मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? प्रक्रिया, मशीनरी, लागत, कमाई।

आज की इस बदलती जीवनशैली में यह बिजनेस (Mobile Cover Business) कितना फायदेमंद हो सकता है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं की, जिसके पास फ़ोन है उसके पास उसका मोबाइल कवर भी अवश्य होगा । जब से टच स्क्रीन फोन का अविष्कार हुआ है तब से मोबाइल फ़ोन के कवर का इस्तेमाल भी बड़े पैमाने पर होने लगा है, आम तौर पर टच वाले फ़ोनों में मोबाइल कवर का इस्तेमाल एक रक्षात्मक कवच के तौर पर किया जाता है।

आज के समय में कोई भी व्यक्ति जो एक टच स्क्रीन फोन खरीदता है, ऐसी बहुत कम संभावना है की वह अपने उस फोन के लिए फोन कवर न ख़रीदे। यही कारण है की वर्तमान में कई तरह के मोबाइल कवर मार्किट में देखने को मिल जाते हैं।

कई मोबाइल कवर ट्रांसपेरेंट होते हैं तो कई मोबाइल कवर जो चमड़े, हार्ड प्लास्टिक और सिलिकॉन से निर्मित होते हैं। लेकिन ऐसे कवर जो प्लास्टिक से निर्मित होते हैं, उन्हें बनाने के लिए प्रमुख तौर पर पालीकोर्बेनेट नामक प्लास्टिक के प्रकार का इस्तेमाल किया जाता है।

यह एक बहुत ही मजबूत और कठोर हार्ड प्लास्टिक होता है जिसका इस्तेमाल बुलेटप्रूफ विंडो बनाने तक में किया जाता है। इस तरह के मोबाइल कवर को हार्डकेस के नाम से भी जाना जाता है, और वर्तमान में मैट फिनिश वाले मोबाइल कवर बहुत ज्यादा चलन में हैं। इस तरह के ये कवर, स्क्रैच, और सभी प्रकार के डैमेज के लिए प्रतिरोधी होते हैं।

Mobile cover business
Image: Mobile Cover Making Business Plan in Hindi

मोबाइल कवर के इस्तेमाल और मार्किट

मोबाइल बैक कवर का इस्तेमाल टच स्क्रीन फ़ोन को विभिन्न कणों, धुल, मिटटी इत्यादि से सुरक्षित रखने के लिए भी किया जाता है, ताकि फोन गन्दा न हो। इसके अलावा मोबाइल कवर मोबाइल की स्क्रीन और बॉडी दोनों की सुरक्षा कवच के तौर पर काम करता है। यदि आपका मोबाइल फोन गलती से आपके हाथ से कहीं पर छूट भी गया और उसमें आपने कवर पहनाया हुआ है, तो संभावना यह है की आपके फ़ोन को कम नुकसान हो।

सिर्फ यही नहीं एक मोबाइल कवर फोन को सुरक्षा प्रदान करने के अलावा फ़ोन को सुन्दर और स्टाइलिश बनाने में भी मदद प्रदान करता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसकी माँग प्रतिवर्ष 6% CAGR की दर से बढ़ने की संभावना है। सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में स्मार्टफोन के बढ़ते चलन के कारण मोबाइल कवर की माँग भी निरंतर बढती जा रही है।

लोग अच्छी तरह जानते हैं की फ़ोन की बॉडी डैमेज होना आय फिर स्क्रीन खराब होना, उन्हें बड़े खर्चे में पहुँचा सकता है। यही कारण है की वे पहले से ही फ़ोन को सुरक्षा कवच के तौर पर मोबाइल कवर पहनाये हुए होते हैं। वर्तमान में लोग मोबाइल कवर की मजबूती के अलावा उनका आकर्षक डिजाईन और उनमें प्रिंटिंग के प्रति भी आकर्षक होते हैं। इसलिए उद्यमी चाहे तो इन्हें उच्च गुणवत्तायुक्त सामग्री का इस्तेमाल करके आकर्षक और सुन्दर भी बना सकता है।

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मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to Start Mobile Cover Business in India):

मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस शुरू करने की प्रक्रिया भी अन्य मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस शुरू करने की प्रक्रिया जैसी ही है। इसमें भी उद्यमी को वह सभी कदम उठाने की आवश्यकता होती है, जो किसी अन्य विनिर्माण बिजनेस को शुरू करने के लिए उठाने की आवश्यकता होती है। तो आइये जानते हैं की कोई इच्छुक व्यक्ति मोबाइल कवर बनाने का उद्योग कैसे शुरू कर सकता है ।

व्यवहारिक योजना बनाएँ

आप सोचेंगे की यह व्यवहारिक योजना क्या है? इस स्तर पर यदि आप मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस शुरू कर रहे हैं, तो आपको एक व्यवहारिक बिजनेस प्लान तैयार करने की आवश्यकता होती है। व्यवहारिक से मतलब यह है की उस बिजनेस प्लान में सभी बातें ऐसी होनी चाहिए, जो वास्तविक हों । यदि आप फ्यूचर के लिए किसी बात का आकलन कर भी रहे हैं तो वह भी प्रीवियस आकंड़ों पर आधारित होनी चाहिए।

कुछ भी काल्पनिक सोचकर उसमें कुछ भी ऐसा नहीं लिखा जा सकता जिसे पूरा करना ही संभव न हो। कहने का आशय यह है की बिजनेस में आने वाली अनुमानित लागत भी वास्तविक कीमतों पर आधारित होनी चाहिए, और बिजनेस के लक्ष्य ऐसे निर्धारित होने चाहिए जिन्हें हासिल किया जाना संभव हो।    

निवेश के लिए पैसों का प्रबंध करें

एक प्रभावी और व्यवहारिक बिजनेस प्लान तैयार करने के बाद उद्यमी का अगला कदम मोबाइल कवर बनाने के बिजनेस में आने वाली लागत के आधार पर पैसों का प्रबंध करने का होना चाहिए। पैसों का प्रबंध आप चाहें तो अपनी बचत से, पारिवारिक सदस्यों या सगे सम्बन्धियों से अनौपचारिक कर्जा लेकर भी शुरू कर सकते हैं । सगे सम्बन्धियों से अनौपचारिक कर्जा लेने का फायदा यह होता है की इसमें आप मूलधन पर दिए जाने वाले ब्याज से बच सकते हैं।

लेकिन यदि उद्यमी इन स्रोतों से पैसे का प्रबंध नहीं कर पा रहा हो, तो वह कर्जा लेने के ऋण के औपचारिक स्रोतों जैसे बैंक और अन्य गैर बेकिंग वित्तीय संस्थानों से ऋण लेने के लिए आवेदन कर सकता है ।

सिर्फ इतना ही नहीं उद्यमी चाहे तो किसी एंजेल इन्वेस्टर, क्राउडफंडिंग इत्यादि के माध्यम से भी अपने बिजनेस के लिए फण्ड जुटा सकता है।   

जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करें

जहाँ तक जमीन और बिल्डिंग का सवाल यह तो हर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस को शुरू करने के लिए चाहिए ही होता है। लेकिन कितनी वर्ग फीट जगह चाहिए होती है यह इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी कितनी उत्पादन क्षमता वाला प्लांट स्थापित करने की सोच रहा है।

एक ऐसा प्लांट जहाँ पर प्रतिदिन लगभग 400  मोबाइल कवर का निर्माण किया जाता हो, उसके लिए उद्यमी को 1800 से 2200 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है।

क्योंकि यहाँ पर विनिर्माण क्षेत्र के अलावा स्टोर रूम, सिक्यूरिटी रूम, विद्युत् रूम, ऑफिस इत्यादि का भी निर्माण करने की आवश्यकता होती है। इसलिए जरुरी नहीं है की आप किसी इंडस्ट्रियल एरिया या फिर ऐसे एरिया जहाँ पर जमीन बिल्डिंग का किराया अधिक हो, वहीँ पर अपना इस तरह का यह बिजनेस शुरू करें।

