रबड़ स्टाम्प बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? बाज़ार, प्रक्रिया, लाइसेंस, खर्चा।

क्या आपने इससे पहले कभी इस व्यापार (Rubber Stamp Business) के बारे में सुना है? शायद सुना होगा क्योंकि कई बार जब आप अपने बच्चों के स्कूल में फीस जमा करने होंगे तो हो सकता है की फीस की रिसीप्ट पर स्कूल वालों ने मुहर लगाकर दी होगी। लेकिन मेरे युवा दोस्तों ने किसी सरकारी दफ्तर में कोई काम करवाने, बैंक में पैसा जमा करते वक्त इत्यादि गतिविधियों में मुहर का इस्तेमाल होते हुए अवश्य देखा होगा।

जी हाँ जब भी हम कोई सरकारी या निजी दफ्तर में कुछ महत्वपूर्ण लेन देन का काम करते हैं तो हम आशा करते हैं की वो हमें मुहर लगाकर उसकी रिसीप्ट प्रदान करे। और यह होना भी चाहिए, क्योंकि इससे इस बात की पुष्टि हो जाती है, की सम्बंधित व्यक्ति या संगठन ने उस वस्तु को प्राप्त कर लिया है।

बढती जनसँख्या के साथ साथ कार्यालयों, स्कूल, संस्थानों और औद्यौगिक इकाइयों की संख्या भी निरंतर बढती जा रही है। ऐसे में विभिन्न कार्यों को निष्पादित करने के लिए रबर स्टाम्प की आवश्यकता भी बढती जा रही है। ऐसे में यदि आप कोई ऐसा बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं जिसे आप बेहद कम निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं, तो आप खुद का रबर स्टाम्प बनाने का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।

रबड़ स्टाम्प बिजनेस की चलने की संभावना    

किसी भी संगठन या कंपनी को कुशलतापूर्वक संचालित करने के लिए अलग अलग विभाग बने होते हैं। और उन विभागों को जो जिम्मेदारियाँ मिली होती हैं उनका सही से निर्वहन करने के लिए कामों के करने के स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर बने हुए होते हैं ।

जैसे किसी संगठन के कार्यालय में कहीं से भी कोई भी सामान आएगा, तो उसकी एंट्री और उसे रिसीव करने का प्रोसीजर, यदि कंपनी द्वारा कोई सामान बाहर भेजा जाता है तो उसकी एंट्री एवं गेट पास इत्यादि बनाने का प्रोसीजर सब एक स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का ही पार्ट होता है ।

ऐसे में जब कोई कंपनी चालान पर कोई सामान रिसीव कर रही होती है, तो गेट पर बैठे कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा उस सामान की रिसीविंग के तौर पर चालान में अपने हस्ताक्षर और कंपनी की स्टाम्प लगानी होती है।

सिर्फ इतना ही नहीं एक संगठन में और भी कई ऐसे काम होते हैं जहाँ पर उसे अलग अलग कामों को करने के लिए अलग अलग रबर स्टाम्प की आवश्यकता हो सकती है । किसी कंपनी के गेट पर ही कई तरह की स्टाम्प जैसे मटेरियल इनवर्ड स्टाम्प, मटेरियल आउटवर्ड स्टाम्प, कंपनी की स्टाम्प इत्यादि चाहिए होती है।

इन सबके अलावा कंपनी के स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के मुताबिक अलग अलग विभागों की अलग अलग स्टाम्प भी हो सकती है। यदि एक ऐसी कंपनी जहाँ से कूरियर इत्यादि बहुत अधिक मात्रा में जाता हो, वे अपने ऑफिस के एड्रेस की रबर स्टाम्प भी बना सकते हैं, क्योंकि ऐसी स्थिति में उन्हें बार बार फ्रॉम सेक्शन में कंपनी का पता लिखने की आवश्यकता होती है।

स्कूल, कॉलेज एवं अन्य व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों के अलावा लगभग सभी सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यालयों में भी कई तरह की रबर स्टाम्प की आवश्यकता होती है। इसलिए कहा जा सकता है की एक ऐसे शहर एवं एरिया में जहाँ पर ऑफिस, उद्योग धंधों एवं अन्य सरकारी कार्यालयों की अधिकता हो, वहाँ पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू किया जा सकता है।

rubber stamp making business
Image : Rubber Stamp Making Business in Hindi

रबर स्टाम्प बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start rubber stamp Making Business) :

