बाँस का फर्नीचर बनाने का व्यापार। Bamboo Furniture Business Plan in Hindi.

Bamboo furniture से तो आप सभी अच्छी तरह से अवगत होंगे, क्योंकि बांस की लकड़ी से निर्मित अनेकों प्रकार का फर्नीचर हमें अपने नित्य प्रतिदिन जीवन में देखने को मिल जाता है। बाँस की लकड़ी से निर्मित सीढ़ियाँ, कुर्सियाँ, सोफे, टेबल, कर्टेन इत्यादि आम हैं। इसके अलावा चूँकि बाँस की लकड़ी अन्दर से खोखली होती है इसलिए इस लकड़ी के बर्तन, बोतल, टोकरी एवं अन्य कई तरह की सजावटी वस्तुएं भी आसानी से बनायीं जाती हैं।

बाँस की यदि हम बात करें तो यह एक ऐसा पेड़ है जो बड़ी तीव्र गति से बढ़ता है और इसे अनेकों अनुप्रयोगों के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है इसलिए बाँस अदभुत कच्चे माल की लिस्ट में से एक है । बाँस की लकड़ी में ऐसा गुण है की वह प्लास्टिक, स्टील इत्यादि के कई अनुप्रयोगों को प्रतिस्थापित करने के लिए बेहद अच्छी सामग्री है। Bamboo Furniture की यदि हम बात करें तो बाँस से कुर्सियां, सोफे, बुकशेल्व, अलमारियाँ और टेबल इत्यादि बनायीं जाती हैं।

इसलिए बाँस अन्य लकड़ियों का एक उत्कृष्ट विकल्प माना जाता है बाँस से फर्नीचर की एक विशाल श्रंखला का निर्माण किया जा सकता है इनमें टेबल, कुर्सियाँ, बुकशेल्व, बेड, अलमारियाँ और रिक्लाइनर इत्यादि प्रमुख हैं। बाँस की लकड़ी से निर्मित फर्नीचर टिकाऊ, व्यवहारिक और आधुनिक स्वरूप वाला होता है और मनुष्य इसे अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में आसानी से इस्तेमाल में ला सकता है । पारम्परिक लकड़ी की तुलना में इसमें क्षति होने की संभावना भी कम होती है।  यही कारण है की वर्तमान में बाँस से अनेकों तरह के Bamboo Furniture का निर्माण किया जा रहा है।

Bamboo furniture business plan in Hindi

Bamboo Furniture के उपयोग और मार्किट

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की Bamboo Furniture भी टिकाऊ, व्यवहारिक और आधुनिक स्वरूप वाला होता है इसलिए यह मनुष्य की फर्नीचर सम्बन्धी रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामना बखूबी कर सकता है। बांस के फर्नीचर की खासियत यह है की यह वायुमंडलीय परिवर्तनों और मौसम के कारण सिकुड़ता या फैलता नहीं है इसलिए इस तरह के फर्नीचर का इस्तेमाल बाहरी फर्नीचर के तौर पर भी किया जा सकता है। और हम अपने आस पास भी देखते हैं की झोपडी और बड़े बड़े रिसोर्ट इत्यादि के बाहर बनी छोटी छोटी हट में बांस की लकड़ी का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है।

बाँस की लकड़ी में एक अलग तरह की विशेषता होती है जो फर्नीचर में सुन्दरता को जोड़ता है। यही कारण है की बाँस का इस्तेमाल विभिन्न वाणिज्यिक स्थानों जैसे होटल, ऑफिस और मनोरंजक क्षेत्रों में भी किया जाता है। एक आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2018 में वैश्विक बाँस फर्नीचर के बाजार का आकार 10.09 बिलियन अमरीकी डालर आँका गया था और वर्ष 2019 से 2025 तक 5.2% की CAGR दर से बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। इस क्षेत्र का विकास प्रमुख रूप से बुनियादी ढाँचे में बढ़ते निवेश के कारण बढती फर्नीचर माँग से प्रभावित हुआ है।

इसके अलावा बढती जनसँख्या के चलते लोगों कीआवासीय आवश्यकताओं में वृद्धि भी इस बाजार को संचालित करने के पीछे प्रमुख कारक है। इंटीरियर के तौर पर बाँस का इस्तेमाल इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि यह टिकाऊपन के साथ साथ आधुनिक स्वरूप भी प्रदान करता है। इसके अलावा सरकार और लोग पर्यावरण के प्रति काफी जागरूक हो गए हैं इसलिए वे ऐसे पेड़ों को काटने से बच रहे हैं जिन्हें बड़ा होने में वर्षों का समय लग जाता है। Bamboo Furniture बनाने के लिए बाँस का उत्पादन किया जा सकता है क्योंकि यह एक ऐसा पेड़ है जो बड़ी तीव्र गति से बढ़ता है।

