वड़ा पाव का बिजनेस कैसे शुरू करें? प्रक्रिया, विधि, लागत, कमाई।

कहीं आप यह तो नहीं सोच रहे हैं की यह बिजनेस (Vada Pav Business) तो सिर्फ मुंबई, पुणे जैसे शहरों में ही चलेगा । दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा इत्यादि उत्तर भारतीय शहरों में भला यह बिजनेस कैसे चल पाएगा? तो आपको बता देना चाहेंगे की चीन के प्रसिद्ध नूडल्स चाउमीन को, साउथ के प्रसिद्ध आइटम डोसे को, पंजाब के छोले भटूरों को, नेपाल के मोमोज को आप पूरे भारत में बिकते हुए देख सकते हैं।

यह सच है की वड़ा पाव ज्यादातर तौर पर पश्चिमी भारत में खाया जाता है, लेकिन इसका स्वाद इतना स्वादिष्ट है की धीरे धीरे यह भारत के हर एक क्षेत्र में फ़ैल रहा है। जब आप दिल्ली से पुणे या मुंबई को ट्रेन से जा रहे होते हैं, तो आपको रेलवे स्टेशनों पर स्ट्रीट फ़ूड के तौर पर वड़ा पाव ही मिलता है ।

हरी मिर्च के साथ यह खाने में इतना स्वादिष्ट होता है की जो इसे पहली बार भी खा रहा होता है, इसके  स्वाद को भूल नहीं पाता है। कहने का आशय यह है की यदि आपने कभी वड़ा पाव खाया हुआ है और आप पश्चिम भारत से बिलोंग नहीं भी करते हैं, तब भी आप अपने एरिया में चाहेंगे की कोई वड़ा पाव बेचने वाला होता तो आप उसके वहाँ जाकर इसका आनंद लेते।

इसलिए यह कहना गलत है की यह बिजनेस सिर्फ मुंबई, पुणे, नागपुर इत्यादि जैसे शहरों में किया जा सकता है। आप इस बिजनेस को किसी भी भीड़ भाड़ वाली मार्किट में शुरू कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं की यदि आप इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं, तो आपको क्या क्या जरुरी कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

Vada Pav ka Business
Image: Vada Pav Ka Business

वड़ा पाव बेचने का बिजनेस कैसे शुरू करें? (Vada Pav Business Kaise Start Kare)

वड़ा पाव भारत में एक बहुत ही फेमस स्ट्रीट फ़ूड है, इसलिए इस बिजनेस को शुरू करने की प्रक्रिया भी बेहद आसान है । लेकिन कुछ लोगों में यह मिथ्या भ्रम है की यह तो पश्चिमी भारत का स्ट्रीट फ़ूड है इसलिए यह भारत के अन्य क्षेत्रों में नहीं चलेगा ।

जबकि यह सच्चाई नहीं है, भारत के अन्य शहरों में भी जो गैर पश्चिमी भारत के शहर हैं वहाँ भी आपको लोग वड़ा पाव बेचते हुए दिख जाएँगे। और उन स्टालों के आगे लोगों की भीड़ भी आपको दिख जाएगी। तो चलिए एक नज़र डालते हैं उन प्रक्रियाओं पर, जो किसी इच्छुक व्यक्ति को इस तरह का यह बिजनेस (Vada Pav Business) शुरू करने के लिए करने की आवश्यकता होती है।

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लोकेशन का चुनाव करें

ऐसे बिजनेस जिनमे हम राह चलते ग्राहकों पर निर्भर रहते हैं, उनके लिए एक बेहद अच्छी लोकेशन का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है । क्योंकि एक ऐसी लोकेशन जहाँ पर दिन भर भीड़ भाड़ रहती हो, और हजारों हज़ार लोग गुजरते हों, तो उन लोगों में से ग्राहक के रूप में कन्वर्जन होने की संभावना अधिक रहती है।

