छोले कुलचे बेचने का बिजनेस कैसे शुरू करें ?

छोले कुलचे बेचने का व्यापार (Chole Kulche Business) स्ट्रीट फ़ूड से जुड़ा हुआ बिजनेस है । इसलिए इसके बिकने की यहाँ असीमित संभावनाएँ हैं। यदि आपने भी एक बार अच्छे गुणवत्तापूर्ण छोले कुलचे का स्वाद चख लिया तो हो सकता है की आपका मन भी बार बार छोले कुलचे खाने को करने लगे।  कहने का आशय यह है की यह भी एक स्वादिष्ट खाना है जिसे लोग खाना पसंद करते हैं।

इसके अलावा शहरों में लगातार ऐसे लोगों की जनसँख्या बढ़ रही है जो अपने घर परिवारों से दूर रह रहे हैं । कुछ लोग अपनी पढाई करने के लिए अपने घर परिवार से दूर रह रहे हैं, तो कुछ लोग अपनी नौकरी के चलते दूर रह रहे हैं। ऐसे लोग जो अपने घर परिवार से दूर रह रहे हैं, उनके लिए जो सबसे बड़ी चुनौती होती है वह होती है खुद के लिए खाना बनाने की।

यही कारण है की ये लोग आम तौर पर इनमें किशोर और युवाओं की संख्या अधिक है, अपने खान पान के प्रति काफी लापरवाह रहते हैं। और ये गली मोहल्ले में बिकने वाले स्ट्रीट फ़ूड पर ही निर्भर होने लगते हैं। शहरों में ऐसे लोगों की संख्या निरंतर बढती जा रही है जो छोले कुलचे के बिजनेस के लिए एक अच्छा संकेत हो सकती है।

इसलिए यदि आप कम पैसों में कोई ऐसा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं जिसमें कमाई की अपार संभावनाएँ हैं, तो आप छोले कुलचे बेचने के व्यापार को शुरू करने पर भी विचार कर सकते हैं।

chole kulche business
Image : Chole Kulche Ka Business

छोले कुलचे बेचने का बिजनेस करने के फायदे

इस तरह के इस बिजनेस को शुरू करने के कई फायदे होते हैं। कुछ मुख्य फायदों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • इस तरह के व्यापार को शुरू करने का सबसे बड़ा फायदा तो यह है की इसके लिए आपको किसी विशेष प्रकार के कौशल और योग्यता की आवश्यकता नहीं होती।
  • दूसरा फायदा यह है की यदि आप एक बेरोजगार हैं, और लाख कोशिश करने के बावजूद आपको नौकरी नहीं मिल रही है । तो आप बेहद कम निवेश के साथ कुलचे बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं ।
  • भारत में छोले कुलचे खाने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं है, इसलिए इस बिजनेस के लिए भारत में एक बहुत बड़ा बाज़ार उपलब्ध है।
  • छोले तो हर घर में कभी न कभी बनते हैं, छोले बनाने की रेसिपी हर किसी को अच्छी तरह पता है। लेकिन इसमें तो गिरेवी वाले छोले बनाने की भी जरुरत नहीं होती। बल्कि आप छोलों को कुकर में सीटी लगाकर अच्छी तरह से गलाकर उनमें प्याज, इत्यादि मसालों को अच्छी तरह से मिलाकर छोले आसानी से तैयार कर सकते हैं। जबकि कुलचे बाज़ार में रेडीमेड स्वरूप में उपलब्ध हैं, लेकिन कस्टमर को देने से पहले इन्हें मक्खन में सेकने की आवश्यकता होती है।
  • देश में औद्यौगिकीकरण, शहरीकरण और जनसँख्या वृद्धि के साथ भारत में स्ट्रीट फ़ूड की डिमांड लगातार बढती जा रही है। जो छोले कुलचे बेचने के बिजनेस के लिए भी असीमित संभावनाएँ पैदा करती हैं।

