इस तरह आसानी से शुरू करें, खुद का Computer Institute बिजनेस।

Computer Training Institute Business Plan in Hindi : वर्तमान में इस सामाजिक ढाँचे में कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के महत्व को नाकारा नहीं जा सकता, जी हाँ जहाँ पहले सभी काम मैन्युअल और कागजों में हुआ करते थे। वर्तमान में लगभग सभी कार्य कंप्यूटर से होते हैं, इसलिए व्यक्ति चाहे किसी भी कार्यक्षेत्र में कार्यरत हो, उसके लिए Computer Education हमेशा उपयोगी हो सकती है। यद्यपि वर्तमान में सामान्य शिक्षा के साथ कंप्यूटर की शिक्षा को भी जोड़ दिया गया है, और बचपन से ही बच्चों के पाठ्यक्रम में कंप्यूटर एक विषय के तौर पर पढाया जाने लगा है।

लेकिन विषय के तौर पर कंप्यूटर पढाया जाना और व्यवहारिक तौर पर कंप्यूटर का सिखाया जाना दोनों बातें अलग हैं। इसलिए वे बच्चे भी जो बचपन से कंप्यूटर को एक विषय के तौर पर पढ़ रहे होते हैं, व्यवहारिक तौर पर कंप्यूटर में काम करने में असमर्थ होते हैं। ऐसे में आप चाहें ग्रामीण क्षेत्र में रहते हों, या फिर शहरी क्षेत्र में खुद का कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान शुरू करके अपना बिजनेस जमा सकते हैं।

यद्यपि बहुत सारे लोगों को लगता है की उन्हें कंप्यूटर की बेसिक जानकारी है, तो वे अपना खुद का कंप्यूटर इंस्टिट्यूट शुरू कर सकते हैं। उन्हें एक बात अच्छी तरह जान लेनी चाहिए की, ऐसे विद्यार्थियों की भी कोई कमी नहीं है, जो कंप्यूटर की बेसिक शिक्षा हासिल करना चाहते हैं।

लेकिन बेसिक के अलावा एक कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में तरह तरह के वोकेशनल कोर्स जैसे Coding PHP, HTML, CSS, C, C++, Graphic Designing में Photoshop, Corel Draw, Illustrator विडियो एडिटिंग में Premier pro, After Effects, Tally इत्यादि सिखाये जाते हैं। यही कारण है की खुद का कंप्यूटर सेण्टर खोलना भी बहुत अधिक आसान काम तो नहीं है।

इसी के मद्देनजर आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से भारत में खुद का कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए क्या क्या करना पड़ता है? और इच्छुक उद्यमी को किन किन चीजों की आवश्यकता होती है के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करेंगे ।

computer institute kaise open kare
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कंप्यूटर संस्थान क्या है (What is computer institute in Hindi)

एक ऐसी जगह जहाँ लोगों को कंप्यूटर से सम्बंधित कोर्स जैसे बेसिक, प्रोफेशनल कंप्यूटर कोर्स, टेक्निकल कोर्स, एडवांस कोर्स इत्यादि कराये जाते हैं, और कोर्स पूरा होने के बाद प्रमाणपत्र भी प्रदान किये जाते हैं, को कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट कह सकते हैं।

लेकिन इस तरह का कंप्यूटर ट्रेनिंग सेण्टर खोलने से पहले उद्यमी को उस एरिया में निवासित लोगों की माँग का जायजा लेना होगा। हालांकि यदि शहरी क्षेत्र है तो वहाँ पर कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के लिए स्टूडेंट मिलने में ज्यादा परेशानी नहीं होती है। लेकिन यदि ग्रामीण या अर्द्धनगरीय क्षेत्र है तो वहां पर उपलब्ध माँग का जायजा अवश्य लेना चाहिए। उद्यमी को पता होना चाहिए की किस प्रकार के लोग उसके टारगेट कस्टमर रहने वाले हैं।

Computer Training Institute कैसे शुरू करें?

