जॉब [JOB] क्या है। जॉब का महत्व, प्रकार और विशेषताएँ।

JOB शब्द हम अपने जीवन में कई बार सुनते हैं, और खुद भी इसका इस्तेमाल करते हैं। वह शायद इसलिए क्योंकि मनुष्य को अपनी आजीविका चलाने के लिए कुछ न कुछ जॉब अवश्य करनी पड़ती है। यद्यपि आम बोलचाल की यदि हम बात करें तो JOB का अर्थ नौकरी से लगाया जाता है। और व्यापार या बिजनेस को इससे अलग रखा जाता है, जबकि यह सत्य नहीं है।

क्योंकि जॉब का अर्थ केवल नौकरी से नहीं बल्कि किसी भी ऐसे कार्य से लगाया जाता है, जिसके बदले किसी व्यक्ति की कमाई हो रही हो। अर्थात जब किसी व्यक्ति द्वारा कोई काम एक विशेष कीमत निर्धारित करके किया जाता है। तो इस कार्य को हम JOB की संज्ञा दे सकते हैं। अब यह कार्य कोई नौकरीपेशा व्यक्ति भी कर सकता है, और कोई व्यापारी अपने ग्राहकों से कमाई के लिए भी कर सकता है।

व्यक्ति द्वारा की जाने वाली जॉब फुल टाइम भी हो सकती है और पार्ट टाइम भी, यह एक पूरे काम से भी जुड़ी हो सकती है, और उस काम के किसी एक हिस्से से भी। यदि आप एक दिन के लिए किसी की गाड़ी ड्राइव करते हैं और उसके बदले उससे पैसे लेते हैं, तो वह भी आपकी JOB में ही शामिल होगा। आप किसी कंपनी में नौकरी करते हैं, तो वह भी आपकी जॉब में शामिल होगा।

आप व्यापारी हैं, और अपने ग्राहक को एक दिन में उसका फ्रिज ठीक करने का आश्वासन देते हैं और बदले में पैसे कमाते हैं। तो उस समय फ्रिज ठीक करना भी आपकी जॉब में ही शामिल होगा। कहने का आशय यह है की केवल नौकरी करना ही, JOB की लिस्ट में शामिल नहीं है।

job kya hai

जॉब क्या होती है  [JOB Full form in Hindi]

JOB का फुल फॉर्म JOINING OTHERS BUSINESS होता है। इससे स्पष्ट है की इसमें व्यक्ति किसी अन्य के लिए काम कर रहा होता है। सामान्य बोलचाल में जॉब शब्द का अर्थ किसी काम या उसके किसी हिस्से को पूर्ण करने के बदले पैसे कमाने से है। यानिकी जब आप कोई भी ऐसा कार्य करते हैं, जिसे पूरा करने के बाद आपकी कमाई होती है, उसे जॉब कहा जा सकता है। इसके अन्य उदाहरण इस प्रकार से हैं।

  • भुगतान किया गया रोजगार चाहे वह फुल टाइम हो या पार्ट टाइम जॉब का ही उदाहरण है।
  • किसी काम के किसी हिस्से को एक विशिष्ट कीमत तय करके पूरा करना।
  • अपनी नौकरी या व्यवसाय से जुड़े किसी कार्य को करना।
  • किसी कर्तव्य या जिम्मेदारी का निर्वहन करना।     
  • किसी कार्य का प्रदर्शन या निष्पादन करना। 

एक नियमित कार्य या उसका कोई हिस्सा जो कोई भी मनुष्य धन कमाने के लिए करता है। उसे JOB कहा जा सकता है।

जॉब के प्रकार [TYPES OF JOB IN HINDI]

हमारे समाज में हर व्यक्ति कोई न कोई JOB अवश्य करता है, क्योंकि हर व्यक्ति के पास अपनी अपनी ज़िम्मेदारियाँ होती हैं, जिनका निर्वहन करने के लिए वह प्रयासरत रहता है। एक नौकरी पेशा व्यक्ति, एक व्यापारी, एक गृहिणी सभी अपनी अपनी जॉब कर रहे होते हैं। कुछ ऐसे भी कार्य होते हैं, जिन्हें करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और कौशल की आवश्यकता होती है।