रबर स्टाम्प बनाने का बिजनेस भी बेहद कम निवेश के साथ शुरू किये जाने वाले बिजनेस में शामिल है। कहने का आशय यह है की इस तरह के बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको भारी भरकम निवेश की आवश्यकता नहीं होती है। अच्छी बात यह है की इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए भारी भरकम मशीनरी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है ।

बल्कि कुछ बेसिक कच्चे माल और सामान्य से उपकरणों का इस्तेमाल करके रबर स्टाम्प को आसानी से बनाया जा सकता है। लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है की आपको बिना किसी प्रशिक्षण या व्यवहारिक ज्ञान के इस बिजनेस को शुरू कर देना है। तो आइये जानते हैं की इस तरह के बिजनेस को शुरू करने के लिए उद्यमी को कौन कौन से कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।     

रबर स्टाम्प बनाने की बारीकियों को समझें

यदि आप इस बिजनेस (Rubber Stamp Business) को शुरू करने के प्रति गंभीर हैं, तो आपका सबसे पहला कदम इस प्रक्रिया की बारीकियों को समझने का होना चाहिए। माना की जिन उपकरणों और कच्चे माल का जिक्र हम आगे इस लेख में करेंगे, उनके माध्यम से रबर स्टाम्प बनाना आसान है।

लेकिन फिर हम यही कहना चाहेंगे की किसी भी बिजनेस चाहे वह कितना ही छोटा क्यों न हो, को शुरू करने के लिए सबसे पहले उसकी बारीकियों, चुनौतियों इत्यादि को समझना आवश्यक हो जाता है। ताकि उस बिजनेस में होने वाले रिस्क या असफलता की संभावना को कम किया जा सके।

इसलिए आप चाहें तो इस बिजनेस को शुरू करने से पहले किसी ऐसी इकाई में काम कर सकते हैं, जो रबर स्टाम्प बनाने का काम करती हो। वास्तव में एक उद्यमी को रबर स्टाम्प बनाने में आने वाली लागत और मार्किट में उसकी कीमत क्या होगी के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए।

और इसका पता उसको तभी लगेगा जब वह खुद इस काम को करने में अपनी रूचि दिखाएगा । कहने का आशय यह है की जब आप किसी रबर स्टाम्प बनाने वाले उद्यमी के साथ काम करना शुरू करेंगे तो आप जान पाएंगे की एक रबर स्टाम्प बनाने में आपका कितना खर्चा लगेगा, और इसे आप कितनी कीमत में बेच पाएंगे, और इस तरह से आपको एक स्टाम्प बेचने पर कितना लाभ होगा ।

इसके अलावा क्या आप जहाँ पर इस बिजनेस को शुरू करने वाले हैं वहाँ पर आपको इतना काम मिल सकता है की आप सिर्फ इसी को काम को करके अपनी आजीविका चलाने में सक्षम हो पाएंगे । असल में देखें तो स्टाम्प एक ऐसी आइटम है जो एक बार बन जाने पर कुछ महीने तो चलती ही है । इसलिए इस तरह के बिजनेस से कमाने के लिए असीमित ग्राहकों की संख्या चाहिए होती है ।   

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एक अच्छी लोकेशन का चयन करें

कोई भी बिजनेस हो, उसके सफल या असफल होने में उसकी लोकेशन का अहम् योगदान होता है। इस बिजनेस की सफलता के लिए भी आपको एक बेहद अच्छी लोकेशन चाहिए होती है । इस बिजनेस के लिए एक ऐसी लोकेशन चाहिए होती है, जहाँ पर सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कार्यलयों, संगठनों की अधिकता हो, क्योंकि इस बिजनेस में उद्यमी के ग्राहक के तौर पर कोई व्यक्तिगत व्यक्ति कम ही होते हैं।

