नोटबुक बनाने के व्यवसाय की जानकारी | Notebook Manufacturing

Notebook Manufacturing business की यदि हम बात करें तो यह फोटोकॉपी एवं बुक बाइंडिंग बिज़नेस जैसा ही बिज़नेस है, क्योंकि Notebook यानिकी सामान्य तौर पर कॉपी कही जाने वाली इस वस्तु का उपयोग विद्यार्थियों या अन्य व्यक्तियों द्वारा लिखने के उद्देश्य से किया जाता है | हालांकि इससे पहले हम स्टेशनरी से रिलेटेड बिज़नेस जैसे स्टेशनरी एवं बुक स्टोर कैसे खोलें, जैम क्लिप बनाने का काम, पेपर पिन बनाने का काम इत्यादि पर भी वार्तालाप कर चुके हैं |

लेकिन क्योंकि नोटबुक एक ऐसी स्टेशनरी आइटम है जिसका उपयोग न सिर्फ स्कूलों, कॉलेजों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों में किया जाता है, बल्कि Notebook का उपयोग इस कंप्यूटर युग में भी बड़े बड़े कार्यायों में कर्मचारियों द्वारा अपने नोट्स लिखने के लिए भी किया जाता है |

भारतवर्ष की बात करें तो जहाँ पहले माता पिता द्वारा केवल लड़कों को स्कूल भेजा जाता था वही वर्तमान में 14 वर्ष तक सबको मुफ्त की शिक्षा वाली सरकारी नीति के चलते लड़के एवं लड़कियां लगभग सभी स्कूल जाने लगे हैं जिसके कारण नोटबुक बनाने के बिजनेस के लिए और अवसर पैदा हुए हैं |

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नोटबुक बनाने का व्यापार (What is notebook Manufacturing):

वर्तमान में हम जहाँ जिस भी परिवेश में रहते हों, हम कभी न कभी नोटबुक का उपयोग अवश्य करते हैं अर्थात हमें अपने नित्य प्रतिदिन के कार्यों को निपटाने हेतु कभी पेन तो कभी नोटबुक की आवश्यकता होती है | ताकि हम उसमे कुछ ऐसे नोट्स लिख सकें जिन्हें हम याद करने में असमर्थ होते हैं | एक पल के लिए हमारा काम अर्थात घरेलू काम तो बिना नोट बुक के चल भी जायेगा लेकिन सोचिये क्या स्कूल में बिना नोटबुक के काम चलाना संभव है? |

या किसी ऑफिस में बिना नोटबुक के काम चल सकता है? इन दोनों प्रश्नों के उत्तर नहीं में ही शायद उपलब्ध होंगे, उपर्युक्त प्रश्न पूछने के पीछे हमारा उद्देश Notebook की महत्वता को बताने से था अर्थात नोटबुक एक ऐसी स्टेशनरी आइटम है जिसका उपयोग घर से लेकर कार्यालयों तक होता आया है, और आगे भी होता रहेगा |

इन्हीं सब आवश्यकताओं को ध्यान में रककर जब किसी व्यक्ति द्वारा अपनी कमाई करने के उद्देश्य से व्यवसायिक तौर पर इसे बनाने का काम किया जाता है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह बिज़नेस नोटबुक मैन्युफैक्चरिंग कहलाता है |

बाजार में अवसर (Market Opportunity):

हर साल करोड़ों विद्यार्थी एक कक्षा से दूसरी कक्षा की ओर अग्रसित होते रहते हैं और हर साल नए नए उद्यम भी स्थापित होते रहते हैं | इन दोनों ही अवस्थाओं में इस बिजनेस के लिए अवसर खुलते जाते हैं | जहाँ एक तरफ विद्यार्थी एक कक्षा से दूसरी कक्षा की ओर अग्रसित होने में पुरानी नोटबुक को रद्दी के भाव बेचते हैं वही वह नई कक्षा या नए सिरे से लिखने के लिए नई नई नोटबुक खरीदते भी हैं |

और वही दूसरी तरफ नए नए उद्यम स्थापित होने के कारण उनके कार्यालयों  में भी नोटबुक के उपयोग होने की पूरी संभावना रहती है | इसके अलावा जैसा की हम उपर्युक्त वाक्यों में बता चुके हैं की Notebook नामक इस स्टेशनरी आइटम को लगभग हर जगह कॉलेज, स्कूल, ऑफिस, घर सभी जगह उपयोग में लाया जाता है |

एक बच्चे से लेकर बूढा तक इसके उपयोग में सग्लिप्त रहता है | अर्थात इसके उपयोग होने पर क्षेत्र, उम्र इत्यादि किसी का फर्क कभी नहीं पड़ता है | इसलिए ऐसे क्षेत्र जहाँ 15-20 स्कूल विद्यमान हों में एक इकाई के लिए भरपूर अवसर विद्यमान हैं |

आवश्यक मशीनरी एवं उपकरण (Machinery & equipment):

इस बिजनेस को शुरू करने में काम आने वाली मुख्य मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट निम्नवत है |

  • मोटर के साथ डिस्क रुल्लिंग मशीन
  • पेपर फोल्ड मशीन
  • मोटर के साथ पेपर कटिंग मशीन
  • मोटर के साथ स्टिचिंग मशीन
  • perforating machine
  • Manual Press Machine
  • अन्य उपकरण

Notebook Manufacturing Business में काम आने वाला कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |

  • विभिन्न GSM जैसे 44, 50 इत्यादि की कागज़ की सफ़ेद शीटे
  • ग्रे बोर्ड शीट
  • प्रिंटिंग इंक
  • लेवल कवर शीट
  • गोंद, सिलाई के लिए धागा
  • अन्य consumables

निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process of Notebook):

Notebook एवं रजिस्टर बनाने की प्रक्रिया बेहद ही सरल है, Notebook manufacturing Process में सर्वप्रथम विभिन्न जीएसएम् की सफ़ेद कागज़ की शीटों में रुल बने जाती है और या प्रक्रिया रूलिंग मशीन के माध्यम से संपन्न की जाती है | उसके बाद रूल किये हुए पेपर को पेपर फोल्ड मशीन की मदद से आवशयक साइज़ जैसे 100 से 192 pages या इससे भी ज्यादा में फोल्ड कर दिया जाता है |

यदि उद्यमी के पास मशीन नहीं है तो यह प्रक्रिया मैन्युअली भी की जा सकती है | उसके बाद इन पेपर को ग्रे बोर्ड के साथ बाइंडिंग कर दिया जाता है और उस पर लाबले एवं कवर चिपका दिए जाते हैं |

उद्यमी च्चे तो इन लेबल को अपनी इकाई में भी उत्पादित कर सकता है और बाहर से आउटसोर्स भी कर सकता है | कवर को चिपकाने के बाद फिनिशिंग टच देने के लिए कटिंग की जाती है | रजिस्टर साइज़ में थोडा बड़ा होता है लेकिन उसके लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जा सकती है |

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