Scientist कैसे बनें। वैज्ञानिक बनने के लिए योग्यता, कोर्स, सहित जानकारी।

Scientist नामक यह नाम सुनते ही हमें गौरव की अनुभूति होती है वह इसलिए क्योंकि हमारे मष्तिस्क को इस बात का एहसास हमेशा रहता है की हम अपने इर्द गिर्द जितनी भी सुविधाजनक वस्तुएं देखते हैं। इन सबको इजाद करने में किसी न किसी वैज्ञानिक का योगदान रहा है। इसलिए जब भी हम वैज्ञानिक शब्द सुनते हैं तो हमारा मष्तिष्क एक बुद्धिजीवी व्यक्ति की तस्वीर स्वत: ही बनाने लगता है।

खैर मनुष्य जीवन की बेहतरी में वैज्ञानिकों की भूमिका को कभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता यही कारण है की वर्तमान में मनुष्य विज्ञान की प्रसंशा किये थकता नहीं है। और विज्ञान है की हर क्षेत्र में हर रोज नए नए शोध करके नई नई बातें एवं नई नई तकनीक खोजने में प्रयासरत रहा है। यद्यपि Scientist एक बेहद ही सम्मानित शब्द है इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन वैज्ञानिक की नौकरी ग्लैमर या प्रसिद्दी से भरी नहीं होती है और न ही यह काम आसान होता है।

इसलिए सिर्फ वही लोग जो वैज्ञानिक बनने की ओर गंभीर हों और वे जानते हों की यह किस प्रकार का काम है सिर्फ उन्हीं को Scientist बनने की ओर आगे कदम बढाने चाहिए। ध्यान रहे व्यक्ति केवल अपनी आजीविका चलाने या कमाई करने के लिए वैज्ञानिक नहीं बनता है अपितु वह मानव जीवन को सरल एवं सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से इस क्षेत्र में आगे आता है। इसलिए इससे पहले की हम वैज्ञानिक कैसे बनते हैं विषय पर विस्तार से बात करें, आइये जानते हैं की वैज्ञानिक होते कौन हैं।

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किसे कहते हैं वैज्ञानिक (Who is called a Scientist):

एक वैज्ञानिक अर्थात Scientist एक ऐसा व्यक्ति होता है जो विज्ञान का अध्यन या इसमें विशेषज्ञता रखता हो। वैज्ञानिक के अध्यनक्षेत्र की बात करें तो एक वैज्ञानिक यह समझने की कोशिश करता है की जिस दुनिया में हम रहते हैं वह दुनियां एवं इसमें उपलब्ध अन्य चीजें काम कैसे करती हैं।

वैज्ञानिक ऐसे ऐसे अवलोकन करते हैं जिनके बारे में किसी को भी पता नहीं होता है और वे उनसे सम्बंधित अपने आप से सवाल करते हैं। एवं उनका जवाब खोजने के लिए वे गहन अध्यन, शोध कार्य एवं प्रयोग भी करते हैं। एक Scientist सरकारी या गैरसरकारी लैबोरेट्रीज, कम्पनी, स्कूल, रिसर्च संस्थानों इत्यादि में कार्यरत हो सकता है।

वैज्ञानिक के कार्य (Work of a Scientist):

यद्यपि वैज्ञानिक द्वारा अध्यन किये गए विज्ञान एवं विशेषज्ञता के आधार पर किसी Scientist के कार्य अलग अलग हो सकते हैं। नीचे यहाँ पर हम रिसर्च साइंटिस्ट के कुछ प्रमुख कार्यों की लिस्ट दे रहे हैं।

  • प्रयोगों की योजना बनाना एवं उनका संचालन करना।
  • डेटा की रिकॉर्डिंग एवं उसका विश्लेषण करना।
  • फिल्ड वर्क प्रबंधित करना जैसे नमूने एकत्र करना इत्यादि।
  • परिणामों को वरिष्ठ वैज्ञानिकों या अन्य अधिकारिक लोगों के सामने पेश करना।
  • एक वैज्ञानिक शोध पत्र, रिपोर्ट, समीक्षा एवं सारांश लिखने का भी कार्य करता है।
  • विभिन्न प्रक्रियाओं का प्रदर्शन करना।
  • अनुसन्धान प्रस्तावों एवं धन अनुप्रयोग और बोलियों को तैयार करना।
  • तकनीशियनों सहित सभी जूनियर कर्मचारियों के काम की निगरानी करना।
  • एक Scientist उत्पाद या सामग्री परीक्षण का आयोजन कराता है।
  • वैज्ञानिक का काम गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करने का होता है।
  • किसी भी समस्या के लिए मूल समाधान विकसित करना भी एक वैज्ञानिक का काम होता है।
  • हमेशा प्रासंगिक वैज्ञानिक एवं तकनिकी विकास के साथ स्वयं को अप टू डेट रखना।

