डाक जीवन बीमा के प्लान एवं फायदे। Postal Life Insurance in Hindi.

Postal Life insurance in Hindi : PLI को 1 फरबरी 1884 जब भारतवर्ष में ब्रिटिश शासन था महारानी के सचिव के अनुमोदन पर पेश किया गया था। यह मूल रूप से राज्य बीमा, की एक योजना थी जिसका विचार तत्कालीन पोस्ट ऑफिस के महानिदेशक श्री ऍफ़. आर. हॉग द्वारा 1881 में रखा गया था और 1884 में इसे एक कल्याणकारी योजना के तौर पर पोस्टल कर्मचारियों के कल्याण हेतु जारी कर दिया गया। इसको सन 1888 में टेलीग्राफ विभाग के कर्मचारियों के लिए भी इसे जारी कर दिया गया।

सन 1894 में इस योजना के अंतर्गत पोस्टल एवं टेलीग्राफ विभाग से जुड़ी महिला कर्मचारियों को भी बीमा कवर दिया गया, यह वह समय था जब कोई अन्य बीमा कंपनी महिला जीवन को बीमा में कवर नहीं करती थी। इस स्कीम को भारतवर्ष में सबसे पुराना जीवन बीमाकर्ता माना जा सकता है।

इसके शुरूआती दिनों की यदि हम बात करें तो हम पाएंगे की शुरुआत में इस योजना के अंतर्गत जीवन बीमा की अधिकतम सीमा केवल 4000 रूपये थी। जो वर्तमान में इस योजना के अंतर्गत आने वाली सभी स्कीमों चाहे वह Endowment Insurance हो या Whole Life Insurance के लिए यह सीमा बढ़कर लगभग 10 लाख रूपये हो गई है। 

समय व्यतीत होने के साथ ही इस स्कीम ने काफी प्रगति की है जहाँ शुरूआती दिनों अर्थात सन 1884 में इस योजना के साथ पालिसी की संख्या कुछ सैकड़ों में थी। वही वर्तमान में डाक जीवन बीमा योजना के अंतर्गत 43 लाख से अधिक पालिसी विद्यमान हैं।

क्योंकि अब इस योजना के अंतर्गत सिर्फ पोस्ट एवं टेलीग्राफ विभाग के कर्मचारी नहीं अपितु केंद्र और राज्य सरकारों, केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, विश्वविद्यालयों, सरकारी सहायता प्राप्त शैक्षिक संस्थानों, राष्ट्रीयकृत बैंक, स्थानीय निकाय आदि के कर्मचारी सम्मिलित हैं।

इसके अलावा PLI ने रक्षा सेवाओं और पैरा-मिलिट्री बलों के अधिकारियों और कर्मचारियों को बीमा की सुविधा भी प्रदान की है । एकल बीमा पॉलिसियों के अलावा, यह डाक विभाग के अतिरिक्त विभागीय कर्मचारी (ग्रामीण डाक सेवक) के लिए समूह बीमा योजना का प्रबंधन भी करता है। यह योजना 1938 के बीमा अधिनियम की धारा 118 (सी) के तहत बीमाकर्ता को छूट प्रदान करता है और इसे एलआईसी अधिनियम, 1956 की धारा 44 (डी) के तहत भी छूट दी गई है ।

postal life insurance scheme

डाक जीवन बीमा योजना के तहत बीमा प्लान :

Insurance Plans under Postal life insurance Scheme in Hindi: यह मुख्य रूप से सात प्रकार के प्लान ऑफर करती है जिनका संक्षिप्त वर्णन हम निम्नवत करेंगे।

1. संपूर्ण जीवन बीमा (सुरक्षा)

PLI के इस प्लान को सुरक्षा के नाम से भी जाना जाता है यह एक ऐसा प्लान है जहाँ बीमाकर्ता की मृत्यु के बाद अर्जित किया हुआ बोनस एवं आश्वासित राशि assignee, नामित व्यक्ति या फिर क़ानूनी उत्तराधिकारी को दिया जाता है। इस प्लान में प्रवेश करने की कम से कम उम्र 19 वर्ष एवं अधिक से अधिक से उम्र 55 वर्ष है। और PLI के इस प्लान के अंतर्गत कम से कम सुनिश्चित बीमित राशि रूपये 20000 और अधिक से अधिक बीमित राशि 10 लाख रूपये है।

इस तरह की यह पालिसी एक साल पूरा होने के बाद और बीमाकर्ता की उम्र 57 साल होने से पहले पहले Endowment Assurance Policy में कन्वर्ट अर्थात परिवर्तित की जा सकती है। इस प्लान के अंतर्गत ऋण सुविधा पालिसी को चार वर्ष पूर्ण हो जाने पर मिलेगी, और तीन वर्ष पूरा होने के बाद बीमाकर्ता पालिसी का समर्पण भी कर सकता है।

