पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का व्यापार कैसे शुरू करें ।

पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का यह व्यापार कोई नया नहीं है बल्कि इस तरह का यह बिज़नेस भारत में भी दशकों से चला आ रहा है । जैसा की हम सबको विदित है की मनुष्य के जीवन को आसान एवं सरल बनाने में वाहनों का अहम योगदान है । वाहन ही एक ऐसे माध्यम हैं जो मिलों की दूरी को कुछ मिनटों एवं घंटों का सफ़र बना देते हैं, जबकि पैदल वह दूरी तय करने में मनुष्य को अनेकों दिन लग सकते हैं ।

इसके अलावा वर्तमान में घर में कार रखना लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बनते जा रहा है क्योंकि घर में अपनी कार होने के अनेकों फायदे होते हैं, जो सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट से नहीं मिल सकते । लेकिन दूसरी सच्चाई यह भी है की भारतवर्ष में आर्थिक रूप से नई कार खरीदने का सामर्थ्य हर किसी का नहीं होता, ऐसे में वे अपनी आवश्यकता की पूर्ति हेतु पुरानी कार खरीदने को उत्सुक रहते हैं क्योंकि नए कार के मुकाबले पुरानी कार उन्हें बेहद सस्ते दामों में मिल जाती है ।

कहने का अभिप्राय यह है की भारत में हर किसी के बस की नई कार खरीदना नहीं है, ऐसे में वे लोग जो आर्थिक रूप से नई कार खरीदने में अक्षम होते हैं वे सस्ते दामों में मिलने वाली पुरानी कार खरीदने को आतुर रहते हैं। इसलिए ऐसे लोग जिन्हें ऑटोमोबाइल क्षेत्र की जानकारी हो वे अपनी कमाई करने के लिए पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं ।

पुरानी कार

पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का व्यापार क्या है

अक्सर होता क्या है की जब लोगों की आमदनी अर्थात कमाई बढ़ने लगती है तब वे अपने लिए कार खरीदने की सोचते हैं ऐसे में कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनकी खरीदी हुई पहली कार सेकंड हैण्ड अर्थात पुरानी होती है तो कुछ लोग नई कार भी खरीदते हैं । चूँकि हर व्यक्ति की अपने जीवनकाल में आर्थिक परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं इसलिए परिस्थतियों के हिसाब से मनुष्य को स्वयं भी ढलना पड़ता है। कहने का अभिप्राय यह है की जब मनुष्य की कमाई ठीक ठाक हो रही होती है तब वह कार खरीद लेता है ।

और जब उसकी कमाई और बढ़ जाती है तो वह उस कार को बेचकर कोई अन्य कार खरीदने की सोचता है या फिर उसकी कमाई कम भी हो जाती है तब भी वह कार का खर्चा वहन न कर पाने के कारण कार को बेचना पसंद करता है। इस प्रकार यह सिलसिला चलता रहता है किसी को अपनी पुरानी कार बेचनी होती है तो किसी को वह खरीदनी होती है ।

इस बिज़नेस में उद्यमी ऐसे लोग जो पुरानी कार बेचना चाहते हैं उनसे कार खरीदकर मुनाफे में ऐसे लोगों को बेच सकता है जिन्हें इनकी आवश्यकता हो । उद्यमी द्वारा अपनी कमाई करने के लिए किया जाने वाला यही उपरोक्त कार्य ही पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का व्यापार कहलाता है ।

बाजार में पुरानी कार बिकने की संभावना:  

भारतवर्ष की यदि हम बात करें तो यहाँ लगभग अधिकतर कार धारकों ने अपने जीवन में कभी न कभी पुरानी कार अवश्य खरीदी है इसलिए आज भी जब कोई व्यक्ति अपनी पहली कार खरीदने का सपना पूरा करने की सोचता है तो भले ही वह कार नई ख़रीदे लेकिन एक बार पुरानी कार का भी विकल्प अवश्य तलाश करता है। इसलिए अनुमानों के मुताबिक भारत में जब भी एक नई कार खरीदी जाती है तो कहा यह जाता है की एक पुरानी कार बेची भी जाती है।

