अपने प्रोडक्ट को कैसे बेचें? प्रोडक्ट बेचने के 8 बेस्ट तरीके।

वर्तमान में वैसे देखा जाय तो कोई भी व्यक्ति कहीं से भी कुछ भी आसानी से बेच सकता है लेकिन इसके बावजूद उद्यमियों को खुद का प्रोडक्ट बेचने में कई कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यह बात पूर्ण रूप से सत्य है की भले ही आपने कितना ही अच्छा प्रोडक्ट लांच क्यों न कर दिया हो लेकिन यदि आप उसे बेच नहीं पार रहे हैं तो आप उससे कमाई भी नहीं कर सकते।

यही कारण है की अक्सर उद्यमी इन्टरनेट पर भी प्रोडक्ट को बेचने के तरीके जानने के बारे में प्रयासरत रहते हैं, वे जानना चाहते हैं की वे अपने प्रोडक्ट को कैसे और किन किन माध्यमों से अपने ग्राहकों को बेच सकते हैं ।

लेकिन उद्यमी के लिए Product Sell करने से भी जरुरी यह जानना होता है की वह अपने उत्पाद को किन किन लोगों को बेच सकता है अर्थात उसे अपने टारगेट ग्राहक के बारे में जानना अति आवश्यक है। जो आपके उत्पाद को खरीदने में रूचि रखते हैं ऐसे लोगों की पहचान करने की प्रक्रिया को ही Leads Generation और इसके परिणाम को Leads  कहते हैं।

जब उद्यमी उन लोगों की पहचान कर लेता है की उसके प्रोडक्ट को कौन कौन खरीद सकते हैं उसके बाद उन्हें Leads से ग्राहक में बदलने के लिए Nurturing की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। ग्राहकों की जरूरतों और आवश्यकता के अनुसार प्रोडक्ट्स बेचना अपने आप में एक बहुत बड़ी कला है।

क्योंकि कोई भी उद्यमी तभी कमाई कर पाने में या अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से संचालित कर पाने में सक्षम हो पाता है जब वह अपने उत्पाद को बेचने में सफल हो पाता है। यद्यपि लोगों के बीच अपने उत्पाद को बेचने से पहले उद्यमी को चाहिए की वह अपने सेल्स पर्सन्स को अपने प्रोडक्ट के बारे में सभी कुछ जानकारी देने के लिए ट्रेनिंग इत्यादि प्रदान करे।

क्योंकि ध्यान रहे जो प्रोडक्ट बेच रहा है जब तक उसी को उस उत्पाद की खूबियों, विशेषताओं, खामियों के बारे में पता नहीं होगा तो भला वह किसी ग्राहक को वह Product Sell करने में कैसे सफल हो पायेगा।

इसके अलावा उद्यमी को अपने उत्पाद के लिए एक टैगलाइन भी तैयार करनी होगी जो उसकी विशेषताओं, गुणों या लोगों की आवश्यकता से जुड़ी हो जिससे अधिक से अधिक लोग प्रोडक्ट की तरफ आकर्षित हो सकें ।

अपने उत्पाद, कर्मचारियों, कंपनी इत्यादि की रेपुटेशन बनाने के लिए सेल्स टीम की भी कोई ड्रेस निर्धारित करें और उस पर कंपनी का लोगो इत्यादि अवश्य लगा होना चाहिए। अब यदि उद्यमी ने सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली हों, तो अब हम आगे इस बात को आगे ले जा सकते हैं की कैसे कोई उद्यमी अपना Product Sell कर सकता है।

product kaise beche
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खुद की ई कॉमर्स वेबसाइट से बेचना

यदि आप कोई प्रोडक्ट के विनिर्माणकर्ता हैं तो वर्तमान में आप इस बात से भली भांति या अच्छी तरह से अवगत होंगे की यदि इस प्रतिस्पर्धी माहौल में बिजनेस सुचारू रूप से चलाना है तो उसकी ऑनलाइन उपलब्धता बेहद जरुरी है।

यही कारण है की वर्तमान में अधिकतर विनिर्माणकर्ताओं की अपने व्यवसाय की वेबसाइट होती है लेकिन यहाँ पर हम साधारण वेबसाइट की बात नहीं बल्कि अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए खुद की ई कॉमर्स वेबसाइट स्थापित करके उसी के माध्यम से प्रोडक्ट को बेचने की बात कर रहे हैं।

उद्यमी चाहे तो अपनी डिजिटल मार्केटिंग की टीम में कोई वेब डेवलपर नियुक्त करके भी यह काम करा सकता है वर्तमान में तो वर्डप्रेस एवं कुछ पेड प्लगइन के माध्यम से खुद की ई कॉमर्स वेबसाइट बनाना काफी आसान हो गया है।

