Business Loan क्या है | और बिजनेस लोन कैसे लें |

Business Loan के चर्चे अपने देश में इसलिए बने रहते हैं क्योंकि अपना देश भारतवर्ष एक युवा देश है और यहाँ पर निवासित युवाओं की आँखों में कुछ करने का सपना हमेशा देखा जा सकता है | ऐसे युवा जो पहले से अपना कुछ व्यापार कर रहे हैं उन्हें अपने व्यापार को बढाने के लिए Business Loan की आवश्यकता होती है | और बाकी युवाओं को अपना नया व्यापार शुरू करने के लिए भी व्यापारिक ऋण की आवश्यकता होती है |

हालांकि पहले से ही भारतवर्ष में व्यापारिक ऋण प्राप्त करना एक बेहद ही कठिन प्रक्रिया रही है कहने का आशय यह है की आम जनमानस पर वित्तीय संस्थानों का विश्वास लगभग न के बराबर रहा है, और यही कारण है की बिना किसी गिरवी, जमानती के लोन मिलना कठिन हो जाता है | हालांकि इन समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार भी हमेशा से प्रयासरत रही है और इसी मद्देनज़र वर्तमान में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्राइम मिनिस्टर जनरेशन प्रोग्राम इत्यादि योजनायें क्रियान्वित हैं |

जिनका लक्ष्य बेहद छोटे एवं कुटीर उद्योगों को आसानी से Business Loan मुहैया कराना है | इन सबके अलावा लघु, मध्यम उद्योगों की वित्तीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए भी सरकार ने लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से अनेकों योजनायें चलाई हुई हैं | लेकिन इन सबके बावजूद भी आम आदमी, कुटीर एवं छोटे व्यापारी हमेशा यह जानने की कोशिश में लगे रहते हैं की वे भी किस तरह से Business Loan प्राप्त कर सकते हैं | इससे पहले की हम व्यापारिक ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में जानें इससे पहले यह जान लेते हैं की यह बिज़नेस लोन होता क्या है |

business loan process in hindi

बिजनेस लोन क्या है (What is business loan in Hindi):

Business Loan का शाब्दिक अर्थ व्यापारिक ऋण से लगाया जाता है यानिकी एक ऐसा ऋण जिसे नया व्यापार शुरू करने या पहले से चल रहे व्यापार को आगे बढाने के लिए किसी वित्तीय संस्थान जैसे बैंक, फाइनेंस कंपनी इत्यादि से लिया जाता है | Business Loan एक ऐसा ऋण है जिसे विशेष रूप से व्यवसायिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लिया एवं दिया जाता है | इस ऋण को ऋणदाता को एक निश्चित समय में या किश्तों में ब्याज के साथ चुकाना पड़ता है |

किसी वित्तीय संस्थान द्वारा बिज़नेस के लिए दिया जाने वाला ऋण सुरक्षित एवं असुरक्षित हो सकता है | Secured यानिकी सुरक्षित ऋण से आशय उस ऋण से लगाया जाता है, जिसे ऋणदाता द्वारा ऋण लेने वाले को तब दिया जाता है जब वह बदले में किसी सम्पति जैसे प्लांट, उपकरण, स्टॉक, वाहन इत्यादि को गिरवी रखता है |

ताकि ऋण चुकता न करने की स्थिति में ऋणदाता उस सम्पति पर अपना दावा कर सके | Unsecured यानिकी असुरक्षित Business Loan की श्रेणी में collateral Free लोन आते हैं हालांकि इसमें भी ऋण न चुकाने की स्थिति में ऋणदाता ऋण लेने वाले की सम्पति पर सामान्य दावा कर सकता है |

बिजनेस लोन कैसे लें ? (How to get Business Loan Hindi):

यद्यपि Business Loan मुख्य रूप से दो रूपों में किसी ऋणदाता द्वारा ऋण लेने वाले व्यक्ति या कंपनी को दिए जाते हैं | इनमे पहला टर्म लोन एवं दूसरा वर्किंग कैपिटल होता है | टर्म लोन Fixed Asset खरीदने जैसे मशीनों एवं उपकरणों की खरीदारी के लिए दिया जा सकता है जबकि वर्किंग कैपिटल बिज़नेस को चलाने में आने वाले नित्य प्रतिदिन के खर्चों जैसे कच्चे माल की खरीदारी, कर्मचारियों के वेतन इत्यादि के लिए दिया जाता है | Business Loan के लिए दो तरह के व्यक्तियों या कंपनियों द्वारा आवेदन किया जाता है |

पहली वे व्यक्ति या कंपनियां होती है जो पहले से कुछ न कुछ बिज़नेस करके अपने बिज़नेस से थोड़ी बहुत कमाई कर रहे होते हैं लेकिन उन्हें अपने बिज़नेस को बढाने या बिज़नेस को चलाने में आने वाली अड़चनों से निजात पाने के लिए इस तरह का लोन चाहिए होता है |

दूसरी वे व्यक्ति या कंपनियां होती हैं जो अपना नया बिज़नेस शुरू करने में आने वाले खर्चे को देखते हुए लोन के लिए अप्लाई करती हैं | दूसरी श्रेणी की अपेक्षा पहली श्रेणी के व्यक्ति या कंपनियों को Business Loan आसानी से मिल जाता है क्योंकि उनके पास खुद का पहले से जमा जमाया बिज़नेस होता है | लेकिन फिर भी इस लेख में हम दोनों स्थितियों में बिज़नेस को बढाने या बिज़नेस शुरू करने के लिए लोन कैसे लें? के बारे में वार्तलाप करेंगे |

1. मौजूदा व्यापार के लिए Business Loan कैसे लें?

