चाय का निर्यात बिजनेस कैसे शुरू करें | Tea Export Business Plan.

चाय एक ऐसा पेय है जिसे केवल इंडिया में ही नहीं अपितु बाहर देशों में भी पीने के उपयोग में लाया जाता है | यही कारण है की बाहरी देशों में भी इसकी मांग हमेशा विद्यमान रहती है बाहरी देशों में निवासित लोगों की यही मांग Tea Export Business को जन्म देती है | भारतवर्ष चाय का एक बहुत बड़ा उत्पादक देश है अर्थात कहने का आशय यह है की चाय उत्पादन में भारत का विश्व में दूसरा नंबर है | इसलिए देश भर में इसकी उपलब्धता आसानी से हो जाती है |

देश की पूर्ति के अलावा विदेशों में भी लोगों की मांग को देखते हुए भारतवर्ष से प्रति वर्ष लाखों टन चाय विदेशों को export की जाती है | जिससे चाय का निर्यात कर रहे उद्यमियों की अच्छी खासी कमाई होने के आसार होते हैं | इंडिया में निर्यात बिज़नेस शुरू करने की चाह रखने वाले व्यक्तियों को यह समझ लेना चाहिये की वह किसी ऐसे उत्पाद का चयन करें जो उन्हें आसानी से उपलब्ध हो जाय चूँकि भारत एक कृषि प्रधान देश है |

इसलिए एक्सपोर्ट बिज़नेस के लिए कृषि सम्बन्धी अन्य उत्पादों का भी चयन उद्यमी द्वारा किया जा सकता है | हालांकि आने वाले समय में हम कृषि सम्बन्धी अन्य उत्पादों के बारे में भी वार्तालाप करेंगे लेकिन आज का हमारा विषय Tea Export Business कैसे शुरू करें? का है इसलिए आइये जानते हैं की चाय के निर्यात का यह बिज़नेस होता क्या है |

tea export business plan in hindi

चाय का निर्यात क्या है (What is Tea export business)

भारतीय चाय को विदेशी बाज़ारों में बेचकर पैसे कमाना ही चाय का निर्यात बिजनेस कहलाता है | इंडिया विश्व में चाय उत्पादकों में दूसरा सबसे बड़ा देश है इसलिए यहाँ से चाय निर्यात आसानी से किया जा सकता है | हम इसी लेख में पहले भी बता चुके हैं की चाय दुनियाभर में प्रचलित एक व्यापक पेय है जिसे सभी उम्र के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है | चाय में एंटीओक्सिडेंट होने के कारण ये शरीर में रोगों को आने से रोकते हैं दुनिया भर में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति चाय का उपभोग टर्की में किया जाता है |

एक आंकड़े के मुताबिक 2016 में इंडिया से एक्सपोर्ट होने वाली चाय की मात्रा  216.79 million kg थी | जिसकी वर्ष 2019-20 तक 260 million Kg पहुँचने के आसार लगाये जा रहे हैं इसलिए इस बिजनेस में नए उद्यमीयों के लिए भी भरपूर अवसर विद्यमान हैं | बाहरी देशों की चाय की मांग को देखते हुए जब किसी उद्यमी द्वारा वैध तरीके से उन देशों के बाज़ारों तक इंडिया से चाय पहुंचाई जाती है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह व्यापार Tea Export Business कहलाता है |

चाय का निर्यात बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start tea export business in India.)

इंडिया में चाय का निर्यात बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को अनेकों कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है | लेकिन जो इस बिज़नेस को शुरू करने हेतु सबसे अहम सवाल अक्सर पूछा जाता है वह होता है की, चाय को निर्यात करने के लिए कौन कौन से लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है, इसलिए आगे हम इसी लेख में न केवल इस व्यापार के रजिस्ट्रेशन की बात करेंगे बल्कि क्रमश: उन सभी विषयों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे जो चाय निर्यात बिज़नेस से सम्बंधित हों |

1. बिज़नेस की योजना (Prepare Business Plan for tea export)

