बिज़नेस का फैशन की दुनिया में चल रही नवीनतम प्रवृत्ति से हमेशा लेना देना रहता है |

यही कारण है की फैशन की दुनिया में चल रही किसी प्रकार की भी हवा का प्रभाव Leather Garments Manufacturing Business में अवश्य पड़ता है | जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं की Leather Garments Unit से उत्पादित उत्पादों का इंडिया में केवल कुछ उत्तरी राज्यों में इस्तेमाल तब किया जाता है जब इन राज्यों में शीत अर्थात ठण्ड बढ़ जाती है |

इसलिए यह एक ऐसा बिज़नेस है जो निर्यात पर आधारित है और अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, Netherland, होंग कांग, स्विट्ज़रलैंड, बेल्जियम, कनाडा, ऑस्ट्रिया, स्वीडन, रूस, पुर्तगाल, डेनमार्क इत्यादि ऐसे देश है जहाँ भारत Leather Garments का निर्यात करते आया है |

Required Machinery and Raw Materials to start Leather garments manufacturing:

यद्यपि Leather garments manufacturing business में काम आने वाला मुख्य Raw Materials विभिन्न प्रकार का Leather जैसे भेड़, बकरी, भैंस इत्यादि की खाल से निर्मित चमड़ा है | इसके अलावा rib cloth, ज़िप, बटन, धागा, चिपकाने का पदार्थ, Shoulder Pads, फर, पैकेजिंग की सामग्री इत्यादि भी चमड़े की जैकेट, कोट इत्यादि गारमेंट बनाने में प्रयुक्त किये जाने वाले Raw Materials हैं | Machinery एवं Equipments की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |

  • Flat Bed, लॉक Stitch सिलाई मशीन |
  • Flat Bed Two Thread, दो सुई वाली लॉक Stitch सिलाई मशीन |
  • जिग ज़ैग Stitch Sewing मशीन
  • Cylinder Bed Lockstitch Sewing Imp
  • तीव्र गति वाली Single Thread Lock Stitch Sewing |
  • strap कटिंग मशीन
  • Post Bed Lock Stitch Sewing
  • तीव्र गति वाली Single Thread Chain Imp Stitch Sewing
  • बटन Stitching Sewing Single धागा |
  • Hem Turning M/c. Clicking Press Imp
  • स्किविंग मशीन |
  • क्लिकिंग प्रेस
  • अन्य टूल्स एवं उपकरण
  • ऑफिस के लिए फर्नीचर इत्यादि |

Leather Garments Manufacturing business में काम आने वाली कच्चे माल की लिस्ट इस प्रकार से है |

विभिन्न प्रकार का चमड़ा

  • Rib Cloth, Satin Cloth, Polyester इत्यादि |
  • Zip, Button, धागा
  • चिपकाने का पदार्थ, Shoulder Pads इत्यादि |
  • Packaging Materials |

 चमड़े की जैकेट,कोट इत्यादि गारमेंट की निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process)

Leather Garments का Manufacturing process कोई बेहद जटिल तकनिकी पर आधारित नहीं है बल्कि Leather Garments को ग्राहक एवं जिस देश की तरफ निर्यात किया जा रहा हो उनकी मांग के अनुरूप तैयार किया जा सकता है | अर्थात चमड़े के कपड़ो की डिजाईन एवं गुणवत्ता ग्राहकों की पसंद एवं मांग के अनुरूप होनी चाहिए |

जिस प्रकार रेडीमेड गारमेंट बिज़नेस में कपड़ो का निर्माण किया जाता है ठीक उसी तरह इस बिज़नेस में भी चमड़े से कपड़ों का निर्माण किया जाता है |

हालांकि इस Manufacturing process में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है जिनका विवरण निम्नवत है |

निर्मित किये जाने वाले चमड़े के पहनावे के लिए उसकी विशेषता के अनुरूप कच्ची सामग्री काट ली जाती है | इस प्रक्रिया को करने में सही तरीके से लाइनिंग, cutting, पैटर्न का ध्यान रखना बेहद जरुरी है | इसके बाद उद्यमी चाहे तो पहनावे के डिजाईन का मूल्यांकन करने के लिए छोटे स्तर पर एक ट्रायल प्रोडक्शन प्रक्रिया को अंजाम दे सकता है |

इस प्रक्रिया से जहाँ उद्यमी को प्रोडक्शन में आने वाली कठिनाइयों का पता चल पायेगा वही यदि प्रोडक्शन सही नहीं हुआ तो उसमे जल्दी से सुधार करने में भी मदद मिलेगी | यद्यपि इस प्रकार के बिज़नेस के लिए कोई विशेष मानक तैयार नहीं किये गए हैं लेकिन फिर भी उद्यमी को इनका उत्पादन ग्राहकों की मांग के अनुरूप करना पड़ेगा ताकि ग्राहकों की संतुष्टि स्तर बना रहे |

जब चमड़े की जैकेट, कोट इत्यादि गारमेंट ग्राहकों की अपेक्षा के अनुरूप तैयार हो जाए तो उद्यमी को चाहिए की वह Product specification उल्लेखित करे ताकि उसका उत्पाद ग्राहकों को संतुष्टि स्तर प्रदान कर सके |

Leather Garments manufacturing में ध्यान देने योग्य बातें |

Leather Garments manufacturing process में जहाँ चमड़े को पहनावे का स्वरूप प्रदान करने के लिए सिलाई मशीन से सिलना पड़ता है और इस सिलने की प्रक्रिया में धागे का उपयोग किया जाता है इसलिए उद्यमी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वह किसी मजबूत धागे का इस्तेमाल सिलाई हेतु करे जैसे कॉटन के धागे के मुकाबले सिंथेटिक धागा अधिक मजबूत होता है क्योकि सिंथेटिक धागा नमी को जल्दी से नहीं सोखता है |

चमड़े की जैकेट, कोट इत्यादि बनाने की प्रक्रिया में डिजाईन के मुताबिक पहनावा तैयार करने के लिए चमड़े को चमड़े से चिपकाना भी पड़ सकता है यह क्रिया सिलाई से पहले की जा सकती है लेकिन यह काम बेहद सफाई से करना पड़ता है ताकि गोंद पहनावे के किसी अन्य भाग में न लगे |

इसके अलावा इस प्रक्रिया में धातु से निर्मित बटन, ज़िप एवं अन्य वस्तुओं का भी उपयोग किया जाता है | Leather Garments manufacturing process के दौरान उद्यमी को चाहिए की वह Zip Fastener को अच्छी तरह खोल के बंद करके अर्थात ऊपर नीचे करके ही उसे आगे की प्रक्रिया में उपयोग में लाये |

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