स्टॉक ब्रोकर कैसे सेलेक्ट करें | Stock Broker Select Karne ke 5 Steps.

हालांकि stock broker select करना एक बेहद आसान प्रक्रिया है, लेकिन वह निवेशक की आवश्यकता के अनुरूप भविष्य में निवेशक को Service दे पायेगा या नहीं इसका विश्लेषण करना थोड़ा मुश्किल | इसलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से अपने पाठकों को stock broker select करने की Information देंगे |

वैसे देखा जाय तो stock broker stock exchange का एक पंजीकृत सदस्य होता है जो  stock market में शेयर खरीदने और बेचने के लिए प्राधिकृत होता है | किसी भी व्यक्ति द्वारा बिना Stock broker के Share trading कर पाना संभव नहीं है, इसलिए जब भी कोई व्यक्ति Stock Market में Invest करने की सोचता है तो उसे कोई न कोई stock broker select करना ही पड़ता है |

और जब कोई व्यक्ति broker द्वारा दी जाने वाली service ग्रहण करके Trading करता है, broker को Trading Value पर कमीशन मिलता है जिसे Brokerage कहा जाता है |

क्या होता है स्टॉक ब्रोकर:

Stock broker से आशय उस व्यक्ति या संगठन से है, जिन्हें अपने ग्राहकों की ओर से stock market में participate करने का लाइसेंस मिला हुआ होता है | Stock broker शेयर खरीदने और बेचने वाले व्यक्ति के बीच एक प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहा होता है, और इस प्रतिनिधित्व के बदले ब्रोकर Trading Value का कुछ प्रतिशत कमीशन के तौर पर लेकर अपनी कमाई कर रहा होता है | एक प्रतिनिधि अर्थात एजेंट के तौर पर broker केवल और केवल निवेशकों के लिए शेयरों की खरीद बिक्री कर रहा होता है |

जिसका अभिप्राय है की जो निवेशक अपने शेयर बेचना चाहते हैं उनके लिए वह बेचेगा और जो ग्राहक खरीदना चाहते हैं उनके लिए वह खरीदेगा | इसलिए जरुरी हो जाता है की कोई भी व्यक्ति stock broker select करते वक्त यह पता अवश्य लगाने की कोशिश करे की क्या वह उसके लिए निवेश सम्बन्धी सही  निर्णय ले पायेगा | इसके अलावा और भी बहुत सारी बातें है जिनका ध्यान किसी भी निवेशक को stock broker select करते वक्त रखना चाहिए |

Stock Broker Select करने के लिए उठाये जाने वाले कदम:

stock broker select kaise kare
Stock Broker Select Karne ke Steps

1. स्टॉक ब्रोकर रजिस्टर्ड है या नहीं पता करें

निवेशक को stock broker select करने से पहले यह पता करना बेहद आवश्यक है की ब्रोकर पंजीकृत है या नहीं | अर्थात जो सेवा वह लोगो को दे रहा है उस सेवा को देने का लाइसेंस ब्रोकर के पास है या नहीं | यह सब करने के लिए निवेशक चाहे तो Stock broker की वेबसाइट पर जा सकता है, क्योंकि लगभग सभी ब्रोकर अपनी Registration details अपनी website के माध्यम से display करते हैं |

इसके अलावा दूसरा विकल्प यह है की निवेशक Securities and exchange board of India (SEBI) की Website के माध्यम से भी यह पता कर सकता है की ब्रोकर Registered है या नहीं | BSE और NSE की वेबसाइट पर भी Registered stock broker की लिस्ट विद्यमान रहती है |

2. ऐसे व्यक्ति का फीडबैक लें जो पहले से निवेश कर रहा हो

व्यक्ति का स्वभाव है की अक्सर कुछ नया करने से पहले अपनी शंका के समाधान हेतु उस सेवा विशेष या प्रोडक्ट विशेष के बारे में वह अपने आस पास के लोगों से जरुर पूछता है, जो की सही भी है |

लेकिन यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की आप ऐसे व्यक्ति से राय बिलकुल मत लें जिसने पहले कभी Stock Market में Invest किया ही न हो, इस क्रिया को अंजाम तक पहुँचाने के लिए निवेशक को चाहिए की वह अपने जानकारों में से किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश करे, जिन्होंने Stock market में Invest किया हो या पहले कर चुके हों, उन्ही के Feedback के माध्यम से निवेशक को stock broker select करने में मदद मिल पायेगी |