बाँस का फर्नीचर बनाने का काम कैसे शुरू करें? (How to Start a Bamboo Furniture Business)

बाँस का फर्नीचर बनाने का व्यवसाय शुरूआती दौर में बेहद कम पैसों से भी शुरू किया जा सकता है बशर्ते की जो व्यक्ति इसे शुरू कर रहा हो वह स्वयं एक एस कारीगर हो जिसे बाँस की लकड़ी से विभिन्न प्रकार के Bamboo Furniture का निर्माण करना आता हो। और जहाँ व्यक्ति इस तरह का यह व्यवसाय शुरू कर रहा हो उस एरिया में बाँस कला उत्पादन अच्छा ख़ासा होता हो, ताकि उद्यमी को कच्चा माल आसानी से उचित दामों में उपलब्ध हो सके।

इसके अलावा जो व्यक्ति खुद कारीगर न हो उस व्यक्ति को इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने में थोड़ा अधिक निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। तो आइये जानते हैं की कैसे कोई व्यक्ति खुद का Bamboo Furniture बनाने का व्यवसाय शुरू कर सकता है।

1. कच्चे माल की उपलब्धता का पता लगायें

Bamboo Furniture Business शुरू करने के लिए उद्यमी को सर्वप्रथम उस एरिया में जहाँ वह इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करना चाहता है में यह पता लगाना होगा की क्या उस एरिया में उसे कच्चा माल उचित दाम पर आसानी से मिल जायेगा। इसका अनुमान उद्यमी तब लगा सकता है जब उसे इस बात का पता हो की वहाँ पर बाँस के पेड़ उगाये जाते हैं या नहीं कहने का आशय यह है की जिस एरिया में बाँस के पेड़ अधिक हों, या जहाँ बाँस के पेड़ों की खेती की जाती हो उसी एरिया में उद्यमी इस तरह का यह व्यवसाय शुरू कर सकता है।

क्योंकि यदि कच्चा माल स्थानीय क्षेत्र को छोड़कर कहीं बाहर से मंगाना पड़ जाय तो यह उद्यमी की फर्नीचर लागत को बहुत ज्यादा बढ़ा सकता है। और उद्यमी को अपने व्यवसाय को इस प्रतिस्पर्धी माहौल में स्थापित करने में काफी कठिनाइयाँ आ सकती हैं। इसलिए Bamboo Furniture Unit स्थापित करने के लिए आदर्श लोकेशन वही है जिसके आस पास बाँस के पेड़ों की अधिकता हो।      

2. जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करें

अब जब उद्यमी ने कच्चे माल की उपलब्धता का पता लगा लिया हो तो अब उद्यमी का अगला कदम उस एरिया के दस किलोमीटर के रेडियस में अपनी इकाई स्थापित करने के लिए जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करने की आवश्यकता होगी। उद्यमी को स्टोर रूम के लिए जगह, विनिर्माण क्षेत्र के लिए जगह और एक छोटा सा ऑफिस स्थापित करने के लिए भी जगह की आवश्यकता हो सकती है।

इस प्रकार से देखें तो उद्यमी को Bamboo Furniture Unit स्थापित करने के लिए 1000-1200 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है। वैसे यह बिलकुल भी जरुरी नहीं है की उद्यमी किसी व्यस्त एवं भीड़ भाड़ वाली जगह पर ही अपनी इस तरह की यह यूनिट स्थापित करे बल्कि उद्यमी को जहाँ पर सड़क, बिजली, पानी, मजदूरों की आसान उपलब्धता हो और किराया इत्यादि कम हो वहीँ पर उद्यमी अपने व्यवसाय के लिए बिल्डिंग का प्रबंध कर सकता है। 

3. आवश्यक लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें

Bamboo Furniture Unit स्थापित करने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण की आवश्यकता हो सकती है।

  • सर्वप्रथम अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप या वन पर्सन कंपनी के तहत रजिस्टर करें।
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन करें।
  • व्यवसाय के नाम से पैन और बैंक में चालू खाता खोलें।
  • फारेस्ट डिपार्टमेंट से एनओसी या लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है।
  • स्थानीय प्राधिकरण से फैक्ट्री लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है।
  • एमएसएमई के तहत अपने व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है। 

4. आवश्यक मशीनरी और कच्चा माल खरीदें

Bamboo Furniture बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित मशीनरी और उपकरणों को खरीदने की आवश्यकता हो सकती है।

  • क्रोसकट मशीन
  • बैंड सॉ मशीन
  • वुड रिप्पिंग मशीन
  • बम्बू स्लाइसर मशीन
  • नेल गन
  • ग्लू स्प्रेडिंग मशीन
  • अन्य कारपेंटरी टूल्स  

