Atal Pension Yojana (APY) in Hindi : इस योजना का उद्देश्य हम आपको एक कहानी के माध्यम से समझाने की कोशिश करेंगे । क्योकि किसी भी योजना के बारे में समझने से पहले वो किस उद्देश हेतु लागू की गई है , यह जानना जरुरी है।
अटल पेंशन योजना का उद्देश्य (Objective of Atal Pension Yojana (APY)
हरी सिंह एक किसान हुआ करते थे । उनका एक बेटा और एक बेटी थी ।हरी सिंह अपने खेतों में काम करने के अलावा गांव के पास ही एक फैक्ट्री में दैनिक मज़दूरी पर भी काम किया करते थे ।
जब तक शरीर में जान थी । उन्होंने खूब मेहनत की अपने बच्चो को पढ़ाया हालाँकि बेटी को वो इंटरमीडिएट तक ही पढ़ा पाये । उसके बाद उसके हाथ पीले कर दिए गए, अर्थात उसकी शादी कर दी गई । बेटी तो होती ही पराया धन है, ये बात ग्रामीण इलाको में ज्यादा प्रचलित है ।
और लोग बखूबी इसका पालन भी करते हैं । अर्थात लड़कियों की शादी जल्दी करवा देते हैं । बेटे को उन्होंने इंटरमीडिएट करके शहर पढ़ने भेजा । ये सोचकर की बेटा बुढ़ापे की लाठी अर्थात सहारा बनेगा । लेकिन बेटा कॉलेज में ही किसी मधुमती के प्रेम में पड़ चूका था । और कॉलेज पूरा करने के बाद मधुमती ने उससे इस शर्त पर शादी की कि वह गांव में नहीं रहेगी ।
मुझसे शादी करनी है तो तुम्हे शहर में ही कोई नौकरी ढूँढ के, मुझे भी अपने साथ ही रखना पड़ेगा । बेटा भी क्या करता प्यार जो करता था मधुमती से, मान गया। और शहर में 10-12 हज़ार की नौकरी शुरू की, अब हरी सिंह के भी थोड़े हाथ पाँव चलते थे । थोड़ा बहुत खेतो में काम कर लिया करते थे । और 1000-2000 रूपये महीने के, बेटा भेज दिया करता था । आराम से गुज़र बसर हो रही थी ।
लेकिन 1 साल बाद हरी सिंह का पोता हुआ, और बेटे की भी तनख्वाह 15 से 20 हज़ार हो गई । अब बेटा चाहकर भी अपने माँ बाप के लिए पैसे नहीं भेज पा रहा था । कभी तो उसका मन करता की बीवी बच्चो को घर छोड़कर अकेले रहूँगा, तो थोड़ा बहुत बचा लूँगा । जिससे माँ बाप की भी देखभाल हो जाएगी । लेकिन मधुमती गांव जाना चाहती ही नहीं थी ।
अब हरी सिंह जी के हाथ पैरो ने भी जवाब दे दिया था । अर्थात अब वो खेतो में काम करने में असमर्थ थे । अब उनको अपने बेटे की Kamai की सबसे अधिक जरुरत थी । लेकिन बेटा चाहकर भी पैसा भेज पाने में असमर्थ था । क्योकि शहर में उसकी Kamai से उसी के खर्चे पूरे नहीं हो पा रहे थे ।
अब आप ही सोचिए कमाई के अभाव में कैसे कटा होगा हरी सिंह जी का बुढ़ापा | हमारे देश में लाखो करोड़ों हरी सिंह हैं, जिनका बुढ़ापा Kamai के अभाव में कटता है । इसी समस्या के मद्देनज़र और बच्चो पर माँ बाप की निर्भरता को कम करने के लिए वर्तमान सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है ।

अटल पेंशन योजना क्या है (What is Atal Pension Scheme)
Atal Pension Yojana Kya hai : यह असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोगो के लिए भारत सरकार द्वारा जारी की गई एक पेंशन योजना है । जिसका लाभ इस योजना से जुड़ा हुआ व्यक्ति अपने बुढ़ापे में अर्थात 60 सालो से ऊपर की अवस्था में ले सकता है ।
इस योजना का लक्ष्य छोटे असंगठित कार्यक्षेत्रों से जुड़े हुए लोगो में आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा देना है । योजना के तहत व्यक्ति अपने कामकाजी दिनों में महीने में तीन महीने में, छ महीने में या फिर साल भर में अपने खाते में क़िस्त जमा करेगा । जो उसको उसके बुढ़ापे में पेंशन के तौर पर दी जाएगी । और इस योजना का नाम भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम से रखा गया है।
योजना कब से शुरू की गई .