कोई भी व्यक्ति जो भारत में नियम कानूनों के मुताबिक व्यापार कर रहा हो अर्थात ऐसा व्यक्ति जो वैध व्यवसाय कर रहा हो और उस व्यवसाय से वह कुछ कमाई कर रहा हो Business Loan के लिए अप्लाई कर सकता है |

लेकिन अलग अलग बैंकों द्वारा ऋण के लिए आवेदन किये हुए व्यक्ति के बिज़नेस की प्रमाणिकता को प्रमाणित करने के लिए अलग अलग मानदंड एवं शर्तें निर्धारित होती हैं | इसलिए प्रमाणीकरण एवं सत्यापन के बाद बैंक का यह अपना निर्णय होता है की वह किसी आवेदनकर्ता के आवेदन को स्वीकार करता है या फिर रिजेक्ट करता है, या ऋण की कितनी राशि निर्धारित करता है  |

मौजूदा व्यापार के लिए Business Loan लेने में सहायक बिंदु:

जैसा की हम सबके साथ होता है हम अपने आस, पड़ोस, मित्रों इत्यादि में आर्थिक रूप से सबको अलग अलग नजरिये से देखते हैं वह इसलिए क्योंकि उन लोगों की कमाई के बारे में हमें ज्ञात होता है | अब कल्पना कीजिये की कोई ऐसा पड़ोसी जो दिन भर कुछ काम धंधा नहीं करता है अर्थात उसकी कमाई का स्रोत कुछ नहीं है और एक दिन आकर आपसे बोलता है की मुझे पचास हजार रूपये उधार दे दो |

शर्त लगा लीजिये अगर आपके पास पैसे होंगे भी तो भी आप ऐसे व्यक्ति को पैसे देना पसंद नहीं करेंगे भले ही वह व्यक्ति कितना भी ईमानदार क्यों न हो | वह इसलिए क्योंकि आपको पता है उस व्यक्ति के पास कमाई करने का स्रोत कुछ नहीं है |

इसलिए आपके अंतर्मन में एक विचार बार बार आता है की अगर मैंने पैसे दे दिए तो यह मेरे पैसे वापस देने में सक्षम नहीं होगा | ठीक इसी तरह जिस वित्तीय संस्थान से उद्यमी Business Loan के लिए अप्लाई करता है वह वित्तीय संस्थान भी उसकी लोन चुकता करने की क्षमता को परखते हैं | ऐसे में वे उद्यमी के बिज़नेस सम्बन्धी निम्न अवयवों की पड़ताल कर सकते हैं |

बैंक Business Loan देने से पहले क्या देखते हैं?

वित्तीय संस्थानों या बैंक द्वारा मौजूदा बिज़नेस के लिए Business loan देने से पहले आवेदनकर्ता के व्यापार सम्बन्धी अनेक बातों का मुआयना किया जाता है |

  • व्यापार की वैधता जानने के लिए वित्तीय संस्थानों या बैंक द्वारा यह पता लगाया जाता है की उद्यमी का बिज़नेस विभिन्न व्यापारिक इकाइयों जैसे Proprietorship, One person Company, Partnership, Pvt.Ltd. company, Public Ltd. Company इत्यादि में से किस स्वरूप में पंजीकृत है |
  • यदि उद्यमी को बिज़नेस चलाते हुए तीन या तीन वर्षों से अधिक का समय हो गया हो तो उद्यमी के पास उसके व्यापार की तीन वर्षों की बैलेंस शीट के साथ लाभ एवं हानि का आंकड़ा होना जरुरी है | क्योंकि इन आकंड़ों के माध्यम से Business Loan देने वाला बैंक या वित्तीय संस्थान यह जानने में सफल होता है की उद्यमी के व्यापार की आर्थिक स्थिति कैसी है |
  • कई वित्तीय संस्थान बिज़नेस के कैश फ्लो का भी अध्यन करते हैं |
  • व्यापारिक इकाई पर पहले से कोई ऐसा लोन नहीं होना चाहिए जो वह भर न पा रही हो |

2. नए व्यापार के लिए Business Loan कैसे लें?