भारत में जनसँख्या वृद्धि की दर से तो आप सभी अच्छी तरह से अवगत होंगे, इसका जिक्र इसलिए करना पड़ रहा है । क्योंकि वर्तमान में जितनी जरुरी सामान्य शिक्षा है, उतनी ही जरुरी कंप्यूटर एजुकेशन भी है। कहने का आशय यह है की, यह मत सोच लेना की हमारे जानने वाले सब लोगों को तो कंप्यूटर आता है, तो भला हमारे कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र में कौन आएगा । ध्यान रहे सिर्फ बेसिक कंप्यूटर सीखने की चाह रखने वाले विद्यार्थियों की हर रोज एक नई तादात पैदा होती है।

और इससे भी अच्छी बात यह है की जिस प्रकार मनुष्य कितनी भी पढाई कर ले लेकिन उसके सीखने का सिलसिला कभी खत्म नहीं होता। उसी प्रकार एक आदमी भले ही कितनी ही Computer Training ले ले ।

लेकिन कंप्यूटर में उपलब्ध प्रत्येक कोर्स कोई व्यक्ति नहीं कर सकता, इसलिए यह अंदाजा मत लगाइए, की किसी व्यक्ति ने कंप्यूटर का कोई एक कोर्स किया है, तो आगे वह कोई कोर्स नहीं करेगा। जबकि सच्चाई यह है की वह अपने स्किल में बढ़ोत्तरी के लिए कोई और कोर्स भी कर सकता है। इसलिए इस बिजनेस की खासियत यह हो जाती है, की इसमें हर व्यक्ति आपका संभावित ग्राहक होता है।

1. Computer Institute के लिए उचित एरिया का चुनाव करें

किसी भी बिजनेस की सफलता में वह व्यवसाय कहाँ पर मौजूद है, यह बात मायने रखती है। यकीन मानिये यदि आप रिहायशी एरिया से दूर कहीं एकांत में अपना कितना भी बड़ा ग्रोसरी स्टोर खोल लें? लेकिन उसे सफलतापूर्वक चलाने के लिए आपको ‘’नाको चने चबाने’’ पड़ सकते हैं। लेकिन दूसरी तरफ यदि आप एक स्थापित मार्किट में इसी तरह का स्टोर खोलते हैं, तो खोलने के अगले दिन से ही आपके स्टोर में ग्राहकों का आना शुरू हो जायेगा।

यही बात कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान खोलने के लिए भी लागू होती है। आम तौर पर इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने के लिए बस स्टैंड का एरिया, ऐसा एरिया जहाँ अनेकों स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेण्टर व अन्य शिक्षण संस्थान मौजूद हों, को उपयुक्त माना जाता है।    

2. कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के नाम का चुनाव करें

यदि आपने उस एरिया का चुनाव कर लिया हो जहाँ आप अपने कंप्यूटर इंस्टिट्यूट को स्थापित करना चाहते हैं। तो उसके बाद आपको इसके नाम के बारे में विचार करना चाहिए, भले ही आपको शुरू में इसका महत्व समझ मेंन आय। लेकिन एक बार जब आपका कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट लोकप्रिय हो जाता है,तो लोग उसे उसके नाम से जानने लगते हैं, ऐसे में यदि आपने पहले ही अपने प्रशिक्षण केंद्र का नाम सर्च करके उसे रजिस्टर किया होगा, तो आपके ट्रेनिंग सेंटर जैसा नाम कोई अन्य नहीं रख पाएगा।

जिससे आपने काम करके जो नाम कमाया है, उसका फायदा सिर्फ और सिर्फ आपको मिलेगा। मिन्स्ट्री ऑफ़ कॉर्पोरेट अफेयर्स की वेबसाइट के माध्यम से आप कंप्यूटर ट्रेनिंग सेण्टर के लिए नाम सर्च कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे नाम ऐसा होना चाहिए जो कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी को रिप्रजेंट करे। जैसे उसमें सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, टेक्नोलॉजी, वेब इत्यादि शब्दों का समावेश होना चाहिए। और संस्थान या केंद्र का नाम ज्यादा लम्बा न होकर ‘’इजी टू रिमेम्बर’’ होना चाहिए।

जब आप अपने कंप्यूटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का नाम फाइनल कर देते हैं, और आपको वह नाम मिल भी जाता है, तो उसके तुरंत बाद आपको उसी नाम से एक डोमेन खरीद लेना चाहिए। डोमेन इसलिए ताकि भविष्य में आप उसी नाम से वेबसाइट बना सकें जिस नाम से आपका कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र हो। अब आप सोचेंगे की अभी क्यों बाद में खरीद लेंगे, जब वेबसाइट बनाएँगे।

