पराठा सेण्टर कैसे खोलें? पराठों का बिजनेस कैसे शुरू करें?

क्या आप खुद का पराठों का बिजनेस (Paratha Center) खोलने पर विचार कर रहे हैं? या फिर यूँ कहें की आप कोई ऐसा बिजनेस शुरू करने पर विचार कर रहे हैं, जिसे शुरू तो कम निवेश के साथ किया जा सके, लेकिन उस बिजनेस की चलने की संभावना बहुत अधिक हो । तो आप खुद का पराठा सेण्टर खोलने पर विचार कर सकते हैं।

वैसे भारत में पराठे को नाश्ते से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन भीड़ भाड़ वाले इलाकों में और इंडस्ट्रियल एरिया में इसे दोपहर में लंच में भी बिकते हुए देखा जा सकता है । यह जरुरी नहीं है की लोग सिर्फ नाश्ते में ही पराठा खाना पसंद करते हों। कई बार लोग दिन के किसी भी पहर में पराठा खाना पसंद करते हैं।

लेकिन यह सच है की आज भी अधिकतर मामलों में पराठे को नाश्ते के तौर पर ही पसंद किया जाता है। लेकिन एक दूसरा वर्ग जो मजदूर वर्ग है वह अपनी पेट की आग बुझाने के लिए पराठों का इस्तेमाल कभी भी कर देता है । यही कारण है की एक इंडस्ट्रियल एरिया में जहाँ पर हजारों मजदूर काम कर रहे होते हैं। वहां पर स्थित पराठा सेंटरों में आपको लंच के समय भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल जाएगी ।

भारत में एक नहीं बल्कि कई तरह के पराठे प्रचलित है, इसलिए हो सकता है की जिसने सुबह अपने घर में आलू का पराठा खाया हो वह दिन में एग पराठा खाना चाहता हो । कहने का आशय यह है की वह व्यक्ति जो घर से नाश्ते में पराठा खाकर निकला हो, वह दिन में लंच में पराठा नहीं खायेगा, ऐसा कोई नियम नहीं है ।

paratha center kaise khole
Image: Paratha Center kaise Khole?

पराठा सेण्टर शुरू करना लाभकारी क्यों है?

अब अपने आप को ही देख लीजिये आज आपको ऑफिस जल्दी निकलना था, लेकिन किसी कारणवश नाश्ता समय से तैयार नहीं हो पाया। लेकिन जो आपका ऑफिस का काम है वह नाश्ते से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, इसलिए आपको ध्यान आया की आपके ऑफिस के नज़दीक जो पराठा सेण्टर है आज आप वहीँ पर नाश्ता का लेंगे । शहरों में ऐसे एक नहीं बल्कि सैकड़ों लोग होते हैं जो काम पर जल्दी पहुँचने के लिए बिना नाश्ता किये या लंच किये ही काम पर निकल पड़ते हैं ।

इसके अलावा शहरों में एक लोग एक स्थान से दुसरे स्थान को ट्रेवल करते रहते हैं, ऐसे में उन्हें जब रस्ते में भूख लगती है तो वे पराठा सेण्टर का रुख कर सकते हैं। एक वह व्यक्ति जो रोज रोज सब्जी रोटी खाकर बोर हो गया हो वह भी कुछ नया ट्राई करने के लिए पराठे सेण्टर से पराठे खरीद सकता है।

इसके अलावा शहरों में लगातार ऐसे नौकरीपेशा लोगों की संख्या बढती जा रही है, जो अपने घर परिवारों से दूर रह रहे हैं, इस कारण वे अपने खान पान के प्रति काफी लापरवाह रहते हैं। और अपने घर या कमरों में खाना न बनाकर रेहड़ी पटरियों पर ही खाना पसंद कर रहे हैं।  शहरों में ऐसे लोगों की बढती जनसँख्या भी आपके पराठे के बिजनेस (Paratha center Business) के लिए उपयुक्त है ।

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पराठा सेण्टर कैसे खोले (Paratha Center Business Kaise Shuru Kare):     

यदि आप खुद का पराठा सेण्टर खोलना चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको सर्वप्रथम एक अच्छी लोकेशन पर जगह या दुकान का प्रबंध करना होता है। उसके बाद की प्रक्रियाएं बहुत अधिक जटिल नहीं है, वह इसलिए क्योंकि पराठे तो आप अपने घरों में भी बनाते ही हैं।

और दूसरी सबसे बड़ी बात यह की छोटे स्तर पर इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको किसी प्रकार के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता भी नहीं है। तो आइये जानते हैं की कोई इच्छुक व्यक्ति कैसे खुद का पराठा सेण्टर शुरू कर सकता है।  

