पेपर बैग [Paper Carry Bag] बनाने के बिजनेस की जानकारी |

Paper Carry Bag के उद्योग या Manufacturing Business पर प्रकाश डालने से पहले हमें प्लास्टिक बैग के बारे में संक्षेप में समझना होगा | हालांकि यदि प्लास्टिक की हम बात करें तो इसके गुणों के आधार पर यह बहुत ही बड़े अविष्कारों में से एक माना जाता है जिसने मनुष्य के जीवन को सरल बनाने में अपना काफी योगदान दिया है | लेकिन दूसरी तरफ एक सच्चाई यह है की सामान को इधर उधर ले जाने में प्रयोग किये जाने वाले प्लास्टिक के Carry Bag वातावरण को दूषित करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं |

क्योंकि प्लास्टिक के Carry bag को पूरी तरह से नष्ट करना असम्भव होता है यह ज्यों के त्यों मिटटी में शताब्दियों तक रह सकते हैं और मिटटी को गन्दा एवं अशुद्ध कर देते हैं | मिटटी में प्लास्टिक होने से मिटटी अपने पोषक तत्वों को ग्रहण करने में असमर्थ हो जाती है जिससे वह अनुपजाऊ एवं बंजर हो सकती है |

कहने का आशय यह है की प्लास्टिक के मिटटी में मिल जाने से वहां की मिटटी बंजर एवं रेगिस्तान में तब्दील हो सकती है | एक आंकड़े के मुताबिक यह अनुमान लगाया जाता है की प्लास्टिक की थैलियाँ लगभग 250 साल तक मिटटी में रह सकती हैं अर्थात ढाई सौ साल तक यह नष्ट नहीं होती हैं | इसलिए वर्तमान में सरकार द्वारा अनेक राज्यों में Plastic Carry Bag पर प्रतिबंध है और कागज़ से निर्मित Carry Bag यानिकी Paper Carry Bag चलन में हैं और इनका चलन क्षेत्र बढ़ता जा रहा है |

paper carry bag making business

पेपर की थैलियाँ बनाने का उद्योग क्या है (What is Paper Carry bag Manufacturing Business) :

Paper Carry bag की बात करें तो इन्हें कागज़ से बनाया जाता है और कागज़ की उत्पति लकड़ी से होती है और लकड़ी की उत्पति पेड़ों से और पेड़ जमीन की मिटटी में पैदा होते हैं | पेपर बैग बनाने के लिए आवश्यक पेड़ों को नवीकरणीय संसाधन माना जाता है इसका अभिप्राय यह हुआ की जितने पेड़ कागज़ बनाने के लिए काटे जाते हैं उनसे कहीं अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता मनुष्य को होती है ताकि संतुलन बना रहे |

कागज़ तैयार होने के बावजूद भी इसे पुनर्नवीनीकरण के लिए उपयोग में लाया जा सकता है और अधिक कागज़ से बनने वाले उत्पादों को बनाने के प्रयोग में लाया जा सकता है | कागज से बनाए गए बैग अर्थात Paper Carry bag बायोडिग्रेडेबल होते हैं  इसलिए पर्यावरण की दृष्टी से अत्यधिक अनुकूल होते हैं जबकि प्लास्टिक थैलियाँ पर्यावरण के लिए खतरा बताई गई हैं |

इसलिए वर्तमान में प्लास्टिक थैलियों के मुकाबले Paper Carry Bags के बिकने की संभावनाएं अधिक हैं | मनुष्य की इन्ही आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जब किसी व्यक्ति द्वारा अपनी कमाई करने के लिए व्यवसायिक तौर पर कागज़ की थैलियाँ बनाने का काम किया जाता है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह काम पेपर की थैलियाँ बनाने का उद्योग या Carry Bag Manufacturing Business कहलाता है |

उत्पाद की बिक्री की संभावनाएं (Market Potential):  

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्यों में स्पष्ट तौर पर कह चुके हैं की Plastic carry Bags को पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक बताया गया है चूँकि अब तक या इससे पहले सामान ईधर से उधर ले जाने में सबसे अधिक इन्ही का उपयोग हुआ करता था | लेकिन पर्यावरण पर इनके खतरे को भांपते हुए अनेक राज्यों में इनके उपयोग में प्रतिबंध लगाया गया जिसका प्रत्यक्ष अर्थात सीधे तौर पर फायदा Paper Carry bag Industry को हुआ |

प्लास्टिक थैलियों का उपयोग केवल इंडिया में ही नहीं अपितु वैश्विक स्तर पर भी प्रतिबन्धित है, लेकिन मनुष्य की सामान इधर से उधर ले जाने के लिए थैलियों की आवश्यकता होती है इसलिए अब प्लास्टिक थैलियों की जगह Paper Carry bag का चलन बढ़ गया है | हालांकि प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध होने के बावजूद भी अनेक स्थानों पर इनका उपयोग देखा जाता है लेकिन जैसे जैसे लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रहे हैं वे अपने व्यवहार में भी बदलाव लाने से नहीं हिचक रहे हैं |

इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है की भविष्य में भी Paper Carry Bag की मांग केवल स्वदेशी बाज़ारों में ही नहीं अपितु वैश्विक स्तर पर भी बढ़ेगी |

आवश्यक मशीनरी उपकरण एवं कच्चा माल :

Paper Carry bag udyog को स्थापित करने में काम आने वाली मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट निम्नवत है |

  • Paper bag Making machine सभी उपकरणों के साथ जैसे
  • Bottom और सेण्टर पेस्टिंग के साथ
  • तीन सेट जीरो साइज़ प्लेट और गियर
  • इलेक्ट्रॉनिक मोटर
  • कण्ट्रोल पैनल
  • टूल एवं अन्य उपकरण

Paper Carry bag Manufacturing business में प्रयुक्त होने  वाले कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |

  • 60 GSM एवं 40 GSM का Recycled Kraft Paper
  • गोंद
  • डोरी

निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process of Paper Carry Bag) :

बैग का आवश्यक आकार फ्लैट या झोले के लिए सटीक आकार की प्लेट को मशीन पर साइज़ प्लेट होल्डर में फिक्स करके प्राप्त किया जाता है |  और ट्यूब की लंबाई आकार गियर पहिया बदलकर प्राप्त की जाती है,  जो प्रत्येक दाँत की लंबाई में एक सेंटीमीटर का प्रतिनिधित्व करता है |

ट्यूब, गियर द्वारा आकार गियर के अनुसार सटीक आकार में कटौती करने के बाद, कन्वेयर रोलर्स के माध्यम से वितरण सिलेंडर तक आगे बढ़ाया जाता है । नीचे दिया गया अर्थात बॉटम में लगाया गया डिलीवरी सिलिंडर बैग को फोल्ड करता है | उसके बाद इसे चिपकाया जाता है और फोल्डिंग सिलिंडर बैग को डिलीवरी टेबल पर पहुंचा देता है | उसके बाद बैग को एक ऊर्ध्वाधर स्टैक की तरफ रिलीज किया जाता है |

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