सामान्य मनुष्य ने Hindi फिल्मों में बहुत बार import export business के बारे में सुना होगा | क्योंकि हिंदी फिल्मो में जब कोई व्यक्ति नकली बिजनेसमैन बनकर किसी व्यक्ति के सामने जाता है, तो वह अपने आप को आयात निर्यात व्यापार में संलिप्त एक बिजनेसमैन बताता है | इसलिए बहुत सारे व्यक्तियों के दिमाग में यह प्रश्न होना स्वभाविक है की Export import business होता क्या है? और कोई उद्यमी इस बिज़नेस को कैसे start कर सकता है |
आयात निर्यात व्यापार क्या होता है :
Import Export Business Kya hai : सामन्यतया हिंदी में export का अर्थ निर्यात से और Import का अर्थ आयात से लगाया जाता है | अर्थात Import का आशय बाहरी देशों से अपने देश में माल मंगाने को और Export से आशय अपने देश से बाहरी देशों की तरफ भेजे जाने वाले माल से लगाया जाता है | और इन दोनों का अर्थ अंतराष्ट्रीय व्यापार से लगाया जा सकता है |
इसमें बाहर देशों से माल खरीदकर अपने देश में बेचा जा सकता है और अपने देश में उत्पादित माल को अंतराष्ट्रीय बाज़ारों में बेचा भी जा सकता है | उद्यमी या किसी कंपनी द्वारा की जाने वाली उपर्युक्त प्रक्रिया ही export import business कहलाती है |
आयात निर्यात व्यापार कैसे शुरू करें
How to Start Export Import Business In India in Hindi:
India में Import Export business start करना सरल प्रक्रिया बिलकुल नहीं है, यह बिज़नेस करने के लिए उद्यमी को विभिन्न प्रक्रियाओं को अंजाम देना पड़ता है | तो आइये जानते हैं Step by step उन प्रक्रियाओं के बारे में जो किसी भी उद्यमी को भारत में अपना आयात निर्यात व्यापार शुरू करने के लिए करने पड़ेंगे |
1. अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करें (Business Registration)
Business Registration से हमारा आशय व्यापार पंजीकरण से है | इसमें उद्यमी अपने बिज़नेस को विभिन्न बिज़नेस entities जैसे proprietorship, Partnership, Private limited company इत्यादि के अंतर्गत रजिस्टर करवा सकता है | यह Registration उद्यमी अपनी आवश्यकतानुसार कर सकता है क्योकि हर एक Pattern की अपनी अलग अलग विशेषता है |
अब सवाल यह उठता है की कंपनी का Registration करवाएं कैसे इसके लिए उद्यमी Registrar of companies के ऑफिस में जाकर आवेदन कर सकता है | यदि पंजीकरण से पूर्व उसे किसी मार्गदर्शन की आवश्यकता है तो वह अपने नजदीकी जिला उद्योग केंद्र से भी संपर्क कर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है |
2. Import export code (IEC) के लिए अप्लाई करें
जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं की इंडिया में किसी भी प्रकार का बिज़नेस करने के लिए पहले उसको पंजीकृत करने की आवश्यकता होती है, अब चूँकि उद्यमी बिज़नेस पंजीकरण प्रक्रिया कर चूका है, इसलिए अब अगला स्टेप Import export code (IEC ) के लिए Apply करने का है | यह कोड 10 डिजिट का होता है जो विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) द्वारा जारी किया जाता है |
विदेश व्यापार महानिदेशालय भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है | भारत सरकार के तय नियमों के आधार पर दस्तावेज जमा करने पर उद्यमी को IEC code आसानी से और जल्दी मिल सकता है |
3. टैक्स रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई करें
Import export business start करने के लिए अब अगला स्टेप टैक्स पंजीकरण का होना चाहिए चूँकि India में वस्तुओं का उत्पादन और उनको बेचने के लिए VAT, CST या Sales Tax or TIN की आवश्यकता होती है | इसलिए IEC code apply करने के बाद उद्यमी को चाहिए की वह अपने राज्य के सम्बंधित विभाग से VAT registration करवाए | Value added tax एक अप्रत्यक्ष कर है इसलिए यह राज्य राज्य के आधार पर अंतरित हो सकता है |