वैसे देखा जाय तो आम तौर पर JOB को औद्योगिक क्षेत्र के आधार पर विभाजित किया जाता है। जैसे फाइनेंस सेक्टर, टेक्नोलॉजी सेक्टर, मार्केटिंग, ऑपरेशनल, एकाउंटिंग, ह्यूमन रिसोर्स इत्यादि। लेकिन यहाँ पर हम जॉब को तीन प्रमुख भागों स्किल्ड, पेशेवर और अन स्किल्ड में विभाजित कर सकते हैं।

1. स्किल्ड जॉब्स

स्किल्ड जॉब्स में वे लोग शामिल हैं, जिन्हें अपना कार्य करना बखूबी आता है। और इनके पास लोगों की किसी एक समस्या को सुलझाने का कौशल विद्यमान हैं। इनमें प्रमुखत: प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, कारपेंटर, बेकर, कसाई, राज मिस्त्री, लोहार, मैकेनिक, ताला बनाने वाला इत्यादि आते हैं।

2. पेशेवर जॉब्स  

पेशेवर जॉब्स में ऐसे लोग शामिल हैं जिनके पास पेशे की प्रोफेशनल डिग्री विद्यमान है। आम तौर पर इनका काम लोगों को उनकी सम्बंधित समस्याओं के बारे में सलाह देना और उस समस्या का हल ढूंढना होता है। इस लिस्ट में डॉक्टर, लॉयर , वैज्ञानिक, डेंटिस्ट, जियोलॉजिस्ट, आर्किटेक्ट, अकाउंटेंट, पायलट इत्यादि शामिल हैं।

3. अनस्किल्ड जॉब्स

अनस्किल्ड जॉब्स की लिस्ट में वे लोग शामिल हैं, जिनके पास किसी प्रकार का कोई स्किल नहीं है। इसलिए वे कोई ऐसा काम करते हैं जिसके लिए किसी प्रकार की स्किल या विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं होती है। इनमें खेतों में काम करने वाले मजदूर, असेंबली लाइन वर्कर, ग्रोसरी क्लर्क, हिरासत में काम करने वाले कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, पेंटर, घरों में काम करने वाले नौकर इत्यादि शामिल हैं।

जॉब की महत्वता [IMPORTANCE OF JOB IN HINDI]

जॉब लोगों के जीवन का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका महत्व इन्सान की जिन्दगी में पैसे कमाने से कहीं अधिक है। JOB किसी व्यक्ति को उसके मनमुताबिक जीवन जीने में सहायता प्रदान करती है, इसी के माध्यम से व्यक्ति अपनी पसंद को अहमियत दे पाता है। वह इसलिए क्योंकि जॉब के माध्यम से ही कोई व्यक्ति अपनी आमदनी कर पाने में सक्षम होता है, और उसी आमदनी से वह अपनी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के अलावा अपनी पसंदीदा वस्तुओं को भी खरीद पाता है।

एक JOB किसी व्यक्ति को सक्रीय और उत्पादक बने रहने के लिए प्रेरित करती है, उसे मिली भूमिका उस व्यक्ति को जिम्मेदार इन्सान बनाती है। यहाँ पर अलग व्यक्तियों के लिए उनकी दक्षता, कौशल, कार्यक्षमता, शारीरिक क्षमता के आधार पर तरह तरह की जॉब विद्यमान हैं। यदि कोई व्यक्ति दिव्यांग है, तो इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है की वह जॉब नहीं कर सकता। बल्कि JOB ही उसके जीवन को सार्थक और उद्देश्यपूर्ण बनाने में मदद करती है।

जब आप किसी से बातचीत कर रहे होते हैं, तो अक्सर लोग पहले आपका नाम और फिर आप क्या करते हैं पूछते हैं। जिसका मतलब यह है की वे आपसे आपकी जॉब के बारे में पूछते हैं। इसलिए एक जॉब किसी व्यक्ति को समाज में पहचान दिलाने में भी मददगार साबित होती है। अपनी जॉब को अच्छे ढंग से निभाने के लिए किसी व्यक्ति को कई तरह के टास्क कम्पलीट करने कली आवश्यकता हो सकती है। इसके लिए वह निरन्तर सीखने की कोशिश करता है, इसलिए कहा जा सकता है की JOB सीखने और कौशल को और अच्छा करने में भी मददगार साबित होती हैं।

सिर्फ कुछ घंटे काम करना ही जॉब का मतलब नहीं होता है। बल्कि अपने आपको अपनी जॉब के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बनाने के लिए अपने आप में सुधार करना, कौशल सीखना इत्यादि भी इसमें शामिल है। आप भले ही कितनी छोटी JOB क्यों न कर रहे हों, लेकिन ध्यान रहे आपको तभी भुगतान दिया जा रहा है जब आपके काम की वैल्यू उस संगठन की नजर में विद्यमान है। 