यह व्यापार शुरू करने से पहले उद्यमी को अपने बिज़नेस की सम्पूर्ण योजना तैयार कर लेनी चाहिए | चूँकि इंडिया में अनेकों प्रकार की चाय जैसे ब्लैक टी, रेगुलर टी, ग्रीन टी, हर्बल टी, मसाला टी, लेमन टी  green tea, organic tea इत्यादि का उत्पादन किया जाता है | इसलिए उद्यमी को यह निर्धारित करना होता है की वह किस प्रकार की चाय को एक्सपोर्ट करना चाहता है | उद्यमी को ऐसी स्ट्रेटेजी बनानी होती है जो उसके बिज़नेस को अन्य बिज़नेस से अलग करती हो |

उद्यमी को यह भी तय करना होगा की वह कौन कौन से देशों की ओर चाय एक्सपोर्ट करेगा इसके लिए उद्यमी को देशों की एक लिस्ट बनानी चाहिए और विश्लेषण करना चाहिए की प्रत्येक देश में कितनी चाय बेचना उसकी कमाई की द्रष्टी से लाभकारी हो सकता है | उसके बाद सामने आये परिणामों की तुलना करके अधिक आशाजनक देशों को अपने व्यवसाय के लिए चयनित करें |

हालांकि उद्यमी द्वारा किया गया विश्लेषण यदि यह भी इंगित करता है की वह  अपने उत्पाद को एक से अधिक देशों में बेच पायेगा तब भी शुरूआती दौर में उद्यमी की कोशिस केवल एक देश में बिज़नेस करने की होनी चाहिए और जैसे जैसे बिज़नेस ग्रो करे वैसे वैसे उद्यमी उसे अन्य देशों की ओर विस्तारित करने की सोच सकता है | चाय निर्यात करने के बिजनेस की योजना बनाते समय उद्यमी को डिस्ट्रीब्यूशन चैनल का भी प्लान बनाना होता है |

कहने का आशय यह है की वितरण चैनल इस बिज़नेस का एक महत्वपूर्ण कारक है, इसलिए जिन चैनलों के माध्यम से उद्यमी अपनी चाय बेचने का विचार बना रहा हो उन्हें निर्धारित करने के लिए बहुत अधिक सोच विचार की आवश्यकता होती है | उद्यमी अपनी चाय इन्टरनेट पर बेचना चाहता है या किसी अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से, यदि उद्यमी चाहता है की उसे आर्डर इन्टरनेट के माध्यम से मिलें तो उसे पेमेंट प्रोसेसर के अलावा डिलीवरी पद्यति इत्यादि भी निर्धारित करनी होगी | अपने व्यवसाय की योजना को विकसित करने के लिए उद्यमी को एक अच्छे बिज़नेस प्लान की आवश्यकता होती है |

2. Tea Export Business के लिए लोकेशन का चुनाव:

यद्यपि यह व्यापार कहीं से भी शुरू किया जा सकता है लेकिन निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने देश भर में एग्री एक्सपोर्ट जोन निर्धारित किये हैं इसलिए उद्यमी चाहे तो एग्री एक्सपोर्ट जोन को अपनी बिज़नेस लोकेशन बना सकता है ताकि उसे चाय निर्यात करने में अधिक दिक्कतों का सामना न करने पड़े | एग्री एक्सपोर्ट जोन को सरकार ने एक्सपोर्ट बिज़नेस को करने में आने वाली दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया हुआ होता है | इसलिए निर्यात करने में होने वाली जरुरी औपचारिकताओं में बहुत कम समय लगता है |

3. अपनी कंपनी रजिस्टर करें (Register your company):

अब यदि उद्यमी द्वारा इस बिजनेस के लिए बिज़नेस लोकेशन का चुनाव कर लिया गया है तो अब उद्यमी का अगला कदम अपनी कंपनी रजिस्टर करने का होना चाहिए | अपनी कंपनी रजिस्टर करने के लिए उद्यमी विभिन्न बिज़नेस Entities में से किसी एक का चयन करके अपनी कंपनी को रजिस्टर करा सकता है | इंडिया में कंपनी खोलने की स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया के लिए पढ़ें |

4. बैंक अकाउंट खोलें (Open current account in Bank):

