ईमेल मार्केटिंग क्या है, और Email Marketing कैसे करें।

अपनी प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए कंपनियों को कई तरह की मार्केटिंग का सहारा लेना पड़ता है । Email Marketing डिजिटल मार्केटिंग का एक अवयव है। जिसे कंपनियां या व्यक्तिगत व्यक्ति अपनी सर्विस या फिर प्रोडक्ट को बेचने के लिए इस्तेमाल में लाते हैं।

कोई भी कंपनी तभी पैसा कमाती है जब उसे द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं या फिर उत्पादों को ग्राहक खरीदते हैं। और अपनी बिक्री बढाने के लिए बिजनेस इकाइयों को निरन्तर प्रयास करने की आवश्यकता होती है।

अधिकतर कंपनियां ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचने के लिए कई तरह की मार्केटिंग तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे होते हैं। इन्हीं में से अपने संभावित ग्राहकों तक सीधे पहुँचने के लिए कंपनी और बिजनेस इकाइयों द्वारा ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल किया जाता है।

ईमेल मार्केटिंग किसी व्यक्ति को एक सिंपल ईमेल भेज देना जैसा आसान नहीं है। इस मार्केटिंग को करने के लिए काफी रिसर्च और एक ऑथेंटिक ईमेल डाटा की आवश्यकता होती है।

जिसे अधिकतर वेबसाइट अपनी वेबसाइट के माध्यम से साइन अप फॉर्म के माध्यम से एकत्रित कर रहे होते हैं। यह इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि यदि आपके द्वारा भेजी गई ईमेल को यूजर बार बार नज़रअंदाज करता रहा तो आपकी सारी ईमेल स्पैम फोल्डर में जाने का खतरा रहता है ।

एक आंकड़े के मुताबिक यदि ईमेल मार्केटिंग का सही से उपयोग किया जाय तो इस पर आप जितना खर्च करेंगे उसके लगभग पचास गुना रिटर्न आपको यह प्रदान कर सकती है। यही कारण है की अब मार्केटर और कंपनियां ईमेल मार्केटिंग की ताकत को समझने लगे हैं। तो आइये आगे हम भी समझते हैं की यह होती क्या है?

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Image: Email Marketing Kaise Kare
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ईमेल मार्केटिंग क्या है

इनबाउंड मार्केटिंग रणनीति में ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है, यह एक ऐसी मार्केटिंग तकनीक है जिससे आप सीधे संभावित ग्राहकों को नए उत्पादों, ब्रांड अपडेट और बिक्री के लिए संपर्क करते हैं।

ईमेल मार्केटिंग के जरिये कोई भी कंपनी अपने संभावित ग्राहकों को उनके नए उत्पाद, ब्रांड अपडेट , और बिक्री के लिंक सीधे साझा कर सकती है। यही कारण है की इस रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट बहुत अधिक होता है।

इस मार्केटिंग में ऐसा भी नहीं है की आपने किसी का भी ईमेल पता लेकर उसे अपने डेटाबेस में फिट करके फिर एक साथ बहुत सारे लोगों को ईमेल भेज दी । बल्कि इससे स्पैमिंग होने का खतरा रहता है।

ऐसे में ईमेल मार्केटिंग करने के लिए कंपनियां या ब्रांड अपनी वेबसाइट के माध्यम से ग्राहकों की सहमति लेकर उनका ईमेल एड्रेस लेते हैं, और फिर किस ग्राहक की क्या आवश्यकताएं हो सकती हैं उसके हिसाब से उन ईमेल एड्रेस को केटेगराइज किया जाता है।

और उसके बाद अलग अलग केटेगरी के संभावित ग्राहकों को बिक्री के लिए, प्रोडक्ट या सर्विस अपडेट के लिए ईमेल भेजने की आवश्यकता होती है । ताकि कन्वर्जन रेट हाई रहे।

यद्यपि मैन्युअल ढंग से यह सब प्रक्रिया करने में समय अधिक लग सकता है, लेकिन मार्केटिंग ऑटोमेशन इस प्रक्रिया को सरल और तेज बनाती हैं। अच्छे ढंग से डिजाईन की गई ईमेल न केवल बिक्री बढ़ाती है, बल्कि एक कम्युनिटी विकसित करने में भी मदद करती है।

