Acrylic Paint पर बात करने से पहले यह जानना भी बेहद जरुरी हो जाता है की Acrylic Painting का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पेंट विनिर्माण उद्योग तेलों से रंगों का निर्माण करने की पुरानी कोशिशों और सच्चे तरीकों से दूर चले गए थे | इसी दौरान रासायनिक, पेट्रोलियम और विलायक आधारित पेंटों को बढ़ावा देने की भारी शुरुआत की गई थी |
पर्यावरण में पेट्रोलियम उत्पादों के खतरे के बारे में जागरूकता के बढ़ने के कारण समस्त मानवजाति ने पेंटिंग उद्योग में एक नई अवधि में प्रवेश किया | वर्तमान अर्थात आधुनिक Paint में मुख्य अंतर binder के रूप में बदलाव है जहाँ प्राकृतिक तेल से उबला हुआ अक्साइड तेल का उपयोग होता है |
जो साधारणतः सोयाबीन एवं कुसुम के तेल से उत्पादित होता है | पिछले तीस वर्षों में पेंट के निर्माण में सिंथेटिक रेजिन, जैसे एक्रिलिक्स और एपॉक्सिस का उपयोग प्रचलित हो गया है | आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से Acrylic Paint Manufacturing business के अंतर्गत इस बिज़नेस में उपयुक्त होने वाली मशीनरी एवं उपकरण, कच्चा माल, संक्षेप में इसकी निर्माण विधि इत्यादि के बारे में जानने की कोशिश करेंगे |
Acrylic Paint बनाने का व्यापार क्या है :
Acrylic Paint की यदि हम बात करें तो यह acrylic polymer emulsion में पिगमेंट Suspended की प्रक्रिया से निर्माण किया हुआ एक बहुत ही जल्दी सूखने वाला पेंट है | वैसे तो Acrylic Paint जल में घुलनशील होता है लेकिन जब यह सूख जाता है तो यह पानी प्रतिरोधी बन जाता है |
साधारण भाषा में कहें तो सूखने के बाद इस पेंट पर पानी का कोई असर नहीं होता है बल्कि इसमें पानी डालने पर वह आगे की ओर अग्रसित होता जाता है | Acrylic Paint का अधिकतर तौर पर उपयोग क्राफ्टिंग, पेंटिंग एवं कला कक्षा के छात्रों द्वारा किया जाता है क्योंकि इसे सिर्फ पानी के साथ मिलाकर उपयोग में लाया जा सकता है और इसमें किसी प्रकार के कोई केमिकल की आवश्यकता नहीं होती है |
कहने का आशय यह है की Acrylic Paint का उपयोग Exterior, Interior के अलावा अनेक कलाकृति बनाने वाले कलाकारों द्वारा भी किया जाता है | जब किसी उद्यमी द्वारा इनकी आवश्यकता को ध्यान में रखकर अपनी कमाई करने के लिए व्यवसायिक तौर पर इनका निर्माण किया जाता है तो उस उद्यमी के द्वारा किया जाने वाला यह बिज़नेस Acrylic Paint manufacturing Business कहलाता है |
Market potential in Acrylic Paint Manufacturing:
चूँकि Acrylic Paint के विभिन्न प्रकार होते हैं इसलिए इसे एक तरफ जहाँ विभिन्न कलाकृति बनाने वाले कलाकारों, विद्यार्थियों द्वारा उपयोग में लाया जाता है वही इसे हाउस पेंटिंग के उपयोग में भी लाया जाता है |
Acrylic Paints की हाउस पेंटिंग में उपयोग की बात करें तो Acrylic Latex, Acrylic Enamel या Acrylic Latex Enamel इस पेंट के ऐसे प्रकार है जिन्हें अधिकतर तौर पर हाउस पेंटिंग के उपयोग में भी लाया जाता है | चूँकि Acrylic Enamel paint की चलने की क्षमता बेहद मजबूत होती है यही कारण है की हाउस पेंटिंग में इसका चयन अक्सर किया जाता रहा है |
मुख्य रूप से Acrylic Paints को चार भागों में विभाजित किया जा सकता है इनमे पहले प्रकार का पेंट पूर्ण रूप से Acrylic Paints है जो इंटीरियर एवं Exterior कोटिंग के उपयोग में लाया जाता है हालांकि इसकी गुणवत्ता Latex paint से मिलती है इसका अनुपालन एवं स्थायित्व बेहतर होने के कारण इसका उपयोग अधिक देखने को मिलता है |