व्यक्तिगत व्यक्तियों में केवल कुछ पेशेवर व्यक्ति जैसे सीए, वकील इत्यादि ही इस तरह के बिजनेस के ग्राहक होते हैं, बाकी स्कूल, कॉलेज, व्यवसायिक शिक्षण संस्थान, और सभी तरह के सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के कार्यालय को रबर स्टाम्प की आवश्यकता हो सकती है।

अब आप समझ गए होंगे की एक रबर स्टाम्प बनाने के बिजनेस के लिए सबसे आदर्श लोकेशन में वह लोकेशन शामिल है जहाँ पर शिक्षण संस्थानों और कार्यालयों की भरमार है। आम तौर पर मेट्रो सिटी में इस तरह का यह बिजनेस शुरू करके अच्छा लाभ कमाया जा सकता है, लेकिन वहाँ पर आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है।      

जरुरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें

हालांकि छोटे स्तर पर इस तरह का यह बिजनेस (Rubber Stamp Business) शुरू करने के लिए किसी प्रकार की लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता नहीं होती। लेकिन दिक्कत क्या है की इस बिजनेस में आपको अधिकतर डील कंपनियों/संगठनों से ही करनी होती है। और कंपनियाँ हमेशा की व्यक्तिगत व्यक्ति से अधिक किसी बिजनेस इकाई के साथ डील करना पसंद करती हैं। इसलिए आप चाहें तो अपने बिजनेस को निम्नलिखित लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन लेकर शुरू कर सकते हैं ।

  • और कुछ नहीं तो आप अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर करें।
  • बिल इत्यादि जनरेट करने के लिए टैक्स रजिस्ट्रेशन भी कराएँ।
  • जरुरी हो तो स्थानीय प्राधिकरण से दुकान एवं प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें।
  • और जैसा की हम बता चुके हैं सरकारी कार्यालयों में भी रबर स्टाम्प की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में आप चाहें तो अपने उद्यम को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं।       

आवश्यक उपकरण और कच्चा माल खरीदें

रबर स्टाम्प बनाने में कोई भारी भरकम मशीनरी या कच्चे माल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। यही कारण है की इसमें इस्तेमाल होने वाले उपकरणों और कच्चे माल को किसी भी स्थानीय मार्किट से आसानी से ख़रीदा जा सकता है।हालांकि यदि आप इस बिजनेस को किसी छोटे शहर में किसी अन्य सहायक बिजनेस के साथ शुरू कर रहे हैं, और आपको वहां पर इसमें इस्तेमाल होने वाले उपकरण और कच्चे माल उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। तो आप बड़े शहरों में जाकर इन्हें खरीद सकते हैं।

इस व्यवसाय को शुरू करने में निम्नलिखित उपकरण और कच्चे माल इस्तेमाल में लाये जाते हैं।

  • जैसा की हम सबको विदित है की रबर स्टाम्प इन्हें इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इन्हें बनाने में जो शब्द और अंक बनते हैं उन्हें रबर की शीट से बनाया जाता है। इसलिए कच्चे माल के तौर पर रबर की शीट भी चाहिए होती है।
  • बिना इंक के अक्षरों की छपाई नहीं हो पायेगी इसलिए इंक की भी आवश्यकता होती है, लेकिन कुछ स्टाम्प को स्टाम्प पैड में दबाकर फिर लगाया जाता है तो उनके लिए इंक की आवश्यकता नहीं होती है।
  • रबर शीट से निर्मित शब्दों, अंकों को चिपकाने के लिए सोल्यूशन की आवश्यकता होती है, इसके अलावा प्लास्टर ऑफ़ पैरिस और वाइटनिंग पाउडर की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • मशीन में सबसे प्रमुख कम्पोजिंग स्टिक है, जो एक ट्रे के आकार का एक टूल होता है और इसमें रबर शीट से निर्मित शब्दों, अंकों को अरेंज किया जाता है।
  • अलग अलग तरह की डाई की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि स्टाम्प अलग अलग आकृति और डिजाईन की बनायीं जाती हैं।
  • लकड़ी या प्लास्टिक से बने हुए स्टाम्प के हैंडल की आवश्यकता होती है।
  • कैंची, गैस स्टोव, ड्रिल मशीन के अलावा छोटी आरी और कुछ प्रेसिंग टूल की भी आवश्यकता हो सकती है।             