आदर्श जगह का चयन करें

पराठा सेण्टर के लिए आदर्श लोकेशन की यदि हम बात करें तो इसके लिए भी आदर्श लोकेशन में एक ऐसी जगह जहाँ पर अन्य शहरों से लोग यात्रा करके थोड़ा विश्राम करने के के लिए रुकते हैं। जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड और जहाँ पर हजारों हज़ार मजदूर फैक्ट्री इत्यादि में काम करते हैं यानिकी इंडस्ट्रियल एरिया एवं ऐसा एरिया जहाँ पर लोग अपने कामों को कराने के लिए लम्बा इंतजार करते हैं । इनमें तहसील परिसर, किसी सरकारी ऑफिस का परिसर, आरटीओ ऑफिस के नज़दीक, पासपोर्ट ऑफिस के नज़दीक इत्यादि लोकेशन को आदर्श माना जाता है।  

यदि आप चाहते हैं की आपका बिजनेस आने वाले समय में सफल हो और आप इससे अच्छी कमाई कर पाएँ तो आपको इसके लिए एक आदर्श लोकेशन का चयन करके वहां पर दुकान या फिर स्टाल लगाने के लिए जगह का प्रबंध करना अत्यंत आवश्यक है ।

एक बार जब आप अपने इस बिजनेस (Paratha Center) के लिए अच्छी लोकेशन का चुनाव कर लेते हैं तो यह मान के चलिए की आप 80% तक अपने बिजनेस की सफलता को सुनिश्चित कर देते हैं। आदर्श लोकेशन के बाद जो दुसरे नंबर पर सबसे अहम् भूमिका आपके बिजनेस को सफल बनाने में निभाएगी वह होगी आपके द्वारा प्रदान किया जाने वाले पराठे की गुणवत्ता एवं स्वाद इसके अलावा ग्राहकों के प्रति आपका व्यवहार भी आपके बिजनेस को प्रभावित करेगा।  

दुकान या स्टाल का प्रबंध करें

यद्यपि किसी प्रसिद्ध या भीड़ भाड़ वाली जगह में एक स्थायी जगह किराये पर लेकर वहां पर अपना स्टाल स्थापित करें। इस स्टाल में कुछ दराजें भी होनी चाहिए जिनमें आप महत्वपूर्ण सामान रख सकें । इसके अलावा ग्राहकों को खड़े खड़े पराठे खाने के लिए प्लेट इत्यादि रखने की जगह भी आपके स्टाल में होनी चाहिए। पराठे बनाने के लिए आम तौर पर तवे और भट्टी का इस्तेमाल होता है। इसलिए स्टाल में इन्हें रखने की उपयुक्त जगह होने के साथ साथ कुछ पतीले इत्यादि भी रखने की जगह होनी चाहिए।

यदि आप दुकान किराये पर ले रहे हैं तो फिर आपको सिर्फ पराठे बेचने का नहीं बल्कि उसके साथ अन्य सहायक आइटम भी बनाकर बेचने होंगे। और इसके लिए आपको मैनपावर इत्यादि को भी नियुक्त करने की आवश्यकता होगी।

पराठा सेण्टर खोलने के लिए जिस स्टाल का आप निर्माण करेंगे आप किसी कारपेंटर से उसका अपनी पसंद के अनुसार निर्माण करवा सकते हैं । और यदि कोई अपना पुराना स्टाल बेच रहा है तो यह आपके लिए और बढ़िया हो सकता है क्योंकि पुराना स्टाल आपको सस्ते में मिल सकता है, जिससे इस बिजनेस को शुरू करने में आने वाली लागत कम हो जाएगी ।     

पराठे सेण्टर का मेनू निर्धारित करें

अब आपको अपने पराठा सेण्टर का मेनू निर्धारित करना छोटा है, जैसा की हम सब जानते हैं की वर्तमान में एक नहीं बल्कि कई तरह के पराठे भरत में लोकप्रिय हैं। इसलिए खुद का पराठों का बिजनेस शुरू करने वाले व्यक्ति के लिए यह जरुरी हो जाता है की वह अपने बिजनेस का मेनू निर्धारित करे। आम तौर पर भारत में निम्नलिखित तरह के पराठे लोगों द्वारा बहुत पसंद किये जाते हैं।