इस व्यापार में कमाई की असीम संभावनाएं होने के कारण इस व्यापार में बड़े बड़े संगठित खिलाड़ी भी उतर चुके हैं । लेकिन इससे पहले और अब भी बहुत सारे हिस्सों में इस तरह का व्यापार असंगठित क्षेत्र द्वारा ही किया जाता रहा है। चूँकि भारत में एक बड़ी आबादी ऐसी भी है जिनके घर में कार तो छोड़ो दुपहिया वाहन भी नहीं होगा इसलिए आने वाले कुछ वर्षों में भी पुरानी कार की मांग भारतीय बाजार में ऐसे ही बनने के आसार लगाये जा रहे हैं।

पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस कैसे शुरू करें  

पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस दो तरीकों से शुरू किया जा सकता है एक जो पहला तरीका हम यहाँ पर बताने जा रहे हैं उसमे उद्यमी को बिलकुल भी निवेश करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन दूसरे तरीके में उद्यमी को भारी भरकम निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। तो आइये सबसे पहले बिना निवेश के यह बिज़नेस कैसे स्टार्ट करें के बारे में जानने का प्रयत्न करते हैं।

बिना निवेश किये पुरानी कार का बिज़नेस कैसे शुरू करें   

कोई भी व्यक्ति जिसे ऑटोमोबाइल सेक्टर की अच्छी जानकारी हो, और लोगों को विश्वास में लेने का कौशल हो, इस तरह का यह व्यापार बिना किसी निवेश के शुरू कर सकता है । बिना निवेश के पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस करने के लिए सर्वप्रथम उद्यमी को उस एरिया विशेष में जहाँ वह यह बिज़नेस शुरू करना चाहता है । में ऐसे लोगों की तलाश करनी होगी जो अपनी पुरानी कार बेचना चाहते हों ।

इसमें सिर्फ उद्यमी को इतना करना है की जो व्यक्ति कार बेचना चाह रहा है उसको विश्वास में लेना है की उसकी कार के लिए ग्राहक वही ढूंढ के लायेगा और वह निश्चिन्त होकर बैठा रहे। कहने का अभिप्राय यह है की इस पूरे प्रकरण में उद्यमी एक एजेंट के तौर पर कार्य कर रहा होता है । इसलिए इस प्रबंधन में कार बेचने वाले एवं उद्यमी के बीच एक एग्रीमेंट होता है जिसमें कार बेचे जाने पर बेचीं गई राशि का एक निश्चित प्रतिशत एजेंट को देने का प्रावधान होता है।

कहने का आशय यह है की जब उद्यमी उस पुरानी कार के लिए ग्राहक लाकर उसे सफलतापूर्वक बेच देता है तो उसे उसका एक निश्चित प्रतिशत मिल जाता है। यह स्थिति दोनों पार्टियों कार बेचने वाले एवं एजेंट के लिए बहुत ही बढ़िया रहती है क्योंकि कार बेचने वाले को ग्राहक ढूँढने के लिए दर दर नहीं भटकना पड़ता तो एजेंट का बिज़नेस बिना निवेश के शुरू हो जाता है ।

निवेश के साथ पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का व्यापार कैसे शुरू करें  

हालांकि उद्यमी चाहे तो शुरूआती दौर में उपरोक्त बताई गई बातों के अनुसार बिना निवेश के भी इस व्यापार को शुरू कर सकता है। और जब वह इस बिज़नेस से अच्छी खासी कमाई करने लग जाय तो इसमें निवेश करके व्यापार को आगे बढ़ा सकता है । इसलिए निवेश के साथ इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले उद्यमी का कदम अपनी Used Car Shop के लिए लोकेशन चयन का होना चाहिए।

1. लोकेशन का चयन करें :

पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का व्यापार शुरू करने के लिए लोकेशन का चुनाव करते समय विभिन्न बातों का ध्यान रखना पड़ता है।किसी ऐसे एरिया में जहाँ लोगों की खरीदारी करने की क्षमता ठीक ठाक हो में इस तरह का बिज़नेस करना उचित रहता है।

