12 महीने चलने वाला बिजनेस। सदाबहार बिजनेस आइडियाज ।

कुछ बिजनेस मौसमी भी होते हैं, यानिकी कुछ गर्मियों के बिजनेस होते हैं तो कुछ सर्दियों में चलने वाले बिजनेस । लेकिन अधिकतर बिजनेस ऐसे होते हैं जो सदाबहार यानिकी बारह महीने चलने वाले होते हैं। मौसमी बिजनेस को करने में दिक्कत यह आती है की आपको एक साल के लिए कम से कम दो बिजनेस चलाने पड़ते हैं।

ऐसे में लोग मौसमी बिजनेस को पार्ट टाइम बिजनेस के तौर पर तो करते हैं, लेकिन इन्हें स्थायी बिजनेस के तौर पर अपनाने से हिचकिचाते हैं। जबकि सदाबहार बिजनेस में बारह महीने चलने की क्षमता होती है, इसलिए लोग इनके साथ जाना पसंद करते हैं।

यदि आप भी कोई सदाबहार चलने वाले बिजनेस के बारे में ढूंढ रहे हैं तो हमारी यह लिस्ट बारह महीने चलने वाले बिजनेस को ढूँढने या चयन करने में मदद कर सकती है।

barah mahine chalne wala business

बारह महीने चलने वाले बिजनेस (Barah Mahine Chalne Wale Business)

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं इन्हें सदाबहार बिजनेस भी कहा जाता है, क्योंकि इन पर मौसम इत्यादि का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है । यही कारण है की अधिकतर लोग इस तरह के बिजनेस को शुरू करने में ही रूचि रखते हैं।      

सब्जी का बिजनेस

सब्जी की आवश्यकता लोगों को हर रोज होती है। चाहे गर्मी हो, सर्दी हो, धूप हो, बरसात हो कुछ भी हो लोगों को सब्जी रोज बनानी पड़ती है। सिर्फ घरों में ही नहीं बल्कि सड़क किनारे स्थित ढाबों, होटल, भोजनालयों इत्यादि को रोज बड़ी मात्रा में सब्जी की आवश्यकता होती है ।

अच्छी बात यह है की इस बिजनेस को इच्छुक व्यक्ति बेहद कम निवेश के साथ भी शुरू कर सकता है । हालांकि इस तरह का यह बिजनेस करने के तरीके अलग अलग होते हैं। कोई रेहड़ी (जिस पर चार पहिये लगे होते हैं और उसे हाथ से धक्का देकर सड़क पर चलाया जाता है) लगाकर इस तरह का बिजनेस कर रहे होते हैं, तो कोई उचित तरीके से दुकान का प्रबंध करके इसे कर रहे होते है ।

लेकिन यह बिजनेस ऐसा ही की यदि उद्यमी इसे किसी स्थानीय बाज़ार में या मंडी में एक बार जमा देता है, तो यह उसका सदाबहार कमाई का स्रोत हो जाता है।     

कपड़े का बिजनेस

कपड़ा मनुष्य की नितांत यानिकी सबसे अनिवार्य जरूरतों में से एक है। इसलिए मनुष्य चाहे और कुछ ख़रीदे न ख़रीदे अपनी हैसियत के हिसाब से कपड़े अवश्य खरीदेगा। बल्कि कपड़े न सिर्फ तन ढकने का कार्य करते हैं बल्कि यह मनुष्य को प्रतिकूल मौसम जैसे ठंडी, गर्मी इत्यादि से सुरक्षा दिलाने का भी काम करते हैं।

यही कारण है की आप कहीं भी चले जाइये और कोई कितना भी छोटा बाज़ार क्यों न हो वहां पर आपको कपड़ों की दुकाने तो अवश्य देखने को मिल जाएँगी। इसमें कोई दो राय नहीं की लोग सर्दी के मौसम में अलग कपड़े और गर्मियों के मौसम में अलग कपड़े पहनते हैं । लेकिन इन्हें खरीदते तो कपड़े की दुकानों से ही हैं।