ऐसे में आप चाहें तो इस बिजनेस के लिए किसी रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, टैक्सी स्टैंड, स्थानीय मार्किट, औद्यौगिक एरिया किसी प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान के परिसर या गेट के बाहर लोकेशन का चयन कर सकते हैं। कहने का आशय यह है की यदि आप चाहते हैं की वड़ा पाव के इस बिजनेस से आप भविष्य में अच्छी खासी कमाई कर पाएँ, तो इसके लिए आपको एक अच्छी लोकेशन का चुनाव करना बेहद जरुरी हो जाता है।    

चयनित लोकेशन पर जगह का प्रबंध करें

अब जिस भी लोकेशन का आपने चयन किया हो चाहे वह कोई भीड़ भाड़ वाला बाज़ार हो, रेलवे स्टेशन हो, बस स्टॉप हो, टैक्सी स्टैंड हो, कोई इंडस्ट्रियल एरिया हो जहाँ पर हजारों कर्मचारी कार्यरत हों, या फिर कोई फेमस यूनिवर्सिटी कॉलेज का गेट हो । आब आपको चयनित लोकेशन पर एक छोटी सी जगह का प्रबंध करना होगा।

आप चाहें तो इस जगह पर वड़ा पाव की रेहड़ी लगाकर भी इन्हें बेच सकते हैं, और यदि चाहें तो प्लास्टिक लकड़ियों इत्यादि की मदद से एक छप्पर जैसा बनाकर भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं । ईट, सीमेंट से निर्मित दुकान किराये पर लेना इसलिए फायदेमंद नहीं है क्योंकि अच्छी भीड़ भाड़ वाली जगहों पर दुकान का किराया बहुत महंगा होता है। जो आपके बिजनेस में आने वाली लागत को कई गुना तक बढ़ा देगा ।

इसलिए बेहतर यही है की आप इसे छोटी से जगह से ही शुरू करें, और जब आपको लगता है की अब आपको अपनी दुकान का विस्तार करना चाहिए तो उसके बाद उस एरिया में एक सॉलिड कस्टर बेस बनाने के बाद आप किसी ईट सीमेंट से निर्मित दुकान में शिफ्ट कर सकते हैं । इस तरह की रेहड़ी के लिए 100 वर्ग फीट जगह भी पर्याप्त रहती है।   

आवश्यक बर्तन खरीदें

वड़ा पाव बनाने के लिए आपको मशीनरी के तौर पर कुछ बर्तनों की आवश्यकता होती है। बर्तनों का साइज़ क्या रहेगा वह इस बात पर निर्भर करेगा की इच्छुक व्यक्ति एक दिन में कितने वड़ा पाव बनाने की सोच रहा है। तो आइये जानते हैं की इस बिजनेस को शुरू करने के लिए इच्छुक व्यक्ति को किन किन बर्तनों की आवश्यकता हो सकती है।

  • बेसन को घोलने के लिए एक बड़े पतीले की आवश्यकता हो सकती है जिसकी कीमत आप ₹800 मान के चल सकते हैं ।
  • आलू उबालने के लिए भी एक बड़े पतीले या फिर बड़े कुकर की आवश्यकता हो सकती है, इसकी कीमत ₹1000 मान के चल सकते हैं।
  • वड़ा पाव के अन्दर भरा जाने वाला मसाला तैयार करने के लिए एक बड़ी कढ़ाही की आवश्यकता हो सकती है इसकी कीमत ₹900 मान लेते हैं ।
  • वडे तलने के लिए भी एक बड़ी कढ़ाही, और झारे चाहिए होता है, जिसकी कीमत भी ₹1200 होती है, की आवश्यकता होती है।
  • दो लम्बी एल्युमीनियम की ट्रे की आवश्यकता होती है, जिसमें मसाले के गोले बनाकर आराम से रखे जा सकें इनकी कीमत ₹300 मान के चल सकते हैं ।
  • हरी और लाल चटनी रखने के लिए दो छोटे स्टील के डिब्बों जिनकी कीमत ₹400 तक हो सकती है, की आवश्यकता होती है ।
  • गैस चूल्हा की आवश्यकता होती है, और सब्जी इत्यादि को काटने के लिए चाकू, मसाला रखने के लिए मसालादानी इत्यादि जिनकी कीमत दो सिलिंडर सहित ₹7500 मान के चल सकते हैं,की भी आवश्यकता होती है।
  • चटनी बनाने एवं अन्य कई कामों को करने के लिए एक मिक्सी जिसकी कीमत ₹2000 तक हो सकती है, की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • एरिया में साफ सफाई बनाये रखने के लिए एक बड़े डस्टबिन जिसकी कीमत ₹600 तक हो सकती है, की भी जरुरत हो सकती है।