उस एरिया विशेष में मौजूद पुरानी कारों की दुकान, लोगों की पहुँच, स्थानीय एवं राज्यीय नियम, सुरक्षा, सिक्यूरिटी एवं पार्किंग जगह की उपलब्धता का होना भी बेहद जरुरी है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह पुरानी कार खरीदने एवं बेचने के व्यापार के लिए सबसे पहले उपरोक्त मानकों पर खरी उतरती लोकेशन का चुनाव करे।     

2. बिज़नेस रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंस प्राप्त करें :

उद्यमी अपने व्यापारिक लक्ष्यों को आधार मानकर अपने बिज़नेस का क़ानूनी प्रारूप चुन सकता है । कहने का आशय यह है की यदि उद्यमी चाहता है की उसका पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस केवल एक शहर में सिमित न रहकर अन्य शहरों एवं राज्यों में भी फैले। तो वह खुद की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलकर इस बिज़नेस की शुरुआत कर सकता है ।

लेकिन यदि उद्यमी मध्यम पूँजी निवेश करके केवल एक जगह से अपने व्यापार को संचालित करना चाहता है तो वह अपने बिज़नेस को Propertiorship Entity के तौर पर रजिस्टर करा सकता है। खुद की कंपनी कैसे शुरू करें के लिए यह पढ़ें।

उद्यमी के बिज़नेस को क़ानूनी प्रारूप मिलने के बाद उसे इस बिज़नेस को करने के लिए सम्बंधित विभाग से डीलरशिप लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है। कहने का अभिप्राय यह है की इस तरह का व्यवसाय क़ानूनी रूप से संचालित करने के लिए डीलर लाइसेंस की आवश्यकता होती है, यह वह लाइसेंस होता है जो उद्यमी को पुरानी या प्रयोग में लायी गई कारों को खरीदने एवं बेचने के कारोबार को चलाने की क़ानूनी परमिट देता है।

यद्यपि वर्तमान में पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का व्यापार बिना लाइसेंस के भी चल रहा है लेकिन एक लाइसेंसधारी डीलर आमतौर पर भरोसेमंद माना जाता है और ग्राहक उसके साथ डील करने में सुरक्षित महसूस करते हैं। लेकिन इस प्रकार का यह लाइसेंस प्राप्त करने के लिए उद्यमी को कभी कभी कुछ कोर्स करके इसकी परीक्षा पास करने की आवश्यकता भी हो सकती है।

3. ऐसे लोगों को ढूँढना जो पुरानी कार बेचना चाह रहे हों:

ध्यान रहे पुरानी कार उद्यमी तभी बेच पायेगा जब उसके पास कार होगी इसके लिए उद्यमी को ऐसे लोगों की खोज करनी होगी जो अपनी कार बेचना चाहते हों।उद्यमी को इस बात का भी ध्यान रखना पड़ेगा की वर्तमान में बहुत सारे ऑनलाइन पोर्टल भी हैं जो कार बेचने वाले एवं कार खरीदने वाले दोनों को एक ऑनलाइन मंच प्रदान करते हैं ताकि घर बैठे बैठे लोग कार खरीद एवं बेच सकें।

इसलिए यदि उद्यमी चाहे तो स्वयं के बिज़नेस के नाम से भी एक ऑनलाइन पोर्टल बना सकता है, जिसमें कार बेचने वाले अपने कार की सारी डिटेल्स भरकर उस पोर्टल में सबमिट कर लें, और जिसको कार खरीदनी हो वह उस पोर्टल पर आकर कार खरीदने की इच्छा जाहिर कर सके। लेकिन शुरूआती दौर में उद्यमी को पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस किसी एरिया विशेष को लक्ष्य करके ही करना चाहिए ताकि वह उस एरिया विशेष में ऐसे लोगों को ढूंढने में कामयाब हो पाए, जो अपनी पुरानी कार बेचना चाह रहे हों।      

4. ऑटोमोबाइल की जानकारी होना है जरुरी:

किसी भी बिज़नेस की अच्छी साख ही उस बिज़नेस को सफल बनाने में अहम योगदान देती है और अच्छी साख तभी बनती है जब ग्राहकों को गुणवत्तायुक्त उत्पाद या सेवा मुहैया करायी जाय। इसलिए इस तरह का व्यापार शुरू करने वाले उद्यमी को ऑटोमोबाइल की बेहतर जानकारी होनी चाहिए। ताकि वह पुरानी कार खरीदते समय कार का निरीक्षण एवं उसकी कम से कम कीमत का आकलन कर पाने में सक्षम हो सके।

यदि उद्यमी में कार के अनेक हिस्सों का निरीक्षण करने की क्षमता होगी, तभी वह उचित या सस्ती दरों पर अच्छी कार खरीद पाने में सक्षम होगा और उसी कार को उसकी खूबियाँ गिनाकर ग्राहकों को उच्च दामों में बेचने में कामयाब होगा। इसलिए पुरानी कार खरीदने एवं बेचने का बिज़नेस करने के लिए ऑटोमोबाइल की बेहतर जानकारी होना नितांत आवश्यक है ।     

5. फुल टाइम या पार्ट टाइम मेकेनिक की नियुक्ति करना:

उद्यमी को इस तरह का व्यापार सफलतापूर्वक चलाने के लिए एक या एक से अधिक मेकेनिकों की आवश्यकता हो सकती है, वह इसलिए क्योंकि यदि उद्यमी के पास मेकेनिक होगा तो वह थोड़ा बहुत रिपेयर मांगने वाली पुरानी कारों को भी खरीद सकता है। और उनमे रिपेयर का काम करवा के उन्हें उच्च दामों में बेचकर अच्छी खासी कमाई कर सकता है।

यद्यपि शुरूआती दौर में यदि उद्यमी के पास रिपेयरिंग का इतना काम न हो और उद्यमी मेकेनिक को एक निर्धारित वेतन नहीं देना चाह रहा हो तो वह किसी ऐसे मेकेनिक से बात कर सकता है जो रिपेयर का काम आने पर उसका काम कर सके।   

6. आंशिक ग्राहकों को आकर्षित करना:

आंशिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सबसे पहले उद्यमी को यह समझना होगा की पुरानी कार खरीदने के इच्छुक लोग कार में किस चीज को अहमियत देते हैं। कहने का आशय यह है की अलग अलग ग्राहकों की प्राथमिकतायें अलग अलग हो सकती हैं किसी की प्राथमिकता खरीदारी पर पैसे बचाने की हो सकती है, तो किसी की कार की परफॉरमेंस, किसी की सुरक्षा तो किसी की प्राथमिकता माइलेज हो सकती है ।

इसलिए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सर्वप्रथम उद्यमी को यही जानना होगा की उस एरिया विशेष में लोग पुरानी कार खरीदते समय किन बातों को प्राथमिकता देते हैं, ताकि वह रणनीति बनाकर अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित कर सके।

7. कार बेचना एवं कमाई करना:

ग्राहकों को आकर्षित करने की योजना तो उद्यमी को बनानी ही होगी लेकिन साथ में इन योजनाओं को आंशिक ग्राहकों तक पहुँचाने के लिए विभिन्न ऑनलाइन ऑफलाइन मार्केटिंग तकनीक का भी सहारा लेना होगा। ध्यान रहे ग्राहकों को आकर्षित करने की कोई भी योजना बनायें तो उसे अधिक से अधिक आंशिक ग्राहकों तक पहुँचाने की कोशिश अवश्य करें।

क्योंकि जब तक लोगों को योजना के बारे में पता ही नहीं होगा तो वह योजना किसी काम नहीं आएगी। इसलिए जितने अधिक लोगों को उद्यमी के पुरानी कार खरीदने एवं बेचने के व्यापार के बारे में पता चलेगा, उतनी अधिक कार बिकने की संभावना होगी, और जितनी अधिक कारें बिकेंगी। उद्यमी की उतनी अधिक कमाई होगी।

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