यदि पांच साल से पहले पालिसी पर ऋण या पालिसी समर्पित की जाती है तो बीमाकर्ता को किसी प्रकार का कोई बोनस देय नहीं होगा। इसके बाद इस योजना के इस प्लान के अंतर्गत यदि बीमा पॉलिसी को ऋण के लिए उपयोग में लाया जाता है या फिर समर्पण किया जाता है तो कम बीमित राशि पर आनुपातिक बोनस अर्जित किया जा सकता है ।

2. बंदोबस्ती आश्वासन (संतोष) Endowment Assurance :

डाक जीवन बीमा के इस प्लान को संतोष के नाम से भी जाना जाता है और इस प्लान के तहत बीमाकर्ता/प्रस्तावक को परिपक्वता के पूर्व-निर्धारित आयु प्राप्त होने तक बीमित रकम और अर्जित बोनस प्राप्त करने का एक आश्वासन दिया जाता है ।

बीमाकर्ता की अप्रत्याशित मृत्यु होने पर assignee, नामित व्यक्ति या क़ानूनी उत्तराधिकारी को बीमित राशि एवं अर्जित किया गया बोनस देय होगा। PLI के इस प्लान में भी प्रवेश करने की कम से कम आयु 19 वर्ष एवं अधिक से अधिक आयु 55 वर्ष है।

कम से कम बीमित राशि रूपये बीस हज़ार एवं अधिक से अधिक बीमित राशि रूपये दस लाख है। पालिसी के तीन साल पूरे होने के बाद पालिसी लोन के योग्य हो जाती है और बीमाकर्ता इसको समर्पित भी कर सकता है। पांच साल पूरा होने से पहले यदि पालिसी पर लोन या पालिसी सरेंडर की जाती है तो इस स्थिति में बीमाकर्ता को किसी प्रकार का कोई बोनस नहीं मिलेगा।

3. परिवर्तनीय संपूर्ण जीवन बीमा (सुविधा):

इसके इस प्लान को सुविधा के नाम से भी जाना जाता है यद्यपि इस स्कीम की विशेषताओं की बात करें तो इसकी विशेषताएं Endowment Assurance जैसी ही हैं। पांच साल पूरे होने के बाद यह पालिसी Endowment Assurance में परिवर्तित की जा सकती है। बीमाकर्ता की उम्र परिवर्तन के समय 55 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।

यदि छह सालों तक बीमाकर्ता द्वारा परिवर्तन विकल्प का चयन नहीं किया जाता है तो पालिसी को Whole Life Assurance माना जायेगा। इस प्लान में ऋण सुविधा भी उपलब्ध है और तीन सालों के बाद पालिसी को सरेंडर भी किया जा सकता है | यदि पांच सालों से पहले पालिसी पर लोन लिया जाता है या पालिसी सरेंडर की जाती है तो बीमाकर्ता बोनस पाने का पात्र नहीं होगा।

4. प्रत्याशित बंदोबस्ती आश्वासन (सुमंगल) :

इस प्लान को सुमंगल के नाम से भी जाना जाता है यह प्लान 5 लाख रुपये के अधिकतम बीमित रकम के साथ एक मनी बैक पॉलिसी है। ऐसे लोग जिन्हें समय समय पर रिटर्न की आवश्यकता होती है यह पालिसी उन लोगों के अनुकूल है। इस प्लान के अंतर्गत बीमाकर्ता को समय समय पर Survival Benefits मिलते रहते हैं।

बीमाकर्ता की अप्रत्याशित मृत्यु की स्थिति में इस तरह के भुगतान को कंसीडर नहीं किया जाता है और Assignee, नामित व्यक्ति या क़ानूनी उत्तराधिकारी को अर्जित बोनस के साथ पूर्ण बीमा राशि देय होगी। पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के इस प्लान के अंतर्गत दो तरह की पालिसी एक जो पन्द्रह सालों और दूसरी बीस सालों के लिए उपलब्ध हैं।

पन्द्रह सालों की पालिसी लेने पर बीमाकर्ता को छह सालों के बाद कुल जमा राशि का 20%, नौ सालों के बाद फिर से 20%, बारह सालों के बाद फिर से 20% और पन्द्रह साल पूरे होने पर 40% एवं अर्जित किया गया बोनस देने का प्रावधान है। बीस सालों की पालिसी लेने पर आठ सालों के बाद 20% , बारह सालों के बाद 20%, 16 सालों के बाद 20% और बीस सालों के बाद 40% एवं अर्जित किये गए बोनस को देने का प्रावधान है।