तो आपको बता देना चाहेंगे की इस बात की कोई गारंटी नहीं है की तब आपको वही नाम मिल जाएगा। संभव हो तो बिजनेस नाम रजिस्टर कराने से पहले ही डोमेन नाम देख लें की उपलब्ध है या नहीं। यदि डोमेन नाम उपलब्ध न हो तो आप अपने बिजनेस नाम में थोड़ा बहुत बदलाव कर सकते हैं।           

3. मान्यता प्राप्त कंप्यूटर कोर्स का चयन करें

अधिकतर कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थानों में सभी प्रकार के कंप्यूटर पाठ्यक्रमों को मुख्यत चार भागों बेसिक कंप्यूटर कोर्स, प्रोफेशनल कंप्यूटर कोर्स, टेक्निकल कंप्यूटर कोर्स और एडवांस कंप्यूटर कोर्स में विभाजित किया जाता है। लेकिन यहाँ पर हम इन्हें जिन चार श्रेणियों में विभाजित कर रहे हैं वे निम्न हैं।

1. Computer Software Courses

इन चारों श्रेणियों के तहत अनेकों मान्यता प्राप्त कोर्स जैसे Graphic Designing Course, DCOMA, ADFA, DFA, PGDCA, ADCA, DCA, Digital Marketing Course,  Animation Course, Computer typing Course जैसे विभिन्न भाषाओँ में टाइपिंग सिखाना, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग कोर्स जिनमें प्रोग्रामिंग भाषा जैसे C++, Oracle, Java, Visual Basic इत्यादि सिखाई जाती है।

इसके अलावा एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर जैसे Tally, Marg, BusyLs और ऑटोकैड, वेबसाइट डिजाइनिंग, पब्लिशिंग इत्यादि कोर्स भी ऑफर किये जाते हैं। हालांकि शुरूआती दौर में इस बिजनेस को शुरू करने वाला उद्यमी कुछ ही कोर्स या पैकेज बनाकर शुरू कर सकता है। क्योंकि उपर्युक्त हमने जिन भी पाठ्यक्रमों का जिक्र किया है, यह सब सॉफ्टवेयर कोर्स के तहत आते हैं। और सॉफ्टवेयर के अलावा भी दो श्रेणियाँ और हैं जिनका संक्षिप्त विवरण निम्नवत है।

2. Computer Hardware and Networking Courses

इस श्रेणी में भी बेसिक से लेकर एडवांस तक पाठ्यक्रम मौजूद हैं इनमें Assembling & Disassembling of Computer, CPU Repairing, Hardware & Networking DCH, DCN, ADHT, ADCHN इत्यादि कोर्स आते हैं। कई शिक्षण संस्थान इस श्रेणी के तहत मोबाइल रिपेयरिंग का भी कोर्स कराते हैं।

3. Skill Advancement Computer Course    

जैसा की हम सब अच्छी तरह जानते हैं की वर्तमान में कंप्यूटर का इस्तेमाल हर क्षेत्र चाहे वह संगीत हो, या फैशन होता ही होता है। इसलिए इस श्रेणी के तहत उन पाठ्यक्रमों को रखा गया है, जो लोगों को उनके कौशल में बढ़ोत्तरी या उन्नति कराने में सहायक है। इनमें संगीत क्षेत्र से जुड़े कोर्स, ड्रेस डिजाइनिंग कोर्स, फैशन डिजाइनिंग कोर्स और अन्य स्किल डेवलपमेंट कोर्स शामिल हैं। 

4. कंप्यूटर प्रशिक्षकों की नियुक्ति करें (Appoint Computer Trainer)

अब यदि कंप्यूटर इंस्टिट्यूट शुरू कर रहे उद्यमी ने अपने सेण्टर के लिए कोर्स का चुनाव कर लिया हो। तो अब उसे चयनित पाठ्यक्रमों के अनुरूप ही कंप्यूटर प्रशिक्षकों का चयन करके नियुक्ति करनी होगी। मान लीजिये यदि उसने प्रोग्रामिंग पाठ्यक्रमों का चयन किया होगा, तो उसे ऐसे प्रशिक्षकों को नियुक्त करने की आवश्यकता होगी जिन्हें कई प्रोग्रामिंग भाषाओँ जैसे PHP, Python, Java, C++,oracle इत्यादि की अच्छी जानकारी हो। आम तौर पर कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र प्रशिक्षकों की योग्यता के तौर पर निम्न बिन्दुओं पर ध्यान देते हैं।