इसलिए यह सदाबहार या बारह महीने चलने वाले बिजनेस की श्रेणी में इसलिए आता है क्योंकि जब आप कपड़े का बिजनेस कर रहे होते हैं तो आपको अपनी दुकान में लोगों की पसंद और मौसम के मुताबिक हर तरह के कपड़े रखने होते हैं।

ग्रोसरी स्टोर बिजनेस

यह सबसे कॉमन बिजनेस है क्योंकि इसमें आप सुई से लेकर झाडू तक सब कुछ बेच रहे होते हैं। जी हाँ यहाँ पर बात हो रही है ग्रोसरी स्टोर यानिकी जनरल स्टोर की । आपको भी कुछ भी चीज की आवश्यकता होगी टूथब्रश से लेकर आटा चावल इत्यादि तक सब कुछ लेने आप अपने नजदीकी ग्रोसरी स्टोर पर पहुँच जाते होंगे।

चूँकि इसमें मनुष्य की रोजमर्रा सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूर्ण करने वाली चीजें बिक रही होती हैं। इसलिए हर रोज कुछ न कुछ लेने लोगों को इस तरह के स्टोर में जाना ही पड़ता है। इसलिए यदि आप कोई सदाबहार बिजनेस शुरू करने पर विचार कर रहे हैं तो ग्रोसरी स्टोर भी आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है ।    

मोबाइल की दुकान और रिपेयरिंग बिजनेस

आज अगर मैं ये कहूँ की जितने लोग उतने मोबाइल तो गलत नहीं होगा, यहाँ तक की कई लोग तो ऐसे हैं जिनके पास एक से अधिक मोबाइल हैं । कहने का आशय यह है की भारत में भी चाहें ग्रामीण क्षेत्र हों या शहर हर जगह मोबाइल फ़ोन का बोलबाला है । और मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल मनुष्य मौसम देखकर नहीं बल्कि रोज करता है ।

इसलिए लोगों को नात्ये मोबाइल खरीदने और उनके पास पहले से उपलब्ध मोबाइल को ठीक करने की आवश्यकता पड़ती रहती है। इसलिए यह भी एक बेहतरीन बारह महीने चलने वाला बिजनेस है।  

मिठाई की दुकान

आपको लगता होगा की लोग सिर्फ त्यौहारों पर ही मिठाई खरीदते होंगे। जो की सच नहीं है वर्तमान में लोग कई छोटे छोटे मौकों पर भी मुहँ मीठा करना पसंद करते हैं। और सिर्फ एक नहीं बल्कि कई तरह की मिठाई खरीदते हैं। किसी को अपने रिश्तेदार के वहाँ जाना हो तो वह खाली हाथ जाने के बजाय मिठाई लेकर जाना पसंद करते हैं ।

इसके अलावा छोटे बड़े मौकों जन्मदिन, सालगिरह इत्यादि पर भी मिठाई बाँटना पसंद करते हैं। कहने का आशय यह है की मिठाई की आवश्यकता लोगों को सिर्फ त्यौहारों पर ही नहीं बल्कि कभी भी पड़ सकती है। इस बिजनेस को भी यदि आपने एक बार स्थापित कर दिया तो फिर यह सालों साल चलता रहा है।   

यह भी पढ़ें – खुद की मिठाई की दुकान कैसे शुरू करें    

नाश्ते का बिजनेस

कई कामकाजी एवं यात्रा करने वाले लोग अपने घर परिवार से दूर रहने वाले लोगों को नाश्ता करने के लिए बाहर का ही रास्ता देखना पड़ता है। नाश्ता में आप कुछ भी ऑफर कर सकते हैं इसमें पूरी सब्जी, छोले भठूरे, पराठे इत्यादि कुछ भी हो सकता है ।

