टेंट हाउस बिजनेस कैसे शुरू करें | प्रक्रिया, आइटम लिस्ट, खर्चा, कमाई |

Tent house business एक ऐसा बिज़नेस है, जिसकी सेवा की मांग वर्ष के 12 महीनो में किसी न किसी को, किसी न किसी कारणवश होती रहती है, और इसे शहरी एवं ग्रामीण दोनों इलाकों से Start किया जा सकता है | और सबसे अहम् बात यह है की उद्यमी इसे Part time business के रूप में भी कर सकता है |

हाँ लेकिन इसमें इतना जरुर है की यह बिजनेस कर रहे उद्यमी के पास कोई अतिरिक्त जगह अर्थात कमरा होना चाहिए जहाँ वह टेंट हाउस के सामान को स्टोर करके रख सके और जरुरत पड़ने पर ट्रक एवं मजदूर किराये पर लेकर ग्राहक की लोकेशन तक सामान को पहुंचा सके |

सच तो यह है की इस प्रकार का बिज़नेस करने के लिए उद्यमी को किसी खास योग्यता की आवश्यकता पड़ती नहीं है और इसे start करना भी बेहद आसान प्रक्रिया है |

कुछ टेंट हाउस द्वारा अच्छी तरह सामान की देखभाल करने पर एक बार सामान खरीद देने के बाद अगले 20 सालों तक वही चलता रहता है, हालाँकि बीच बीच में लोगों की रूचि एवं आवश्यकता के अनुसार नया सामान add एवं कपडे से निर्मित सामान की धुलाई करनी पड़ सकती है |

Tent house business
Image : Tent House

क्या होता है टेंट हाउस बिजनेस

जैसा की हम सबको विदित है मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है इसी सामाजिक ताने बाने से उत्पन्न  मनुष्य के जीवन में प्रत्येक वर्ष जन्मदिन, शादी, बहुत सारी पार्टीयां इत्यादि करने का मौका आता है | पार्टीयां या दूसरों को दावत किसी भी व्यक्ति द्वारा तब दी जाती है जब वह कोई त्यौहार, कोई पारिवारिक अनुष्ठान, शादी, जन्मदिन या फिर कोई अन्य ख़ुशी के मौके को अपने जानकारों परिचितों की उपलब्धी में मनाना चाह रहा हो |

इनमे कुछ व्यवसायिक पार्टियाँ भी होती हैं जो किसी कंपनी या संस्थान द्वारा अपने Stack holders के लिए आयोजित की जाती हैं | पार्टी या आयोजन किसी प्रकार का भी हो, उसमे मेहमानों के लिए खान पान का एवं बैठने का इंतजाम होता ही है |

खान पान के लिए बर्तन एवं बैठने हेतु कुर्सियां यहाँ तक की कुछ Tent house catering services जैसे वेटर इत्यादि भी पार्टी करने वाले व्यक्ति को किराये पर उपलब्ध कराते हैं |

अर्थात जब कोई उद्यमी किसी पार्टी या अन्य आयोजन के लिए कुर्सियां, टेंट, बर्तन, टेबल इत्यादि मुहैया कराकर अपनी कमाई कर रहा होता है हम कह सकते हैं की इस प्रकार का उद्यमी Tent house business से जुड़ा हुआ उद्यमी है |

टेंट हाउस के चलने की संभावना:

India जनसँख्या की दृष्टि से विश्व में दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्र है जिसकी 65% से अधिक जनसँख्या 38 से कम उम्र की है यही कारण है की यहाँ प्रत्येक वर्ष लाखों लोगों की शादियाँ होती हैं, जिनमे मुख्य रूप से टेंट हाउस की आवश्यकता होती है |

इसके अलावा हर दिन पता नहीं कितने लाखों लोगों के जन्मदिन की पार्टियाँ, शादी की सालगिरह, कॉर्पोरेट पार्टियाँ, ख़ुशी के मौके भारत में मनाये जाते हैं | लगभग हर महीने कोई न कोई त्यौहार आ जाना भी इस बिजनेस के लिए अच्छा संकेत है |

पहले जहाँ Tent house business केवल शहरी क्षेत्रों तक ही सिमित था वर्तमान में इसने अपने पग ग्रामीण इलाकों की ओर भी पसारने शुरू कर दिए हैं | इसका पहला कारण तो लोगों की कमाई में धीरे धीरे हो रही वृद्धि और दूसरा ग्रामीण इलाकों में निवासित जनता में आत्मनिर्भरता आना है |