वैज्ञानिक बनने के लिए पात्रता एवं पाठ्यक्रम(Courses and Eligibility):

जहाँ तक Scientist बनने के लिए पाठ्यक्रमों का सवाल है तो हम बता देना चाहेंगे की इसके लिए अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट दोनों तरह के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। अंडर ग्रेजुएट कोर्स उम्मीदवार बारहवीं के बाद कर सकता है जबकि पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद कर सकता है। यद्यपि कम से कम आवश्यक प्रतिशत अलग अलग हो सकता है।

वैज्ञानिक बनने के लिए उम्मीदवार को कोई विशेष फील्ड का चयन करना होगा जिसमें उम्मीदवार Scientist बनना चाहता हो। जैसे यदि व्यक्ति NASA में वैज्ञानिक बनना चाहता है तो उसे विज्ञान तकनिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित केन्द्रित शिक्षा अपनानी होगी। कुछ अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की लिस्ट निम्नवत है।

  • बीएससी (Bachelor of Science)
  • प्रासंगिक विषय में बीटेक (B.Tech)
  • एमएससी (Master of Science)
  • प्रासंगिक विषय में एमटेक (M.Tech)

वैज्ञानिक कैसे बनें (How to become Scientist in India):

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की हमारे देश भारतवर्ष में Scientist को बेहद सम्मानित नज़रों से देखा जाता है इसलिए भले ही इस तरह का यह कार्य ग्लैमर एवं प्रसिद्धि प्रदान करने वाला नहीं हो।

लेकिन इस तरह का यह कार्य आत्म संतुष्टि प्रदान करने वाला अवश्य है। यह कार्य मनुष्य न केवल अपने घर परिवार के सदस्यों के भरण पोषण करने हेतु कमाई करने के लिए करता है बल्कि देश एवं मानव जाति को विकसित करने में भी अपनी अहम् भूमिका अदा कर रहा होता है। इसलिए भारत में वैज्ञानिक बनना कोई आसान काम तो नहीं है लेकिन यदि व्यक्ति नीचे दर्शाए गए कदमों का अनुसरण करे तो वह एक दिन एक अच्छा Scientist बन सकता है।    

1. दसवीं के बाद साइंस सेक्शन का चुनाव करें:

Scientist बनने के इच्छुक उम्मीदवार की यात्रा वैसे तो दसवीं से पहले से ही शुरू हो जाती है लेकिन अधिकतर लोग इस क्षेत्र की ओर अपनी यात्रा को दसवीं के बाद साइंस सेक्शन का चुनाव करने के बाद ही शुरू करते हैं। वह इसलिए क्योंकि एक वैज्ञानिक बनने के लिए उम्मीदवार को विज्ञान का अध्यन तो करना ही होगा तभी आगे जाकर औपचारिक तौर पर वह अपने वैज्ञानिक बनने की यात्रा को शुरू कर पायेगा। इसलिए वैज्ञानिक बनने के इच्छुक छात्र को दसवीं के बाद साइंस सेक्शन का चुनाव कर लेना चाहिए।    

2. विशेषज्ञता का चुनाव करें:

जब विद्यार्थी बारहवीं साइंस विषयों के साथ अच्छे अंक लाकर परीक्षा पास कर देता है तो उसे Scientist बनने के लिए आगे बीएससी करने की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन उससे पहले विद्यार्थी को इस बात का निर्णय लेना होता है की वह कौन से विषय में विशेज्ञता प्राप्त करना चाहता है। अर्थात बायोलॉजी में विशेज्ञता प्राप्त वैज्ञानिक बायोलॉजिस्ट तो केमिस्ट्री में विशेषज्ञता प्राप्त वैज्ञानिक केमिस्ट कहलाता है। इसलिए बारहवीं पास करने के बाद विद्यार्थी को विशेषज्ञता का चुनाव करना चाहिये।     

