Surgical Cotton Manufacturing | सर्जिकल कॉटन बनाने का व्यापार |

Surgical Cotton नामक यह business विश्वविख्यात है, क्योंकि विश्व में जहाँ भी मनुष्य प्राणी निवासित हैं वही पर शारीरिक घावों को साफ़ करने एवं उन पर मरहम लगाने के उपयोग में लायी जाती है यह Surgical Cotton | प्राचीन काल में घावों की चिकित्सा जड़ी बूटियों पर निर्भर थी लेकिन तार्किक रूप से पाया गया की घावों का जड़ी बूटियों द्वारा उपचार करना सुरक्षित नहीं है |

क्योकि बहुत बार जल्दबाजी में गलत जड़ी बूटी का उपयोग स्थिति को बिगाड़ने का काम कर सकता था, और बहुत बार सही पौधा मिलने एवं पहचानने में काफी समय व्यतीत हो जाता था |

खैर आगे चलकर सही पौधों की पहचान एवं मात्रा पर प्रयोग करके बहुत सारी जड़ी बूटियों को आधुनिक दवाओं का हिस्सा बनाया गया | किसी चोट या सर्जरी से उत्पन्न घाव को खुला रखने पर अनेक कीट पतंगों जैसे मक्खी/Infections इत्यादि का डर बना रहता है, इसलिए घावों को साफ़ करके, ढकने एवं जल्दी ठीक करने के मकसद से घावों पर Surgical Cotton का उपयोग किया जाता है |

Surgical Cotton making-business

Surgical Cotton क्या है :

Surgical Cotton को Absorbent Cotton यानि सोखने वाली रुई के नाम से भी जाना जाता है, या सामान्य भाषा में हम Surgical cotton को घावों को साफ़ एवं ढकने वाली रुई भी कह सकते हैं, इसका निर्माण अच्छे से साफ़ की हुई रुई से किया जाता है | Surgical cotton को मुलायम एवं पूर्ण रूप से सफ़ेद बनाने के लिए इसको अच्छी तरह Bleached अर्थात केमिकल से धोया जाता है |

जिस कपास में bleached होने के बाद भी पूर्ण रूप से सफ़ेद रंग नहीं आ पाता उसे इसे बनाने में उपयोग में नहीं लाया जाता है | Surgical Cotton में तरल पदार्थ को सोखने की क्षमता उच्च होने के कारण इसे सोखने वाली रुई अर्थात Absorbent Cotton भी कहा जाता है | मुख्य रूप से इसका उपयोग सभी चिकत्सकीय संस्थानों जैसे हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, डिस्पेंसरी, और घरों में भी किया जाता है | इसके अलावा Absorbent Cotton का उपयोग Sanitary Pads  बनाने और ब्यूटी पार्लर में Make Up को ठीक करने या हटाने के लिए भी किया जाता है |

Surgical Cotton के बिकने की संभावना

यद्यपि Absorbent cotton का उपयोग इस Industry के स्थापित होने से कई दशक पहले से किया जा रहा था | लेकिन स्वंत्रता प्राप्ति के बाद absorbent cotton के use ने अपने पग पसारने शुरू किये और इसे बड़े पैमाने पर Medical facilities देने वाले संस्थानों में उपयोग में लाया जाने लगा |

सिलसिलेवार तरीके से चलने वाली पंचवर्षीय योजनाओं के अंतर्गत स्वास्थ्य को विशेष तौर पर महत्व दिया गया, और जहाँ जिन भी क्षेत्रों में हॉस्पिटल, डिस्पेंसरी इत्यादि नहीं हैं उन क्षेत्रों में इनका निर्माण कराया गया यही कारण है की चिकत्सकीय संस्थानों का निर्माण होने के साथ साथ Surgical cotton के use में भारी बढ़ोत्तरी देखने को मिली |

व्यवसायिक लोगों के बीच शारीरिक स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा होने के कारण Hygienic Material के use में और absorbent cotton के उपयोग में भारी वृद्धि हुई है | जिसे Sanitary Pad, Napkin या Filter बनाने के उपयोग में भी लाया जाता है | हालाँकि  absorbent cotton की बाज़ार में मांग विभिन्न कारकों जैसे जनसंख्या में वृद्धि, चिकत्सकीय संस्थानों में वृद्धि, सरकार द्वारा लगाये जाने वाले विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य कैम्पों में वृद्धि एवं लोगों की स्वच्छता की तरफ जागरूकता में वृद्धि इत्यादि पर निर्भर करती है |

Surgical Cotton का उपयोग दोनों प्रकार के हॉस्पिटल सरकारी एवं प्राइवेट में बड़ी मात्रा में किया जाता है, प्राइवेट हॉस्पिटल जहाँ मेडिकल स्टोर इत्यादि से Surgical Cotton खरीदते हैं वही सरकारी हॉस्पिटल खरीदने हेतु tendor जारी करते हैं, या फिर किसी सरकारी एजेंसी के माध्यम से absorbent cotton खरीदते हैं | इसके अलावा यदि उद्यमी चाहे तो अपने द्वारा उत्पादित उत्पाद को विदेशों की ओर निर्यात भी कर सकता है क्योकि ऑस्ट्रेलिया, जापान इत्यादि देशों में इसकी अच्छी मांग है |

सर्जिकल कॉटन बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी और कच्चा माल

Surgical Cotton making business start करने में लगने वाली प्रमुख मशीनरी की लिस्ट निम्नवत है |

  • Willow / Opener Machine (विलो खोलने वाली मशीन)
  • Kier Compartment (जहाँ कपास को भाप में 3-4 घंटे रखा जाता है)
  • Wet Cotton Opener (गिले कपास को खोलने वाली मशीन)
  • Hydoextractor (कपास में से पानी अलग करने वाली मशीन)
  • Drying Chamber (कपास को सूखाने का चैम्बर)
  • Racking Tesure Machine
  • Finisher, Scripture with Lap Former
  • Cardest Heavy Duty Semi high speed
  • Packing Machine
  • Circular Cutting Machine
  • Carding Machine
  • Coal Fired Boiler
  • Testing करने के उपकरण जैसे weighing scale, chemical balance, pH meter, Soxhlet extractor, Crucible, Furnace इत्यादि.