अटल पेंशन योजना की घोषणा तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली जी ने अपने 2015 के बजट भाषण के दौरान की थी । और बाद में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 9 मई 2015 को कोलकाता में इसका शुभारम्भ किया था । और इसको 1 जून 2015 से क्रियान्वयन में लाया गया ।
लाभ लेने के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)
- यदि आपकी उम्र 18-40 वर्षो के बीच है । अर्थात 18 या 18 वर्षो से ज्यादा, और 40 या 40 वर्षो से कम, फिर आप इस योजना से जुड़ सकते हैं ।
- यदि आपके पास आपका आधार कार्ड है । तब तो बहुत बढ़िया है, क्योकि सरकार को आधार कार्ड के माध्यम से KYC में सहायता प्रदान होती है । और आपका पैसा जल्दी और सुचारू रूप से आपको ही मिलता है । अर्थात आधार कार्ड आपके पैसे को गलत हाथो में जाने से बचाएगा । अगर नहीं है तो कोई बात नहीं, पहले आप इस योजना में नामांकन कीजिये उसके बाद आधार कार्ड बनवा के बैंक में जमा कर दीजिये ।
- आपका किसी भी बैंक में खाता होना अनिवार्य है ।
अटल पेंशन योजना में कितनी पेंशन मिलेगी
- अटल पेंशन योजना के तहत 1000 से 5000 धनराशि तक का, पेंशन का प्रावधान है ।
- अलग अलग पेंशन धनराशि के लिए अलग अलग योगदान धनराशि निर्धारित की गई है ।
- योगदान धनराशि की मासिक क़िस्त व्यक्ति की उम्र पर निर्भर करेगी । अर्थात यदि आप 18 साल के हैं । तो 60 साल बाद 1000 रूपये महीने की पेंशन पाने के लिए आपको 42 रूपये प्रति माह, और यदि आप 40 साल के हैं, तो 1000 रूपये महीने की पेंशन लेने के लिए आपको 291 रूपये प्रति माह जमा कराने होते हैं ।
जैसा की नीचे तालिका में दिखाया गया है ।
उम्र | योगदान के कुल साल | रूपये 1000 हर माह पेंशन के लिए मासिक क़िस्त | रूपये 2000 हर माह पेंशन के लिए मासिक क़िस्त | रूपये 3000 हर माह पेंशन के लिए मासिक क़िस्त | रूपये 4000 हर माह पेंशन के लिए मासिक क़िस्त | रूपये 5000 हर माह पेंशन के लिए मासिक क़िस्त |
18 | 42 साल | 42 रूपये | 84 रूपये | 126 रूपये | 168 रूपये | 210 रूपये |
19 | 41 साल | 46 रूपये | 92 रूपये | 138 रूपये | 183 रूपये | 228 रूपये |
20 | 40 साल | 50 रूपये | 100 रूपये | 150 रूपये | 198 रूपये | 248 रूपये |
21 | 39 साल | 54 रूपये | 108 रूपये | 162 रूपये | 215 रूपये> | 269 रूपये |
22 | 38 साल | 59 रूपये | 117 रूपये | 177 रूपये | 234 रूपये | 292 रूपये |
23 | 37 साल | 64 रूपये | 127 रूपये | 192 रूपये | 254 रूपये | 318 रूपये |
24 | 36 साल | 70 रूपये | 139 रूपये | 208 रूपये | 277 रूपये | 346 रूपये |
25 | 35 साल | 76 रूपये | 151 रूपये | 226 रूपये | 301रूपये | 376 रूपये |
26 | 34 साल | 82 रूपये | 164रूपये | 246 रूपये | 327 रूपये | 409 रूपये |
27 | 33 साल | 90 रूपये | 178 रूपये | 268 रूपये | 356 रूपये | 446 रूपये |
28 | 32 साल | 97 रूपये | 194 रूपये | 292 रूपये | 388 रूपये | 485 रूपये |