जहाँ पहले गाँव में किसी शादी का काम पूरे गांव वाले मिलजुल कर कर लिया करते थे, वही सबकी अपने आप में निर्भरता होने के कारण कहें, या शादी में टेंट व्यवस्था का होना अच्छा लगने के कारण कहें, कारण जो भी हो अब ग्रामीण इलाकों में हो रही शादियों में भी Tent को बुलाने लगे हैं | यद्यपि चाहे शहर हो या ग्रामीण उद्यमी इस व्यवसाय से जुड़े हुए भी हैं, और सफलतापूर्वक इसे चला भी रहे हैं |

लेकिन जब शादी या त्योहारों का समय आता है तो टेंट हाउस की बुकिंग मिलना थोडा मुश्किल हो जाता है वह इसलिए की इस समय एक दिन में एक ही इलाके में बहुत सारे टेंट हाउस की आवश्यकता होती है, इसलिए कहा जा सकता है की नए उद्यमियों के लिए भी इस बिजनेस में अच्छे अवसर विद्यमान हैं |

टेंट हाउस बिजनेस कैसे शुरू करें?(How to start tent house business in India):

यद्यपि जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं की Tent house business start करना एक बेहद ही आसान प्रक्रिया है, लेकिन यदि उद्यमी अच्छे ढंग से बिज़नेस प्लानिंग इत्यादि करके इस प्रक्रिया को अंजाम देता है तो बिज़नेस में रिस्क थोडा कम हो जाता है |

1. बिजनेस प्लान तैयार करें (Create a Business Plan):

इस बिज़नेस को स्टार्ट करने से पहले उद्यमी को चाहिए की वह एक प्रभावी बिज़नेस प्लान बनाये जिसमे बिज़नेस सम्बन्धी सारे तत्वों का उल्लेखन किया गया हो | इसमें जहाँ बिज़नेस को शुरू करने वाली लागत अर्थात खर्चे का अनुमानित विवरण होगा वही कमाई का भी अनुमानित विवरण होना जरुरी है |

इसमें यह भी उल्लेखित होना चाहिए की उद्यमी द्वारा अपने टेंट हाउस के लिए कौन सा Materials कितनी मात्रा में ख़रीदा जायेगा | उद्यमी अपने बिज़नेस की मार्केटिंग कैसे करेगा और उसके आंशिक ग्राहक कौन और कितने और उनसे होने वाली कमाई कितनी होगी |

2. वित्त का प्रबंध करें (Arrangement of Capital):

अब चूँकि उद्यमी को अपने बिज़नेस में लगने वाले खर्चे का अनुमान लग गया होगा | इसलिए उद्यमी का इस तरह का यह business start करने के लिए अगला कदम वित्त का प्रबंध करने का होना चाहिए |

उद्यमी को एक बात का ध्यान रखना चाहिए की इस बिज़नेस में आने वाला  मुख्य खर्चा टेंट हाउस के लिए सामान खरीदने और उस सामान को ग्राहक तक पहुँचाने में लगने वाली Manpower और Transportation का है |

वैसे यदि उद्यमी चाहे तो अपने बिज़नेस के लिए वित्त का प्रबंध करने के लिए किसी Angel Investors को पकड़ सकता है लेकिन ध्यान रहे उद्यमी को अपनी कमाई में से Angel Investor को तय हिस्सा देना पड़ेगा |

3. टेंट हाउस के लिए बर्तन और उपकरण खरीदें :

इस बिजनेस को शुरू करने में जो सबसे बड़ा खर्चा है वह है Equipments और Utensils को खरीदने में आने वाला खर्चा जहाँ तक Manpower का सवाल है यह दिहाड़ी मजदूरी पर रखी जा सकती है | और Transportation के लिए Booking मिलने पर ट्रक इत्यादि वाहन Hire किया जा सकता है | Tent house के लिए मुख्य रूप से खरीदी जाने वाली Equipments और Utensils की लिस्ट निम्नवत है |

  • Tents of all sizes, kannat bundles
  • Bamboo, rope, iron nails, etc (बांस के पोल, रस्से, लोहे की कीलें, लोहे के पोल)
  • Utensils for preparing food (खाना बनाने के सभी प्रकार के बर्तन)
  • Utensils for serving food & plates (खाना खिलाने लगाने के सभी प्रकार के बर्तन)
  • Carpets, steel chairs, iron tables, etc (कार्पेट, स्टील की कुर्सियां, लोहे की मेज इत्यादि)
  • Drums for water storage (पानी के टैंक)
  • Mattresses, quilts, bed sheets, pillows, (रजाई, गद्दे, तकिये, कम्बल इत्यादि)
  • Miscellaneous items (अन्य आवश्यक सामग्री)