  • प्रशिक्षक को अपने काम में माहिर होने के साथ साथ कम से कम एक साल का कंप्यूटर डिप्लोमाधारी PGDCA, ADCA, DCA इत्यादि होना चाहिए।
  • यदि प्रशिक्षक ने BCA , MCA या BSC IT इत्यादि किया हो तो भी बढ़िया है।
  • या उपर्युक्त में से कुछ न किया हो लेकिन 2 साल का o लेवल का कंप्यूटर डिप्लोमा किया हो ।
  • इन सबके अलावा पढ़ाने या प्रशिक्षण देने का अनुभव काफी मायने रखता है।

संस्थान हेतु कंप्यूटर टीचर की नियुक्ति के लिए आप लोकल केबल ऑपरेटर या फिर लोकल समाचार पत्र, पत्रिकाओं इत्यादि में विज्ञापन भी दे सकते हैं। अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से पोस्ट शेयर कर सकते हैं। अपने जान पहचान वालों से इस बाबत बात कर सकते हैं ।      

5. Computer Training Center के लिए जरुरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें

उद्यमी को उसके प्रशिक्षण केंद्र के लिए किन किन लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होगी, वह इस बात पर निर्भर करता है की, उद्यमी अपने इंस्टिट्यूट के माध्यम से विद्यार्थियों को क्या क्या कोर्स जैसे सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, डिग्री कोर्स प्रदान करना चाहता है।

क्योंकि जहाँ सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स के लिए उद्यमी को राज्य की किसी मान्यता प्राप्त टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एफ़िलिएशन करना होगा, वहीँ डिग्री कोर्स के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार से भी मान्यता प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है। वैसे अधिकतर इंस्टिट्यूट किसी न किसी मान्यता प्राप्त टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एफ़िलिएशन करके ही इस तरह का बिजनेस कर रहे होते हैं।

लेकिन किसी मान्यता प्राप्त टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एफ़िलिएशन का मतलब यह नहीं है की कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान को रजिस्टर कराने की आवश्यकता नहीं होती। बल्कि इस स्थिति में भी उद्यमी को एक ट्रस्ट या सोसाइटी बनानी होती है, क्योंकि भारत में कोई भी व्यक्तिगत व्यक्ति शिक्षण संस्थान खोलने के लिए पात्र नहीं माना जाता है।

कुल मिलाकर देखें तो उद्यमी को सबसे पहले सोसाइटी या ट्रस्ट का निर्माण करना होता है, फिर मान्यता प्राप्त टेक्निकल यूनिवर्सिटी के साथ एफ़िलिएशन करना होता है । और उद्यमी चाहे तो अपने संस्थान को ISO 9001:2015 प्रमाणित भी करवा सकता है। लेकिन यह वैकल्पिक है।       

6. कंप्यूटर ट्रेनिंग सेण्टर के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करें

एक कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान को शुरू करने के लिए कितनी जगह की आवश्यकता होती है, वह इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी उसे किस स्तर पर शुरू करना चाहता है। यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसे शुरूआती दौर में केवल 1 कमरे से भी शुरू किया जा सकता है। इसलिए आम तौर पर शुरूआती दौर में इस तरह कजा व्यवसाय शुरू करने के लिए 150-300 स्क्वायर फीट जगह उपयुक्त मानी जाती है।

इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करते समय उद्यमी को बाथरूम और संभव हो तो लेडिज और जेंट्स टॉयलेट अलग अलग हों, तो अच्छा होता है। यह केंद्र मुख्य सड़क से लगता हुआ होना चाहिए ताकि विद्यार्थियों को आने जाने में कोई दिक्कत न हो, लाइट और पीने के पानी की उचित व्यवस्था होना भी नितांत आवश्यक है।   