29 | 31 साल | 106 रूपये | 212 रूपये | 318 रूपये | 423 रूपये | 529 रूपये |
30 | 30 साल | 116 रूपये | 231 रूपये | 347 रूपये | 462 रूपये | 577 रूपये |
31 | 29 साल | 126 रूपये | 252 रूपये | 379 रूपये | 504 रूपये | 630 रूपये |
32/td> | 28 साल | 138 रूपये | 276 रूपये | 414 रूपये | 551 रूपये | 689 रूपये |
33 | 27 साल | 151 रूपये | 302 रूपये | 453 रूपये | 602 रूपये | 752 रूपये |
34 | 26 साल | 165 रूपये | 330 रूपये | 495 रूपये | 659 रूपये | 824 रूपये |
35 | 25 साल | 181 रूपये | 362 रूपये | 543 रूपये | 722 रूपये | 902 रूपये |
36 | 24 साल | 198 रूपये | 396 रूपये | 594 रूपये | 792 रूपये | 990 रूपये |
37 | 23 साल | 218 रूपये | 436 रूपये | 654रूपये | 870 रूपये | 1087 रूपये |
38 | 22 साल | 240 रूपये | 480 रूपये | 720 रूपये | 957 रूपये | 1196 रूपये |
39 | 21 साल | 264 रूपये | 528 रूपये | 792 रूपये | 1054 रूपये | 1318 रूपये |
40 | 20 साल | 291 रूपये | 582 रूपये | 873 रूपये | 1164 रूपये | 1454 रूपये |
जैसा की उपर्युक्त तालिका में भरी जाने वाली मासिक किस्तों का विवरण स्पष्ट है । अब यदि किसी योगदानकर्ता की मृत्यु 60 साल में हो जाती है | तो उसकी पेंशन उसके पति/पत्नी को दी जाएगी । दोनों की मृत्यु होने पर इस तालिका के हिसाब से शेष धनराशी नामांकित व्यक्ति को दी जाएगी ।
पेंशन के प्रकार | कोष राशि जो नामांकित व्यक्ति को दी जाएगी |
1000 रूपये प्रति माह की पेंशन | 1.7 लाख |
2000 रूपये प्रति माह की पेंशन | 3.4 लाख |
3000 रूपये प्रति माह की पेंशन | 5.1 लाख |
4000 रूपये प्रति माह की पेंशन | 6.8 लाख |
5000 रूपये प्रति माह की पेंशन | 8.5 लाख |
योजना में प्रीमियम भरने का तरीका :
- आप इस योजना में योगदान राशि का भुगतान महीने में, तीन महीने में, और छ महीने की किस्तें बनवाकर कर सकते हैं ।
- आप जैसे ही अपनी क़िस्त का समय तय करेंगे । अर्थात महीने में, तीन महीने में या छ महीने में, बैंक स्वतः ही आपके खाते से पैसे काटकर इस योजना के अंतर्गत जमा करवा देगा । बशर्ते आपके खाते में पैसे होने चाहिए ।
सरकार की भूमिका (Government role in APY) :
इस Yojana को सफल बनाने हेतु सरकार ने छोटे क्षेत्रो से जुड़े लोगो अर्थात जिनका EPF और EPS नहीं कटता उनको रियायत दी है । ऐसे लोग जो 31 मार्च 2016 से पहले पहले इस योजना से जुड़ें थे , सरकार ने उन्हें उनकी क़िस्त में 50% तक की रियायत दी थी । अर्थात 50% तक क़िस्त भारत सरकार द्वारा बैंक को दी गई थी ।
लेकिन यह योगदान राशि अधिकतम सीमा 1000 रूपये प्रतिवर्ष होगी । और जो अधिकतम पहले पांच वर्षो के लिए ही दी जानी थी । यह योगदान राशि में रियायत सिर्फ उन्ही लोगो को दी जानी थी । जो आयकर के दायरे में नहीं आते और जिनका EPF और EPS नहीं कटता ।
योगदान राशि समय पर न भरने पर क्या होगा :
यदि आप योगदान राशि भरने में विलम्ब करते हैं । तो आपको 1 रूपये से लेके 10 रूपये तक दंड राशि भुगतान करनी पड़ सकती है । और अधिक देरी करने पर आप इस योजना का लाभ लेने से भी चूक सकते हैं ।