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ईमेल का संक्षिप्त इतिहास

इसमें कोई दो राय नहीं की ईमेल मार्केटिंग का जन्म ईमेल से ही हुआ है, और ईमेल का पहली बार इस्तेमाल करने श्रेय रे टोमिलनसन नामक एक कंप्यूटर इंजिनियर को जाता है। जिन्होंने वर्ष 1971 में पहली बार कुछ नंबर और शब्दों को मिलाकर एक ईमेल सेंट की थी।

यही वो सख्स थे जिन्होंने ईमेल कम्युनिकेशन में @ नामक चिहन को इस्तेमाल में लाना शुरू किया था। लेकिन कहा यह जाता है ईमेल का कमर्शियल इस्तेमाल सर्वप्रथम वर्ष 1978 में किसी डिजिटल कंपनी के मार्केटिंग मेनेजर गेरी ठुरेक द्वारा किया गया था।

और आज हम सब जानते हैं की ईमेल कम्युनिकेशन का एक प्रमुख जरिया बन गया है। आज व्यवसायिक इकाइयों में कई तरह के काम करने के लिए ईमेल को ही सबसे विश्वसनीय और लिखित सहमति के तौर पर कंसीडर किया जाता है ।

हालांकि इन्टरनेट की क्रांति तो विश्व में 90’s में ही आ गई थी, लेकिन उस समय भारत धीरे धीरे इस राह में बढ़ रहा था । आज भारत में भी करोड़ों लोग हैं जिनके पास खुद की ईमेल आईडी है ऐसे में यहाँ पर भी ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल लगातार बढ़ते जा रहा है।

मार्केटिंग ईमेल के प्रकार

देखिये ईमेल तो हम व्यक्तिगत कम्युनिकेशन के लिए भी करते हैं और कई तरह के नॉन मार्केटिंग कार्यों को निष्पादित करने के लिए भी करते हैं। लेकिन यहाँ पर बात ईमेल मार्केटिंग की हो रही है तो यह जानना बेहद जरुरी हो जाता है की मार्केटिंग ईमेल के कितने प्रकार होते हैं।

प्रमोशनल ईमेल

प्रमोशनल ईमेल के जरिये कंपनियां या मार्केटर एक विशेष उद्देश्य को हासिल करना चाहते हैं। आम तौर पर इस तरह की यह ईमेल बिक्री, प्रचार, प्रोडक्ट या सेवा के प्रति जागरूकता से जुडी हुई होती हैं।

जब भी कोई कंपनी अपने ग्राहकों को कोई विशेष ऑफर, नए उत्पाद रिलीज, वेबिनार जैसे कार्यक्रमों के बारे में सूचित करना चाहती है तो इस तरह के ईमेल प्रमोशनल ईमेल की श्रेणी में आते हैं।

इस तरह के ईमेल कैंपेन में एक व्यक्ति को एक हफ्ते में 3-10 ईमेल भेजने का प्रावधान किया जाता है। प्रमोशनल ईमेल में कॉल टू एक्शन (CTA) स्पष्ट होता है। सीटीए वह टर्म है जो मार्केटर ईमेल पढने वाले से करवाना चाहता है।

हो सकता है की वह भारी डिस्काउंट देकर अपनी प्रोडक्ट या सेवा को बेचना चाहता हो, हो सकता है की वह चाहता हो की ईमेल पढने वाला उसकी वेबसाइट के किसी एक खास पेज पर विजिट करे इत्यादि ।

जानकारी प्रदान करने वाले ईमेल

इन्हें आम तौर पर न्यूज लैटर भी कहा जाता है और इस तरह की यह ईमेल किसी कंपनी या व्यवसायिक इकाई द्वारा अपने बिजनेस से सम्बंधित ख़बरें और जानकारी प्रदान करने के लिए शेयर की जाती है।

इसमें प्रोडक्ट या सर्विस को इस्तेमाल में लाने का टुटोरिअल, किसी बड़ी हस्ती या संसथान द्वारा बिजनेस के बारे में कही गई कोई सकारात्मक बात, कोई ऐसी खबर जो उस इंडस्ट्री के लिए अच्छी हो जिससे जुड़ा बिजनेस उद्यमी कर रहा है, इत्यादि चीजें ईमेल के माध्यम से शेयर की जाती हैं।

