भारत में खुद की रिक्रूटमेंट एजेंसी कैसे शुरू करें | Recruitment Agency Business Plan.

नौकरीपेशा लोगों का अपने जीवन में कभी न कभी वास्ता रिक्रूटमेंट एजेंसी से पड़ा ही होगा | यद्यपि वर्तमान में Naukri.com इत्यादि ऐसी बहुत सारी Recruitment Websites हैं जो नियोक्ता और उम्मीदवार के बीच इन्टरनेट के माध्यम से ही संपर्क कराने में सक्षम हैं | लेकिन इसके बावजूद भी इस तरह के बिज़नेस में डिमांड एवं सप्लाई का अंतर देखा जा सकता है |

कहने का आशय यह है की recruitment websites के माध्यम से सभी प्रकार के कामों के लिए कर्मचारी नहीं ढूंढे जा सकते अपितु हम यह कहें तो गलत नहीं होगा की इस तरह की वेबसाइट का उपयोग केवल और केवल संगठित क्षेत्र अर्थात Organized Sector द्वारा ही किया जाता है इन सबके बावजूद एक नियोक्ता को दो तीन से अधिक जॉब कंसल्टेंसी hire करनी पड़ती हैं ताकि जब भी उन्हें किसी भी Profile की आवश्यकता हो उन्हें Manpower समय पर मिल सके |

Recruitment Consultancy business

रिक्रूटमेंट एजेंसी क्या है (What is recruitment agency in Hindi):

Recruitment का यदि हम शाब्दिक अर्थ हिंदी में जानने की कोशिश करेंगे तो हम पाएंगे की हिंदी में इसका अर्थ भर्ती से निकलेगा | इसलिए जब किसी व्यक्ति या एजेंसी द्वारा किसी कंपनी/संस्थान में उनकी आवश्यकता के अनुरूप योग्य उम्मीदवार साक्षात्कार के लिए भेजे जाते हैं तो हर सफल साक्षात्कार पर उस व्यक्ति या एजेंसी की कमाई होती है जिसने उस उम्मीदवार को उस कंपनी में भेजा था |

एक रिक्रूटमेंट एजेंसी काम के लिए योग्य व्यक्ति ढूंढ रही कंपनी और अपने रोजगार के लिए काम ढूंढ रहा व्यक्ति दोनों को एक दुसरे से मिलाने का व्यापार है, इसमें कभी कभी ऐसी स्थितियां भी आती हैं जब इस तरह की एजेंसी की दोनों तरफ से अर्थात काम ढूंढ रहा व्यक्ति, और व्यक्ति ढूंढ रही कंपनी की तरफ से कमाई हो जाती है | यद्यपि सही मायने में इस तरह की ये एजेंसीया, व्यक्ति से नहीं, अपितु कंपनी से अपना मेहनताना वसूल करती हैं |

Recruitment Agency की चलने की संभावनाएँ:

भारतवर्ष जैसे विशालकाय देश में रोजगार एक प्रमुख मुद्दा रहा है यही कारण है की बहुत सारे नौजवानों का समय सुबह से शाम अपने लिए नौकरी ढूँढने में गुज़र जाता है | हालांकि सामान्य मनुष्य को यह बात जरां अटपटी लग सकती है भारत जैसे देश जहाँ इतनी बेरोजगारी विद्यमान है वहां भी कंपनियों को कर्मचारी ढूँढने के लिए रिक्रूटमेंट एजेंसीयों या जॉब कंसल्टेंसी को Hire करना पड़ता है |

जबकि यदि किसी कंपनी द्वारा उसके कार्यालय के बाहर ही भर्ती का बोर्ड लगा दिया जाय तो कितने उम्मीदवार तो नौकरी की तलाश में उन्हें वही मिल जायेंगे फिर कंपनी इस तरह की एजेंसीयों को क्यों भुगतान करती है | यह सच है की यदि कंपनी अपने कार्यालय के बाहर भर्ती का बोर्ड डिस्प्ले करेगी तो लोग भी आयेंगे लेकिन योग्य अर्थात जिस डोमेन के लोग कंपनी को चाहिए शायद वैसे लोग न आयें इसलिए कंपनी Recruitment Agencies को इस काम के लिए Hire करती हैं |

ताकि उन्हें जल्दी से जल्दी योग्य उम्मीदवार मिल पाय | चूँकि कंपनियों द्वारा जॉब कंसल्टेंसी को हर सफल साक्षात्कार अर्थात सिलेक्शन पर भुगतान किया जाता है इसलिए यह कम्पनी एवं Consultancy दोनों के लिए वित्तीय आधार पर सही निर्णय होता है | यही कारण है की एक कंपनी के साथ कई कई रिक्रूटमेंट एजेंसीयां काम कर रही होती हैं | जिसका अभिप्राय यह है की इस प्रकार के बिज़नेस की कोई सीमितता नहीं है उद्यमी की कार्यकुशलता ही इस बिज़नेस की सफलता की कुंजी है |

रिक्रूटमेंट एजेंसी कैसे शुरू करें (How to Start recruitment agency business)

इस तरह का यह बिजनेस स्टार्ट करने के इच्छुक व्यक्तियों के अंतर्मन में एक सवाल हमेशा आता है की इस बिज़नेस को स्टार्ट करने के लिए किस प्रकार के लाइसेंस एवं पंजीकरण की आवश्यकता होती है |

चूँकि यह मुख्य रूप से B2B business है इसलिए यह सवाल आना भी स्वभाविक है | इन्हीं सब बातों के मद्देनज़र नीचे हम इन्ही सब विषयों पर सक्षिप्त तौर पर वार्तालाप करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे की यदि कोई उद्यमी खुद का रिक्रूटमेंट एजेंसी बिजनेस करना चाहता हो तो उसे किन किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ सकता है |