Surgical Cotton निर्माण में उपयोग में लायी जाने वाली Raw Materials की लिस्ट इस प्रकार है |

  • Raw Ginned Cotton
  • Comber or Mill Waste Cotton
  • सोडा ऐश
  • कास्टिक सोडा
  • Bleaching Agents
  • Wetting Agents i.e. Lisapol इत्यादि .
  • Packing Materials viz. Paper, Gunny Bags, Gum, Labels इत्यादि .

निर्माण प्रक्रिया (Surgical Cotton manufacturing process in Hindi):

Surgical cotton manufacturing process में सर्वप्रथम willow opener machine की मदद से कच्चे कपास को खोला जाता है | इसमें कपास में से धूल इत्यादि अशुद्धियों को हटाकर उसे ढीला किया जाता है | उसके बाद इस कपास को Kier Compartment की ओर अग्रसित किया जाता है | जहाँ इसे 3-4 घंटे भाप में उबालकर इसमें अन्य केमिकल जैसे कास्टिक सोडा, सोडा ऐश, डिटर्जेंट इत्यादि मिलाया जाता है | यह प्रक्रिया कपास में उपलब्ध उन अशुद्धियों को दूर करती है, जो कपास को शुद्ध करने के बाद भी रह गई थी |

तीन चार घंटे भाप में उबालने के बाद और इसमें केमिकल मिलाने के बाद इस कपास को धोने हेतु टैंक की ओर अग्रसित कराया जाता है | अब चूँकि धोया हुआ कपास रंग में फीका पड़ जाता है अर्थात उसकी सफेदी कुछ कम हो जाती है सफेदी वापस लाने के लिए या अधिक सफ़ेद बनाने के लिए इसमें केमिकल जैसे हाइड्रोजन पेरोक्साइड या सोडियम हाइपोक्लोरिड मिलाकर Bleached किया जाता है |

Bleaching केवल Cotton को सफ़ेद बनाने का काम नहीं करती है अपितु यह cotton की सोखने की क्षमता अर्थात उसमे तरल पदार्थ ग्रहण करने की क्षमता में भी वृद्धि करती है | ब्लीचिंग के बाद मिलाये गए केमिकल को Surgical cotton से हटाने के लिए थोड़े से सल्फ्यूरिक एसिड को पतला करके उसमे मिलाकर धोया जाता है | उसके बाद कपास में से पानी अलग करने के लिए कपास को Hydoextractor की ओर अग्रसित कराया जाता है, और बाद में Wet cotton machine की ओर भेजा जाता है |

यह प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद Cotton को सूखाने हेतु Drier Machine की ओर अग्रसित कराया जाता है जिन उद्यमियों के पास Drier Machine उपलब्ध न हो वे धूप में रखकर Cotton को सूखा सकते हैं हालांकि यह पद्यति अपनाने से cotton में धुल के मिल जाने की आशंका अधिक होती है |

अब Cotton को सूखाने के बाद इसको मोड़ने अर्थात Cotton Laps तैयार करने के लिए Blow room की ओर भेजा जाता है उसके बाद कपास को Carding Machine में डाला जाता है जहाँ से Cotton की पतली पतली Layers बाहर निकलती हैं |

उसके बाद Cotton के रोल तैयार किये जाते हैं जिन्हें तैयार करते वक्त cotton laps के बीच पेपर फिट किया जाता है | Surgical Cotton Manufacturing Process में अब अगला कदम कॉटन रोल को आवश्यकतानुसार भार एवं साइज़ के आधार पर काटने एवं तौलने का होता है, उसके बाद लेबलिंग इत्यादि करके इन्हें पैक कर दिया जाता है |

आवश्यक लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

चूँकि Surgical Cotton नामक यह वस्तु Drug act के अधीन आती है, इसलिए यह बिज़नेस करने के लिए सम्बंधित विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य है | इस प्रकार का लाइसेंस Joint Commissioner food and drug के ऑफिस से प्राप्त किया जा सकता है जो की लगभग हर जिले में मौजूद रहते हैं | Surgical Cotton manufacturing business के लाइसेंस के लिए apply करने हेतु निम्न documents की आवश्यकता हो सकती है |

  • जमीन एवं Plant का Layout (यह प्रक्रिया विभिन्न व्यवसायिक लोगों जैसे आर्किटेक्ट, पर्यावरण अभियंता, यांत्रिक इंजीनियर (Mechanical Engineer), सिविल अभियंता, Fire Engineer, Heating, ventilation andair conditioning (HVAC Engineer), द्वारा अनजाम दी जाती है |)
  • जमीन के स्वामित्व का प्रमाण (यदि जमीन किराये पर है तो Lease Agreement की Copy)
  • Memorandum of article of Association की कॉपी यदि बिज़नेस पार्टनरशिप में किया जा रहा है तो Partnership Deed की कॉपी, एवं कंपनी डायरेक्टर की लिस्ट |
  • Packing Material के नमूने की कॉपी |
  • State pollution control board से No Objection Certificate की कॉपी |
  • इकाई के रजिस्ट्रेशन की कॉपी |

Surgical cotton making business start कर रहा उद्यमी रजिस्ट्रेशन सम्बन्धी और जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़ सकता है |

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