इस तरह से देखें तो इस बिजनेस में इस्तेमाल में लाये जाने वाले बर्तनों एवं उपकरणों को खरीदने में आपको लगभग ₹14700 की आवश्यकता होती है। हालांकि समय के हिसाब से वस्तुओं के मूल्य में परिवर्तन होता रहता है, इसलिए यदि आप अपने व्यापार (Vada Pav Business) की आनुमानित लागत जानना चाहते हैं तो आप दी गई कीमतों को वास्तविक कीमत में बदल सकते हैं।

अच्छी बात यह है की यह सारे बर्तन आपको अपने स्थानीय मार्किट में आसानी से मिल जाते हैं।     

जरुरी कच्चा माल खरीदें

वड़ा पाव बनाने के बिजनेस में प्रमुख तौर पर कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल होने वाला पाव, बेसन, तेल और आलू हैं । इसके अलावा कुछ मसालों जैसे हल्दी, मिर्च, नमक, जीरा, अमचूर पाउडर, हरा धनिया, हरी मिर्च इत्यादि का इस्तेमाल भी इसमें कच्चे माल के तौर पर किया जाता है।

जिस तरह से इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको बर्तनों इत्यादि को खरीदने के लिए बहुत अधिक दूर जाने की आवश्यकता नहीं होती है। उसी प्रकार इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाली कच्चे माल की उपलब्धता भी आपकी नजदीकी स्थानीय मार्किट में आसानी से हो जाती है।  

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कर्मचारी नियुक्त करें

यद्यपि कर्मचारियों की संख्या इस बात पर निर्भर करती है की जहाँ पर आप वड़ा पाव बेचने का बिजनेस शुरू कर रहे हैं, वहाँ पर आप दिन में कितने वड़ा पाव बेच देते हैं। यदि यह संख्या दिन में 600 की है तो आपको कम से कम एक, नहीं तो दो कर्मचारियों को काम पर रखने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आप वड़ों को घर से ही बनाकर ले जा रहे हैं, तो इस स्थिति में आप केवल एक कर्मचारी को काम पर रखकर भी काम चला सकते हैं।

लेकिन यदि आप वड़ों को तलने से लेकर उनके लिए मसाला बनाने, बेसन घोलने इत्यादि सभी काम उसी जगह पर कर रहे हैं जहाँ पर आप इन्हें बेच रहे हैं तो फिर आपको दो कर्मचारियों को काम पर रखने की आवश्यकता हो सकती है।    

वड़ा पाव बनाएँ और बेचें

सब काम पूरे हो जाने के बाद अब आपवड़ा पाव बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि आपको इसे बनाने की विधि नहीं आती है, तो इसके बारे में हम आगे इसी लेख में बताएँगे । लेकिन आपको इतना ध्यान रखना है की किसी आर्टिकल या फिर यूट्यूब विडियो देखकर सीधे ग्राहकों के लिए वड़ा पाव नहीं बनाने हैं।

बल्कि ग्राहकों को बेचने के लिए वड़ा पाव बनाने से पहले आपको इन्हें अपने घर में बनाने का अभ्यास करना चाहिए। और जब आप घर में इन्हें बनाने का अभ्यास कर रहे हों, तो आपको इन्हें अपने पारिवारिक सदस्यों के अलावा अन्य लोगों को भी खिलाकर इनका स्वाद उन्हें कैसा लगा उसका निष्पक्ष फीडबैक लेना जरुरी है । ताकि आप ऐसे वड़ा पाव बनाएँ की वे ग्राहकों को बहुत ज्यादा पसंद आएँ।     