यदि उद्यमी स्थायी तौर पर किसी वेब डेवलपर को नियुक्त नहीं करना चाहता है तो वह किसी फ्रीलांसर के माध्यम से भी खुद का ई कॉमर्स स्टोर स्थापित करके अपने प्रोडक्ट को बेच सकता है। डिलीवरी इत्यादि के लिए उद्यमी किसी कूरियर और लोजिस्टिक कंपनी से टाई अप कर सकता है।

लेकिन ध्यान रहे ई कॉमर्स स्टोर का डिजाईन रीस्पोंसिव होना चाहिए जो कंप्यूटर, टेबलेट, लैपटॉप, मोबाइल इत्यादि सभी में चल सके।

अन्य ई कॉमर्स स्टोर पर बेचना

भारत में भी यदि हम देखें तो वही ई कॉमर्स स्टोर बहुत अधिक लोकप्रिय हैं जो खुद का कोई प्रोडक्ट नहीं बनाते, बल्कि दूसरों के ही प्रोडक्ट अपने स्टोर के माध्यम से बेचते हैं।

कहने का आशय यह है की इन लोकप्रिय एवं प्रचलित ई कॉमर्स स्टोर के पास पहले से ही हर तरह के प्रोडक्ट खरीदने वाले ग्राहक लाखों की संख्या में मौजूद होते हैं जो प्रति दिन इनके स्टोर पर कुछ न कुछ खरीदने के लिए सर्च कर रहे होते हैं।

इसलिए भले ही उद्यमी ने अपना Product Sell करने के लिए खुद का ई कॉमर्स स्टोर स्थापित कर दिया हो लेकिन उसे इन लोकप्रिय स्टोरों में भी अपने प्रोडक्ट को लिस्ट करके बेचना चाहिए। ई कॉमर्स का चुनाव करते समय उद्यमी को लोकप्रियता तो देखनी चाहिए साथ में यह भी देखना चाहिए की कौन सी ई कॉमर्स वेबसाइट क्या सामान बेचने के लिए लोगों के बीच लोकप्रिय है। 

जैसे हेंडीक्राफ्ट आइटम के लिए अलग स्टोर लोकप्रिय हो सकता है तो वैसे ही लैपटॉप, फ़ोन इत्यादि के लिए कोई और स्टोर और कपड़े इत्यादि बेचने के लिए कोई और इसलिए उद्यमी को अपने प्रोडक्ट के अनुसार ही ई कॉमर्स वेबसाइट का भी चयन करना चाहिए। भारत में लोकप्रिय ई कॉमर्स स्टोरों की यदि हम बात करें तो इनमें अमेज़न, फ्लिप्कार्ट, स्नेपडील, ईबे इत्यादि प्रमुख हैं।

प्रसिद्ध बाजार में खुद का स्टोर स्थापित करके बेचना

उद्यमी अपना  प्रोडक्ट बेचने के लिए सिर्फ ऑनलाइन तरीकों का ही नहीं बल्कि ऑफलाइन एवं पारम्परिक तरीकों का भी इस्तेमाल कर सकता है। उद्यमी चाहे तो अपनी फैक्ट्री द्वारा उत्पादित प्रोडक्ट को किसी प्रसिद्ध बाजार में दुकान किराये पर लेकर भी बेच सकता है।

इस तरह का स्टोर स्थापित करके उद्यमी उस दुकान पर सीधे आने वाले ग्राहकों को तो अपना प्रोडक्ट बेच ही सकता है, साथ में वह अन्य ई कॉमर्स वेबसाइट में अपने प्रोडक्ट को लिस्ट करते समय उसी स्टोर का पता दे सकता है और उन ई कॉमर्स स्टोर के कर्मचारी उनके स्टोर में आकर ही उनके प्रोडक्ट को कलेक्ट करके ग्राहकों को डिलीवर कर सकते हैं।

यदि उद्यमी इस तरह का स्टोर स्थापित करने के लिए एक अच्छी लोकेशन पर कोई दुकान इत्यादि का प्रबंध कर लेता है तो यह उसके व्यवसाय को दुगुनी- तिगुनी गति से आगे बढ़ने में मदद कर सकता है। हालांकि लोगों को दुकान की तरफ आकर्षित करने के लिए उद्यमी को साइनेज बोर्ड, पोस्टर, लाइटिंग इत्यादि का अच्छा इस्तेमाल करना होगा।

अपने प्रोडक्ट को अन्य दुकानों में बेचें

यदि आपका प्रोडक्ट दैनिक जीवन में इस्तेमाल लाये जाने वाले उत्पादों में से है तो आपको सर्वप्रथम यह पता लगाना होगा की उसे खरीदने के लिए लोग कौन सी दुकानों में जाते हैं। जैसे हमें पता है की दवाई खरीदने लोग मेडिकल स्टोर में जाते है, सब्जी खरीदने सब्जी मंडी जाते हैं, कपड़े खरीदने कपड़े की दुकानों में जाते हैं, ईलाज कराने हॉस्पिटल जाते हैं इत्यादि।