री इंगेजमेंट ईमेल  

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है इस तरह की ईमेल करने का मकसद उन लोगों को अपनी वेबसाइट या बिजनेस के साथ दुबारा से सक्रीय कराना होता है । जो आपके सब्सक्राइबर तो हैं लेकिन वे काफी समय से एक्टिव नहीं हैं ।

ईमेल मार्केटिंग की महत्वता (Importance of email Marketing)

हालांकि बहुत सारे लोगों को लगता होगा की ईमेल इत्यादि भेजना तो अब पुरानी बात हो गई क्योंकि अब whatsapp इत्यादि जैसे ऐसे कई एप्प हैं जिनके माध्यम से लोग कुछ फाइल या डाक्यूमेंट्स एक दुसरे को भेज सकते हैं।  

लेकिन सच्चाई यह है की अपनी इस पचास सालों की यात्रा में ईमेल लोगों के बीच लुप्त नहीं हुई है बल्कि और प्रखरता के साथ सामने आई है।

और आज के दौर में इसका ऐसा इस्तेमाल हो रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। क्योंकि ईमेल कैंपेन को सोशल मीडिया मार्केटिंग की तुलना में ज्यादा पर्सनालाइज किया जा सकता है।

सबसे पहले ईमेल व्यक्ति के नाम को संबोधित करके लिखी जाती है, जिससे पाठक को लगता है की वह ईमेल उसी के लिए लिखी गई है । इतना ही नहीं यह आपको सीधे ग्राहकों तक पहुँचने का अवसर प्रदान करती है।

अच्छी बात यह है की दुनिया में एक ईमेल इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगातार बढती जा रही है। और अधिकतर ईमेल उपयोगकर्ता अपनी ईमेल को प्रतिदिन चेक करते हैं। यही कारण है की ईमेल मार्केटिंग वर्तमान में बेहद महत्वपूर्ण हो गई है।

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ईमेल मार्केटिंग करने के फायदे (Advantages of email Marketing in Hindi) 

आपने ध्यान दिया होगा की जब आप किसी वेबसाइट से खरीदारी करते हैं या फिर साइन अप करते हैं तो आपके पास आर्डर कन्फर्मेशन या थैंक यू फॉर जोइनिंग अस वाली ईमेल तुरंत आ जाती है। यह सब ईमेल मार्केटिंग टूल्स की बदौलत हो रहा होता है।

कहने का आशय यह है की आर्डर कन्फर्मेशन से लेकर न्यूज़लैटर तक ईमेल मार्केटिंग के कई इस्तेमाल होते हैं, जो आपके बिजनेस को विकसित होने में मदद करते हैं ।

  • ईमेल मार्केटिंग का सबसे बड़ा फायदा यह होता है की इसमें आप अलग अलग समूह बना सकते हैं और उन्हें पर्सनलाइज्ड ईमेल करके अपनी सेल्स बढ़ा सकते हैं। ऐसे लोग जो कार्ट तक पहुंचे लेकिन खरीद नहीं पाए उन्हें ईमेल भेजकर खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं ।
  • किसी व्यक्तिगत व्यक्ति के दिमाग में एक सोशल मीडिया पोस्ट से अधिक एक पर्सनलाइज्ड ईमेल प्रभाव डालती है, जो लोगों के आपके ब्रांड के प्रति जागरूक करती है।
  • ईमेल का एक बड़ा फायदा यह भी है की एक बार में ही आप हजारों लोगों को एक साथ ईमेल कर सकते हैं। जिससे यह काफी किफायती मार्केटिंग हो जाती है।
  • जैसे ही कोई ग्राहक आपकी वेबसाइट से कुछ खरीदता है और उसे उसका आर्डर कन्फर्मेशन मिल जाता है तो इससे उसके मन में आपके ब्रांड के प्रति ट्रस्ट जनरेट होता है । जिससे वह धीरे धीरे आपके लॉयल कस्टमर में तब्दील हो जाता है।     

ईमेल मार्केटिंग कैसे करें

बहुत सारे लोगों को लगता है की वह जीमेल, आउटलुक इत्यादि की मदद से अपने मोबाइल फोन से भी ईमेल मार्केटिंग कर सकते हैं। तकनिकी रूप से देखा जाय तो यह संभव है, लेकिन  यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की जीमेल, आउटलुक, याहू इत्यादि सभी पर्सनल इस्तेमाल के लिए डिजाईन किये गए हैं।