नाश्ता तो मनुष्य को रोज करना होता है इसलिए यह भी कोई ऐसा व्यापार तो है नहीं की गर्मी में ही चलेगा या सर्दी में ही चलेगा।  बल्कि यह व्यापार भी वर्ष के बारह महीने चलेगा।  

कोचिंग सेण्टर बिजनेस

वर्तमान में माता पिता एवं बच्चों के अभिभावक जिसके बारे में सबसे अधिक सोचते हैं वह है बच्चों की शिक्षा। और अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और इस प्रतिस्पर्धी माहौल में आगे बने रहने के लिए वे बच्चों की पढाई पर खर्च करने से भी नहीं कतराते हैं। यही कारण है की वर्तमान में कोचिंग सेण्टर नामक यह बिजनेस जोरों शोरों से आगे बढ़ रहा है।

आप चाहे किसी भी क्षेत्र से सम्बन्ध रखते हों चाहे आप ग्रामीण परिवेश में रहते हों, अर्धनगरीय क्षेत्र में रहते हों, नगरीय क्षेत्र में रहते हों, महानगरीय क्षेत्र में रहते हों यदि आप किसी विषय के प्रकांड पंडित यानिकी मास्टर हैं तो खुद का कोचिंग सेण्टर शुरू कर सकते हैं ।

एक बार जब आपका सेण्टर लोकप्रिय हो जाता है तो हर साल वहां पर कोचिंग लेने वाले छात्रों की संख्या बढती जाती है। जो छात्र पास हो जाते हैं यदि वे कोचिंग छोड़ देते हैं तो उनके बदले कोचिंग लेने नई कक्षा के नए छात्र भी आते रहे हैं । इसलिए यह भी सदाबहार चलने वाला बिजनेस है।     

प्रॉपर्टी डीलिंग बिजनेस

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको एक फ़ोन और एक बहुत बड़ा नेटवर्क चाहिए होता है। कहने का आशय यह है की आप जितने अधिक लोगों को जानते होंगे उतना ही इस बिजनेस के लिए फायदेमंद होगा। यदि आपको लोगों से बातचीत करना नए लोगों से जान पहचान बढ़ाना अच्छा लगता है तो आप इस तरह का यह बिजनेस कर सकते हैं ।

इसमें पहले आपको ऐसे लोगों को ढूंढना होता है जो अपनी प्रॉपर्टी बेचने के इच्छुक हैं। इसकी शुरुआत आप अपने आस पड़ोस से ही कर सकते हैं। उसके बाद आपको उन लोगों को ढूंढना होता है जो उस एरिया में प्रॉपर्टी लेने के इच्छुक हैं इसमें मकान, दुकान, प्लाट इत्यादि कुछ भी हो सकता है । दोनों के बीच डील कराकर पैसे कमाना ही आपका मुख्य उद्देश्य है। और यह साल भर चलता रहता है ।     

हेयर सैलून बिजनेस

जहाँ पहले लोग हेयर सलून में तभी जाते थे जब उनके बाल और दाढ़ी बड़ी हो जाती थी। लेकिन वर्तमान में लोग अपने स्टाइल को मेन्टेन रखने के लिए बहुत कम समय यहाँ तक की १० -१५ दिनों में ही एक बार हेयर सलून के चक्कर लगा देते हैं । ऐसे में हर जगह इस तरह के सलून की आवश्यकता महसूस होने लगी है ।

इस बिजनेस के लिए हर भौगौलिक क्षेत्र में ग्राहक मौजूद हैं। लेकिन शहरों में लोग अपने स्टाइल के प्रति अधिक जागरूक एवं संजीदा हैं इसलिए इस तरह का यह बिजनेस शहरी एवं नगरीय इलाकों में करना ज्यादा फायदेमंद होता है। और यह जाड़ों, वर्षा, गर्मी, बसंत हर ऋतू में चलता है।     

