आलू प्याज का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें।

भारत एक कृषि प्रधान देश होने के कारण यहाँ कई प्रकार के फल सब्जियों का उत्पादन बहुतायत मात्रा में होता है। लेकिन सब्जियों की यदि हम बात करें तो आलू एक ऐसी सब्जी है जो लगभग हर सब्जी के साथ मेल खा जाती है। वहीँ प्याज को एक तरफ मसाले के इस्तेमाल में लाया जाता है तो कई डिश में इसे सब्जी के तौर पर भी इस्तेमाल में लाया जाता है। यही कारण है की किसी की भी रसोई बिना इनके सुशोभित नहीं होती है।

कहने का आशय यह है की आलू प्याज वे सब्जियाँ हैं जिनकी आवश्यकता लगभग हर घर, भोजनालय, होटल, कैंटीन एवं अन्य खान पान के स्थलों पर होती रहती है। यही कारण है की इनकी माँग बाज़ार में हमेशा बनी रहती है। ऐसे में यदि आप कोई थोक व्यापार शुरू करने पर विचार कर रहे हैं तो आलू प्याज का थोक व्यापार शुरू करने पर भी विचार कर सकते हैं।

इन सब्जियों का थोक व्यापार करके ही आपकी कमाई संभव होती है, रिटेल में इस तरह का व्यापार शुरू करके कमाई के अवसर लगभग नगण्य होते हैं। वह इसलिए क्योंकि लोग अपनी आदतानुसार रिटेल में आलू प्याज खरीदने उस दुकान में जाते हैं जहाँ उन्हें अन्य सब्जियाँ भी खरीदने को मिल जाएँ। यानिकी वे इन्हें खरीदने एक सब्जी की दुकान में जाते हैं न की किसी ऐसी थोक दुकान में जो सिर्फ आलू और प्याज बेचता हो।

यही कारण है की आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से आपको आलू और प्याज केवल दो सब्जियों का थोक व्यापार शुरू करने के बारे में विस्तार से बता रहे हैं । आपको यह प्रक्रिया तभी समझ में आएगी जब आप इस लेख को बिना स्किप कियेअंत तक पढेंगे।

aloo pyaj ka business

आलू और प्याज के बिकने की संभावनाएँ

आप किसी भी नाते रिश्तेदार के घर मेहमाननवाजी में चले जाएँ। किसी शादी, सालगिरह, जन्मदिन या अन्य किसी पार्टी में चले जाएँ। वहां पर आपको कोई न कोई ऐसी डिश अवश्य मिलेगी जिसमें आलू का इस्तेमाल हुआ हो, और प्याज तो लगभग हर तरह की सब्जी को बनाने में मसाले के तौर पर तो इस्तेमाल में लाया ही जाता है।

यही कारण है की जब हमारी रसोई में एक दिन भी आलू और प्याज नहीं होता तो हम बैचैन हो उठते हैं, और समझ नहीं आता की आज कौन सी सब्जी बनाएँ और बिना और आलू के कैसे बनाएँ। वर्तमान में सब्जियों में आलू और प्याज एक सामान्य सब्जी हैं, जिसका इस्तेमाल हर आर्थिक वर्ग से जुड़े परिवारों में किया जाता है।

और लोग आलू और प्याज के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं । इसलिए उद्यमी को इनके बारे में उन्हें जागरूक करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। आलू प्याज तो वह मुख्य सब्जी है जो लोगों को अपनी रसोई में चाहिए ही चाहिए और जैसे ही यह ख़त्म होने वाली होती हैं उससे पहले ही लोग और आलू प्याज बाज़ार से खरीदने को निकल पड़ते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं की यदि एक अच्छी सी लोकेशन पर आपने अपनी आलू प्याज थोक में बेचने की दुकान खोल दी तो आप इस व्यवसाय से भी अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

आलू प्याज का थोक व्यापार कैसे शुरू करें (Aloo Pyaj Ka Business)