Acrylic Paints का दूसरा प्रकार High Performance Paint है जिसमे तापमान रोधी एवं जलवायु रोधी गुण होने के कारण बाहरी तरफ इसका उपयोग होता है |
तीसरे प्रकार को Acrylic Polyurethane paint या enamel paint भी कहते हैं इसका उपयोग लकड़ी के फर्श या कंक्रीट के फर्श पर किया जाता रहा है हालांकि कुछ Enamel paint को विशेष तौर पर धातु को जंग से बचाने के लिए भी बनाया जाता है | Acrylic latex paint को प्रमुख रूप से इंटीरियर के उपयोग में लाया जाता है | कहने का आशय यह है की Acrylic Paints के मल्टीप्ल उपयोग होने के कारण इसके बिकने की संभावना हमेशा बनी रहती है |
आवश्यक मशीनरी एवं उपकरण (Required Machinery and Equipment):
Acrylic paint manufacturing business में काम आने वाली मुख्य मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |
- मोटर, स्टार्टर एवं पंप के साथ सैंड मिल
- मोटर, स्टार्टर के साथ Variable speed High Speed Disperser
- 250 किलो तक की क्षमता वाली इलेक्ट्रॉनिक मापक यंत्र
- ब्रूक फिल्ड विस्कोमीटर
- Weight per litre cup
- Wet scrubbality tester
- 25 लीटर प्रति घंटा क्षमता के साथ DM water Plant
- 10000 लीटर क्षमता वाला वाटर ओवरहेड टैंक tube वेल एवं अन्य उपकरणों के साथ
Acrylic paint manufacturing business में प्रयुक्त होने वाले कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है |
- डीएम वाटर
- wetting एजेंट
- Preservative
- Emulsifier
- hydroxy ethyl cellulose
- चीड़ का तेल (Pine Oil)
- टाइटेनियम डाइऑक्साइड
- चाइना क्ले
- केल्साइट
- Acrylic emulsion
- थिकनर
- डीफोमर
- Infilm Preservative
- अमोनिया
- पैकिंग के लिए टिन के डिब्बे
- Carton / Tape
पेन्ट विनिर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process of Paint):
Acrylic paint Manufacturing process में सर्वप्रथम अमोनिया एवं पानी की मदद से hydroxy ethyl cellulose का solution तैयार किया जाता है | उसके बाद सभी पिगमेंट एवं extenders थोड़े बहुत पानी की मात्रा के साथ और weighting agents के साथ high speed stirrer के माध्यम से मिला दिए जाते हैं | उसके बाद ग्राइंडिंग की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है ग्राइंडिंग की प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए उपर्युक्त सामग्री को सैंड मिल की ओर पास कराया जाता है लेकिन इसका फ्लो रेट प्रति मिनट तीन चार लीटर होना चाहिए |
लाइट कलर के लिए इसे सैंड मिल से केवल एक बार पास कराया जाता है और गहरे के लिए दो बार या तीन बार पास कराया जा सकता है | अब अगला कदम ग्राइंड किये हुए सामग्री को बचे हुए पानी एवं emulsion के साथ हाई स्पीड stirer में Low RPM के साथ मिला दिया जाता है | इसी दौरान इसमें Thickener, coaleasing agents, defoamer, buffer solution इत्यादि मिला दिए जाते हैं |
अब अगली प्रक्रिया tinting की होती है उसके बाद इस सामग्री में विभिन्न प्रकार के पानी पर आधारित Stainers add किये जाते हैं ताकि पेंट की मनमुताबिक शेड प्राप्त हो सके | पूर्ण रूप से पेंट तैयार होने के बाद उसे टिन के डिब्बों में या अन्य tube इत्यादि में पैक कर दिया जाता है | लेकिन ध्यान रहे इसका उत्पादन ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैण्डर्ड द्वारा निर्धारित BIS:15489 – 2004 मानकों के मुताबिक होनी चाहिए |
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