वड़ा पाव बनाने की विधि

वड़ा पाव बनाने की विधि बड़ी ही आसान है, असल में यदि हम देखें तो इस प्रक्रिया में आपको पाव तो नजदीकी बेकरी से बना बनाया खरीदना है, लेकिन आपको केवल वडे और चटनी बनाने की आवश्यकता होती है। तो आइये जानते हैं की इन्हें कैसे बनाया जाता है ।

  • यह प्रक्रिया ख़रीदे गए आलूओं को उबालने के साथ शुरू होती है, जिसका मतलब यह है की सबसे पहले आलू उबालने की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है ।
  • आलू उबलने के बाद इन्हें छीला जाता है, और किसी साफ़ गिलास के तले या फिर अन्य से इन्हें कुचला जाता है। इस प्रक्रिया को हाथ से भी किया जा सकता है, लेकिन हाइजीन बनाये रखने के लिए आप किसी अन्य बर्तन या उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • उसके बाद आपको प्याज, टमाटर इत्यादि पतला करके काटना होता है, और साथ ही साथ जितना तेल आप किसी सब्जी को बनाने के लिए कढ़ाई में रखते हैं, उतना तेल कढ़ाई में रखकर उसे गरम करना होता है ।
  • जब तेल गरम हो जाता है, तो उसमें जीरा, पान पत्ता, करी पत्ता इत्यादि का छोंक लगा दिया जाता है। और उसके बाद पतला कटा हुआ प्याज टमाटर उसमें मिलाया जाता है । अब जब यह मिश्रण सुनहरा रंग का हो जाता है तो इसमें कुचले हुए आलूओं को रखा जाता है ।
  • और एक चम्मच से इसे चलाये रखना होता है और उसके बाद स्वादानुसार सभी मसाले नमक, मिर्च, हल्दी इत्यादि इसमें डालकर चम्मच से इसे चलाये रखना होता है । जब यह सब कुछ अच्छी तरह मिल जाता है तो समझ लो की वड़ा पाव के लिए मसाला तैयार हो चुका है। उसके बाद इस मसाले को निकालकर ठंडा होने का इंतजार करें।
  • तब तक आपको बेसन घोलकर तैयार करना होता है और इस बेसन में थोड़ा नमक और हल्दी भी मिलानी होती है । इसमें इस बात का ध्यान रखना होता है की आपने मसाले में कितना नमक, मिर्च, मसाला मिलाया हुआ है, उसी हिसाब से ही नमक, मिर्च, हल्दी बेसन के घोल में डाल सकते हैं।
  • बेसन का घोल तैयार करने के बाद आपको टमाटर को सलाद की तरह पतली पतली फाँकों में गोल आकार में काटना होता है । एक टमाटर से 10 या फिर दस से भी अधिक फाँके बन सकती है।
  • जब ये फाँके तैयार हो जाती हैं तो टमाटर की दो फाँकों के बीच आपको थोड़ा थोड़ा आलू का मसाला भरना होता है। इस तरह से आपको जितने भी वडे तैयार करने हो हर किसी के लिए यही प्रक्रिया करनी पड़ती है।
  • उसके बाद टमाटर की फाँकों सहित इस मसाले को बेसन के घोल में डुबोकर खौलते हुए तेल में इन्हें तलना होता है। जब तलकर वडे तैयार हो जाते हैं तो उसके बाद इन्हें झारे से निकाल दिया जाता है ।
  • चटनी बनाने की प्रक्रिया बहुत आसान है इसमें आपको एक हरी चटनी तीखी बनानी होती है और लाल चटनी का स्वाद थोड़ा मीठा होना चाहिए। लाल चटनी को आप टमाटर इत्यादि से तैयार कर सकते हैं वही हरी चटनी के लिए हरा धनिया, पुदीना और हरी मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
  • अब यदि कोई ग्राहक आपके पास वड़ा पाव खाने के लिए आता है तो आपको बेकरी से ख़रीदे गए पाव को बीच में से काटकर उसके दोनों तरफ थोड़ी थोड़ी चटनी लगाकर बीच में वड़ा रखकर किसी टिश्यू पेपर, नैपकीन या कागज़ की प्लेट में ग्राहक को सर्व करना होता है।            