  • प्लेन पराठा – यह तिकोना परतों वाला पराठा होता है, और आम तौर पर सब्जी या पनीर भुर्जी के साथ खाया जाता है।   
  • आलू का पराठा –  आलू को उबालकर उनमें नमक मिर्च मसाला डालकर उन्हें कुचलकर इसके अन्दर भरा जाता है।
  • गोभी का पराठा – गोभी को कद्दूकस करके पराठे के अन्दर भरा जाता है।
  • प्याज का पराठा – प्याज को पतला पतला कटकर पराठे के अन्दर भरा जाता है।
  • पनीर पराठा – पनीर को कद्दूकस करके या कुचलकर पराठे के अन्दर भरा जाता है ।
  • एग पराठा – अंडे को तोड़कर पराठे के अन्दर भरा जाता है ।

इनके अलावा मूली के पराठे, पालक के पराठे इत्यादि भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। यदि आपके पास तंदूर भी है तो आप तंदूरी और तवा पराठा में कई तरह की वैरायटी अपने ग्राहकों को दे सकते हैं ।

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जरुरी बर्तन और कच्चा माल खरीदें

आपको आता गूंथने के लिए बर्तन की आवश्यकता होती है कुछ लोग इसके लिए परात का इस्तेमाल करते हैं तो कुछ पतीलों का इस्तेमाल आटा गूंथने के लिए करते हैं । आपको एक बड़े तवे की आवश्यकता होती है, दो कमर्शियल सिलिंडर खरीदने की आवश्यकता हो सकती है । कम से कम दो भट्ठी जिनकी आंच सामान्य चूल्हे के मुकाबले अधिक तीव्र होती है जिसके कारण पराठे जल्दी से तैयार किये जा सकते हैं की भी जरुरत होती है।

इसके अलावा एक बड़े तवे, नों स्टिकी, एक स्लाइसर  इत्यादि की भी आवश्यकता होती है । पराठों को सर्व करने के लिए आप सस्टील की गोल प्लेट खरीद सकते हैं। कच्चे माल के तौर पर आपको आटा, घी, रिफाइंड, हरी मिर्च, धनिया, प्याज, आलू, गोभी, पनीर, मूली, पालक एवं अन्य सामग्री जिसके भी आप पराठे बनाना चाहते हों चाहिए हो सकती है।

अच्छी बात यह है की इस व्यवसाय (Parathe Ka business) शुरू करने में इस्तेमाल में लाये जाने वाले बर्तन एवं खाद्य सामग्री आसानी से हर स्थानीय बाज़ार में उपलब्ध है। इसलिए इसे आप जहाँ भी आप अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं वहीँ पर आसानी से खरीद सकते हैं ।

पराठा बनाएँ और बेचें

पराठा बनाने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है हम अपने घरों में भी अक्सर कई तरह के स्टफ पराठे एवं प्लेन पराठे बनाते रहते हैं। सबसे पहले आटा गूँथ लिया जाता है। और अपने पास आलू इत्यादि को उबालकर रख लिया जाता है, ताकि जब भी कोई आलू का पराठे का आर्डर दे तो आप उसे जल्दी से सर्व कर सकें। गोभी, प्याज, मूली, पनीर इत्यादि को पराठे के अन्दर कच्चा ही इस्तेमाल किया जाता है इसलिए इन्हें पहले से तैयार करने की आवश्यकता नहीं होती। हाँ लेकिन इतना जरुर है की हर तरह के पराठे बनाने का सामान आपके पास उपलब्ध होना चाहिए।

यदि आप प्लेन पराठा बेच रहे हैं तो उसके साथ कुछ सब्जी भी अवश्य होनी चाहिए, स्टफ पराठे को तो लोग दही, आचार या फिर मक्खन के साथ भी खा लेते हैं ।   

पराठा सेण्टर खोलने में आने वाला खर्चा

पराठा सेण्टर खोलने में आने वाला प्रमुख  खर्चा उस स्टाल का निर्माण करने में आने वाला खर्चा है जिस पर आप अपने पराठे बनाकर बेच रहे होंगे । इसे ढंग से कस्टमाइज करने और बैनर इत्यादि लगाने में उद्यमी को कम से कम ₹20000 तक खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है। जगह का किराया आप डेली बेस पर या फिर महीने में एक साथ भी दे सकते हैं, वह आप तब दे सकते हैं जब अप अपने धंधे से कमाने लग जाएँ । हालांकि कुछ दुकान स्वामी या जिनकी वह जगह है उसके बदले कुछ एकमुश्त रकम की भी माँग आपसे कर सकते हैं । ऐसे में इस बिजनेस (Paratha Center) को शुरू करने में आने वाली लागत बढ़ जाती है ।

लेकिन यदि कोई पगड़ी या एकमुश्त रकम आपसे जगह या दुकान किराये पर लेने के लिए नहीं मांगी जाती है, तो आप इस बिजनेस को ₹50000 के अन्दर आसानी से खोल सकते हैं।   

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