बैटरी की दुकान कैसे शुरू करें? How to Start a Battery Shop In India.

बैटरी नामक शब्द से तो शायद आप सभी अच्छी तरह से अवगत होंगे लेकिन जहाँ तक Battery Shop नामक इस बिजनेस की बात है शायद इससे आप अनभिज्ञ भी हो तो कोई बात नहीं । क्योंकि पहले ग्रामीण इलाकों में जो बैटरी से चालित उपकरण सबसे अधिक इस्तेमाल में लाया जाता था वह था टोर्च। जिसका इस्तेमाल लोग रात को रौशनी के लिए किया करते थे। भले ही टोर्च में बैटरी का आकार छोटा था लेकिन बैटरी शब्द उस समय के बच्चों के कान में टोर्च की वजह से ही पड़ता था।

लेकिन यहाँ पर हम हमारे इस लेख के माध्यम से एसिड आधारित बैटरी की बात कर रहे हैं जिनका इस्तेमाल गाड़ियों, कारों, इनवर्टर इत्यादि में किया जाता है। एक बैटरी की बात करें तो यह एक ऐसा उपकरण होता है जो उर्जा का स्टोर यानिकी भण्डारण करता है और फिर रासायनिक उर्जा को विद्युत् में परिवर्तित करके उसे डिस्चार्ज करता है। सामन्यतया इस तरह की बैटरी एक या एक से अधिक इलेक्ट्रोकेमिकल सेल के उपयोग के माध्यम से रासायनिक साधनों द्वारा विद्युत् का उत्पादन करती है।

यद्यपि बैटरी को बनाने में कई तरह की सामग्री का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन आम बैटरी के प्रकारों में एल्कलाइन, लिथियम आयन, लिथियम पॉलीमर, निकल मेटल हाईड्राईड इत्यादि प्रमुख हैं। और वर्तमान में बैटरी के एक नहीं बल्कि अनेकों उपयोग हैं इसलिए किसी भी व्यक्ति के लिए Battery Shop Business शुरू करना एक लाभकारी बिजनेस हो सकता है।

Steps to start Battery shop business hindi

बैटरी के दुकान की आवश्यकता (Why People need Battery Shop)

वर्तमान में मनुष्य जीवन में बैटरी के एक नहीं बल्कि अनेकों उपयोग है एक घर में आपको एक नहीं बल्कि अनेकों ऐसा सामान मिल जायेगा जिन्हें संचालित करने के लिए बैटरी की आवश्यकता होती है। जब बिजली चली जाती है तो बैटरी का इस्तेमाल पॉवर बैकअप के लिए किया जाता है अर्थात घरों एवं कार्यालयों में उपलब्ध इनवर्टर इत्यादि बैटरी के माध्यम से ही पॉवर बैकअप दे पाने में समर्थ हो पाते हैं।

कहने का आशय यह है की किसी भी एरिया में Battery Shop का होना इसलिए नितांत आवश्यक है क्योंकि इनका इस्तेमाल इनवर्टर में तो होता ही है इनका इस्तेमाल हेल्थ उपकरणों जैसे आर्टिफीसियल  लिंब, हियरिंग एड्स, इन्सुलिंग पंप, ईसीजी हार्ट मॉनिटर एवं हॉस्पिटल में भी होता है। लोजिस्टिक और कंस्ट्रक्शन, फायरलिफ्टिंग और इमरजेंसी, मिलिट्री ऑपरेशन, सभी प्रकार के वाहनों इत्यादि में भी इनका इस्तेमाल होता है।

इसके बहुतायत उपयोग को देखते हुए बाजार में बैटरी की बहुत सारी वैरायटी उपलब्ध हैं जिनका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के उपकरणों में किया जाता है। जहाँ बड़ी बैटरी का इस्तेमाल वाहनों, औद्योगिक उपयोग, इनवर्टर इत्यादि के लिए किया जाता है वहीँ छोटे उपकरणों जैसे मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप इत्यादि में छोटी बैटरी का भी इस्तेमाल किया जाता है। कुल मिलाकर कहें तो वर्तमान रोजमर्रा की जिन्दगी में बैटरी बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। इसलिए Battery Shop Business शुरू करना बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।

बैटरी की दुकान कैसे शुरू करें? (How to Start a battery Shop in India)