वड़ा पाव बिजनेस में आने वाली लागत

इस तरह के बिजनेस को शुरू करने में आने वाली लागत इस बात पर निर्भर करती है की व्यक्ति एक दिन में कितनेवड़ा पाव बेचने की योजना बना रहा है। यदि एक दिन में कोई 600 वड़ा पाव बनता है तो इस बिजनेस में आने वाला एक दिन का खर्चा कुछ इस तरह से हो सकता है।

  • बेकरी से 600 पाव खरीदने में प्रति पाव 4 रूपये के हिसाब से ₹2400 का खर्चा आता है।
  • 600 वडे तैयार करने के लिए लगभग 24 किलो आलू लग सकते हैं, जिनकी 20 रूपये प्रति किलो के हिसाब से कुल कीमत ₹480 रूपये होती है ।
  • मान लेते हैं की 600 वडे तैयार करने में 12 किलो बेसन लग जाएगा 65 रूपये प्रति किलो के हिसाब से इसकी कुल कीमत ₹780 होती है।
  • 150 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से 8 लीटर तेल की कीमत ₹1200 हो सकती है।
  • टमाटर, प्याज और मसालों, गैस इत्यादि की कीमत आप ₹1300 मान के चल सकते हैं।
  • दो कर्मचारियों के वेतन 400 रूपये की दिहाड़ी के हिसाब से ₹800 मान के चल सकते हैं ।
  • अन्य खर्चों जगह का किराया, बिजली का बिल पानी का बिल इत्यादि को आप ₹600 मान के चल सकते हैं ।

इस तरह से देखें तो उद्यमी को एक दिन में 600 वड़ा पाव तैयार करने के लिए कुल ₹7560 रूपये प्रतिदिन खर्चा करने की आवश्यकता होती है।

वड़ा पाव बिजनेस से होने वाली कमाई

जहाँ तक कमाई का सवाल है वह थोड़े हद तक इस बात पर भी निर्भर करता है की उद्यमी एक वड़ा पाव कितने का बेच रहा है। यद्यपि अलग अलग स्थानों, शहरों पर इसकी अलग अलग कीमत हो सकती हैं। लेकिन यदि हम एक वड़ा पाव की कीमत 15  रूपये भी मान के चलें, तो एक दिन में 600 वड़ा पाव  की बिक्री हो जाने पर इस बिजनेस (Vada Pav Business) से 9000 – 7560 = ₹1440  की कमाई हो सकती है।

यदि उद्यमी महीने में 25 दिन भी काम करता है तो वह इस बिजनेस से हर महीने 1440×25 = ₹36000 तक की कमाई कर सकता है ।

FAQ (सवाल/जवाब)

इस बिजनेस के लिए पाव सस्ते दामों में कहाँ से खरीदें?

अपने नजदीकी बेकरी से आप ताजे और उचित दामों में पाव खरीद सकते हैं।

बर्तन और उपकरण खरीदने में अनुमानित कितना खर्चा आएगा?

वड़ा पाव का बिजनेस शुरू करने के लिए जो बर्तन चाहिए होते हैं, उन्हें खरीदने के लिए आपको लगभग ₹14700 रूपये खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है ।

निष्कर्ष (conclusion) :

आशा करते हैं की इस लेख के माध्यम से आपको इस व्यापार (Vada Pav Business) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। कोई भी इच्छुक व्यक्ति इस बिजनेस को ₹35 हज़ार से ₹40000 में आसानी से शुरू कर पाएगा। इसमें उस काउंटर, रेहड़ी या फिर छप्पर की कीमत भी शामिल है जो उद्यमी को वड़ा पाव बेचने के लिए चाहिए होती है।

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