4. पेमेंट मेथड का निर्धारण करें :

हाल ही में भारत सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का निर्णय जहाँ काले धन, जाली मुद्रा इत्यादि को कम करने के उद्देश्य से लिया गया था वही यह निर्णय कहीं न कहीं भारत को Cashless राष्ट्र बनाने की ओर भी एक कदम है |

कहने का तात्पर्य यह है की सरकार चाहती है की अधिक से अधिक लोग Cash की जगह Electronic transaction करें | इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह अपने ग्राहकों को  पेटीएम , account transfer या Cheque इत्यादि द्वारा Payment करने की Facility उपलब्ध कराये |

टेंट हाउस आइटम की पूरी लिस्ट हिंदी में

एक टेंट हाउस बिजनेस करने वाले उद्यमी को अपने ग्राहकों की पसंद के अनुसार लोगों के बैठने और टेंट ओढने का काम करना पड़ता है। इसके लिए कई तरह के सामान की आवश्यकता होती है जिसकी लिस्ट इस प्रकार से है।

  • टेंट खड़े करने के लिए पाइप
  • टेंट को बाँधने के लिए रस्सी
  • विभिन्न रंगों एवं डिजाईन की झालर
  • स्टेज इत्यादि का निर्माण करने के लिए तख़्त इत्यादि
  • लोगों के बैठने के लिए कुर्सियाँ
  • जयमाला इत्यादि कार्यक्रमों के लिए बड़ी कुर्सियाँ
  • विभिन्न रंगों एवं डिजाईन की कारपेट
  • खाने का बफे लगाने के लिए लकड़ी की मेजें
  • बफे लगाने के लिए बेन मेरी, बर्तन, टेबल क्लॉथ इत्यादि
  • लोगों की सोने की व्यवस्था करने के लिए रजाई, गद्दे, कम्बल इत्यादि
  • वीआईपी सोफे सेट
  • खाना खाने के लिए कवर के साथ सेण्टर टेबल
  • पानी पीने के लिए वाटर डिस्पेंसर
  • कई तरह के कार्यक्रमों में माइक, लाउडस्पीकर इत्यादि की भी आवश्यकता होती है।

इन सबके अलावा उद्यमी चाहे तो कैटरिंग में इस्तेमाल होने वाला सामान भी रख सकता है।

टेंट हाउस बिजनेस शुरू करने में खर्चा

टेंट हाउस बिजनेस में आने वाला खर्चा पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी किस किस तरह के सामान को अपने बिजनेस का हिस्सा बनाना चाहता है। और इसके अलावा किस तरह की सोसाइटी को लक्ष्य रखकर वह अपने इस बिजनेस (Tent House Business) को शुरू कर रहा है।  

यदि उद्यमी शादी, विवाह जैसे कार्यक्रमों को लक्ष्य रखकर इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहा है । और वह टेंट हाउस सामान के साथ साथ कैटरिंग में इस्तेमाल होने वाले सामान जैसे पतीले, गैस सिलिंडर, कढ़ाहे, परात, एवं अन्य जरुरी सामन के साथ इस बिजनेस को शुरू करता है।

तो इस बिजनेस को शुरू करने में उद्यमी को औसतन कम से कम ₹9.5 लाख से लेकर 13 लाख तक खर्चा करने की आवश्यकता होती है। 

टेंट हाउस बिजनेस से होने वाली कमाई

इस बिजनेस से होने वाली कमाई कई बातों पर निर्भर करती है। टेंट हाउस का प्रतिदिन किराया टेंट के आकार, कार्यक्रम में इस्तेमाल में लायी जाने वाली टेंट की वस्तुएं, लोकेशन इत्यादि के हिसाब से अलग अलग हो सकता है।

जैसे कई लोगों को वाटरप्रूफ टेंट लगाना होता है जिसका किराया सामान्य टेंट की तुलना में ज्यादा हो सकता है। प्लास्टिक की कुर्सियों के बजाय रेवोल्विंग कुर्सियों का किराया ज्यादा हो सकता है।

इसलिए इस बिजनेस (Tent house Business) से होने वाली कमाई पूर्णतया इस बात पर निर्भर करेगी की उद्यमी को एक साल में कितने दिन काम मिल रहा है। और उद्यमी प्रतिदिन के हिसाब से कितना किराया वसूल कर रहा है। लेकिन आम तौर पर देखा गया है की इस बिजनेस से प्रति वर्ष ₹3-4 लाख रूपये औसतन शुद्ध मुनाफा कमाया जा सकता है।        

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