हालांकि यदि राज्य सरकार द्वारा उद्योग धंधे लगाने के लिए किसी एरिया को चिन्हित किया गया है, तो उस एरिया में किराया इत्यादि कम होने के अलावा बिजली दरों पर सरकार रियायत भी देती है। और यह भी सुनिश्चित करती है की उस एरिया में कम से कम विद्युत् कटौती हो, इसलिए आप चाहें तो किसी ऐसे एरिया में भी जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध कर सकते हैं । इसमें हम बिल्डिंग का किराया ₹35000 मान के चल रहे हैं।        

जरुरी लाइसेंस प्राप्त करें

मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको अपनी खुद की फैक्ट्री स्थापित करने की आवश्यकता होती है। इसलिए इस तरह के सेटअप को अच्छे ढंग से वैधानिक रूप से संचालित करने के लिए आपको निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण की जरुरत हो सकती है ।

  • उद्यमी चाहे तो अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप फर्म, पार्टनरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एवं कंपनी के अन्य स्वरूपों में से किसी एक स्वरूप का चयन करके रजिस्टर कर सकता है।
  • व्यवसाय के नाम से बैंक में चालू खाता और पैन कार्ड बनाया जा सकता है।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
  • स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम, नगर पालिका से ट्रेड लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है।
  • फैक्ट्री अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन करा जा सकता है ।
  • एमएसएमई के तौर पर सरकारी योजनाओं का फायदा लेने के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है ।
  • यदि उद्यमी खुद के ब्रांड नाम के तहत मोबाइल कवर बेचना चाहता है तो उसे ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कराने की भी आवश्यकता हो सकती है ।
  • यदि उद्यमी मोबाइल कवर को बाहर देशों की ओर निर्यात करना चाहता है तो उसे इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • कर्मचारीयों की संख्या १० से अधिक होने की स्थिति में ईएसआई रजिस्ट्रेशन और २० से अधिक होने पर ईपीएफ रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो जाता है ।
  • कर्मचारियों की सैलरी से टीडीएस काटने के लिए (TAN Registration) भी जरुरी हो जाता है।
  • फायर और पोल्यूशन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की आवश्यकता हो सकती है।  

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मशीनरी और कच्चे माल का प्रबंध करें

इस बिजनेस (Mobile Cover Making Business) में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी और उपकरण भारत के बड़े शहरों में आसानी से मिल जाते हैं । वैसे उद्यमी चाहे तो कुछ फेमस ऑनलाइन प्लेटफोर्म जिनमे सप्लायर अपने आपको रजिस्टर्ड किये हुए होते हैं, उनकी मदद से भी मशीनरी और कच्चा माल खरीदने के लिए विक्रेताओं की सूची तैयार करके उनसे कोटेशन मंगा सकते हैं। इस व्यवसाय में इस्तेमाल में लाये जाने वाले मशीनरी और उपकरणों की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹9 .5 लाख रूपये हो सकती है।
  • सीएनसी मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹4.5 लाख हो सकती है।  
  • आटोमेटिक पेंटिंग मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹3 लाख हो सकती है।
  • मोबाइल कवर प्रिंटिंग मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹2 लाख हो सकती है।

मशीनरी खरीदने में उद्यमी को कुल लगभग ₹19 लाख खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है।

मोबाइल कवर बनाने के बिजनेस के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार है।

  • पॉलीकार्बोनेट प्लास्टिक के दाने
  • डिजाइनिंग इंक
  • पेंटिंग करने वाली सामग्री
  • पोलिश करने वाला तेल
  • नापने वाला फीता
  • पैकेजिंग सामग्री

उपर्युक्त बताई गई सामग्री के लिए भी आप मशीनरी प्रदान करने वाले विक्रेताओं से ही संपर्क कर सकते हैं ।  