बैटरी की दुकान का व्यापार शुरू करना भी भारत में अन्य दुकान खोलने जितना ही आसान एवं सरल है। लेकिन चूँकि यहाँ पर हम इनवर्टर में इस्तेमाल में लायी जाने वाली, इंडस्ट्रियल बैटरी, ऑटो बैटरी इत्यादि के बिजनेस की बात कर रहे हैं। जो की छोटी बैटरी से महंगी होती हैं इसलिए Battery Shop Business शुरू करने के लिए उद्यमी को 15-20 लाख रूपये या इससे अधिक भी निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा उद्यमी के लिए किसी प्रसिद्ध कंपनी का चुनाव करना भी कम चुनौती नहीं है। यही सब बाते इस तरह का बिजनेस शुरू करने को थोड़ा जटिल आवश्य बना देते हैं।     

1. बैटरी की माँग का जायजा लें

जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की बैटरी का इस्तेमाल अनेकों स्वरूपों में होता है अर्थात अलग अलग मशीनरी एवं उपकरणों में अलग अलग बैटरी इस्तेमाल में लायी जाती है । जैसे इनवर्टर की बैटरी, इंडस्ट्रियल बैटरीज, यूपीएस सिस्टम बैटरी, ऑटो बैटरी, सोलर बैटरी, जनसेट बैटरी इत्यादि।  इसलिए Battery Shop Business शुरू करने के इच्छुक व्यक्ति को सर्वप्रथम उस एरिया में जहाँ वह यह व्यापार शुरू करना चाहता है में बैटरी की माँग का जायजा लेने की आवश्यकता होगी।

अर्थात उद्यमी को यह पता करना होगा की उस एरिया में वह किस प्रकार की बैटरी को अधिक बेच सकता है यद्यपि ऑटो बैटरी यानिकी जिन्हें वाहनों में इस्तेमाल में लाया जाता है और इनवर्टर बैटरी यानिकी जिन्हें इनवर्टर में इस्तेमाल में लाया जाता है। दोनों के हर लोकेशन पर बिकने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

लेकिन इसके बावजूद भी उद्यमी को उस स्थान विशेष में बैटरी की मांग का जायजा लेना अति आवश्यक हो जाता है। इससे उद्यमी इस बात का निर्णय तो ले ही पायेगा की वह कौन कौन सी बैटरी सेगमेंट को अपनी Battery Shop का हिस्सा बना सकता है। इसके अलावा उस एरिया में उसके टारगेट ग्राहक कौन होंगे और वहां पर उनकी लगभग कितनी संख्या होगी इस बात का पता करने में भी सक्षम होगा।       

2. दुकान किराये पर लें (Rent a Space for Battery Shop Business)

Battery Shop Business करने वाले व्यक्ति को बैटरी की दुकान किसी स्थानीय बाजार के प्रमुख सड़क पर खोलने की योजना बनानी चाहिए। बैटरी की दुकान का प्रमुख सड़क पर होना इसलिए आवश्यक है क्योंकि प्रमुख सड़क पर पहुँचने में ग्राहकों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता जिसके चलते वे दुकान तक बेहद आसानी से पहुँच सकते हैं। दुकान किराये पर लेते वक्त उद्यमी को रेंट एग्रीमेंट इत्यादि जैसी औपचारिकतायें पूरी कर लेनी चाहिए भले ही लैंडलॉर्ड उद्यमी का कितना ही प्रिय एवं जानकार क्यों न हो।

क्योंकि उद्यमी भविष्य में दुकान के एग्रीमेंट को बिजनेस के पता प्रमाण  के तौर पर इस्तेमाल में ला सकता है। जहाँ तक दुकान के लिए आवश्यक जगह की बात है यह तो उद्यमी के व्यापारिक योजना पर निर्भर करता है की वह अपनी दुकान का आकार क्या रखना चाहता है।  हालांकि Battery Shop के लिए एक 10×10 की दुकान भी पर्याप्त रहेगी।    

3. प्रसिद्द कंपनी की डीलरशिप का पता करें

वैसे देखा जाय तो भारत में भी एक नहीं बल्कि अनेकों बैटरी की प्रसिद्ध कम्पनियां है जिनकी बैटरी की मांग बाजारों में हमेशा विद्यमान रहती है। ध्यान रहे उद्यमी को अपनी Battery Shop के लिए भी कोई ऐसी ब्रांड का चयन करना होगा जिसे लोग खरीदने के लिए लालायित रहते हों। कंपनी की डीलरशिप के बारे में पता करने के दौरान उद्यमी को निवेश इत्यादि के बारे में पता करने की आवश्यकता तो होती ही है साथ में कंपनी किस किस प्रकार की बैटरी में डील करती है इसके बारे में भी पता करना आवश्यक है।