यद्यपि आलू प्याज का होलसेल बिजनेस शुरू करना बहुत मुश्किल प्रक्रिया नहीं है। लेकिन यदि उद्यमी इसे उचित प्रक्रियाओं का अनुसरण करते हुए शुरू करे तो वह इस बिजनेस में अपने जोखिम को तो कम कर ही सकता है, साथ में वह इस व्यवसाय में लम्बे समय तक बना भी रह सकता है। तो चलिए जानते हैं की ऐसे कौन कौन से कदम हैं जो उद्यमी को खुद का आलू प्याज का थोक बिजनेस शुरू करने के लिए उठाने की आवश्यकता होती है।

बिजनेस के लिए लोकेशन का चयन करें

किसी भी सब्जी का थोक का बिजनेस करने के लिए सबसे आदर्श लोकेशन की बात करें तो यह उस क्षेत्र में स्थित वह स्थानीय मंडी होती है। जहाँ किसान अपनी फसल लेकर और रिटेल सब्जी विक्रेता सब्जी खरीदने आते हैं । आम तौर पर स्थानीय लोगों द्वारा एक मंडी समिति का निर्माण किया गया होता है। और उस सब्जी मंडी में किसे दुकान देनी है, नहीं देनी है, कितना किराया लेना है। यह सब निर्णय मंडी समिति का सामूहिक निर्णय होता है ।

यदि आप किसी मंडी समिति के सदस्य हैं तो आपको उस स्थानीय मंडी में दुकान या जगह मिलना आसान हो सकता है। लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो आप मंडी समिति के गणमान्य सदस्यों या अध्यक्ष इत्यादि से संपर्क करके इसकी जानकारी ले सकते हैं।

स्थानीय सब्जी मंडी में दुकान लेना इसलिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि यहाँ पर आपको क्रेता और विक्रेता दोनों मिल जाते हैं, आप चाहें तो यहाँ पर बिचौलिए के रूप में भी पैसे कमा सकते हैं। विक्रेता से आशय उन किसानों से है जो अपनी फसल को लेकर स्थानीय सब्जी मंडी में आते हैं, क्रेता से आशय उन रिटेल सब्जी विक्रेताओं से है जो किसी अन्य लोकेशन पर सब्जी बेचते हैं और वे मंडी से ही सब्जी खरीदते हैं।      

सप्लायर का चुनाव करें

आलू प्याज का थोक का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको एक समय में कम से कम एक ट्रक तो माल खरीदने की आवश्यकता ही होगी। यदि आपके एरिया में आलू प्याज की पैदावार अच्छी होती है तो आप स्थानीय किसानों से भी इसे खरीद सकते हैं। लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो आपको किसी बड़ी मंडी से आलू प्याज मंगाने की आवश्यकता होगी।

यदि आप किसी बड़ी मंडी से मँगाने में आने वाली ट्रांसपोर्टेशन लागत को वहन करने में समर्थ नहीं है, तो आपको अपने एरिया में किसी ऐसे व्यापारी एवं सप्लायर को ढूंढना होगा।  जो आपको आपके थोक बिजनेस के लिए आलू प्याज उचित दामों में दे सके।

भारत में आलू प्याज एवं अन्य सब्जियों का डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम बहुत बढ़िया है, इसलिए आप चाहें तो किसी बड़ी मंडी से या फिर अपने एरिया में उपलब्ध किसी बड़े सप्लायर से इन्हें आसानी से खरीद सकते हैं।     

गोदाम के लिए अलग जगह का प्रबंध करें

स्थानीय सब्जी मंडी में दुकान के साथ साथ आपको इस बिजनेस को शुरू करने के लिए एक गोदाम की भी आवश्यकता होगी। हालांकि गोदाम में केवल उतना ही माल स्टोर किया जाना चाहिए जिससे क़ानूनी नियमों की अनदेखी न हो। खान पान का सामान लोगों को निर्बाध रूप से मिलता रहे इसके लिए इन्हें स्टोर करने सम्बन्धी कुछ नियम हैं, उद्यमी को इन नियमों के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। और नियम के मुताबिक ही आलू प्याज की मात्रा को स्टोर किया जाना चाहिए ।