जॉब की विशेषताएँ (Some important Features of Job)

वैसे देखा जाय तो Job की कई विशेषताएँ हो सकती हैं, इनमें से कुछ प्रमुख विशेताएँ निम्नलिखित हैं।

जॉब वेतन देती है

Job की प्रमुख विशेषताओं में सैलरी सबसे प्रमुख है, क्योंकि चाहे आप किसी भी प्रकार की जॉब क्यों न कर रहे हों, वह आपको सैलरी अवश्य देती है। हालांकि कहने वाले कहते हैं की पैसा सब कुछ नहीं होता है, इसमें सच्चाई भी है। लेकिन जब एक अच्छी जॉब या नौकरी की बात आती है तो सैलरी उसका मुख्य अवयव होती है।

यही कारण है की अधिकांश लोग एक अच्छी सैलरी वाली नौकरी को ही एक आदर्श नौकरी समझते हैं। अधिक वेतन मिलने का मतलब यह नहीं है की आपको कंपनी में सबसे अधिक काम करना पड़ेगा, बल्कि इसका मतलब यह है की आपका काम कंपनी के लिए कितना मूल्यवान है।

आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करती है

वर्तमान युग निरन्तर बढ़ते रहने का युग है, भले ही कोई किसी भी पद पर कार्यरत क्यों न हो, लेकिन वह यह बिलकुल नहीं चाहता की हमेशा वह एक ही पद पर बना रहे। बल्कि मनुष्य अपनी Job में निरंतर आगे बढ़ना चाहता है।

इसलिए लोग अपने आपको आगे बढ़ाने के लिए अपनी जॉब पर कड़ी मेहनत करते हैं, ताकि उनका प्रमोशन हो जाय। पदोन्नति भी जॉब की प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं ।  यद्यपि कंपनियों के संगठनात्मक स्वरूप के अनुसार अलग अलग कंपनियों में पदोन्नति या कर्मचारियों के काम का मूल्यांकन करने के लिए अलग अलग नीतियाँ बनी हुई होती हैं।

Job अतिरिक्त फायदे भी प्रदान करती है  

यदि आप किसी संगठन या कंपनी में Job कर रहे होते हैं, तो वे संगठन एवं कंपनियाँ सैलरी के अलावा अपने कर्मचारियों को कई अन्य फायदे जैसे पेंशन, बोनस, प्रोविडेंट फण्ड, स्वास्थ्य बीमा इत्यादि का फायदा भी देती हैं। इसमें कई फायदे जैसे ESI, EPF इत्यादि ऐसे होते हैं, जिन्हें एक पात्र संगठन को अपने कर्मचारियों को देना ही होता है। लेकिन इसमें कुछ फायदे जैसे स्वास्थ्य बीमा, बोनस, इंसेंटिव, ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर इत्यादि कंपनी अपनी इच्छा से भी प्रदान करती है।

कार्य संस्कृति जॉब का अभिन्न अंग है      

कोई भी व्यक्ति जो Job कर रहा होता है वह अपने कार्यस्थल पर कार्य करने ही जाता है जिसके बदले कंपनी, संगठन या व्यक्तिगत व्यक्ति द्वारा उसे सैलरी और अन्य फायदे दिए जाते हैं। हर कंपनी में अलग अलग Work Culture होता है, इसलिए हर व्यक्ति को हर कंपनी की कार्य संस्कृति अच्छी लगे यह भी जरुरी नहीं है। कहने का आशय यह है की जहाँ जॉब होगी वहाँ कार्य संस्कृति भी होगी ही होगी। वह किस कर्मचारी को कितनी पसंद और कितनी नापसंद आएगी, यह एक अलग मुद्दा है।

प्रबंधन भी महत्वपूर्ण है

आप चाहे कहीं भी Job करें आपको वहाँ पर मैनेजमेंट यानिकी प्रबंधन अवश्य दिखाई देगा। हाँ यह अलग बात है की जहाँ एक अच्छा प्रबंधन कंपनी या संगठन के विकास में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है। वहीँ एक खराब प्रबंधन कंपनी या संगठन को अर्श से फर्श पर भी ला सकता है। लेकिन जब भी, जहाँ भी, जैसे भी आप किसी जॉब में शामिल होते हैं, तो आपको प्रबंधन का सामना अवश्य करना पड़ता है।        

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