उद्यमी को कंपनी के प्रोडक्ट रेंज जैसे ऑटोमेटिव बैटरी, इनवर्टर बैटरी, इंडस्ट्रियल बैटरीज, यूपीएस सिस्टम, सोलर बैटरीज, जनसेट बैटरीज, सबमरीन बैटरीज इत्यादि के बारे में पता करना चाहिए। जहाँ तक भारत में बैटरी की टॉप कम्पनियों की बात करें तो कुछ प्रमुख कम्पनियों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • Exide Industries Limited
  • Luminous Power Technologies Pvt Ltd.
  • Amara Raja Batteries Ltd.
  • HBL Power Systems Ltd.
  • Su-Kam Power Systems Ltd.
  • Okaya Power Pvt Limited.

इनकी डीलरशिप पता करने के लिए उद्यमी इनकी आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करके संपर्क सूत्र तलाशकर इनसे संपर्क कर सकता है।

4. वित्त का प्रबंध करें (Raise Fund for Battery Shop Business)

 जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की चाहे वाहनों में लगने वाली बैटरी हो या इनवर्टर इत्यादि में लगने वाली बैटरी इनकी कीमतें उच्च होती हैं। इसलिए यदि शुरूआती दौर में उद्यमी कम से कम बैटरी भी खरीदता है तब भी उसे इस बिजनेस में लगभग 15-20 लाख का निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। चूँकि यह अमाउंट एक अच्छा खासा अमाउंट है इसलिए उद्यमी को इसका प्रबंध करने की योजना पर विचार करना चाहिए।

Battery Shop Business शुरू करने वाला उद्यमी चाहे तो कुछ पैसे अपनी बचत से और बाकी के पैसे बैंक ऋण इत्यादि के माध्यम से भी प्रबंध कर सकता है। लेकिन किसी भी वित्तीय संस्थान से ऋण इत्यादि के लिए आवेदन करने से पहले एक बार राज्य एवं केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में भी अवश्य पता करें। क्योंकि वर्तमान में उद्यमिता एवं रोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य एवं केंद्र सरकारों द्वारा अनेकों सब्सिडी योजनायें भी चलायी जा रही हैं।      

5. लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन कराएँ

उद्यमी चाहे तो अपनी Battery Shop को प्रोप्राइटरशिप के तहत रजिस्टर कर सकता है इसके अलावा उद्यमी को शॉप्स एंड एस्टाब्लिश्मेंट एक्ट के तहत भी रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता हो सकती है। जिसे वह किसी स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय से आसानी से कर सकता है। उद्यमी को टैक्स रजिस्ट्रेशन के साथ साथ बिजनेस के नाम से चालू खाता इत्यादि खोलने की भी आवश्यकता हो सकती है।     

6. दुकान के लिए बैटरी खरीदें और बेचें

उद्यमी का अगला कदम अब अपनी Battery Shop के लिए चयनित कंपनी से बैटरी खरीदने का होना चाहिए ध्यान रहे उद्यमी को सिर्फ उसी सेगमेंट में बैटरी खरीदनी चाहिए जिनके बिकने की संभावना अधिक हो। वैसे देखा जाय तो ऑटोमेटिव एवं इनवर्टर बैटरी लगभग हर लोकेशन पर बेचने के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं लेकिन उद्यमी को उसके द्वारा पूर्व में की गई रिसर्च के मुताबिक ही बैटरी खरीदनी चाहिए।

जहाँ पर बैटरी बेचने की बात आती है तो उद्यमी को एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए की अक्सर लोग ऑटोमेटिव बैटरीज को किसी ऑटो मैकेनिक से बदलवाना ही पसंद करते हैं इसलिए उद्यमी को उस एरिया में स्थित ऑटो मैकेनिकों से सही सम्बन्ध स्थापित करने चाहिए। ताकि जरुरत पड़ने पर वे उद्यमी की Battery Shop से ही बैटरी खरीदें इसके अलावा इनवर्टर ठीक करने वाले इत्यादि के साथ भी व्यापारिक संपर्क एवं सम्बन्ध बनाये रखना नितांत आवश्यक है।

यह भी पढ़ें