4. कस्टम क्लीयरिंग एजेंट नियुक्त करें
एक कस्टम एजेंट से आशय उस व्यक्ति या कंपनी से लगाया जाता है जो विभिन्न देशों के बीच भेजे या रिसीव किये जाने वाले consignments को प्रबंधित करते हैं | ऐसे एजेंट या कंपनियां यह सब करने के लिए international customs authorities से प्रमाणित होती हैं |
इसलिए Import export business start करने के लिए उद्यमी को चाहिए की वह अपने बिज़नेस के लिए Customs clearing agent को नियुक्त करे | जो उद्यमी को उसका माल बाहर/अन्दर भेजने हेतु custom clearance में उसकी मदद करेगा, उद्यमी को चाहिए की वह बंदरगाह या एयर पोर्ट पर आने वाले प्रत्येक खर्चे का गहराई से विश्लेषण करे | इनमे मुख्य रूप से Handling Charges, Customs duty और Transportation charges हैं |
5. फ्रेट फारवर्डर का इस्तेमाल करें
एक Freight Forwarder कोई एजेंट या कंपनी हो सकती है, जो माल को आयात और निर्यात कर रहे व्यक्ति या कंपनी के लिए काम कर रहे होते हैं | दूसरे शब्दों में Freight Forwarder को जहाज या रेलगाड़ी पर लदे हुए माल को आगे बढ़ाने वाला भी कह सकते हैं | इनका कार्य किसी कंपनी या व्यक्ति के उत्पादित माल को एक जगह से दूसरी जगह भेजना और उसका सम्पूर्ण विवरण रखना होता है |
इसके अलावा नीचे कुछ Tips दे रहे हैं, जो एक उद्यमी को Import export business start करने के पूर्व ध्यान में रखने चाहिए |
- अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बैंक के खातों में पैसे एक देश से दुसरे देश में डालने के लिए SWIFT Code की आवश्यकता होती है, जिसे उद्यमी अपने बैंक की शाखा से Confirm कर सकता है |
- यदि उद्यमी को बाहर देश से Import करके कोई माल मंगाना है, तो उद्यमी Alibaba, India mart इत्यादि वेबसाइट को प्रयोग में लाकर कोई अच्छा Suppliers चुन सकता है |
- उद्यमी को किसी Suppliers को आर्डर देने से पहले अपने कंपनी के नाम के साथ Purchase Order जरुर Issue करना चाहिए |
- Import export business करने वाले उद्यमी को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए की Purchase Order और Invoice दोनों में लिखित Amount एक ही हो | क्योंकि बहुत बार छोटी छोटी गलतियाँ Custom Clearing में अडचनें पैदा कर देती हैं |
- Shipping के लिए किसी Third party को Hire करना बेहद जरुरी है, क्योकि इस काम को करने में उनकी दक्षता और Contacts होते हैं |
आयात निर्यात बिजनेस शुरू करने में कठिनाइयाँ
अब चूँकि हम यह तो बता चुके हैं की किसी उद्यमी को अपना Import export business start करने के लिए कौन कौन से जरुरी Steps उठाने पड़ सकते हैं , लेकिन आगे हम जानेंगे इस बिज़नेस में आने वाली कुछ प्रमुख समस्याओं के बारे में |
- परिवहन व्यवस्था में प्रकृति प्रदत्त क्रियाओं जैसे मौसम का खराब होना, बारीश होना, बाढ़ आना या वाहन के खराब हो जाने के कारण व्यवधान उत्पन्न हो सकता है | जिससे माल को पहुँचने में या मिलने में देरी हो सकती है |
- export Import business में यदि किसी कारणवश जैसे टाइपिंग की गलती के कारण कोई छोटी मोटी गलती भी होती है तो custom clearance में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है |
- कुछ ख़राब होने वाली वस्तुओं का समय पर न पहुँचने की वजह से अंतराष्ट्रीय बाज़ार में कोई मोल नहीं रह पाता |
- आर्थिक राजनैतिक कारणों के कारण सरकार की नीतियाँ बदलती रहती हैं, जिनका अंतराष्ट्रीय व्यवपार पर प्रत्यक्ष असर दिखाई देता है | हालाँकि उद्यमी को इस बदलाव का फायदा भी हो सकता है, और नुकसान भी |
- मुद्रा का मूल्य हर दिन बदलता रहता है, इसलिए उद्यमी ने अपने Import export business के लिए जो Financial plan आज किया हुआ हो | हो सकता है कल वो निष्प्रभावी हो जाय |
यह भी पढ़ें