स्थायीं ग्राहक बनाने की कोशिश करें

अब तक तो आप समझ ही गए होंगे की रबर स्टाम्प के इस व्यवसाय में आपके मुख्य ग्राहक के तौर पर कंपनियाँ या संगठन ही रहने वाले हैं। अब यदि आप चाहते हैं की आपके पास स्टाम्प बनाने का काम हमेशा आता रहे तो आपको विभिन्न सरकारी और निजी कार्यालयों में जाकर सम्बंधित प्रतिनिधियों से मिलकर उनसे उनकी स्टाम्प की आवश्यकता को समझना होगा।

क्योंकि एस नहीं है की एक बार यदि आपने स्टाम्प बना ली तो हमेशा वही चलेगी, वह खराब हो सकती है, घिस सकती है, ऑफिस का एड्रेस इत्यादि चेंज होने पर कंपनी को नई स्टाम्प बनाने की आवश्यकता हो सकती है इत्यादि ।

ऐसे में यदि अप उन्हें कुछ रीजनेबल कीमत ऑफर करके अपने CAF (Customer Agreement Form) साइन करा लेते हैं, तो आपको नियमित तौर पर वहाँ से काम मिलने की संभावना हो जाती है। कहने का आशय यह है की आपको अपने कॉर्पोरेट क्लाइंट की संख्या लगातार बढ़ाती रहनी चाहिए । तभी किसी महीने किसी क्लाइंट से, किसी महीने किसी अन्य क्लाइंट से आपको काम मिलता रहेगा।

रबर स्टाम्प बनाने की प्रक्रिया (Rubber Stamp Making Process)

इसमें ध्यान देने वाली बात यह है की, अलग अलग प्रकार की रबर स्टाम्प बनाने के लिए अलग अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है। लेकिन स्टाम्प बनाने की एक ऐसी प्रक्रिया जो काफी पुरानी है उसका उल्लेख कुछ इस प्रकार से है।  

  • कम्पोजिंग स्टैंड में कम्पोजिंग स्टिक और डाई की मदद से शब्दों को अरेंज किया जाता है।
  • कम्पोजिंग स्टैंड को लकड़ी से निर्मित एक फ्रेम के तहत फिट कर दिया जाता है।
  • इस चरण में प्लास्टर ट्रे का इस्तेमाल प्लास्टर ऑफ़ पेरिस और वाइटनिंग के मिश्रण को रखने के लिए किया जाता है।
  • प्लास्टर ट्रे को लकड़ी से निर्मित फ्रेम में भेजा जाता है जिसमें कम्पोजिंग स्टैंड आसानी से फिट हो सके।
  • सम्पूर्ण यूनिट को धीमी आंच में लगभग आधा घंटा तक गरम करने के लिए गैस स्टोव का इस्तेमाल किया जाता है।
  • कम्पोजिंग स्टैंड में फिर शब्दों के प्रभाव को वाइटनिंग के इस मिश्रण में आसानी से देखा जा सकता है।
  • पतली रबर शीट के माध्यम से इन शब्दों को अब आसानी से लिखा जा सकता है ।
  • कटिंग के बाद इन शब्दों पर दबाव बनाया जाता है।
  • इस प्रक्रिया के बाद स्टाम्प में शब्द तैयार हो जाते हैं।
  • शब्दों की छपाई में बाद स्टाम्प में हैंडल को आसानी से जोड़ा जा सकता है ।  

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रबर स्टाम्प बनाने का बिजनेस करने में खर्चा

यह व्यवसाय (Rubber Stamp Business) कम खर्चे के साथ शुरू किए जाने वाले व्यवसायों में शामिल है । यही कारण है की इस व्यवसाय को शुरू करने में आने वाली लागत के हिसाब से इसे किसी भी आर्थिक  वर्ग से जुड़ा हुआ व्यक्ति आसानी से शुरू कर सकता है । लेकिन इतना जरुर है की इस बिजनेस को शुरू करने के पहले इच्छुक व्यक्ति को इसकी बारीकियों और चुनौतियों को तो समझना ही होगा। स्टाम्प बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको ₹40 हज़ार से  ₹45 हज़ार तक निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है।     

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