अब माना की आप कोई दवा बनाने का काम करते हैं तो यदि आप अपना Product Sell करने चाहेंगे तो आपको मेडिकल स्टोर चलाने वालों से जरुर संपर्क करना होगा।

इसलिए सबसे पहले यही पता कीजिये की जिस प्रोडक्ट का विनिर्माण आपने किया है लोग उसे खरीदने के लिए किस प्रकार की दुकानों में जाना पसंद करते हैं यदि आपने कोई ऐसे उत्पाद का निर्माण किया है जिसे लोग जनरल स्टोर में खरीदने जाते हैं तो आपको उन जनरल स्टोर में जाकर अपने उत्पाद को बेचने के बारे में बात करनी चाहिए।

टेलीविजन रेडियो में विज्ञापन देकर बेचें  

यदि उद्यमी अपने प्रोडक्ट को बेचने के बारे में गंभीर है तो उसे केवल एक या दो तरीकों को नहीं बल्कि जितने भी बेचने के तरीके उसके मष्तिष्क में आते हैं उन्हें अवश्य अपनाना चाहिए। भले ही आज की जीवनशैली में इन्टरनेट की उपयोगिता बढ़ गई हो लेकिन टेलीविजन और रेडियो के विज्ञापनों को नाकारा नहीं जा सकता।

टेलीविजन की पहुँच तो भारत में ग्रामीण इलाकों तक कुछ साल पहले ही हुई है इसलिए पहले की तुलना में इनके विज्ञापनों का महत्व और अधिक बढ़ गया है। कहने का आशय यह है की टेलीविज़न और रेडियो की पहुँच दूर सुदूर ग्रामीण इलाकों तक है इसलिए इन पर विज्ञापन देने का मतलब देश की एक बहुत बड़ी आबादी को अपने प्रोडक्ट के बारे में अवगत कराना है।

वैसे आप चाहे तो कोई ऐसा विज्ञापन चला सकते हैं जिसमें लोगों से प्रोडक्ट को जल्दी खरीदने का अनुरोध किया जा रहा हो और खरीदने के लिए उनसे फ़ोन पर संपर्क करने के लिए कहा जा रहा हो। इनमें नाप तोल, होमशॉप 18 इत्यादि कुछ ऐसे ही चैनल हैं जिनमें इस तरह के विज्ञापन चलते रहते हैं। 

पे पर क्लिक ऐड के माध्यम से बेचें

आप खुद ही सोच के देखें आज यदि आपको कुछ भी खरीदना होता है तो सबसे पहले आप क्या करते हैं हमारे ख्याल से आप भी वही करते होंगे जो अन्य व्यक्ति करते हैं।

जी हाँ आज जब किसी को भी कोई भी वस्तु या सेवा खरीदनी होती है तो उसके बारे में, उसकी कीमत के बारे में वह व्यक्ति इन्टरनेट पर सर्च अवश्य करता है अब भले ही वह बाद में किसी दुकान या स्टोर में जाकर उस वस्तु को खरीद ले।

कहने का आशय यह है की कुछ भी खरीदने से पहले कोई भी व्यक्ति उसके बारे में इन्टरनेट पर तो सर्च करता ही है अब भले ही वह उसे ऑनलाइन ही खरीद ले, या फिर उसके घर के नज़दीक किसी स्टोर में जाकर खरीद ले। लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है की ऑनलाइन खरीदारी की प्रवृत्ति और इसका दायरा भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसलिए उद्यमी चाहे तो गूगल ऐड के माध्यम से पे पर क्लिक ऐड कैंपेन बनाकर भी अपना Product Sell कर सकता है।

इसमें उद्यमी को तभी पैसे देने होते हैं जब कोई संभावित ग्राहक आपके प्रोडक्ट के लिंक पर क्लीक करता है। इस तरह के विज्ञापन करने के लिए उद्यमी के पास अपने व्यवसाय की वेबसाइट और एक आकर्षक लैंडिंग पेज होना आवश्यक है ।

ताकि विज्ञापन के माध्यम से उस लैंडिंग पेज पर आने वाला व्यक्ति उद्यमी के प्रोडक्ट को खरीदकर उसके ग्राहक में परिवर्तित हो जाए। इसमें उद्यमी सिर्फ गूगल एड के माध्यम से ही नहीं बल्कि फेसबुक एड का कैंपेन बनाकर भी अपने प्रोडक्ट को बेच सकता है।   