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छोले कुलचे बेचने का बिजनेस कैसे शुरू करें

इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना है तो बहुत आसान प्रक्रिया, लेकिन यदि आप चाहते हैं की आप इस तरह के व्यवसाय से बम्पर कमाई कर पाने में सफल हो पाएँ, तो आपको इसके लिए एक बेहतरीन लोकेशन जहाँ पर छोले कुलचे की बिक्री की संभावना बहुत अधिक हो वहां पर इस तरह का स्टाल लगाने के लिए जगह का प्रबंध करना चाहिए।

सिर्फ इतना ही नहीं इस बिजनेस को शुरू करने के लिए उद्यमी को और भी कई सारी प्रक्रियाओं से होकर गुजरने की आवश्यकता होती है। जिनका विवरण कुछ इस प्रकार से है।

अच्छी जगह का प्रबंध करें

अच्छी जगह से आशय किसी भीड़ भाड़ वाली जगह से है जहाँ पर छोले कुलचे बिकने की संभावना सबसे अधिक हो। इनकी बिकने की संभावना किसी स्थानीय मार्किट में, तहसील के नज़दीक, किसी सरकारी ऑफिस के नज़दीक. यूनिवर्सिटी कॉलेज परिसर में या गेट के सामने, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन इत्यादि जगहों पर अधिक होती है ।

इसलिए यदि आप चाहते हैं की आप इस बिजनेस से अच्छी खासी कमाई कर पायें, तो आपको किसी अच्छी लोकेशन पर जगह का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है। वह भी तब जब आप छोले कुलचे के स्टाल को रोज एक जगह पर ही लगाना चाहते हों ।

यद्यपि इस तरह के बिजनेस को आप चाहें तो हर रोज नई नई जगह पर रेहड़ी लगाकर भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन रोज रोज जगह बदलते रहने से अच्छा है की किसी अच्छी लोकेशन पर जगह का चयन करके रोज एक ही निश्चित स्थान पर इसकी रेहड़ी लगाएँ।     

स्टाल का प्रबंध करें

अच्छी लोकेशन पर जगह का प्रबंध करने के बाद आपको स्टाल या रेहड़ी का प्रबंध करना होता है । यदि आप गली मोहल्ले में घूम घूमकर यानिकी हर रोज एक नई लोकेशन पर छोले कुलचे बेचना चाहते हैं, तो आपको ऐसी रेहड़ी का प्रबंध करना होगा जिस पर पहिये लगे होंगे, ताकि आप उसे चलाकर कहीं भी आसानी से ले जा सकें ।

लेकिन यदि आप चाहते हैं की आपको रोज रोज अपनी रेहड़ी को अलग अलग जगहों पर नहीं लगाना पड़े तो इसके लिए आप अच्छी लोकेशन पर स्टाल लगाने के लिए जगह का प्रबंध तो कर ही चुके होंगे। अब आपको उसी जगह के हिसाब से एक कस्टमाइज स्टाल का निर्माण करवाना होगा।

रोज एक निश्चित जगह पर छोले कुलचे बेचने के लिए आपको स्टाल पर पहिये इत्यादि लगवाने की आवश्यकता नहीं है। पहियों की जगह आप नीचे की तरफ एक बड़ी दराज बना सकते हैं, जिसमें आप उसमें कई तरह का सामान रखकर उसे लॉक कर सकें।

इसके अलावा आपको छोले कुलचे के स्टाल को अच्छे ढंग से सजाने की भी आवश्यकता होती है। सजाने से आशय आपको स्टाल के बाहर की तरफ फ्लेक्स बैनर बनाकर चिपका देने चाहिए। ताकि आपका स्टाल सुन्दर तो लगेगा ही लोग उसकी तरफ जल्दी से आकर्षित भी होंगे। इस स्टाल को आप अपने नजदीकी कारपेंटर के माध्यम से आसानी से बनवा सकते हैं।

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जरुरी बर्तन और सामग्री खरीदें