हार्डवेयर की दुकान

घर में कभी बाथरूम का टैप खराब हो जाता है, कभी किचन में निकासी वाला पाइप बदलने की आवश्यकता होती है। तो कभी तो हमें किसी प्रकार का कोई रेनोवेशन या कंस्ट्रक्शन कराने में बहुत सारे हार्डवेयर के सामान की आवश्यकता होती है।

एक हार्डवेयर स्टोर से तो आप अच्छी तरह से अवगत होंगे जी हाँ वही जहाँ से आप कपड़े टांगने वाली रस्सी खरीदते हैं। एमसील खरीदते हैं, कील, हथौड़ी खरीदते हैं, बाथरूम इत्यादि के लिए टैप खरीदते हैं। जहाँ मनुष्य है वहां उसको हार्डवेयर के सामान की भी आवश्यकता होगी। और यह किसी मौसम विशेष में नहीं बल्कि वर्ष के बारह महीने ३६५ दिन कभी भी होगी।

यह भी पढ़ें – हार्डवेयर स्टोर का बिजनेस कैसे शुरू करें     

मेडिकल स्टोर बिजनेस

यद्यपि हम सभी प्राणियों की स्वस्थ रहने की कामना करते हैं। लेकिन यह कोई नहीं जानता की कब किसको किस कारण से किस दवाई की आवश्यकता पड़ जाय। यहाँ तक की मेडिकल स्टोर की आवश्यकता तो लोगों को दिन के चौबीस घंटे में से कभी भी पड़ सकती है । क्योंकि स्वास्थ्य जैसा आपातकाल और कुछ नहीं हो सकता है।

जब मनुष्य जीवन खतरे में होता है तो जीवन बचाने के लिए रातो रात हॉस्पिटल इत्यादि की ओर जाना होता है, और वहां पर भी मेडिकल स्टोर यानिकी जहाँ पर दवाइयां मिलती हैं उसका प्रमुख स्थान है।    

फुटवियर शॉप बिजनेस

यह बिजनेस मनुष्य के पहनावे से जुड़ा हुआ बिजनेस है, जिस प्रकार मनुष्य के पास अनेकों तरह के रंग बिरंगे कपड़े होते हैं। वर्तमान में एक संभ्रांत परिवार से सम्बन्ध रखने वाले लोगों के पास एक नहीं बल्कि कपड़ों के रंग से मेल खाते हुए कई तरह के फुटवियर होते हैं।

इस तरह के बिजनेस में उद्यमी जूते, चप्पल, सैंडिल इत्यादि बेच रहा होता है। आज एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से जुड़े सदस्य के पास भी कम से कम दो जुड़े जूते और कई जोड़े चप्पल मौजूद होते हैं। और जैसे ही यह जूते चप्पल घिसने या टूटने वाली होती हैं वैसे ही मनुष्य नए जूते चप्पल खरीदने के लिए निकल पड़ता है । यह बिजनेस में साल के बारह महीने चलने वाला बिजनेस है ।   

स्टेशनरी का बिजनेस

यद्यपि स्कूल में ड्रेस पहनने का रिवाज पहले से रहा है, लेकिन बीच में ऐसे भी दिन थे जब लोग वही कपड़े घर पर वही कपड़े स्कूल में पहना करते थे। आज सिर्फ स्कूल ड्रेस नहीं, बल्कि इनके अलावा भी कई तरह की सामग्री आपको अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए चाहिए होती है।

इनमें किताबें, नोटबुक, स्कूल बैग, वाटर बोतल, जूते, बेल्ट, मोज़े, पेन, पेन्सिल इत्यादि शामिल हैं। और यह सिर्फ तभी नहीं चाहिए जब आपको अपने बच्चे को एडमिशन देना होता है। बल्कि यह तो एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। इसलिए यदि आप कोई सदाबहार बिजनेस करने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो स्टेशनरी का बिजनेस भी आपके लिए उपयुक्त हो सकता है।       

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