यद्यपि यह सच्चाई है की Business Loan नए व्यापारों की तुलना में मौजूदा अर्थात पहले से चल रहे व्यापारों को सरलता से मिल जाता है | इसलिए नया बिज़नेस करने वाले उद्यमी अक्सर एंजेल इन्वेस्टर्स, वेंचर कैपिटल इत्यादि का रुख करते हैं | लेकिन एक सच्चाई यह भी है की नए बिज़नेस को फण्ड प्रदान करने में बैंकों की भी अहम भूमिका है इसलिए बैंक स्टार्टअप को फण्ड करने वाले सबसे बड़े funders में शामिल हैं |

कहने का अभिप्राय यह है की नए बिज़नेस का मॉडल, प्रोजेक्ट रिपोर्ट में दर्शाया गया व्यवहारिक रिटर्न, उद्यमी का मैनेजमेंट अनुभव एवं अन्य योग्यता, लोन चुकता करने की क्षमता इत्यादि ऐसी बातें हैं जिनका अध्यन करके बैंक या वित्तीय संस्थान नए व्यापार को भी Business Loan देते हैं | इसलिए अनेकों बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों में स्टार्टअप को ऋण मुहैया कराने के लिए अनेकों योजनायें चालित हैं |

नए व्यापार के लिए Business Loan हेतु संपर्क कैसे करें?

किसी वित्तीय संस्थान या बैंक से Business Loan के लिए संपर्क करने से पहले नया बिज़नेस शुरू कर रहे उद्यमी को इसकी तैयारी कर लेनी चाहिए | कहने का आशय यह है की कोई भी उद्यमी जो नया बिज़नेस शुरू करना चाह रहा हो और उसके लिए उसे ऋण की आवश्यकता हो तो उसे सर्वप्रथम एक ऐसा दस्तावेज तैयार करना चाहिए जो उसके व्यापार के मॉडल, उद्यमी के बैकग्राउंड, कमाई का मॉडल, अनुमानित बिक्री, अनुमानित लाभ, अनुमानित ग्रोथ रेट एवं रिटर्न की स्पष्ट व्याख्या कर सके |

ध्यान रहे निवेश पर रिटर्न बैंक एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा लोन देने के निर्णय को प्रभावित करता है | इसलिए उद्यमी को Business Loan के लिए अप्लाई करने से पहले विस्तृत रूप से एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर लेनी चाहिए | इसके लिए उद्यमी चाहे तो इस क्षेत्र के जानकार लोगों या किसी बिज़नेस कंसलटेंट की मदद ले सकता है |

इसके अलावा नए बिज़नेस के लिए लोन लेते वक्त बिज़नेस प्रमोटर या आवेदक की क्रेडिट स्कोर भी काफी मायने रखता है इन प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के बाद ही आवेदनकर्ता को किसी ऐसे बैंक या वित्तीय संस्थान में ऋण के लिए आवेदन करना चाहिए जिसके पास उसकी जरुरत के मुताबिक कोई योजना हो | क्योंकि Business Loan के लिए अलग अलग बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों में अलग अलग योजनायें हो सकती है इसलिए आवेदनकर्ता को उस वित्तीय संस्थान या बैंक का चयन करना है जो उसकी आवश्यकता से मेल खाता हो |

बिजनेस लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज:

हालांकि Business Loan के लिए आवेदन पत्र के साथ अलग अलग बैंकों में अलग अलग दस्तावेज मांगे जा सकते हैं लेकिन कुछ प्रमुख दस्तावेजों की लिस्ट निम्नवत है |

  • आवेदन पत्र
  • खुद प्रमाणित किये गए दस्तावेज जैसे मेमोरेंडम ऑफ़ एसोसिएशन/पार्टनरशिप डीड/ शॉप एस्टाब्लिश्मेंट सर्टिफिकेट इत्यादि |
  • खुद प्रमाणित किये गए दस्तावेजों की लिस्ट में जमानती का पैन, आवेदनकर्ता का रिहायशी एवं व्यापारिक पता प्रमाण पत्र इत्यादि भी शामिल हैं |
  • एक डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी मांगी जा सकती है |
  • यदि मौजूदा बिज़नेस के लिए लोन माँगा जा रहा हो तो पिछले तीन वर्षों की इनकम टैक्स रिटर्न की प्रति भी मांगी जा सकती है |
  • एक पंजीकृत चार्टेड अकाउंटेंट से प्रमाणित टर्नओवर की डिटेल एवं बिज़नेस के फायदे |
  • एक साल की बैंक स्टेटमेंट भी मांगी जा सकती है |

 Business Loan पर ब्याज एवं चुकता करने का समय:

Business Loan पर Interest की बात करें तो वर्तमान में बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों द्वारा 13% से लेकर 22% तक ब्याज इस प्रकार के ऋणों पर लिया जा रहा है | ब्याज का निर्णय लेने में आवेदनकर्ता का क्रेडिट स्कोर, व्यापार में गुज़ारा हुआ समय, मासिक कमाई, जमानती मूल्य इत्यादि कारक मदद करते हैं | इसके अलावा जहाँ तक Business Loan के चुकता करने का सवाल है इस प्रकार का यह लोन अधिक से अधिक पांच वर्षों तक के लिए दिया जा रहा है |

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