इसलिए ये आपको वह फैसिलिटी और बैंडविड्थ इत्यादि नहीं प्रदान कर सकते जो एक ईमेल सर्विस प्रोवाइडर कर सकता है।

आम बोलचाल की भाषा में ईमेल सर्विस प्रोवाइडर को ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर भी कहा जाता है। इसका मतलब यह हुआ की आपको एक प्रभावी ईमेल मार्केटिंग अभियान चलाने के लिए एक ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है।

यदि आप जीमेल, याहू, आउटलुक इत्यादि के माध्यम से बल्क ईमेल भेजते हैं तो आपकी अधिकतर ईमेल स्पैम में जा सकती है और इस कारण आपका अकाउंट डिसेबल भी किया जा सकता है।   

जबकि ईमेल सर्विस प्रोवाइडर के पास ईमेल की डिलीवरी इत्यादि के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद होता है, ये आपकी वेबसाइट के लिए कई तरह के ईमेल डिजाईन और सब्सक्राइबर बॉक्स भी प्रदान करते हैं।

यदि आप अपने उत्पाद या सर्विस को ईमेल के माध्यम से बेचना चाहते हैं तो इसके लिए एक ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होगी।

वर्तमान में MailChimp, GetResponse, HubPost, mailJet, SeninBlue, ConverKit जैसे कई ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं, जो अपने ग्राहकों को ईमेल मार्केटिंग करने में सहायता प्रदान करते हैं।

ईमेल सर्विस प्रोवाइडर (ESP) कैसे चुनें?

जैसा की हमने बताया की बहुत सारे ऐसे ईमेल सर्विस प्रोवाइडर मौजूद हैं जो ईमेल मार्केटिंग करने के लिए अपने सॉफ्टवेयर प्रदान करते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है की एक ईमेल सर्विस प्रोवाइडर का चुनाव करते समय किन किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए।

  • सबसे पहले अपने बजट पर नज़र डालें और उसी के आधार पर ईमेल सर्विस प्रोवाइडर का चुनाव करें। शुरूआती दौर में आप सस्ते ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर की सर्विस ले सकते हैं।
  • किसी भी चीज की खरीदारी से पहले हम उसकी कीमत देखते हैं लेकिन इसमें आपको आपके द्वारा भेजे जाने वाले ईमेल की क्वांटिटी भी देखनी होगी। क्योंकि अधिकतर ईमेल सर्विस प्रोवाइडर महीने में ईमेल का एक निश्चित वॉल्यूम प्रदान करते हैं।
  • यदि आपके पास आपकी वेबसाइट के माध्यम से सब्सक्राइबर लोगों की लिस्ट पहले से ही है तो यह कितनी है इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
  • ईमेल सर्विस प्रोवाइडर द्वारा ड्रैग एंड ड्राप और एचटीएमएल ईमेल एडिटर भी प्रदान किये जाते हैं, आप इन दोनों में से किस एडिटर में काम करने में कम्फर्टेबल हैं, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए।
  • कौन सा प्रोवाइडर किस तरह और किस स्तर की ईमेल ऑटोमेशन प्रदान कर रहा है इसका मूल्याङ्कन करना भी जरुरी है ।
  • प्रोवाइडर द्वारा अलग अलग श्रेणी के ग्राहकों को श्रेणीबद्ध करने की सुविधा दी जा रही है या नहीं यदि दी जा रही है तो किस स्तर की दी जा रही है। इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
  • यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए की आपके बिजनेस को आर्डर कन्फर्मेशन, पासवर्ड रिसेट इत्यादि जैसे ट्रांजेक्स्नल ईमेल भेजने की आवश्यकता होती है या नहीं ।     

ईमेल मार्केटिंग के लिए कितने पैसे खर्च करने पड़ेंगे

यह उद्यमी की आवश्यकता पर निर्भर करता है की उसे ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर खरीदने पर कितने पैसे खर्च करने होंगे। वह इसलिए क्योंकि इस तरह के ये प्रोवाइडर अलग अलग प्लान के साथ आते हैं ।