कच्चे माल के तौर पर बाँस की लकड़ी, गोंद, तेल, कीलें इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है जिसे उद्यमी स्थानीय स्तर पर ही आसानी से खरीद सकता है।

5. कारीगर और मजदूर नियुक्त करें (Appoint Artisan to make Bamboo Furniture)

बाँस की लकड़ी से Bamboo Furniture बनाने के लिए उद्यमी को दो तीन कारीगर या कारपेंटर को नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है। कारपेंटर के अलावा उद्यमी को दो तीन हेल्पर यानिकी मजदूरों को भी नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा उद्यमी चाहे तो शुरूआती दौर में ऑफिस इत्यादि का कार्य खुद ही संभाल सकता है लेकिन जब काम बढ़ने लगेगा तो उद्यमी को एडमिन कम अकाउंटेंट के तौर पर एक और कर्मचारी को नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है।

लेकिन शुरूआती दौर में उद्यमी को एक बात का ध्यान रखना चाहिए की कर्मचारियों की संख्या प्रोविडेंट फण्ड के लिए दी गई सीमा से कम ही होनी चाहिए अन्यथा उद्यमी को ईपीएफ और ईएसआई रजिस्ट्रेशन कराने की भी आवश्यकता होगी।    

6. बाँस का फर्नीचर बनायें और बेचें (Make and Sell Bamboo Furniture)

हालांकि Bamboo Furniture बनाने की प्रक्रिया अलग अलग सामग्री जैसे कुर्सी, टेबल, अलमारी इत्यादि के आधार पर अलग अलग हो सकती है। लेकिन सबसे पहले स्थानीय विक्रेताओं से सभी कच्चा माल खरीद लिया जाता है और उसके बाद बाँस की लकड़ी को आरी इत्यादि कारपेंटरी टूल्स की मदद से ऐसे आकार में काटा जाता है की उन्हें स्टोर करने में कोई परेशानी न हो। यदि बाँस की लकड़ी में पत्ते और नोड्स ज्यों के त्यों हैं तो उन्हें भी अच्छी तरह साफ़ कर दिया जाता है।

उसके बाद बाँस को सीजनिंग प्लांट में मौसमी आवश्यकता के अनुसार लगाया जाता है बाँस को किसी भी प्रकार की नमी से दूर रखा जाता है ताकि वह फैले नहीं। उसके बाद बाँस की लकड़ी का फर्नीचर बनाने से पहले इसे सैंड पेपर की मदद से साफ़ और चिकना बनाया जाता है हालांकि अधिकतर बाँस पहले से ही चिकनी होती हैं लेकिन प्रसंस्करण के दौरान इसमें खरोंच आ सकती हैं।

इसलिए इसे पहले से ही सैंड पेपर या अन्य मशीनों की मदद से चिकना बनाया जाता है। उसके बाद फर्नीचर की डिजाईन के मुताबिक बाँस को उपयुक्त आकार में काट दिया जाता है बाँस के अलग अलग भागों को Bamboo Furniture बनाने के लिए कील, गोंद इत्यादि की मदद से संयोजित किया जाता है। और उसके बाद उद्यमी चाहे तो इन पर रंग इत्यादि कर सकता है या फिर इनके प्राकृतिक रंग में भी इनके किनारों को चिकना करके बाजार में बेचने के लिए उतार सकता है।

FAQ on Bamboo Furniture

  1. क्या बाँस का फर्नीचर टिकाऊ होता है?

    जी हाँ बाँस की लकड़ी भी इतनी मजबूत होती है, की वह रोजमर्रा के उपयोग का आसानी से सामना कर सकती है। कई लोग बाँस के फर्नीचर को 50 साल से भी अधिक समय तक चला लेते हैं। 

  2. बाँस से क्या क्या फर्नीचर बनाया जा सकता है?

    इस तरह की लकड़ी से सोफे, कुर्सी, मेज, प्लाईवुड, पैनल, चोप्पिंग बोर्ड, दरवाजे, कर्टेन इत्यादि कई फर्नीचर बनाये जा सकते हैं।

  3. बाँस का फर्नीचर बनाने की ट्रेनिंग कहाँ से लें?

    इस तरह के फर्नीचर बनाने की ट्रेनिंग अनेकों सरकारी संस्थानों द्वारा दी जाती है। आप चाहें तो नेशनल क्वालिफिकेशन रजिस्टर पोर्टल में जाकर इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कई निजी संस्थान भी इस तरह का प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। 

  4. इस तरह के फर्नीचर को कहाँ बेचें?

    Bamboo Furniture बेहद अच्छा और अनोखा दिखाई देता है। इसलिए इससे निर्मित सोफा सेट, टेबल, कुर्सी, आँगन फर्नीचर का इस्तेमाल घरों, होटलों एवं अन्य परिसरों में आम हो गया है। इसलिए यह किसी भी स्थानीय मार्किट में आसानी से बेचा जा सकता है।

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