नेल कटर [Nail Cutter] बनाने का व्यवसाय |

Nail Cutter से शायद सभी लोग परिचित होंगे क्योंकि सभी ने कभी न कभी अपने नाखूनों को काटने के लिए इसका इस्तेमाल अवश्य किया होगा | Nail Cutter को Nail Clipper भी कहा जाता है यह हाथों से चालित एक छोटा सा उपकरण है जिसका उपयोग नाखूनों को काटने एवं तराशने के लिए किया जाता है | जैसा की हम सबको विदित है की यदि हम अपने नाखूनों को यथावत छोड़ दें तो यह बहुत बड़े हो जायेंगे जो की देखने में बिलकुल भी सुन्दर नहीं लगेंगे |

जहाँ तक पैरों की अँगुलियों के नाखूनों के काटने का महत्व केवल नाखूनों को सुन्दर एवं तराशा दिखाई देने से होता है वहीँ हाथ की अँगुलियों के नाखूनों को काटने का महत्व नाखूनों को सुन्दर दिखाने एवं स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ होता है | जी हाँ कहा यह जाता है की जितने बड़े नाख़ून होंगे उनके गंदे होने की संभावना उतनी अधिक होती है और यह गंदगी खाना खाते समय नाखूनों के माध्यम से पेट में जाकर अनेक बीमारियाँ उत्पन्न कर सकती है | इसलिए लोगों द्वारा अपने नाखूनों को तराशने एवं काटने के लिए Nail Cutter का उपयोग किया जाता है |

Nail Cutter making business

Nail Cutter बनाने का बिजनेस क्या है :

वर्तमान में लोगों की साफ़ सफाई के प्रति बढती रूचि एवं बीमारियों के कारणों के प्रति सचेत होने के कारण लोगों द्वारा अपने शरीर के हर एक अंग की साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है | यही कारण है की वर्तमान में हर एक व्यक्ति चाहे वह नौकरीपेशा हो, युवा हो, किशोर हों या बच्चे हों सभी के द्वारा अपने नाखूनों को काटने एवं तराशने के लिए Nail Cutter का उपयोग किया जाता है |

यह एक छोटा सा हस्त चालित उपकरण होता है जो अधिकतर स्टेनलेस स्टील से बना हुआ होता है लेकिन वर्तमान में प्लास्टिक एवं एल्युमीनियम की मदद से भी इनका निर्माण किया जाने लगा है |

ग्रामीण इलाकों में भी सरकारी प्राथमिक विद्यालयों एवं अन्य प्राथमिक विद्यालयों में प्रांगण स्थल पर अध्यापकों द्वारा बच्चों की साफ़ सफाई का निरीक्षण किया जाता है उनमे छोटे एवं साफ़ नाख़ून होना भी नितांत आवश्यक होता है | यही कारण है की इंडिया जैसे विशालकाय देश में हर घर में कोई न कोई Nail Cutter अवश्य देखने को मिल जायेगा | इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जब किसी उद्यमी द्वारा नाख़ून काटने के उपकरण बनाने का काम व्यवसायिक तौर पर अपनी कमाई करने के लिए किया जाता है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह बिज़नेस Nail Cutter Making Business कहलाता है |

नेल कटर की बिकने की संभावना :

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में Nail Cutter की उपयोगिता पर वार्तालाप कर चुके हैं शहरों में तो इसके उपयोग को दशकों पहले से देखा जा सकता है लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसकी पहुँच साफ़ सफाई के प्रति जागरूकता के माध्यम से हुई है |

और ग्रामीण इलाकों में अक्सर देखा जाता था की सरकारी स्कूलों में प्रार्थना स्थल पर प्रांगण में सब बच्चों के नाख़ून, दांत, ड्रेस इत्यादि साफ़ सफाई के बिन्दुओं का निरीक्षण किया जाता था जिसके चलते बच्चे अपने नाख़ून काटने के लिए माता पिता से Nail Cutter खरीदने के लिए कहते थे, लेकिन तब यदि एक गाँव में एक Nail Cutter हो तो तब भी सारे गाँव वाले काम चला लिया करते थे |

लेकिन वर्तमान में ग्रामीण इलाकों में सब लोगों की अपने आप में निर्भरता ने उस पारस्परिक स्नेह को कम कर दिया है और यदि किसी को नाख़ून काटने के लिए Nail Cutter की आवश्यकता है भी तो वह दुसरे से मांगने से अच्छा उसे खरीदना समझता है |