7. आवश्यक कस्टमाइज्ड फर्नीचर बनवाएँ

जहाँ आप खुद का प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने का विचार कर रहे हैं, वह कमरा किस आकार और शेप का है, उसी के आधार पर फर्नीचर बनाना उचित रहता है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह किसी स्थानीय कारपेंटर को लेकर उस कमरे में आये और उससे अपनी जरुरत डिस्कस करके उसी आधार पर फर्नीचर यानिकी कंप्यूटर टेबल बनाए।

कस्टमाइज्ड शब्द का इस्तेमाल हमने इसलिए किया है क्योंकि जगह और कमरे की शेप के आधार पर कंप्यूटर टेबल का आकार, लम्बाई इत्यादि अलग अलग हो सकती है। जहाँ तक बात अन्य फर्नीचर की है,उसकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • उद्यमी को कम से कम 10 कुर्सियां जिनमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों क्लास शामिल हैं खरीदने की आवश्यकता हो सकती है।
  • कंप्यूटर सेण्टर में दो खड़ी एवं एक तिरछी कंप्यूटर टेबल बनवाने की आवश्यकता होती है, जिसकी लम्बाई कमरे की लम्बाई के आधार पर अलग अलग हो सकती है।
  • इसके अलावा एक ऐसा स्थान भी बनवाएं जहाँ से आप या सेण्टर का कोई प्रतिनिधि सारी क्लास को मोनिटर कर सके, इस स्थान के लिए भी कुर्सी एवं टेबल की आवश्यकता होगी।
  • आप चाहें तो Olx, Quiker इत्यादि वेबसाइट के माध्यम से चेक कर सकते हैं की कहीं कोई आपकी जरुरत से मिलता जुलता फर्नीचर तो नहीं बेच रहा है। पुराने फर्नीचर के लिए स्थानीय बाज़ारों में भी पता कर सकते हैं, क्योंकि इससे Computer Training Institute खोलने में आने वाली लागत थोड़ी कम हो जाएगी।   

8. Computer Institute के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर खरीदें

यद्यपि कौन से कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र में कितने कंप्यूटर होने चाहिए यह कंप्यूटर ट्रेनिंग सेण्टर की क्षमता पर निर्भर करता है। लेकिन एक छोटे से छोटे कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में भी कम से कम 5कंप्यूटर तो होने ही चाहिए। इसके अलावा प्रिंटर, इन्टरनेट, बिजली बैकअप के लिए जनरेटर या इनवर्टर इत्यादि होना भी आवश्यक होता है ।

काम आने वाली सॉफ्टवेयर की लिस्ट भी पाठ्यक्रमों के आधार पर अलग अलग हो सकती है, लेकिन एक सामान्य कंप्यूटर में एक ओरिजिनल ऑपरेटिंग सिस्टम, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, टैली, जावा, ओरेकल इत्यादि होने चाहिए । इनमें कुछ सॉफ्टवेयर फ्री में डाउनलोड तो कुछ खरीदने भी पड़ते हैं।  

9. ट्रेनिंग सेंटर को प्रमोट करें (Promote Your Computer Training Institute)

अब ऐसा तो है नहीं की उद्यमी ने आज खुद का संस्थान शुरू किया, और कल से ही वहां पर कंप्यूटर सीखने वालों की भीड़ लग गई । जब उद्यमी द्वारा कंप्यूटर ट्रेनिंग सेण्टर खोलने के लिए सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली गई हों, तो अब उसे अपने ट्रेनिंग सेण्टर को लोगों तक ले जाना होगा, न की इस बात का इंतजार करना होगा, की लोग उसके सेण्टर में अपने आप आएँगे।

लोगों को अपने संस्थान के बारे में जानकारी देने के लिए उद्यमी तरह तरह के मार्केटिंग विकल्पों को अपना सकता है। लेकिन सबसे प्रभावी तरीकों में एक तरीका यह है की वह स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थाओं में जाकर बच्चों एवं अध्यापकों को अपने कंप्यूटर ट्रेनिंग सेण्टर के बारे में बताये। और उनके लिए कुछ ऐसी स्कीम बनाए, की उन्हें लगे वाकई में उनका बहुत फायदा हो रहा है।

इसके अलावा घर घर जाकर पम्पलेट बँटवाना, पोस्टर लगवाना, सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये, गूगल एड के जरिये, अपने Computer Training Institute का YouTube Video बनाकर भी उद्यमी अपने व्यवसाय को प्रमोट कर सकता है ।

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