निफ्टी [Nifty] क्या है? इसकी गणना कैसे की जाती है?

अक्सर आपने समाचारों में Nifty एवं सेंसेक्स के बारे में बहुत बार सुना होगा लेकिन आपने इन दो शब्दों को गहराई से समझने की कोशिश शायद ही की होगी | लेकिन अब यदि आप Nifty क्या है? इसकी गणना कैसे होती है? इत्यादि सवाल लेकर इन्टरनेट पर आये हुए हैं तो आपको बता देना चाहेंगे की आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से निफ्टी के बारे में पूरी जानकारी देने का भरसक प्रयत्न करेंगे |

इसलिए आदरणीय पाठकगणों से कहना चाहेंगे की निफ्टी पर पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे द्वारा लिखे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें | लेकिन इससे पहले की हम निफ्टी के बारे में जानना शुरू करें आइये जानते हैं की इंडेक्स क्या होता है? |

इंडेक्स क्या होता है (What is Index in Hindi):

आपको बता देना चाहेंगे की भारतवर्ष में सिक्यूरिटी की ट्रेडिंग के लिए दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं | और इन स्टॉक एक्सचेंज में एक नहीं बल्कि हजारों स्टॉक सूचीबद्ध हैं | इसलिए जरुरत पड़ने पर या किसी एक समय में बाजार के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए प्रत्येक स्टॉक को ट्रैक कर पाना बेहद मुश्किल काम है |

यही कारण है की पूरे बाजार का प्रतिनिधित्व करने के लिए स्टॉक एक्सचेंज द्वारा छोटा सा नमूना लिया जाता है | इस प्रकार के छोटे नमूने को ही इंडेक्स कहा जाता है | बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स यानिकी सूचकांक सेंसेक्स है | जिसमे केवल 30 कंपनियां सम्पूर्ण मार्केट का प्रतिनिधित्व करती हैं | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स यानिकी सूचकांक Nifty है जिसमे केवल 50 कंपनियां सम्पूर्ण मार्केट का प्रतिनिधित्व करती हैं |

nifty kya hai

निफ्टी क्या है (What is Nifty in Hindi):

यद्यपि हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है | कहने का अभिप्राय यह है की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा सबसे पहले जारी किया गया इंडेक्स Nifty है | जिस प्रकार से सेंसेक्स का गठन करने के लिए अलग अलग क्षेत्रों से अच्छी प्रदर्शन करने वाली 30 कंपनियों का चुनाव किया जाता है |

ठीक उसी प्रकार Nifty के गठन के लिए चौबीस अलग अलग क्षेत्रों से  बेहतर प्रदर्शन करने वाली 50 कंपनियों का चयन किया जाता है | साधारण शब्दों में कहें तो निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का एक सूचकांक है, जो चौबीस अलग अलग क्षेत्रों से बेहतर प्रदर्शन करने वाली 50 कंपनियों का चुनाव करके निर्धारित किया जाता है |

निफ्टी की गणना (Calculation of Nifty in Hindi):

Nifty की गणना भी सेंसेक्स की ही तरह फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन विधि द्वारा की जाती है | लेकिन इसके बावजूद भी सेंसेक्स की गणना और निफ्टी की गणना में काफी अंतर होता है |

  • निफ्टी की गणना में आधार वर्ष 1995 लिया जाता है |
  • निफ्टी की गणना में आधार मूल्य 1000 लिया जाता है |
  • निफ्टी की गणना 50 बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक को ध्यान में रखकर की जाती है |
  • इन पचास बड़े स्टॉक को चौबीस अलग अलग सेक्टर से लिया जाता है |

फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के बारे में हम हमारे पिछले लेख सेंसेक्स की जानकारी में बता चुके हैं इसमें हमने सेंसेक्स की गणना से सम्बंधित एक उदहारण भी पेश किया है | इसलिए आप चाहें तो निफ्टी की गणना को विधिवत समझने के लिए उस पर भी एक नजर डाल सकते हैं |

सेंसेक्स एवं निफ्टी में अंतर (Difference Between Sensex and Nifty in Hindi):  

सेंसेक्स एवं Nifty में प्रमुख अंतर इस प्रकार से है |

  • सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक है जबकि Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का |
  • निफ्टी की गणना में आधार वर्ष 1995 माना जाता है जबकि सेंसेक्स में 1978-79 |
  • सेंसेक्स की गणना में आधार मूल्य 100 लिया जाता है जबकि निफ्टी की गणना में 1000 |
  • सेंसेक्स की गणना 13 अलग अलग क्षेत्रों से 30 बेहतर प्रदर्शन करने वाले कंपनियों पर आधारित होती है जबकि निफ्टी की गणना चौबीस क्षेत्रों से जुड़े 50 बेहतरीन कंपनियों पर |
  • Nifty शब्द की उत्पति National fifty से हुई है जबकि Sensex की Sensitive Index से |
  • सेंसेक्स 1986 में पहली बार प्रकाशित हुआ था जबकि निफ्टी 1994 में |

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