जहाँ तक शहरों की बात है शहरों में पहले से यह प्रथा व्याप्त है यहाँ सभी लोग आत्मनिर्भर एवं अपने आप में व्यस्त हैं इसलिए एक दुसरे से वस्तुएं मांगने की प्रथा यहाँ केवल एक बिल्डिंग तक ही सिमित है | कहने का आशय यह है की Nail Cutter नामक यह हैण्ड टूल एक ऐसा टूल है जिसकी आवश्यकता घर के किसी सदस्य को कभी भी हो सकती है इसलिए हर घर में कम से कम एक Nail Cutter तो देखा ही जा सकता है |

Nail cutter बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी और कच्चा माल :

Nail Cutter Making business में प्रयुक्त होने वाला मुख्य कच्चा माल 16 से 18 SWG की Carbon Steel Strip है इसके अलावा rivets, pins इत्यादि काम किसी और से कराया जा सकता है | जहाँ तक प्रयुक्त होने वाली मशीनरी एवं उपकरणों का सवाल है उनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |

  • पॉवर प्रेस
  • हैण्ड प्रेस
  • फ्लाई प्रेस
  • बिजली से चालित चैम्बर के साथ भट्टी
  • फॉर्म व्हील के साथ डबल एंडेड बेंच ग्राइंडर
  • Rectifier इत्यादि के साथ electroplating प्लांट
  • पोलिशिंग एवं buffing मशीन |
  • बेंच ड्रिल
  • मजबूती टेस्ट करने वाली मशीन
  • डाई, fixture एवं मापक उपकरण |

विनिर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process of nail Cutter):

सर्वप्रथम कच्चे मॉल जैसे कार्बन स्टील स्ट्रिप को Unrolled किया जाता है और उसे दबाने वाली मशीन के अन्दर डाला जाता है उन मोल्ड के अन्दर लगभग छह से सात प्रक्रियाएं जैसे काटने का, छिद्र करने का, ब्लेड की किनारों को झुकाने का इत्यादि को अंजाम दिया जाता है | यह प्रक्रिया दोनों ब्लेडों ऊपर एवं नीचे दोनों में की जाती है |

उसके बाद अगली प्रक्रिया वेल्डिंग करने की होती है अर्थात ऊपर एवं नीचे ब्लेड की परत को जॉइंट करने के लिए दबाव प्रक्रिया का ही सहारा लिया जाता है इस प्रक्रिया के अंतर्गत जब जॉइंट सतह पर दबाव डाला जाता है तो उस समय electrodes से बिजली प्रवाहित किया जाता है |

स्टेनलेस स्टील की सतह गर्मी उत्पन्न होने के कारण पिघलनी शुरू हो जाती है  और उसके बाद वेल्डेड हो जाती है इस प्रक्रिया को स्पोट वेल्डिंग कहा जाता है, और इसे सामान्यत: कार की बॉडी के इंस्टालेशन के लिए भी उपयोग में लाया जाता है | उसके बाद इन वेल्डेड किये हुए Nail Cutter को मजबूती के लिए थर्मल प्रक्रिया से गुज़ारा जाता है इसमें इन्हें एक भट्टी की तरफ अग्रसित किया जाता है | 1000°C पर गरम करने के तुरंत बाद इसे पानी के तापमान पर तेजी से ठंडा किया जाता है |

उसके बाद फिर से जब इसे 180°C के तापमान पर गरम किया जाता है तो वेल्ड के आस पास उच्च आवृति तरंग के कारण नरमी पैदा होती है क्योंकि Nail Cutter के हैंडल का हिस्सा एक स्प्रिंग होगा | इस प्रक्रिया को Set The part Back कहा जाता है और यह Nail Cutter को आराम से बंद करने एवं खोलने के लिए जरुरी होता है |

उसके बाद सतह को चिकना बनाने के लिए ब्लेड को हाई स्पीड ग्लास बीड से हवा को धक्का देकर दबाया या मारा जाता है | उसके बाद Nail Cutter के अग्रभाग को एक finner Belt में दबाकर इसकी ब्लेड को तेज किया जाता है इस स्तर पर आते ही ब्लेड अच्छी तरह तेज हो जाता है | अगली प्रक्रिया में इस Nail Cutter को चेक कर लिया जाता है खरा उतरने पर इनकी पैकेजिंग की जाती है | कुछ एनएसआईसी ट्रेंनिंग और टेक्निकल सर्विस सेण्टर द्वारा इस प्रकार के बिज़नेस के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं |

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