छोले उबालने के लिए आपको एक बड़े कुकर की आवश्यकता होती है यदि आपके घर में पहले से कोई कुकर है तो आप उसका इस्तेमाल भी छोले उबालने के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा छोलों को स्टाल पर रखने और इन्हें तैयार करने के लिए आपको पतीले की भी आवश्यकता होती है।

कुलचे बाज़ार में रेडीमेड स्वरूप में आते हैं, इन्हें आप अपने स्थानीय बाज़ार से आसानी से खरीद सकते हैं । लेकिन ग्राहकों को इन्हें छोलों के साथ आपको मक्खन या घी में सेक कर देना होता है, इसके लिए आपको नों स्टिकी या बड़े तवे की भी आवश्यकता हो सकती है।

जहाँ तक सामग्री की बात है छोले बनाने के लिए आपको छोले, प्याज, टमाटर, हरा धनिया, हरी मिर्च, नींबू , चाट मसाला, मक्खन, घी, दोना पत्तल, लकड़ी के चम्मच इत्यादि की आवश्यकता होती है। यह सारा सामान आपको कहीं भी आसानी से मिल जाता है।     

छोले कुलचे बनाकर बेचें

छोले कुलचे में आपको सिर्फ छोले तैयार करने होते हैं, और इन छोलों को भी आप घर पर अच्छी तरह उबालकर पकाकर अपने स्टाल पर रख सकते हैं। छोलों को तैयार करने की रेसिपी बहुत ही सिंपल होती है, जब  छोले अच्छी तरह उबल जाते हैं तो उसके बाद कुछ छोलों को चम्मच इत्यादि की मदद से थोड़ा कुचल लिया जाता है। और इसमें नमक, मिर्च मसाले, नींबू, चाट मसाला इत्यादि मिलाकर इसे स्वादिष्ट बनाया जाता है ।

उसके बाद इन छोलों को स्टाल पर ले जाकर कुलचों के साथ बेचा जाता है। कुलचे तो आपको मार्किट में बने बनाये मिल जाते हैं, इनको ग्राहकों को देने से पहले इन्हें घी या मक्खन में सेका जाता है।

छोले कुलचे का बिजनेस शुरू करने में आने वाला खर्चा  

एक अच्छी जगह पर रेहड़ी लगाने का किराया कुछ भी हो सकता है, चूँकि किराया आपको महीने के बाद ही देना होगा, इसलिए यदि इसे हम बिजनेस शुरू करने की लागत में शामिल नहीं करते हैं। तो आप इस बिजनेस को ₹30000 तक के निवेश के साथ आसानी से शुरू कर सकते हैं।

इस व्यवसाय (Chole Kulche Ke Business) में प्रमुख खर्चे की यदि हम बात करें तो इसमें होने वाला प्रमुख खर्चा स्टाल या रेहड़ी का निर्माण करना ही है। इसलिए यदि उद्यमी को कोई पुरानी रेहड़ी या स्टाल सस्ते दामों में मिल जाती है तो इस बिजनेस को और भी कम निवेश के साथ आसानी से शुरू किया जा सकता है। लेकिन इस बिजनेस की सफलता के लिए भी एक भीड़ भाड़ वाली जगह का होना बेहद आवश्यक होता है।

क्या छोले कुलचे का बिजनेस गाँव में भी शुरू किया जा सकता है?

जहाँ पर ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं है वहाँ पर इस तरह के बिजनेस से कमाई की संभावना कम हो जाती है। इसलिए ग्रामीण इलाकों में इस तरह के बिजनेस को करना नुकसानदेह भी हो सकता है।   

छोले कुलचे का स्टाल लगाने के लिए उपयुक्त लोकेशन क्या है?

किसी प्रसिद्ध कॉलेज, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, कंपनी इत्यादि का गेट और एक भीड़ भाड़ वाला स्थानीय बाज़ार इस तरह के बिजनेस के लिए आदर्श लोकेशन माना जाता है।

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