यहाँ तक ईमेल मार्केटिंग में प्रसिद्ध प्रोवाइडर MailChimp महीने में 1000 ईमेल मुफ्त में भेजने की भी सुविधा प्रदान कर रहा है । उसके बाद यदि आपको और अधिक ईमेल भेजने की आवश्यकता होती है तो यह ₹770 रूपये प्रति महीने लेकर आपको महीने में 5000 ईमेल भेजने की फैसिलिटी मुहैया करा रहा है ।

इस तरह से यह प्लेटफोर्म महीने में ₹23000 लेकर 150000 ईमेल भेजने की फैसिलिटी प्रदान कर रहा है। इसलिए आपके लिए कौन सा प्लान बेहतर रहेगा या आपसे बेहतर और कोई नहीं जान सकता है।

इसी तरह अन्य बहुत सारे ईमेल सर्विस प्रोवाइडर हैं जिनके प्लान $25 मंथली चार्जेज के साथ शुरू हो जाते हैं । एक आंकड़े के मुताबिक ईमेल मार्केटिंग पर आप जितना खर्चा करते हैं उससे पचास गुना रेवेन्यु इससे जनरेट कर सकते हैं।

ईमेल मार्केटिंग के लिए ईमेल लिस्ट कैसे प्राप्त करें

जितने भी ईमेल सर्विस प्रोवाइडर हैं वे अपने सिस्टम में ईमेल लिस्ट को इम्पोर्ट करने की सुविधा तो प्रदान करते ही हैं। साथ में एक इन बिल्ट ईमेल सब्सक्राइबर फॉर्म भी प्रदान करते हैं।

इसका फायदा यह होता है की जब भी कोई व्यक्ति आपकी वेबसाइट पर विजिट करता है तो वह अपनी सहमति से आपकी वेबसाइट पर आपना ईमेल इत्यादि डिटेल्स भरता है। जिसे ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर अपने सिस्टम में सेव कर लेता है।

इस प्रकार से धीरे धीरे आपकी ईमेल लिस्ट में बढ़ोत्तरी होती जाती है और ईमेल लिस्ट में बढ़ोत्तरी होने के साथ साथ आपकी ईमेल मार्केटिंग का दायरा भी बढ़ता जाता है।

वर्तमान में बहुत सारे लोगों द्वारा ईमेल लिस्ट खरीदने और बेचने का धंधा भी किया जाता है। लेकिन यह इतना प्रभावी इसलिए नहीं होता क्योंकि इसमें आप बिना यूजर की सहमति के ईमेल भेज रहे होते हैं, जिस पर वह ध्यान नहीं देता है।

अपनी ईमेल लिस्ट में जल्दी से जल्दी बढ़ोत्तरी करने के लिए आप अपने यूजर को फ्री में ई बुक डाउनलोड, न्यूज़लैटर, रिपोर्ट्स एवं अन्य इन्फोग्रफिक डाउनलोड करने का लालच दे सकते हैं । इन्हें फ्री में डाउनलोड करने के लिए लोग आपके साथ साइन अप कर सकते हैं।

मार्केटिंग के लिए ईमेल कैसे लिखें?

जैसे ही आप उपर्युक्त बताए हुए तरीकों से ईमेल लिस्ट बनाने लगते हैं उसके बाद आपको एक प्रभावी ईमेल मार्केटिंग रणनीति बनाने की आवश्यकता होती है। अपनी रणनीति बनाने के लिए आपको सबसे पहले यह सोचना होता है की आप अपने ईमेल मार्केटिंग कैंपेन से क्या हासिल करना चाहते हैं?

आम तौर पर लोग ईमेल मार्केटिंग के माध्यम से निम्न लक्ष्यों में से किसी एक को हासिल करना चाहते हैं।

  • नए प्रोडक्ट को प्रमोट करना चाहते हैं।
  • लॉयल और नियमित ग्राहकों के साथ एक डिस्काउंट कूपन शेयर करना चाहते हैं।
  • अपन नई ईबुक पर अधिक से अधिक डाउनलोड चाहते हैं।
  • अपने बिजनेस के बारे में अपडेट और खबर देकर अधिक से अधिक सब्सक्राइबर बढ़ाना चाहते हैं।  

कहने का आशय यह है की मार्केटिंग के लिए ईमेल लिखने से पहले आपको यही डीसाइड करना होता है की आप उससे पाना क्या चाहते हैं।