- यदि आपने इस योजना के तहत 100 रूपये भर दिए हैं । और बाद में आप क़िस्त भरने में विलम्ब करते हैं । तो आपको हर महीने 1 रूपये दंड राशि के तौर पर देना होगा ।
- यदि आप 100 से ज्यादा और 500 से कम इस योजना में योगदान राशि भर चुके हैं । तब आपको 2 रूपये प्रति माह दंड राशि के तौर पर देनी होगी ।
- 501 रूपये से 1000 रूपये तक की योगदान राशि दे चुके हैं। तो आपको हर महीने 5 रूपये दंड राशि के तौर पर देने होंगे ।
- और 1000 से अधिक भुगतान कर चुके हैं । तो दंड राशि 10 रूपये प्रति माह होगी ।
- यदि 6 महीने तक आप अपनी योगदान राशि भरने में निष्फल रहे । तो आपके खाते की कुछ क्रियाएँ बंद कर दी जाएँगी । अर्थात आपका खाता जाम कर दिया जायेगा ।
- 12 महीने अर्थात एक साल तक यदि आपके खाते में पैसे न डाले गए तो आपका खाता निष्क्रिय कर दिया जायेगा । आप इसमें पैसे डाल के दुबारा से सक्रीय करवा सकते हैं ।
- 24 महीने अर्थात 2 साल तक यदि आप अपने खाते में पैसे डालने में असफल रहे, तो आपका खाता बंद कर दिया जायेगा ।
अटल पेंशन योजना के लाभ (Benefits of APY in Hindi) :
- इस Yojana के तहत जुड़ने पर आपको 60 साल की उम्र के बाद आपके प्लान के हिसाब से रूपये 1000 से लेके रूपये 5000 तक की पेंशन मिलने का सरकारी प्रावधान है ।
- इस योजना को विशेषतः उन लोगो को ध्यान में रख के संचालित की गई है । जो बहुत छोटे क्षेत्रो से जुड़े हुए है इनमे दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले मज़दूर भी आते हैं ।
- जो लोग आयकर के दायरे से बाहर हैं । अर्थात करदाता नहीं है, उनको भारत सरकार की ओर से पहले पांच वर्षो के लिए एक वर्ष में 1000 रूपये तक की रियायत का प्रावधान है ।
- इसकी कम से कम समय सीमा 20 वर्ष है । इस योजना का लाभ अर्थात पेंशन व्यक्ति को 60 साल पूरे होने के बाद ही मिलेगी ।
- यदि 60 वर्ष की आयु के बाद लाभार्थी अर्थात धारक की मृत्यु हो जाती है । तो अटल पेंशन धारक के पति या पत्नी को मिलेगी । दोनों की मृत्यु होने की दशा में पूरे कोष की धनराशि नामांकित व्यक्ति अर्थात नॉमिनी को दी जाएगी ।
- कोष धनराशि 1000 रूपये पेंशन पर 7 लाख और 5000 पेंशन पर 8.5 लाख होगी ।
- यदि लाभार्थी अर्थात धारक की मृत्यु 60 साल से पहले हो जाती है । तो इस योजना (Atal Pension Yojana) में पूरी की पूरी धनराशि ब्याज सहित नामांकित व्यक्ति को दे दी जाएगी ।और खाता बंद कर दिया जायेगा। इस योजना की और अधिक जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
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इनका नाम महेंद्र रावत है। इनकी रूचि बिजनेस, फाइनेंस, करियर जैसे विषयों पर लेख लिखना रही है। इन विषयों पर अब तक ये विभिन्न वेबसाइटो एवं पत्रिकाओं के लिए, पिछले 7 वर्षों में 1000 से ज्यादा लेख लिख चुके हैं। इनके द्वारा लिखे हुए कंटेंट को सपोर्ट करने के लिए इनके सोशल मीडिया हैंडल से अवश्य जुड़ें।