5. संयुक्त जीवन बीमा (युगल सुरक्षा) :

इसका यह प्लान संयुक्त जीवन एन्डॉमेंट ऐश्योरेंस हैं जिसमे एक पति/पत्नी PLI पालिसी के लिए पात्र माने जायेंगे। केवल एक प्रीमियम के साथ पति पत्नी दोनों को लाइफ इंश्योरेंस कवरेज देने का प्रावधान है | बाकी सब विशेषताएं Endowment Policy जैसी ही हैं।

6. शारीरिक रूप से विकलांग लोगों के लिए स्कीम:

इस बीमा योजना के अंतर्गत शारीरिक रूप से विकलांग लोगों के लिए अलग से स्कीम का प्रावधान किया गया है। हालांकि जहाँ तक बीमा की सीमा का सवाल है कोई भी प्लान लेने पर शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्ति के लिए भी यह लिमिट उतनी ही है जितनी और के लिए। शारीरिक विकलांगता का बीमित व्यक्ति के जीवन पर असर का सही तरीके से पता लगाने के लिए इस स्कीम के तहत मेडिकल एग्जाम को अनिवार्य किया गया है।

जहाँ तक प्रीमियम का सवाल है विकलांगता की प्रकृति एवं सीमा के आधार पर यह सामान्य या सामान्य से थोड़ा अधिक भी हो सकता है। पालिसी पूर्ण होने से पहले बीमाकर्ता की मृत्यु होने पर जो अमाउंट Assignee, नामित व्यक्ति या क़ानूनी उत्तराधिकारी को दिया जायेगा वह निम्न शर्तों पर देय होगा।

  • यदि बीमाकर्ता की मृत्यु पालिसी के एक साल पूरा होने से पहले होती है तो कुल बीमित राशि का केवल 35% और अर्जित बोनस देय होगा |
  • यदि बीमाकर्ता की मृत्यु पालिसी के दो साल पूरा होने से पहले और एक साल पूरा होने के बाद होती है तो इस स्थिति में Postal Life Insurance के अंतर्गत कुल बीमित राशि का 60% और अर्जित बोनस देय होगा |
  • यदि बीमाकर्ता की मृत्यु पालिसी के तीन साल पूरे होने से पहले और दो साल पूरे होने के बाद होती है तो इस स्थिति में कुल बीमित राशि का 90% और अर्जित बोनस देय होगा |
  • यदि बीमाकर्ता की मृत्यु पालिसी के तीन साल पूरे होने के बाद होती है तो इस स्थिति में कुल बीमित राशि एवं अर्जित बोनस देय होगा |

7. बच्चों के लिए बाल जीवन बीमा :

समबन्धित विभाग द्वारा PLI एवं रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (RPLI) के अंतर्गत 20 January 2006 को Children Policy भी जारी की गई। जिसकी कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार से हैं।

  • इस योजना की परिकल्पना PLI/RPLI धारकों के बच्चों को बीमा कवर प्रदान करने के लिए की गई है।
  • किसी भी परिवार में अधिकतम दो बच्चे बच्चों की पॉलिसी लेने के योग्य होंगे।
  • इसकी चिल्ड्रेन पालिसी के अंतर्गत पांच साल से लेकर बीस साल तक के बच्चे पात्र माने जायेंगे जिनकी अधिकतम बीमा राशि 1 लाख रूपये होगी, या फिर मुख्य बीमाधारक के समतुल्य होगी, जो भी कम राशि होगी उसी को बीमित राशि माना जायेगा ।
  • मुख्य पालिसी धारक की आयु 44 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए ।
  • मुख्य पॉलिसी धारक की मृत्यु पर बच्चों की पॉलिसी पर प्रीमियम का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी और संचित बोनस के साथ पूर्ण बीमा राशि बच्चों की पॉलिसी की अवधि के पूरा होने के बाद बच्चे को दी जाएगी। बच्चे / बच्चों की मृत्यु पर, अर्जित बोनस के साथ पूर्ण बीमा राशि मुख्य पॉलिसी धारक को देय होगी।
  • चिल्ड्रेन पालिसी की पेमेंट के लिए मुख्य पालिसी धारक जिम्मेदार होगा, बच्चों की इस पालिसी पर किसी प्रकार का कोई ऋण स्वीकृत नहीं होगा, हालांकि पॉलिसी में इसे भुगतान करने की सुविधा होगी, बशर्ते प्रीमियम को लगातार 5 वर्षों तक भुगतान किया जाए ।
  • बच्चे की कोई भी मेडिकल जांच जरूरी नहीं है, हालांकि पालिसी लेने के दिन बच्चे को स्वस्थ होना चाहिए और पालिसी की स्वीकृति की तारीख से जोखिम शुरू हो जाएगा ।
  • इस जीवन बीमा के अंतर्गत इस पालिसी पर भी बोनस एंडोमेंट पॉलिसी के लिए निर्धारित दरों पर ही लागू होगा।