वह भी सिर्फ इसलिए की सप्लायर द्वारा माल देरी से पहुँचाने एवं अन्य अप्रत्याशित घटना होने पर वह अपने गोदाम में स्थित आलू प्याज को अपने ग्राहकों को बेच सके । ताकि उसका बिजनेस निर्बाध रूप से चलता रहे, मुनाफा खोरी के लिए खाने पीने की चीजों को भंडारित करना कानूनन अपराध है, और इसकी जानकारी उद्यमी को होनी आवश्यक है ।   

जरुरी लाइसेंस प्राप्त करें

छोटे स्तर पर सब्जी का व्यापार करने के लिए किसी तरह के लाइसेंस इत्यादि की आनिवार्यता नहीं है। लेकिन चूँकि यह थोक व्यापार है जिसमें आपको चीजें बड़ी मात्रा में खरीदकर बड़ी मात्रा में बेचनी होती है। इसलिए आपको निम्नलिखित लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है।  

  • बिजनेस रजिस्ट्रेशन के तौर पर आप प्रोप्राइटरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनी, पार्टनरशिप फर्म, हिन्दू अनडिवाइडेड फैमिली इत्यादि में से किसी एक के तहत रजिस्ट्रेशन कराएँ।
  • बिलिंग, इनवॉइस और टैक्स सम्बन्धी कार्यों को निपटाने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराएँ।
  • यदि लागू हो तो स्थानीय प्राधिकरण और मंडी समिति से ट्रेड लाइसेंस या सदस्यता प्रमाण।
  • अपने व्यवसाय के नाम से पैन और चालू खाता खोलें।       

सब्जी के रिटेल विक्रेताओं और होटल स्वामियों से संपर्क करें  

हालांकि यदि आपकी दुकान पहले से स्थापित किसी स्थानीय सब्जी मंडी में है तो आपकी दुकान पर सब्जी के रिटेल विक्रेता और होटल स्वामी जिन्हें हर रोज क्विंटल में आलू प्याज की आवश्यकता होती है। वे खुद आएँगे। लेकिन यदि इसके बावजूद आप चाहते हैं की वे हमेशा ही आपकी दुकान पर आएँ तो आपको उन्हें कुछ पर्सनल ट्रीटमेंट तो देनी होगी ।

आप चाहें तो इसके लिए उनकी रिटेल सब्जी की दुकानों और होटल तक उनके आर्डर करने पर खुद माल पहुँचा सकते हैं। उस एरिया में जितने भी रिटेल सब्जी विक्रेता और होटल स्वामी है आप उनसे पर्सनली मिलकर अपने बिजनेस के बारे में उन्हें अवगत करा सकते हैं । और यदि आप उन्हें डोर टू डोर सुविधा देने में सक्षम हैं तो इसके बारे में भी आप उन्हें बता सकते हैं।

आलू प्याज का थोक बिजनेस शुरू करने में लागत

आलू प्याज का थोक बिजनेस शुरू करने में आने वाली लागत रिटेल सब्जियों का बिजनेस शुरू करने से कई गुना अधिक हो सकती है। वह इसलिए क्योंकि इसमें उद्यमी को एक साथ आलू और प्याज की भारी मात्रा 200-300 क्विंटल एक साथ खरीदने की आवश्यकता होती है ।

इस तरह से देखें तो इस तरह का यह थोक बिजनेस शुरू करने के लिए कम से कम ₹5 लाख तो चाहिए ही चाहिए। उसके बाद इस व्यवसाय में आने वाली लागत आलू और प्याज के भाव और उद्यमी द्वारा एक साथ खरीदी जाने वाली इनकी मात्रा इत्यादि पर निर्भर करती है ।

यद्यपि सब्जियों के बिजनेस को जोखिम से परिपूर्ण बिजनेस माना जाता है। वह इसलिए क्योंकि अधिकतर सब्जियों की प्रकृति बिना कोल्ड स्टोर के बेहद कम समय में ही सड़ने, गलने  और मुरझाने की होती है। लेकिन आलू प्याज ऐसी सब्जियाँ हैं जिन्हें बिना कोल्ड स्टोर के भी कई दिन आसानी से रखा जा सकता है।

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