विनिर्माण प्रक्रिया शुरू करें

बताई गई कच्चे माल की सामग्री और मशीनरी से मोबाइल कवर बनाने की प्रक्रिया सरल हो जाती है। हालांकि यदि आप मशीन ऑपरेटर के तौर पर अनुभवी कर्मचारियों की नियुक्ति करते हैं तो आपको उन्हें इस प्रक्रिया (Mobile Cover Making Process) को समझाने की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसा भी होता है की कई मशीनरी और कच्चा माल विक्रेता इसकी फ्री ट्रेनिंग भी प्रदान करते हैं। इसकी संक्षिप्त विनिर्माण प्रक्रिया का वर्णन इस प्रकार से है।

  • सबसे पहले कच्चे माल का चयन किया जाता है। इसमें हम प्लास्टिक से निर्मित मोबाइल कवर की बात कर रहे हैं तो इसमें प्लास्टिक के दानों को कच्चा माल मान के चल सकते हैं।
  • उसके बाद 3D मोल्ड डिजाइनिंग प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है।
  • सीएनसी मशीन की मदद से शेपिंग यानिकी आकार देने का काम किया जाता है।
  • इंजेक्शन मोल्डिंग की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है।
  • उसके बाद स्मूथिंग और पोलिशिंग प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है।
  • और अंत में इन्हें पैक करके ट्रांसपोर्ट कर दिया जाता है।          

मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस शुरू करने में आने वाली लागत

मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको एक फैक्ट्री स्थापित करनी होती है। और भारत में एक छोटी सी फैक्ट्री भी स्थापित करने में लाखों रूपये का निवेश संभावित है। हालांकि होता यह है की इस तरह के बिजनेस को शुरू करने में आने वाला खर्चा बिजनेस के स्तर पर निर्भर करता है । यानिकी एक 500 मोबाइल कवर उत्पादन क्षमता वाले प्लांट को स्थापित करने में आने वाली लागत एक 200 मोबाइल कवर उत्पादन क्षमता वाले प्लांट की तुलना में लगभग दुगुनी हो सकती है । हम यहाँ पर एक ऐसे प्लांट की बात कर रहे हैं जिसकी क्षमता प्रतिदिन 400 मोबाइल कवर उत्पादन करने की हो ।

  • इस तरह का बिजनेस शुरू करने में लगभग ₹19 लाख तो आपको मशीनरी पर खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है।
  • तीन महीने के किराये पर उद्यमी को लगभग ₹1.05 लाख रूपये खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है।
  • एक लाख रूपये फर्नीचर और फिक्सिंग पर खर्चा करने की जरुरत हो सकती है।
  • इसके अलावा कर्मचारियों की सैलरी, कच्चा माल, बिजली, पानी इत्यादि पर ₹5.5 लाख रूपये खर्चा मान के चल सकते हैं।   

इस तरह से देखें तो मोबाइल कवर बनाने के बिजनेस को शुरू करने में उद्यमी को लगभग ₹25.55 लाख खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है ।

FAQ (सवाल/जवाब)

इस तरह की फैक्ट्री के लिए कितनी विद्युत् की आवश्यकता होती है?

इन मशीनरी और उपकरणों को संचालित करने के लिए लगभग 20 हॉर्स पॉवर तक विद्युत् की आवश्यकता हो सकती है ।

मोबाइल कवर लोग क्यों खरीदते हैं?

अपने फोन की बॉडी और स्क्रीन को सुरक्षा प्रदान करने के लिए और फ़ोन को स्टाइलिश बनाने के लिए लोग मोबाइल कवर खरीदते हैं।

मोबाइल कवर बनाने के बिजनेस से होने वाली कमाई

एक आंकड़े के मुताबिक इस बिजनेस (Mobile Cover Making Business) से पहले वर्ष ही लगभग ₹9.5 लाख का प्रॉफिट हो सकता है। और बाद के वर्षों में जैसे जैसे उद्यमी अपने परिसर में उत्पादन बढाते जाता है, वैसे वैसे उसका प्रॉफिट भी बढ़ता जाता है । लेकिन जब उद्यमी किसी बैंक या गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान से लोन लेकर इस तरह का यह बिजनेस शुरू करता है, तो लाभ में से बैंक को प्रदान किया जाने वाला ब्याज की राशि घटा दी जाती है। जिसके कारण नेट प्रॉफिट घट जाता है।

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