3. अंडर ग्रेजुएट कोर्स करें:

अब जब उम्मीदवार द्वारा यह तय कर लिया जाता है की उसे किस क्षेत्र में विशेज्ञता प्राप्त करके Scientist बनना है। तो उसके बाद उम्मीदवार को उसी के अनुरूप विषयों का चयन करके अंडर ग्रेजुएट कोर्स बीएससी इत्यादि करना चाहिये। कभी कभी कुछ प्रसिद्ध संस्थान यूजी कोर्स में प्रवेश देने के लिए बारहवीं में एक निश्चित अंकों के प्रतिशत की माँग कर सकते हैं। यह 55 से 65% के बीच कुछ भी हो सकता है इस प्रकार के इस कोर्स की अवधि 3-4 वर्षों की होती है।  

4. मास्टर डिग्री प्राप्त करें :

सम्बंधित क्षेत्र में बेसिक कोर्स कर लेने के बाद Scientist बनने के इच्छुक विद्यार्थी चाहे तो मास्टर डिग्री के लिए आवेदन कर सकता है। इसमें विद्यार्थी चाहे तो एमएससी या फिर एमटेक में से कोई भी कोर्स कर सकता है। इस तरह के कोर्स के लिए भी कुछ प्रसिद्ध संस्थानों द्वारा कम से कम अंक निर्धारित किये हुए हो सकते हैं। एवं कुछ बेहद शीर्ष संस्थानों द्वारा एंट्रेंस टेस्ट GATE इत्यादि के माध्यम से भी प्रवेश दिया जाता है। आम तौर पर इस प्रकार के इन कोर्सों की अवधि 2-3 साल होती है।     

5. जॉब के लिए अप्लाई करें (Apply for Scientist Job):

मास्टर डिग्री प्राप्त करने के बाद भी Scientist बनने का इच्छुक उम्मीदवार चाहे तो डॉक्टरेट डिग्री जैसे पीएचडी इत्यादि के लिए आवेदन कर सकता है। इस क्षेत्र में विभिन्न रिसर्च इंस्टिट्यूट द्वारा पीएचडी की डिग्री प्रदान की जाती है। और उम्मीदवार चाहे तो नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकता है क्योंकि वर्तमान में हर क्षेत्र में वैज्ञानिकों की आवश्यकता होती है। यही कारण है की देश में हर साल हजारों वैज्ञानिकों की आवश्यकता होती है। नीचे हम कुछ ऐसे संस्थानों की लिस्ट दे रहे हैं जहाँ Scientist की आवश्यकता पड़ती रहती है।

  • इसरो (इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन)
  • बर्क (भाबा एटॉमिक रिसर्च सेण्टर)
  • सीएसआईआर (काउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च)
  • आईसीएआर (इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च)
  • एआरआईईएस (आर्यभट रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ़ ऑब्जरवेशनल साइंस)
  • आईएसीएस (इंडियन एसोसिएशन फॉर कल्टीवेशन ऑफ़ साइंस)
  • आईआईटीएम (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रॉपिकल मीटरोलॉजी)

उपर्युक्त कुछ शीर्ष संस्थानों की लिस्ट दी गई है जिनमें वैज्ञानिकों की आवश्यकता होती रहती है इन सबके अलावा अन्य छोटे बड़े निजी एवं सरकारी संस्थानों में भी रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए Scientist की आवश्यकता होती रहती है। इसलिए उम्मीदवार चाहे तो कहीं भी वैज्ञानिक बनने के लिए आवेदन कर सकता है।

जहाँ तक एक वैज्ञानिक के वेतन का सवाल है यह पूरी तरह वैज्ञानिक के शैक्षणिक योग्यता, संस्थान जहाँ से डिग्री ली गई हो एवं अनुभव पर निर्भर करता है । लेकिन आम तौर शुरूआती दौर में एक वैज्ञानिक को 3-4 लाख वार्षिक सैलरी ऑफर की जाती है। और अनुभव प्राप्त कर लेने के बाद एक Scientist अपनी योग्यतानुसार कितनी भी सैलरी पा सकता है।

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