जहाँ तक ईमेल डिजाईन का सवाल है ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर में कई तरह के बने बनाये ईमेल टेम्पलेट आते हैं, जिनका इस्तेमाल आप अपनी ईमेल मार्केटिंग के लिए कर सकते हैं।

इसके अलावा ड्रैग एंड ड्राप और एचटीएमएल एडिटर के माध्यम से भी इस तरह की प्रक्रिया को आसानी से पूर्ण किया जा सकता है।

ईमेल मार्केटिंग कैंपेन को सफल कैसे बनाएँ  

अपनी ईमेल मार्केटिंग को सफल बनाने के लिए आपको कई बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता हो सकती है। जिनमें से कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार से हैं ।

  • कई लोग बहुत सारे लोगों को ईमेल भेजने के लिए ईमेल लिस्ट खरीद लेते हैं। यदि आप चाहते हैं की आपकी ईमेल मार्केटिंग सफल हो तो ऐसी गलती करने से बचें । क्योंकि बिना यूजर की सहमति के ईमेल भेजना गैरकानूनी होता है ।
  • इसके अलावा जब लोगों को बिना उनकी सहमति के ईमेल मिलती हैं तो वे उसे स्पैम मार्क कर देते हैं, जो आपकी रेपुटेशन को खराब करता है और लोग आपको ब्लाकलिस्ट में भी डाल सकते हैं।
  • खुद की वेबसाइट इत्यादि के माध्यम से ईमेल लिस्ट बनाना थोड़ा धीमा हो सकता है, लेकिन यह आपके बिजनेस के लिए फायदेमंद होता है ।
  • डबल ऑप्ट इन प्रक्रिया को अपनाएं सिंगल ऑप्ट इन प्रक्रिया वह होती है जब यूजर केवल साइन अप फॉर्म भरकर सब्सक्राइबर की लिस्ट में आ जाता है। जबकि डबल ऑप्ट इन में साइन अप फॉर्म भरने के बाद ईमेल पर कन्फर्मेशन लिंक जाता है, और जब यूजर उस पर क्लिक करता है तभी वह सब्सक्राइबर की लिस्ट में आता है।
  • अपनी ईमेल लिस्ट को यूजर की उम्र, लोकेशन, इंटरेस्ट इत्यादि के हिसाब से श्रेणीबद्ध कर सकते हैं।
  • ईमेल कैंपेन में यूजर का नाम इत्यादि शामिल करें इससे ईमेल में पर्सनल टच देखने को मिलेगा।
  • अपने ईमेल मार्केटिंग कंटेंट की एबी टेस्टिंग करें।
  • ईमेल मार्केटिंग मैट्रिक्स का ट्रैक रखें और अपनी ईमेल लिस्ट को समय समय पर क्लीन करते रहें ।
  • ईमेल ऑटोमेशन और ऑटो रीस्पोनडर का इस्तेमाल करें।     

FAQ (सवाल/जवाब)

क्या ईमेल मार्केटिंग के लिए ईमेल लिस्ट होना जरुरी है?

जी हाँ जो ईमेल लिस्ट आपके ईमेल मार्केटिंग सॉफ्टवेयर में मौजूद होगी वह उसी पर ईमेल भेज पाने में सक्षम होगा।

ईमेल लिस्ट क्यों नहीं खरीदनी चाहिए?

क्योंकि खरीदी जाने वाली ईमेल लिस्ट किसी ऐसे व्यक्तियों की भी हो सकती हैं, जिन्हें आपके प्रोडक्ट और सर्विस में कोई रूचि नहीं है। और इसमें यूजर की सहमति भी शामिल नहीं होती है।  

तो दोस्तों अब तक तो आप समझ ही गए होंगे की Email Marketing आज भी कितनी पावरफुल और फायदेमंद हो सकती है। यदि आप कोई उद्यमी है जो अपनी कोई सर्विस या प्रोडक्ट बेच रहे हैं तो आप चाहें तो इस तरह की मार्केटिंग को भी एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्योंकि यह एक ऐसा टूल है जो आपको पचास गुना तक रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट प्रदान कर सकता है। लेकिन इसमें सफलता पाने के लिए किसी भी शोर्ट कट तरीके जैसे ईमेल लिस्ट खरीदना इत्यादि से बचना होगा।

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