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के माध्यम से बेचना

भले ही आप इसके बारे में जानते हों या फिर नहीं यदि आपने अपने व्यवसाय के नाम से कोई वेबसाइट बनाई हुई है तो आपको सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बारे में जानना अति आवश्यक हो जाता है।

जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की दुनिया में गूगल सबसे बड़ा सर्च इंजन है। कहने का आशय यह है की दुनिया के अधिकतर देशों में इन्टरनेट पर कुछ भी सर्च करने के लिए गूगल का इस्तेमाल किया जाता है और गूगल की सर्च लिस्ट में पहले दो तीन रिजल्ट पे पर क्लिक विज्ञापन के हो सकते हैं।

उसके बाद सारे रिजल्ट आर्गेनिक होते हैं यानिकी इन्हें गूगल के पहले पेज पर लाने के लिए यूजर या पब्लिशर द्वारा काफी मेहनत, धैर्य और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन किया हुआ होता है।

हालांकि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के माध्यम से सर्च रिजल्ट में स्थान पाने में काफी समय यहाँ तक की सालों भी लग सकते हैं इसलिए इसमें धैर्य बनाने की और निरन्तर शेड्यूल पर कुछ न कुछ कंटेट अपनी वेबसाइट में अपने प्रोडक्ट से सम्बंधित पब्लिश करने की आवश्यकता होती है।

यदि इन्टरनेट के माध्यम से आप अपने Product Sell करने के लिए गंभीर हैं तो सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन को आप नज़रअंदाज नहीं कर सकते।

व्यवसाय के सोशल मीडिया पेज के माध्यम से बेचना

आज के समय में किसी भी व्यवसाय को सोशल मीडिया पर अपनी उपलब्धि अवश्य बनानी चाहिए। वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में संभावित ग्राहक और मौजूदा ग्राहक कंपनी के सोशल मीडिया पेज को लाइक करके उसके साथ बने रहते हैं और जरुरत पड़ने पर प्रोडक्ट और सर्विस सम्बन्धी पूछताछ करते रहते हैं।

सोशल मीडिया पर साख बनाने के लिए कंपनी को हर कमेंट और मेसेज का तय समय पर जवाब देना अति आवश्यक है, इससे सोशल मीडिया पेज पर फॉलोअर बढ़ाने में तो मदद मिलेगी ही साथ में अपने Product Sell करने का भी अवसर मिल सकता है।

वर्तमान में फेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप्प प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्म हैं जिनका इस्तेमाल प्रोडक्ट बेचने के लिए भी किया जा सकता है।

प्रश्नोत्तर (FAQ):

मेरा प्रोडक्ट ज्यादा कैसे बिकेगा?

कौन सा प्रोडक्ट कितना बिकेगा यह अनेक कारकों जैसे मार्केटिंग प्लान, लोगों की आवश्यकता इत्यादि पर निर्भर करता है। लेकिन यदि आपको अपनी टारगेट कस्टमर पता है तो आप उन पर ही उर्जा खर्च करके औरों से बेहतर परिणाम हासिल कर सकते हैं।

टारगेट कस्टमर को कैसे पहचानें?

टारगेट कस्टमर को पहचानना बेहद आसान है जैसे यदि आप सेनेटरी पैड बेचना चाह रहे हैं तो प्रोडक्ट के नाम से ही आपको पता चलता है की इसका इस्तेमाल लड़कियों एवं महिलाओं द्वारा किया जाता है।इन महिलाओं में से भी आपको उन बयोवृद्ध महिलाओं को अपनी टारगेट कस्टमर की लिस्ट से हटा देना है जिनका मासिक धर्म होना बंद हो चूका हो।कहने का आशय यह है की प्रोडक्ट की प्रकृति और इस्तेमाल को देखते हुए ही टारगेट कस्टमर की पहचान की जा सकती है।

क्या मैं कोई विशेष एरिया या शहर को टारगेट करके गूगल एड या फेसबुक एड चला सकता हूँ।

जी हाँ बिलकुल चला सकते हैं, इन दोनों प्लेटफोर्म पर आप न सिर्फ विशेष शहर का चुनाव कर सकते हैं, बल्कि लिंग, आयु, लोगों की रूचि इत्यादि के आधार पर भी एड को कस्टमाइज कर सकते हैं।

प्रोडक्ट बेचने के नए नए तरीके आ गए हैं क्या पुराने तरीके जैसे टेलीविजन, अख़बार, लाउडस्पीकर पर सूचना, घर घर जाकर पम्पलेट बांटना, पोस्टर, होर्डिंग्स, साइनेज इत्यादि अप्रभावी हो गए हैं।   

इन्टरनेट ने प्रोडक्ट बेचने के तरीकों में इजाफा जरुर किया है लेकिन पुराने तरीके आज भी असरदार और प्रभावी हैं इसलिए अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए उद्यमी द्वारा इन्हें भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

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