ऐसे शुरू करें, मेहन्दी [Mehndi] बनाने का व्यापार ।

Mehndi Manufacturing business के बारे में बात करने से पहले थोड़ा बहुत अर्थात संक्षेप में इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं । कहते हैं की मेहंदी नामक यह शब्द संस्कृत के एक शब्द मेंधिका से उत्पन्न हुआ है मेहंदी एवं हल्दी के उपयोग को हिन्दू वैदिक अनुष्ठान किताब में वर्णित किया गया है । प्राचीन काल में मेहंदी को सिर्फ औरतों की हथेलियों एवं कभी कभी पुरुषों द्वारा भी उपयोग में लाया जाता था।

लेकिन जैसे जैसे समय बितता गया Mehndi औरतों के बीच प्रचलित होती गई और इसका उपयोग आम हो गया इसका उपयोग आम होने के कारण ही इसमें बिज़नेस करने के द्वार खुले ।

मेहंदी लगाना जहाँ सिर्फ पहले एक वैदिक रिवाज हुआ करता था और महिलाओं द्वारा इसका उपयोग सिर्फ कुछ अवसरों पर अपनी हथेलियों को सजाने हेतु किया जाता था । वर्तमान में इसका उपयोग अनेक अनुष्ठानों जैसे शादी, सालगिरह, बर्थ डे पार्टियों एवं अनेक त्योहारों जैसे करवा चौथ, पूर्णिमा, दिवाली, भैया दूज, तीज इत्यादि में मेहँदी का उपयोग किया जाता है ।

Mehndi Manufacturing business

मेहँदी [Mehndi] बनाने का व्यापार क्या है

Mehndi की यदि हम बात करे तो यह एक ऐसा उत्पाद है जिसे अधिकतर तौर पर महिलाओं द्वारा अपने हाथों एवं पांवों को सुन्दर एवं आकर्षक बनाने सजाने के लिए किया जाता है । वही काली मेहँदी का उपयोग बालों को काला करने के लिए भी किया जाता है ।

जहाँ पहले मेहँदी की मांग केवल हिन्दू परिवारों में किसी त्यौहार या अनुष्ठान के समय की जाती थी वर्तमान में इसकी शीतलता प्रदान करने के गुण एवं अन्य लाभों के चलते इसे मध्य पूर्वी देशों एवं सम्पूर्ण भारत में उपयोग में लाया जाता है । इन्ही सब मेहँदी सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु जब किसी उद्यमी द्वारा व्यवसायिक तौर पर मेहंदी बनाने का काम अपनी कमाई करने हेतु किया जाता है तो उसके द्वारा किये जाने वाले कार्य को Mehndi Manufacturing Business कहा जाता है ।

मेहँदी के बिकने की संभावनाएँ

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में पहले भी बता चुके हैं की मेहँदी का उपयोग सर्वाधिक तौर पर तब किया जाता है जब कोई अनुष्ठान या त्यौहार हो । लेकिन चूँकि यह एक बेहद ही सस्ता हर्बल उत्पाद है इसलिए इसका उपयोग बालों में एवं शरीर को ठंडक पहुँचाने के लिए पांवों में भी किया जाता है । यही कारण है की इंडिया जैसे विशालकाय देश में मेहंदी की मांग हमेशा विद्यमान रहती है, और जैसे जैसे जनसँख्या में वृद्धि होती जाती है इसकी मांग में और वृद्धि देखी जा सकती है ।

इसलिए कहा ये जा सकता है की एक जिले में निवासित जनता की मेहँदी सम्बन्धी आवश्यकता की पूर्ति हेतु मेहँदी की एक छोटी इकाई को स्थापित करने के अवसर विद्यमान हैं इसके अलावा मेहंदी का उपयोग भारतीय उपमहाद्वीप के देशों जैसे बांग्लादेश, भूटान, मालद्वीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्री लंका इत्यादि में एवं अफ्रीका एवं मध्य पूर्वी देशों भी किया जाता है उद्यमी चाहे तो Mehndi की  Manufacturing करके इन देशों की ओर निर्यात भी कर सकता है।

यद्यपि भारत में छोटी बड़ी मेहंदी बनाने वाली कंपनियां हैं लेकिन उपभोक्ता किसी खास ब्रांड की मेहँदी को विक्रेता से पूछते नहीं है कहने का अभिप्राय यह है की उपभोक्ता को जिस भी ब्रांड की मेहँदी विक्रेता के पास मिलती है कीमत कम होने कारण या फिर इस क्षेत्र में किसी खास ब्रांड का वर्चस्व न होने के कारण उपभोक्ता उसे खरीद ही लेता है जिसका फायदा किसी नए उद्यमी को मिल सकता है।

मेहँदी निर्माण के लिए मशीनरी और कच्चा माल :

Mehndi Manufacturing के लिए प्रयुक्त होने वाला मुख्य Raw Material मेहँदी के पत्ते अन्य हर्बल एवं सुगर है | जहाँ तक मशीनरी एवं उपकरणों की बात है उनकी लिस्ट निम्नवत है।

  • पल्वराईज़र मोटर इत्यादि के साथ (Pulveriser with Motor and Other Accessories)
  • Grinding machine
  • चलनी (Sieves)
  • Pouch Sealing Machine
  • Weighing Balance

Raw Materials की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है ।

  • मेहंदी के पत्ते (Mehndi Leafs)
  • अन्य हर्ब एवं Sugar
  • पैकेजिंग सामग्री |

निर्माण प्रक्रिया [Mehndi Manufacturing Process in Hindi]:

Mehndi Manufacturing process बेहद आसान है हालांकि यह जो प्रक्रिया यहाँ पर बताई जा रही है यह Mehndi Powder बनाने की प्रक्रिया है। सबसे पहले मेहंदी के पत्तों को खेत से तोड़ लिया जाता है। उसके बाद मेहँदी के पत्तों को रंग के आधार पर अलग अलग किया जाता है इसमें सामन्यतया तीन तरह के पत्ते होते हैं इसमें काले पड़ चुके पत्ते इन्फेक्टेड होते हैं अर्थात वे कम प्रभावी होते हैं उसके बाद हलके सुनहरे रंग के पत्ते थोडा उससे अधिक प्रभावी होते हैं तीसरी जो सबसे उच्चतम श्रेणी होती है वह हरे पत्तों की है।

उसके बाद इन्हें सूखा लिया जाता है और अशुद्धियाँ दूर करने के लिए इनको छान लिया जाता है। उसके बाद इन्हें Grinding Machine में ग्राइंड करने के लिए डाल दिया जाता है। उसके बाद इस ग्राइंड किये हुए पाउडर में से अशुद्धियाँ हटाने के लिए इन्हें शिफ्टर से पास कराया जाता है।

उसके बाद Weighing Machine  में तोलकर पारदर्शी पन्नी में इन्हें पैक कर दिया जाता है उसके बाद उद्यमी चाहे तो अपनी ब्रांड के नाम से मुद्रित कलरफुल पन्नी में इन्हें डाल सकता है। और अंत में इन्हें कार्ड बोर्ड बॉक्सेस में डालकर मार्किट में बेचने हेतु भेज दिया जाता है।

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