डाक जीवन बीमा के फायदे (Benefits of Postal Life Insurance in Hindi) :

इसकी अधिकारिक वेबसाइट के अनुसार वर्तमान में जीवन बीमा के बाजार में यह एक ऐसी स्कीम है जिसकी तुलना यदि बाज़ार में उपलब्ध अन्य बीमा उत्पादों से की जाए तो यह बहुत कम प्रीमियम में बहुत अधिक रिटर्न अर्थात बोनस देने वाली स्कीम है।

उदाहरण के तौर पर इसकी Whole life insurance की पालिसी का प्रीमियम LIC की whole life insurance की पालिसी से 26% से 36% कम होता है, लेकिन यह पालिसी में प्रवेश करने की उम्र पर निर्भर करता है। ठीक इसी प्रकार इसकी Endowment Policy LIC की Endowment Policy से 6% तक सस्ती पड़ती है।

डाक जीवन बीमा योजना के अंतर्गत अर्जित किया गया बोनस भी LIC के मुकाबले 7% या इससे भी अधिक हो सकता है। PLI की अधिकारिक वेबसाइट के अनुसार निजी बीमा कंपनियां जो 2 से 3 साल पहले जीवन बीमा कारोबार शुरू कर चुकी हैं, अब तक बोनस घोषित नहीं कर पाए हैं, जबकि RPLI के अंतर्गत पहले साल से ही बोनस का भुगतान हो रहा है । इसके अलावा बीमाकर्ता को होने वाले कुछ मुख्य लाभ इस प्रकार से हैं।

  • बीमाकर्ता को नामांकन चेंज करने की सुविधा उपलब्ध है।
  • Endowment Insurance की स्थिति में तीन साल पूरा होने पर, Whole Life Insurance की स्थिति में 4 साल पूरे होने पर बीमाकर्ता पालिसी पर लोन के लिए भी अप्लाई कर सकता है।
  • ऋण लेने के लिए किसी वित्तीय संस्थान को पॉलिसी के असाइनमेंट की सुविधा।
  • लेप्स पालिसी के पुनरुद्धार की सुविधा उपलब्ध है।
  • यदि पालिसी को तीन साल से कम का समय हुआ हो तो 6 प्रीमियम का भुगतान न करने पर पालिसी लेप्स होगी, तीन साल से अधिक के समय के लिए यह सीमा 12 Unpaid Premium है।
  • इसके अंतर्गत यदि ओरिजिनल पालिसी का बांड जल गया हो, फट गया हो, मुड़ गया हो या फिर खो गया हो तो उसके बदले डुप्लीकेट पालिसी बांड जारी करने की सुविधा भी उपलब्ध होती है।
  • नियमों के अनुरूप Whole life insurance को endowment Assurance में और एंडॉमेंट एश्योरेंस को अन्य एंडॉमेंट एश्योरेंस में रूपांतरित करने की सुविधा भी उपलब्ध है।

FAQ about Postal Life Insurance in Hindi :

डाक जीवन बीमा का प्रीमियम कैसे और कहाँ भरें?

वर्तमान में अलग अलग व्यक्ति अलग अलग तरीकों से भुगतान करना पसंद करते हैं। आप चाहें तो अपने नजदीकी डाकघर में जाकर प्रीमियम भर सकते हैं। और चाहें तो ऑनलाइन भी भर सकते हैं ।

क्या मेरी पालिसी लैप्स भी हो सकती है?

यदि आपकी बीमा पालिसी को तीन वर्षों से कम कम समय हुआ है, और आपने लगतार छह से अधिक प्रीमियम का भुगतान नहीं किया है, तो आपकी पालिसी लैप्स हो सकती है। यदि आपकी पालिसी को तीन साल से अधिक का समय हो गया है तो लगातार 12 प्रीमियम न भरने पर आपकी पालिसी लैप्स हो जाती है।

पालिसी के बारे में पूछताछ के लिए कहाँ संपर्क करें?

यदि आप ग्रामीण डाक जीवन बीमा और डाक जीवन बीमा से सम्बंधित पूछताछ करना चाहते हैं। तो आप दिए गए टोल फ्री नंबर 1800 180 5232/155232 पर कॉल कर सकते हैं।

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