3. ब्रोकरेज बहुत ज्यादा नहीं होनी चाहिए

Indian Market में बहुत सारी Brokerage कंपनिया हैं इनमे से कुछ बहुत कम कमीशन लेकर निवेशक के लिए Trading करने को तैयार भी हैं | लेकिन एक निवेशक को चाहिए की वह सिर्फ Brokerage fee पर ध्यान न देकर कंपनी या व्यक्ति की शाख पर भी ध्यान दे |

क्योंकि एक ब्रोकर में निवेशक की पसंद, नापसंद को समझने के अलावा उसकी risk profile और व्यक्ति की वित्तीय स्थिति के आधार पर उसे व्यक्तिगत सुझाव देने की क्षमता होनी चाहिए | और ब्रोकर को समझना चाहिए की आखिर निवेशक का निवेश करने के पीछे लक्ष्य क्या है | इसलिए निवेशक को stock broker select करते वक्त Brokerage के अलावा उपर्युक्त बातों को भी ध्यान में रखना चाहिए |

4. स्टॉक ब्रोकर की जानकारी और व्यवहार का आकलन करें

वैसे तो एक मुलाकात में किसी के व्यवहार का जायजा लेना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन यदि निवेश करने की चाह रखने वाला व्यक्ति ब्रोकर पर थोड़ा सा ध्यान दे तो शायद वह यह जान पाने में कामयाब हो पायेगा की सामने बैठे व्यक्ति का व्यवहार अपने ग्राहकों के प्रति कैसा है |

इसमें निवेशक को चाहिए की वह Stock market में Investment सम्बन्धी ब्रोकर से ढेर सारे प्रश्न जैसे इसमें निवेश करने के जोखिम क्या क्या हैं? और अभी मार्किट में कौन सा Stock सबसे ज्यादा प्रचलित है?

जो आप मुझे सुझाव दे रहे हैं वह मेरे लिए फायदेमंद कैसे है? मैं अपनी मेहनत से की गई कमाई को इस Stock में क्यों निवेश करूँ? अगर मैं यह Stock खरीदूं तो इसमें लाभ कितनी संभावना है? इत्यादि इस पहली मीटिंग में निवेशक को चाहिए की वह जितने अधिक प्रश्न करेगा Broker का Behavior और Knowledge उसके सामने उतनी अधिक चित्रित होगी |

अब यदि आपके लगातार प्रश्नों को सुनकर Broker के चेहरे या वाणी में झुनझुलाहट का आभास हो रहा है, तो समझ लीजिये की या तो Broker अपने ग्राहक द्वारा पूछे गए प्रश्नों में रूचि नहीं दिखा रहा है, या फिर हो सकता है की उसको पूर्ण जानकारी न हो |

5. व्यक्तिगत अटेंशन बहुत जरुरी है

चूँकि निवेशक अपनी मेहनत से की गई कमाई को Stock Market में ब्रोकर के माध्यम से निवेश करता है, इसलिए ब्रोकर के प्रति निवेशक की अपेक्षाएं यह रहती हैं की जरुरत पड़ने पर Broker उसे Personal attention देकर उसकी मदद करे | इसलिए Stock broker select करते वक्त व्यक्ति चाहे तो इस बारे में ब्रोकर से पहले ही बात कर सकता है, या फिर अपने किसी अनुभवी जानकार से भी इस बारे में पता कर सकता है |

इसमें यह जरुरी नहीं की सिर्फ बड़े ब्रोकर ही बड़े ग्राहक को अधिक अहमियत देते हैं बल्कि हमारा मानना तो यह है की छोटे ब्रोकर को यदि कोई बड़ा ग्राहक मिल जाय तो वह ज्यादा समय उसी के पीछे लगा रहेगा, यही कारण है की इसमें यह कहना मुश्किल है की निवेशक को बड़े Stock broker select करना चाहिए या छोटा, यह निर्णय निवेशक अपने विवेक से खुद ले सकता है, लेकिन हम सिर्फ इतना कहना चाहेंगे की निवेशक को समय समय पर ब्रोकर की ओर से Personal attention की requirement होगी |

उपर्युक्त बातों के अलावा निवेशक को Stock broker select करते वक्त Online निवेशकों द्वारा दिए गए Reviews का भी विश्लेषण करना चाहिए, ताकि निवेशक यह तय कर पाए की क्या वह Broker जिसे वह Select करने जा रहा है अपने वर्तमान ग्राहकों को कैसी सर्विस दे रहा है |

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