उद्यमी द्वारा अपनी कंपनी रजिस्टर करा दी गई हो तो अब इस उद्यम को शुरू करने के लिए उद्यमी को अपने बिज़नेस के नाम से बैंक अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है | चूँकि उद्यमी को अपने ग्राहकों को अपने बिज़नेस के नाम से ही इनवॉइस देने की आवश्यकता होती है इसलिए खरीदार द्वारा पेमेंट भी उसी नाम से दिया जाता है जिस नाम से बिल दिया गया हो यही कारण है की बिज़नेस के लिए बैंक अकाउंट खोलना जरुरी हो जाता है | इस बारे में विस्तृत जानकारी इस लेख में दी गई है, इंडिया में बिज़नेस के लिए बैंक अकाउंट कैसे खोलें? |

5. बिज़नेस के नाम से पैन:

इंडिया में किसी भी आयातक एवं निर्यातक के पास पैन (Permanent Account Number) होना अति आवश्यक है | इसलिए उद्यमी का अगला कदम अपने बिज़नेस के लिए पैन अप्लाई करने का होना चाहिए | पैन के लिए कोई व्यक्तिगत व्यक्ति कैसे अप्लाई कर सकता है की जानकारी हमने इस लेख में दी हुई है | इस प्रक्रिया में फर्क इतना है की कंपनी हेतु पैन अप्लाई करने के लिए आवेदक को केटेगरी में कंपनी का चयन करना होगा |

6. इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड के लिए अप्लाई करें (Apply for IEC Code):

भारत में किसी भी प्रकार का आयात निर्यात बिज़नेस करने के लिए Import Export Code (IEC) का होना अनिवार्य है | इसलिए इसे शुरू करने वाले उद्यमी को अब IEC के लिए आवेदन करना होगा जिसे डायरेक्टर जनरल ऑफ़ फॉरेन ट्रेड द्वारा जारी किया जाता है | एक पैन नंबर के अगेंस्ट केवल एक IEC ही प्रोवाइड किया जाता है | e IEC के लिए उद्यमी ऑनलाइन भी आवेदन कर सकता है इसकी सम्पूर्ण प्रकिया जानने के लिए इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड के लिए कैसे आवेदन करें नामक यह लेख पढ़ें |

7. टी बोर्ड से एक्सपोर्टर लाइसेंस लेना:

चाय का निर्यात बिजनेस शुरू करने वाले उद्यमी को इंडिया के टी बोर्ड से एक्सपोर्टर लाइसेंस लेने की भी आवश्यकता हो सकती है | वर्तमान में इस लाइसेंस की फीस 1000 रूपये तय की गई है और यह लाइसेंस तीन सालों के लिए वैध होता है | जिसे तीन साल होने से पहले Renew किया जा सकता है | उद्यमी इस टी बोर्ड के अधिकारिक पोर्टल के माध्यम से Sign Up अर्थात टी बोर्ड में अपने बिज़नेस को रजिस्टर भी करा सकता है |

8. रजिस्ट्रेशन कम मेम्बरशिप सर्टिफिकेट (RCMC):

फॉरेन ट्रेड पालिसी के अंतर्गत रियायत पाने, ऑथोराइजेसन के लिए अप्लाई करने या अन्य लाभों को प्राप्त करने के लिए उद्यमी के पास Registration Cum Membership Certificate (RCMC) का होना नितांत आवश्यक है | वैसे तो यह प्रमाण पत्र एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल/कमोडिटी बोर्ड/ डेवलपमेंट अथॉरिटी इत्यादि द्वारा जारी किया जाता है लेकिन Tea Export Business में यह टी बोर्ड द्वारा भी जारी किया जा सकता है |

उपर्युक्त सब प्रक्रियाएं करने के पश्चात अब उद्यमी अपना टी एक्सपोर्ट करने का बिजनेस करने के लिए तैयार है, लेकिन अब भी उद्यमी को यह  सुनिश्चित करना होगा की वह चाय सीधे तौर पर Tea Growers से खरीदेगा या किसी सप्लायर का चुनाव करके आर्डर मिलने के मुताबिक उससे चाय की खरीदारी करेगा या फिर अपने पास माल को भंडारित करके रखेगा और आर्डर मिलने पर उसे एक्सपोर्ट कर देगा |

इसके अलावा उद्यमी को इस व्यवसाय को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए Freight Forwarder एवं Custom Clearing Agent का भी चुनाव करना होगा अधिकांश स्थितियों में Custom Clearing का काम भी Freight Forwarder संभाल लेता है |

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