1. लोकेशन चयन करके जगह किराये पर लें

बिज़नेस लोकेशन का किसी भी बिज़नेस की सफलता एवं असफलता में अहम् योगदान होता है यह बात शायद हम पहले भी बहुत बार बता चुके हैं |

हालांकि इस तरह का यह बिजनेस अधिकतर फ़ोन एवं इ मेल के माध्यम से किया जाने वाला कार्य है लेकिन यदि यह एजेंसी किसी ऐसे क्षेत्र में उपलब्ध हो जहाँ औद्योगिक इलाका हो तो उस क्षेत्र विशेष में ग्राहकों की आदतों का विश्लेषण एवं मार्केटिंग करने में उद्यमी को बेहद आसानी होगी | उद्यमी चाहे तो हमारे द्वारा पहले लिखी गई ‘’एक अच्छी बिज़नेस लोकेशन चयन करने सम्बन्धी कुछ जरुरी टिप्स’’ नामक यह पोस्ट पढ़ सकता हैं

2. Recruitment Agency को रजिस्टर कराएँ

यह बिजनेस करने वाले उद्यमी को अपने ग्राहकों के साथ एग्रीमेंट/कॉन्ट्रैक्ट हस्ताक्षरित किये हुए होते हैं और जिन उम्मीदवारों को नौकरी चाहिए होती है वे किसी व्यक्ति से किसी पंजीकृत एजेंसी पर ज्यादा विश्वास करते हैं | इसके अलावा कंपनियां जिन्हें कर्मचारियों की आवश्यकता होती है वे भी ऐसे ही एजेंसी पर अधिक विश्वास करते हैं जो विभिन्न क़ानूनी गतिविधियों के तहत पंजीकृत हों |

इसलिए खुद की रिक्रूटमेंट एजेंसी शुरू कर रहे उद्यमी को चाहिए की वह अपने बिज़नस को विभिन्न बिज़नेस Entities में से किसी एक का चुनाव करके Registrar Of Companies के साथ पंजीकृत कराये | कंपनी पंजीकरण की details प्रक्रिया जानने के लिए यह पढ़ सकते हैं | इस प्रक्रिया में DSC की भी आवश्यकता हो सकती है Digital Signature Certificate के लिए आवेदन प्रक्रिया की जानकारी के लिए पढ़ें |

कंपनी पंजीकरण के बाद उद्यमी को कर पंजीकरण जैसे GST Registration  इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है | इसके अलावा यदि उद्यमी भारत के नागरिकों को विदेशों में भी रोज़गार देना चाह रहा हो तो उसे Overseas Indian Affairs मंत्रालय के साथ अपने बिज़नेस को पंजीकृत कराना होगा और जैसे जैसे उद्यमी की कंपनी विस्तृत होती जाएगी उसे EPFO Registration, ESIC Registration  इत्यादि भी कराने पड़ेंगे |  

3. अपनी कंसल्टेंसी की एक वेबसाइट बनाएँ

उद्यमी को चाहिए की वह अपने बिज़नेस के नाम से एक वेबसाइट की संरचना करे इसके लिए उद्यमी किसी वेबसाइट डेवलपर की मदद ले सकता है | वेबसाइट के निर्माण में उद्यमी को एक बात का अवश्य ध्यान रखना होगा की उसके द्वारा अपने एजेंसी के लिए बनायीं जाने वाली वेबसाइट Dynamic अर्थात गतिशील होनी चाहिए और इसमें Job Seekers एवं Companies दोनों के लिए ऑनलाइन रजिस्टर करने का विकल्प मौजूद होना चाहिए |

इसमें वेबसाइट के कुछ हिस्से की सेवाएँ अर्थात Access कंपनियों एवं Job Seekers के लिए मुफ्त होना चाहिए तो कुछ Paid ताकि उद्यमी के बिज़नेस का नाम एवं कमाई दोनों हो सके | वर्डप्रेस के माध्यम से वेबसाइट बनाने के लिए उद्यमी यह पोस्ट पढ़ सकता है |

4. मार्केटिंग करें (Promote your recruitment agency)

यद्यपि यह सच है की इस बिजनेस में अधिकतर कमाई उन कंपनियों से होती है जिन्हें नौकरी हेतु लोगों की आवश्यकता होती है लेकिन दूसरी सच्चाई यह भी है की कंपनियां उस एजेंसी की ओर ज्यादा आकर्षित होती हैं जिनके पास अधिक Job Seekers की डिटेल्स विद्यमान हो, क्योंकि इस स्थिति में कंपनियों के पास चुनने के लिए अधिक विकल्प मौजूद होते हैं |

इसलिए सबसे पहले उद्यमी को चाहिए की वह अपने एजेंसी की मार्केटिंग Job Seekers अर्थात आम जनता के बीच कराये ताकि वे उद्यमी की वेबसाइट पर आयें और अपने आप को रजिस्टर करें इससे उद्यमी के पास कुछ समय बाद एक मजबूत डेटाबेस उपलब्ध होगा | उसके बाद उद्यमी अपने ग्राहकों यानिकी कंपनियों के बीच अपनी मार्केटिंग करा सकता है |

हालांकि रिक्रूटमेंट एजेंसी का व्यापार एक ऐसा बिज़नेस है जिसे व्यक्ति अपने घर से भी शुरू कर सकता है क्योंकि इसमें अधिकतर कार्य फ़ोन एवं इन्टरनेट के माध्यम से अंजाम दिए जा सकते हैं |

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